असम का फ़ेमस स्ट्रीट फूड

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असम का फ़ेमस स्ट्रीट फूड

कैसे शुरू कर सकते हैं आप इसका बिज़नेस भारत में कहीं भी

भारत के पूर्वोत्तर राज्यों में से प्रमुख राज्य है असम। असम को नार्थईस्ट कल्चर का सबसे बड़ा मिला-जुला केन्द्र माना जाता है। चाय के सबसे बड़े उत्पादक राज्य असम को पूर्वोत्तर राज्यों की सारी संस्कृतियों के साथ पूरे देश के लोगों की संस्कृतियों के लिये जाना जाता है। यहां के चाय बागानों और पेट्रो रिफायनरी के कारण देश के कोने-कोने के लोग यहां रहते हैं। इसके अलावा बांग्लादेश, म्यामांर के लोग भी यहां निवास करते हैं। इसके कारण कल्चर के समंंदर राज्य असम का खान-पान भी बहुत ही रिच है। असम के एक्सपर्ट ने खाने-पीने के कुछ यूनीक फूड्स तैयार किये हैं, जो देश में कहीं भी नहीं पाये जा सकते हैं।

यहां के टेस्टी फूड्स का स्वाद होता है सबसे जुदा

  • आपको असम में तिब्बती, म्यांमार और यहां तक कि बांग्लादेशी डिसेज से इंस्पायर्ड स्ट्रीट फूड यहां आसानी से मिल सकते हैं। इस तरह के स्ट्रीट फूड्स के स्टाल पूरे असम में मिल जायेंगे।
  • यहां के व्यंजनों की खास बात यह है कि इनका टेस्ट देश भर में मिलने वाले सारे स्ट्रीट फूड से अलग होता है। असम के स्ट्रीट फूड्स वेज और नॉन वेज के शौकीनों के लिए बहुत ही स्वादिष्ट बनाये जाते हैं।
  • फलों, सब्जियों को मिलाकर जहां वेजीटेरियन फूड्स बनाये जाते हैं। हरी सब्जियां और ताजे फल यहां पर हमेशा उपलब्ध रहते हैं। इसलिये यहां पर शाकाहार पसंद करने वालों को हमेशा हेल्दी फूड मिलता रहता है।
  • वहीं नॉनवेज के शौकीन लोगों के लिए पोर्क से लेकर फिश और डक तथा सिल्कवार्म के अनेक टेस्टी फूड्स जगह-जगह मिलते दिख जाते हैं। यदि आप वास्तव में असम के फेमस स्ट्रीट फूड्स का टेस्ट लेना चाहते हैं तो आपको यहां के लोकल मार्केट्स में जाना होगा जहां आपको आपके मनपसंद ये फूड्स मिल जायेगे।
  • इसके अलावा स्टेट कैपिटल गुवाहाटी में आपको सड़क के किनारे, चौराहों के आसपास तथा पूरे गुवाहाटी के मार्केट्स में हाथ ठेली, छोटी-छोटी गाड़ियों वा साइकिलों पर लोग यहां के बेहतरीन टेस्टी स्ट्रीट फूड्स बेचते हुए मिल जायेंगे।
momo served in wooden steamer on wooden background

यहां के मोमोज का है अपना अलग अंदाज

आइये जानते हैं कि असम के फेमस स्ट्रीट फूड्स कौन-कौन हैं, जो अपने टेस्ट से आपको ललचा सकते हैं। यानि जिन्हें देखते ही आपके मुंह में पानी आ जाये। आइये तो शुरू करते हैं यहां मिलने वाले मोमोज से। वैसे आपने अनेक शहरों में मोमोज खायें होंगे लेकिन यहां के मोमोज का टेस्ट अलग ही होता है। मोमोज को तिब्बत का फूड्स माना जाता है लेकिन आपको गुवाहाटी के स्ट्रीट कॉर्नर में आपको जगह-जगह मिल जायेंगे। यहां के मोमोज को मशरूम, पनीर व सब्जियों से ऐसे सजाया जाता है जिसको देखते ही आपके मुंह में पानी भर जायेगा। इसी तरह नॉन वेज के शौकीन लोगों के लिए भी खास अंदाज में बनाया जाता है। इसे पोर्क, चिकेन व अन्य तरह मे मीट्स फूड्स से इस तरह सजाया जाता है कि देखने वाला देखते ही ललचा जाता है। मोमोज को टेस्टी बनाने में यहां की ट्रेडिशनल मिर्च का स्पेशल रोल है।

