अगर आपका भी एक ज्वैलरी शोरूम या दुकान है तो रखें इन बातों का ख़याल

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अगर आपका भी एक ज्वैलरी शोरूम या दुकान है तो रखें इन बातों का ख़याल

गहनों के बिना भारतीय महिलाओं का साज-श्रृंगार, परिवार में मनाये जाने वाले तीज-त्योहार और शादियां अधूरी मानी जाती हैं। भारतीय परंपरा में सोने-चांदी की ज्वेलरी की काफी बड़ी भूमिका है सोना-चांदी खरीदना लोग शुभ मानते हैं। दीवाली के मौके पर तो हर परिवार सोना या चांदी जरूर खरीदता है। तो ऐसे में जो लोग इससे जुड़ा बिजनेस करना चाहते हैं उनके लिए ये फायदे का सौदा हो सकता है। इसीलिए ज्वेलरी का बिजनेस इस वक्त बिजनेस करने वालों की पहली पसंद बनता जा रहा है। इस बिजनेस में ग्राहकों की कमी नहीं है वहीं लाभ भी इसमें आपको अपनी उम्मीद से ज्यादा मिलता है। सोने और चांदी के गहनों को जहां महिलाएं खुद को संवारने के लिए इस्तेमाल करते हैं, वहीं पुरुष सोने और चांदी को निवेश तौर पर देखते हैं क्योंकि सोना और चांदी खरीदना हमेशा फायदे का सौदा होता है लोग मुश्किल वक्त में इसे बेचकर अपनी जरुरतों को पूरा भी करते हैं। तो हर तरह से बेहतर समझा जाने वाले सोना और चांदी इसके व्यापारियों के लिए भी काफी फायदा लाता है तो चलिए जानते हैं कि सोने और चांदी की ज्वेलरी का बिजनेस करने में आपको क्या करना चाहिए? और क्या नहीं?

ज्वेलरी दुकान के मालिक हैं तो ये करें-

1. कैसे खोलें दुकान

वैसे तो आजकल ऑनलाइन बिजनेस का चलन काफी बढ़ गया है लेकिन भारतीय लोगों की मानसिकता आज भी काफी मामलों में पुरानी ही है और सोना-चांदी खरीदते समय तो वो काफी सतर्क हो जाते हैं तो ऐसे में सुनार की दुकान से गहने खरीदना उन्हें ज्यादा सुरक्षित लगता है। आप गहनों की दुकान खोलते समय जरा सा भी घबराएं नहीं क्योंकि ग्राहक तो आपके पास जरूर आएंगे।

2. पूरी जानकारी लें

सबसे पहले तो गहनों से जुड़ी सारी जानकारी जुटा लें। सोना-चांदी और बाकी धातुओं को कैसे इस काम में इस्तेमाल किया जाता है उसे अच्छे से जान लें। सोने-चांदी का व्यापारी ही ना बनें बल्कि गहनों को ढालने की कला को भी जान लें। इससे आपको काफी मदद मिलेगी। अच्छा होगा अगर आप पहले किसी सुनार के साथ काम करके थोड़ा अनुभव ले लें।

3. बड़े निवेश के लिए रहें तैयार

अब जब आप सोना और चांदी का व्यापार करने की सोच रहे हैं तो ये याद रखिए कि आपको इसके लिए निवेश भी अच्छा-खासा चाहिए होगा।

4. दुकान का चुनाव करें

अगर आप चाहते हैं कि आपका ज्वेलरी का बिजनेस काफी अच्छा मुनाफ़ा कमायें तो आपको अपनी दुकान किसी बड़े बाजार के बीच में खोलनी होगी, जहां लोगों का काफी आना-जाना हो और लोग जहां कपड़े खरीदने आते हों, तीज त्योहार में शॉपिंग करने आते हों । ज्वेलरी की दुकान का इंटीरियर काफी अच्छा होना चाहिए जिसके लिए आपको पैसे खर्च करने पड़ेंगे। सोने-चांदी के गहने काफी कोमल होते हैं उन्हें आपको लोगों को दिखाने के लिए इस तरह से सजाना है कि वो सुरक्षित भी रहें और लोग आसानी से उन्हें देख भी सकें। शीशे और लकड़ी के काम से आप अपनी दुकान को सुन्दर और सुरक्षित बना सकते हैं।

