कपड़ों का होलसेल बिजनेस कैसे शुरू करें?

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कपड़ों का होलसेल बिजनेस कैसे शुरू करें?

स्टेप्स, लागत, कैसे करें व्यापारियों का चुनाव और अन्य जानकारियां

यदि आप फैशन की दुनिया में रुचि रखते हों। आपको कपड़ों की अच्छी समझ व पहचान हो। अपने इस ज्ञान से पैसे कमाने की सोच रहे हैं तो आपको कपड़े का व्यापार करना चाहिये। यदि आप कपड़े का बिजनेस करना चाहते हैं तो आपको अपने बजट को अपने हिसाब से तय करना हैं।  साथ ही यह विचारें कि आप किस तरह का बिजनेस करना चाहते हैं। कपड़े के बिजनेस कई तरह से किये जाते हैं जैसे फेरी वाले, रेहड़ी-पटरी वाले, खोखे, दुकानें, बुटीक, शोरूम, सुपर मार्केट और होलसेल आदि। कपड़े के बिजनेस में अपने बजट के हिसाब से आपको इन तरीकों में से एक को चुनना होगा। यदि आपके पास अच्छा बजट है और आप  बड़ा काम करना चाहते हैं तो आपको होलसेल का बिजनेस शुरू करना चाहिये। इसमें आपको भारी संख्या में ग्राहकों की डीलिंग की टेंशन नहीं लेनी होगी।

स्टेप-1: पूंजी लगाने से पहले सारे जोखिम जान लें

कपड़ों का होलसेल बिजनेस अन्य होलसेल बिजनेस में सबसे अधिक फायदेमंद है। कपड़ों का होलसेल बिजनेस अधिक मुनाफा देने वाला है, इसलिये काफी लोगों की नजर इस बिजनेस पर रहती है। इससे इस काम में तगड़ा कंपटीशन भी होता है। खास बात यह है कि इस बिजनेस करने वालों को अच्छा खासा पैसा खर्च करना होता है, जिसके पास पूंजी होगी वहीं यह बिजनेस कर सकता है। यह तो सभी को मालूम है कि जितना ज्यादा पैसे का बिजनेस होता है उतना ही अधिक मुनाफा भी होता है। इस तरह के बिजनेस शुरू करने से पहले आपको अपने बजट को अच्छी तरह से खंगाल लेना चाहिये। साथ ही इस बिजनेस को सारे जोखिमों का पता लगा लेना चाहिये। सारे जोखिमों से कैसे बचा जाये या कोई समस्या आने पर किस तरह से उससे निपटा जाये, ये सारी बातें जान लेनी चाहिये। उसके बाद अच्छी तरह से सोच विचार करने के बाद ही आपको इस बिजनेस में हाथ डालना चाहिये।

स्टेप-2: वन मैन आर्मी बनकर करना होगा बिजनेस

जब आप बिजनेस करने का पक्का मन बना लें और लगे कि आप इस बिजनेस को अच्छी तरह से कर लेंगे और उसमें से मनचाहा मुनाफा भी कमा लेंगे, तभी इस बिजनेस के बारे में सोचना चाहिये। मन में किसी तरह की आशंका हो या लग रहा हो कि इस बिजनेस में यह काम हमसे नहीं हो पायेगा तो फिर इस बिजनेस के बारे में सोचना बंद कर देना चाहिये। क्योंकि इस बिजनेस को सारे काम आपको करने हैं। बिजनेस की ए  से जेड तक की सारी समस्याओं का सामना आपको ही करना है और उन सभी समस्याओं का हल भी आपको ही निकालना होगा। इन समस्याओं को  किसी के भरोसे नहीं छोड़ा जा  सकता है। यानी कि आप अपने आपको वन मैन आर्मी समझेंगे तो बिजनेस में कामयाबी अवश्य मिलेगी।