यहां के लाजवाब फूड्स आइटम की बानगी तो देखिये

असम के दूसरे स्ट्रीट फूड्स का सड़कों पर और खाने वालों के दिलों पर जिस चीज का कब्जा है, उसे झाल-मूरी कहते हैं। यह शाकाहारी व्यंजन नाश्ते के लिए बेस्ट फूड्स है। मुंबई की भेलपूड़ी की तरह ये झालमूरी अपने स्वाद में बेजोड़ है। टेस्टी व चटपटी चटनी, नीबू, मिर्च, प्याज, नमकीन और मुरमुरे से बनने वाला ये टेस्टी फूडस पूरे गुवाहाटी में सड़क के किनारे बिकता मिल जायेगा। इस झालमूरी की खास बात यहां मिलने वाले कुछ लोकल फू्रट्स और कोदोई है जिसके मिक्स करने से इसका टेस्ट ं कई गुना बढ़ जाता है। ऐसा स्वाद कहीं और नहीं मिल सकता है। असम के स्ट्रीट फूड्स में लुची नामक आइटम का अपना अलग ही स्थान है। इसे आप असमी पूड़ी कह सकते हैं। बहुत ही क्रिस्पी लुची को वेज और नॉन वेज ग्रेवीज के साथ खाने में बहुत ही आनंद आता है। यहां के लोग इसे मुख्य भोजन के रूप में भी यूज करते हैं। असम की चाय की तारीफ करने की जरूरत नहीं हैं। यहां पर कई तरह के फ्लेवर व सुगंध वाली चाय आपको मिल जायेगी। ठुकपा ऐसा फूड आइटम है जिससे आपका दिल कभी नहीं भरेगा। ठुकपा असम की ट्रेडिशनल डिश है। यह लेमनग्रास, जिंजर, फिश सॉस से यह नूडल सूप बनाया जाता है। यह डिश तिब्बती कल्चर से प्रभावित है। इस ठुकपा को नॉन वेज चिकन, पोर्क से गारनिस करके भी खाया जाता है। वैसे चाऊमिन का नाम तो सभी ने सुना होगा लेकिन असम में मिलने वाले चाऊमिन का टेस्ट कुछ अलग ही होता है। यहां कुछ लोकल फू्रट्स व वेजीटेबल मिलाये जाने से इसका टेस्ट आम तौर पर मिलने वाली चाऊमिन से अलग होता है। यहां पर वेज के साथ नॉन वेज चाऊमिन भी मिलती है।

असमी फूड्स खार का टेस्ट वेज और नॉन वेज दोनों के लिए खास

खार असमी फूड्स का ऐसा आइटम है जिसे बहुत ही यूनीक तरह से बनाया जाता है। खार को दालों वा सब्जियों से बनाया जाता है। इस डिश को आप वेज और नॉन वेज आइटमों के साथ खाने से उनका टेस्ट कई गुना बढ़ा जाता है। असम के इस डिश के बारे में आपने कभी और कहीं भी नहीं सुना होगा। इस डिश के बेचने वाले गुवाहाटी के किसी मार्केट में आसानी से मिल जायेंगे।  असम का फेमस फूड्स सिल्कवार्म अपने टेस्ट के लिए नॉनवेज के शौकीनों के बीच काफी लोकप्रिय है। सिल्कवार्म डिश को बनाने का तरीका इतना बेजोड़  कि खाने वाला ही जान सकता है। इस फ्राइड सिल्कवार्म मसालेदार होताहै और ऊपर से जहां क्रिस्पी होती है और अंदर से चीजी होती होती। देखते ही नॉनवेज के शौकीनों का दिल मचल जायेगा। मेसोर टेंगा असम की मशहूर डिश है। रोहू मछली से बनने वाली डिश को एक बार चखने वाला उसका टेस्ट कभी भूल नहीं पायेगा। असम में जाने वाले यदि यहां की स्वीट डिश पायस का स्वाद नहीं लिया तो बाद में अवश्य ही पछतायेंगे। चावल , शक्कर, इलायची, केसर, ड्राईफू्रट्स और नटस से बनने वाली यह डिश अपने आप में बेजोड़ है। ये डिश केवल असम में ही मिलती है।