5. बिजनेस और टैक्स रजिस्ट्रेशन

सोना, चांदी, हीरे और मोती का बिजनेस आपको काफी मुनाफा देता है इससे आपकी सालाना कमाई करोड़ों में होती है तो जितना बड़ा बिजनेस हो उसमें रिस्क भी उतना ही होता है तो ऐसे में आप अपने बिजनेस को रजिस्ट्रर जरूर करवाएं साथ ही अपने बिजनेस का टैक्स रजिस्ट्रेशन करवाना भी ना भूलें।

Jewellery store interior on white background and Women buy jewelleries

6. सप्लायर का चुनाव करना

आमतौर पर सोने-चांदी के गहनों के बिजनेस में आपको सोना,चांदी,हीरे और मोती को विदेशों से इम्पोर्ट करना पड़ता है और फिर उन्हें देश के अलग-अलग सुनारों तक पहुंचाया जाता है कुछ बड़े सुनार ये काम खुद ही कर लेते हैं लेकिन ज्यादातर को किसी ना किसी सप्लायर के जरिए माल लेना पड़ता है  तो अगर आप सुनार के तौर पर काम करने जा रहे हैं तो आपको एक ऐसे सप्लायर का चुनाव करना होगा जो आपको सोना-चांदी की सप्लाई कर सके।

7. BIS लाइसेंस के लिए अप्लाई करें

ये लाइसेंस हर किसी को लेने की जरुरत नहीं होती लेकिन वो सुनार जो होलमार्क ज्वेलरी बेचते हैं उनके लिए ये लाइसेंस लेना बेहद जरूरी होता है। होलमार्क गहनों की शुध्दता और सुन्दरता का प्रतीक होता है, इससे ग्राहक को गहनों के पूरी तरह से शुध्द होने की गांरटी मिलती है। विदेशों में भेजे जाने वाले गहनों में होलमार्क बेहद जरूरी होता है और होलमार्क गहनों के लिए बीआईएस लाइसेंस का होना जरूरी होता है।

8. काम करने वालों को रखें

अगर आपको गहनों को गढ़ना भी आता है तो आप अकेले ही ये व्यापार शुरू कर सकते हैं और लंबे समय तक छोटे लेवल पर चला भी सकते हैं लेकिन अगर आपको गहने बनाना नहीं आता है तो आप अपनी दुकान में कारीगर रख सकते हैं जो एक निर्धारित सैलेरी पर आपकी दुकान में काम कर सकते हैं।

9. गोल्ड की पहचान करना सीखें

अगर आप गोल्ड का काम करना चाहते हैं  तो आपके पास गोल्ड से जुड़ी सारी जानकारी होनी चाहिए। आपको असली-नकली गोल्ड में फर्क करना भी आना चाहिए। गोल्ड को चेक करने के लिए गोल्ड टेस्टिंग किट आती है जिसकी मदद से गोल्ड की पहचान की जाती है आप किसी लोकल सुनार से मिलकर इसके बारे में जानकारी पा सकते हैं, इसके इलावा ऑनलाइन टेस्टिंग किट भी आती है । आपको गोल्ड को तोलने के लिए एक पैमाने की भी जरुरत पड़ेगी।

10. कहां से आता है गोल्ड

दोस्तों गोल्ड किसी खेत में उगाया नहीं जाता है बल्कि गोल्ड को ढूंढा जाता है । किसी ज्वालामुखी के फटने पर उसके मलबे और मिट्टी के साथ निकलता है गोल्ड, इसलिए पहाड़ों के आस-पास सोने की खुदाई की जाती है और मशीनों द्वारा उसे बाहर निकाला जाता है। इस काम को करने में काफी मेहनत और खर्च लगता है इसीलिए सोना महंगा होता है।

Garnet jewellery shop window display

11. दुकान की मार्केटिंग पर भी काम करें

वैसे तो हर बिजनेस को कामयाब बनाने के लिए मार्केटिंग की काफी जरूरत होती है बिना मार्केटिंग के किसी भी बिजनेस को सफल बनाना आसान नहीं होता। सबसे बेहतर तरीका ये ही कि आप अपनी दुकान को किसी मैन मार्किट में खोलें क्योंकि शुरू-शुरू में लोग आपकी दुकान में आने से कतराएंगे, लेकिन फिर धीरे-धीरे आपको ग्राहक मिलने लगेंगे, दरअसल सोना-चांदी के गहनों के लिए लोग आसानी से किसी नए सुनार पर विश्वास नहीं करते, लेकिन आपका धैर्य ही आपको इस बिजनेस में सफल बना सकता है तो आप घबराएं नहीं।