स्टेप-3: किस तरह के कपड़ों का बिजनेस करना चाहेंगे

अब आप कपड़ों का होलसेल बिजनेस करने से पहले यह विचार करें कि आप किस क्षेत्र में किस तरह के कपड़ों का बिजनेस करना चाहते हैं। आपके क्षेत्र में महिलाओं या पुरुषों अथवा बच्चों के कपडेÞ अधिक बिकते हंै। वहां के लोग रेडीमेड या बिना सिले कपड़े अधिक पसंद करते हैं। रेडीमेड कपड़ों में लोग लोकल मैन्यूफैक्चर्स के बनाये हुए कपड़े अधिक पसंद करते हैं या ब्रांडेड कंपनियों के कपड़े अधिक पसंद करते हैं। इस बात का पता आपको लगाना होगा।

स्टेप-4: मार्केट का सर्वे करके जाने खास-खास बातें

अब आप यह सवाल पूछना चाहेंगे कि हमें ये सारी बातें कौन बतायेगा कि कहां पर कौन सा कपड़ा अधिक इस्तेमाल किया जाता है। ऊपर पूछे गये सारे सवालों का एक ही जवाब है कि आपको अपनी मार्केट की सर्वे करनी होगी। इसके लिए आपको अपने बिजनेस वाले क्षेत्र की कपड़ों की दुकानों में जाकर देखना होगा कि उनकी दुकानों में किस तरह माल सबसे ज्यादा है और उनसे बात करके जानना होगा कि इस इलाके में कौन सा माल ज्यादा बिकता है और कौन सा माल कम बिकता है। इन बातों को आप नोट कर लेंगे तो आपको बहुत आसानी होगी। जब आपका सर्वे पूरा हो जाये तो आपको यह मालूम हो जायेगा कि इस क्षेत्र में किस खास प्रोडक्ट की अधिक डिमांड है। उससे आपको अपनी कम पंूजी में अच्छा बिजनेस शुरू करने का आइडिया मिल जायेगा। बेहतर तो यही होगा कि आप शुरुआत में किसी एक या दो वैरायटी के माल का बिजनेस शुरू करें। जब मार्केट में आप कुछ दिनों तक अपना बिजनेस कर लेंगे तो आपको मार्केट की सारी खास-खास बातें मालूम हो जाये तब आप आसानी से बिजनेस को बढ़ा सकते हैं।

स्टेप-5: बिकने वाले प्रोडक्ट का इस तरह करें चयन

जब आपको अपनी मार्केट में सबसे ज्यादा बिकने वाले प्रोडक्ट मालूम हो जाये तो अब आपको उन प्रोडक्ट के थोक मार्केट या मैन्यूफैक्चरर्स का पता लगाना होगा, जहां से आपको सस्ते से सस्ता माल मिल सके। यदि आपको अपने दूकानदारों की पसंद मालूम है और उन कपड़ों के बारे में अच्छी जानकारी है तो आप मॅन्यूफैक्चरर्स या थोक मार्केट से उस माल को चुने, जहां से किफायती दाम में माल खरीद कर अपने ग्राहकों तक आसानी से पहुंचा सकें। क्योंकि हर क्षेत्र के ग्राहकों की पसंद अलग-अलग होती है। अभी कपड़ों के होलसेल व्यापार का होमवर्क ही चल रहा है। अब आप अपने कस्टमर्स यानी रिटेलर्स को किस तरह से चयन करें, जिससे आपको बिजनेस करने में आसानी हो। इसके लिये आपको बाकायदा प्लान बनाकर मार्केट में जाना होगा।

male hands with pencil writing down list to do in notepad sitting at desktop with laptop

स्टेप-6: अपने कस्टमर की लिस्ट बनायें

अपने प्रत्येक कस्टमर्स से मिलना होगा और अपना विजटिंग कार्ड सभी दुकानदारों को देना होगा और उनसे बिजनेस के बारे में जिक्र करना होगा। इन बिजनेस मैन से बात करते समय आपको अपना ऐसा व्यवहार पेश करना होगा, जिससे वो आपसे प्रभावित हो जायें। इस तरह से आप अपने कस्टमर्स की एक लिस्ट तैयार कर लें । इस लिस्ट में दुकान का नाम और पता, दुकानदार का नाम और उसका मोबाइल फोन नंबर आदि नोट कर लें। इसके साथ ही कस्टमर की डिमांड की भी लिस्ट बना लें। इससे आपको अपने सारे कस्टमर्स और उनकी पसंद के कपड़ों की जानकारी मिल जायेगी। इसके बाद आप अगला कदम उठायें।