दूसरी जगह पर असमी फूड्स के बिजनेस की हैं अपार सम्भावनाएँ

अभी तक आपने असम के फेमस स्ट्रीट फूड्स के बारे में जाना। अब आइये जानते हैं कि आप इन असमी स्ट्रीट फूड्स का भारत में कहीं भी बिजनेस कैसे शुरू कर सकते हैं? सबसे पहले यह समझ लीजिये कि असमी फूड्स को बनाने में इस्तेमाल होने वाला कच्चा माल आसानी से हर जगह उपलब्ध हो सकता है। यानी कि असमी फूड्स को हर जगह आसानी से तैयार किया जा सकता है। इसमें प्रयोग होने वाले दालें, सब्जियां, फू्रट्स, नटस, ड्राई फ्रूट्स, नॉन वेज में यूज होने वाले सारे सामान देश के सभी कोने में मिल सकता है। कच्चा माल मिलने के बाद उसके बनाने की बारी आती है। यदि आपको आती है तो उससे अच्छा तो कुछ भी नहीं है। यदि नहीं आती है तो आपको ऐसे किसी उस्ताद की जरूरत है जो इस काम में एक्सपर्ट हो। इसके लिए आपके पास बजट है तो किसी एक्सफर्ट को हायर कर लो। यदि बजट नहीं है तो किसी एक्सपर्ट को अपना वर्किंग बिजनेस पार्टनर बना लो। इससे आपका कम पैसे में बिजनेस शुरू हो जायेगा। एक्सपर्ट होने के कारण आपके आइटम नेचुरली अच्छे तो होंगे और जब आइटम अच्छे होंगे तो आपका बिजनेस चलना स्वाभाविक है। आप जहां थोड़े पैसे लगाकर अपने बिजनेस को शुरू करेंगे वहीं आपके बिजनेस को रफ्तार देने के लिए आपके वर्किग बिजनेस पार्टनर यानी एक्सपर्ट और अधिक प्रयास करेंगे क्योंकि मुनाफे मेंं उनका हिस्सा भी शामिल है। इस बीच आप एक्सपर्ट से उनकी कला को सीख कर कॉपी करना शुरू कर देंगे तो कुछ दिनों में आप भी एक्सपर्ट बन जायेंगे। ऐसी स्थिति आने पर आप एक्सपर्ट से पीछा छुड़ा सकते हैं उसके बाद आपका मुनाफा 50 परसेंट की जगह 100 परसेंट हो जायेगा।

noodles served in a white plate with chopstick on a black wooden background

बिजनेस को चलाने के लिए ये है खास मूलमंत्र

इतनी तैयारी के बाद आपकी नजर अपनी मनपसंद मार्केट पर होनी चाहिये। असमी फूड्स के आइटम के सेलेक्शन के साथ ही उसी तरह की मार्केट की तलाश कीजिये। मार्केट्स की तलाश के लिए एक्सपर्ट का कहना है कि यूथ को अटै एन क्ट करना ही फायदे का सौदा हो सकता है। यूथ के लिए आपको कॉलेज, पार्क, इंटरटेनमेंट सेंटर, गेम सेंटर, ऐसी जगह जहां युवाओं का आना-जाना हो। अब यदि आप कई आइटम पर हाथ आजमाना चाहते हों तो आपको कुछ ऐसी वैरायटियों का सेलेक्शन करना होगा जिन्हें लोग सुबह, दोपहर और शाम को अलग अलग पसंद करते हो। कहने का मतलब यह है कि आप सुबह नाश्ते वाले आइटम का बिजनेस कर सकते हैं। उसके बाद दोपहर के लंच में यूज होने वाले आइटम पर भी हाथ आजमा सकते हैं। इसके बाद शाम के नाश्ते के लिए भी स्नैक्स आदि पर किस्मत आजमायी जा सकती है। इससे आपको मेहनत अवश्य थोड़ी अधिक पड़ेगी लेकिन मुनाफा कितना होगा। उसका आप अनुमान नहीं लगा सकते हैं।

इसके अलावा यदि आप चटपटे और नए फ्लेवर वाले आइटम को चूज करना चाहते हैं। उसके लिये यूथ के साथ लेडीज मार्केट को भी आप टारगेट कर सकते हैं। लेडीज मार्केट का सबसे ज्यादा फायदा यह होता है कि महिलाएं किसी चीज का प्रचार करने में पुरुषों से काफी आगे होतीं हैं। दूसरा महिलाएं एक तरह का खाना खाने बनाने से ऊबने के कारण नयी-नयी खाने की चीज की तलाश में रहतीं हैं। इसके अलावा जॉब करने वाली महिलाएं भी अपने जॉब या बिजनेस में बिजी होने के कारण खाने बनाने का झंझट करने की जगह मार्केट फूड्स पर डिपेंड होने लगती हैं। इनचीजों का लाभ आपको अपने बिजनेस में वरदान के रूप में मिल सकता है।

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