निकर्ष

सोने और चांदी का बिजनेस करना आपके लिए बड़े मुनाफे का सौदा हो सकता है बशर्ते आप उस काम की बारीकियों को जानते हों। हमने आपको हर तरह की जानकारी देने की कोशिश की, जैसे आप होलमार्क ज्वेलरी कैसे बेच सकते हैं, कौन-कौन से लाइसेंस आपके लिए जरूरी होंगे। दुकान का रजिस्ट्रेशन करवाना कितना जरूरी है । लोग सोना ग्राम के हिसाब से खरीदते हैं जिसमें वो लाखों रूपये खर्च करते हैं, और आपको भी लाखों में फायदा होता है मार्केट में इसकी डिमांड काफी है लेकिन सप्लाई काफी कम इसलिए इसकी कीमत बहुत ज्यादा होती है। और ये सिच्वेशन किसी भी बिजनसेमैन के लिए सकारात्मक होती है।

ज्वेलरी दुकान के मालिक हैं तो ये ना करें-

  • कभी भी अपनी दुकान किसी सुनसान जगह या गली में ना खोलें, ये बात हमेशा याद रखें कि इस बिजनेस में विश्वास बेहद जरूरी है और वो तभी बनेगा जब आप लोगों के बीच में रहेंगे।
  • अपनी दुकान की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ ना करें, सोना-चांदी का बिजनेस करते समय रिस्क भी हमेशा बना रहता है चोरी और लूट जैसी वारदात आसानी से घट सकती है इसलिए अपनी दुकान को सुरक्षित बनाएं।
  • कभी भी कच्चा माल दुकान पर ना रखें, बनें हुए आभूषणों को दुकान पर रखें।
  • दुकान में सीसीटीवी लगवाना ना भूलें – जैसा की आपको पता चल ही चुका है की सोना-चांदी के काम में काफी रिस्क है तो आपको हमेशा सतर्क रहना होगा, आप अपनी दुकान में सीसीटीवी लगवाना ना भूलें क्यों अगर गलती से भी कोई वरदात होती है तो सीसीटीवी की मदद से आपको चोरों का पता चल सकता है।

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FAQs - अक्सर पूछे जाने वाले सवाल

प्रश्न. क्या सोने की ज्वेलरी के लिए भी GST लाइसेंस की जरूरत होती है ?

उत्तर. हां बिल्कुल, सोने का व्यापार करने के लिए भी आपको GST लाइसेंस लेना होगा, आपको इसके लिए पैन कार्ड की भी जरुरत होगी।

प्रश्न. सोने के आभूषण बनाते समय उसमें और कौन सी धातुएं मिलाई जाती है?

उत्तर. दरअसल 24 कैरेट के सोने से गहने नहीं बनाए जा सकते क्योंकि सोना काफी कोमल होता है तो ऐसे में उसे 2 कैरेट तांबा या पीतल मिलाया जाता और फिर उससे गहनों का निर्माण किया जाता है ।

प्रश्न. क्या सोने को गिरवी रखने से लोन भी मिलता है ?

उत्तर. हां सोने को गिरवी रखने से आजकल कई कम्पनी लोन भी देती है जिसे गोल्ड लोन कहा जाता है, मुथूड़ फाइनेंस जैसे कम्पनी इसी तरह का गोल्ड लोन उपलब्ध करवाती है, जो पूरी तरह से सुरक्षित होता है।

प्रश्न. होलमार्क ज्वेलरी क्या होती है इसे बेचने के लिए क्या जरूरी होता है?

उत्तर. होलमार्क ज्वेलरी शुद्धा की पहचान करती है ज्वेलरी के साथ आपको एक सर्टिफिकेट भी मिलता है, इस तरह की ज्वेलरी बेचने के लिए आपको बीआईएस लाइसेंस की जरुरत पड़ती है।