स्टेप-6: दुकान व गोदाम कहाँ तलाशें

अब आपको कपड़े का होलसेल काम करने के लिए सबसे पहले कपड़ों की होलसेल मार्केट के पास एक दूकान लेनी होगी। इसके साथ ही आपको माल को स्टोर करने के लिए एक गोदाम की भी जरूरत होगी। दुकान के लिए तो आपको थोक मार्केट के पास ही जगह तलाशनी होगी। इससे आपको ग्राहकों के लिए अलग से प्रयास नहीं करना होगा। यदि यह संभव न हो तो उसके जितने नजदीक हो सके उतने नजदीक दुकान लें। क्योंकि दुकान की लोकेशन का बिजनेस पर बहुत अधिक असर पड़ता है। गोदाम के लिए आपको ऐसी जगह तलाशनी होगी जो भले ही मार्केट से थोड़ी दूरी पर हो लेकिन वहां पर माल लाने-ले जाने के लिए ट्रांसपोर्ट आसानी पहुंच सके। आपका गोदाम आपके शोरूम या दुकान से अधिक दूर भी नहीं होना चाहिये। इसके साथ ही आपको काम करने के लिए कुछ हेल्परों यानी वर्करों की भी जरूरत होगी। उसको भी तलाश कर लें। जो आपके बिजनेस में सामान इधर से उधर करने में सहयोगी बन सकें।

स्टेप-7: किस तरह करें अपने बिजनेस का शुभारंभ

दूकान की अधिक से अधिक प्रसिद्धि पाने के लिए आपको अपने बिजनेस का उद्घाटन किसी ऐसे खास मौके पर करना चाहिये जब लोगों की कपड़ों की डिमांड सबसे अधिक होती हो। दुकान के उद्घाटन पर आपको छोटा-मोटा समारोह आयोजित करना होगा। इसमें आपको अपनी दूकान को अच्छी तरह से सजाना चाहिये। इसके साथ  बहुसंख्यक लोगों को देखते हुए कोई छोटा-मोटा धार्मिक कार्यक्रम रखें । इस मौके पर आपने जो पहले अपने कस्टमर्स की लिस्ट बनायी है, उन सभी को आमंत्रित करना चाहिये। इसके साथ ही पूरे क्षेत्र में पम्पलेट लगवा कर लोगों को सूचना भी देनी चाहिये। इससे आप के समारोह में आने वाले प्रत्येक कस्टमर की आपके प्रति सहानुभूति बढ़ जायेगी। इससे आपके बिजनेस की लोकप्रियता बढ़ सकती है। जो आपके कारोबार को आगे बढ़ा सकता है। इसके अलावा  इस मौके पर अपने कस्टमरों को विशेष रूप से आकर्षित करने के लिए कुछ दिनों के लिए विशेष आॅफर का ऐलान भी कर सकते हैं।

स्टेप-8: कानूनी कार्य भी निपटाएं

ुइसके साथ ही आपको अपने बिजनेस से जुड़े कानूनी काम भी पूरे कर लेने चाहिये। सबसे अपने आप अपनी फर्म का एक अच्छा सा नाम रखें जो एक बार में ही लोगों की जुबान पर चढ़ जाये। इसके लिए आपको किसी महापुरुष, शहर के किसी लैंडमार्क या कोई ऐसा छोटा सा नाम दादा स्टोर, डैडी स्टोर, मॉम स्टोर, राम स्टोर, मोहन स्टोर, रानी स्टोर, आकाश स्टोर जैसे बहुत से नाम हैं, जिन्हें आसानी से पुकारा जा सकता है। यदि आप ऑनलाइन बिजनेस भी करना चाहते हैं तो आपको इसका रजिस्ट्रेशन कराने के बाद आपको अपनी फर्म के नाम से एक डोमिन लेना होगा जो आपके ऑनलाइन बिजनेस में काम आयेगा। इसके बाद आपको जीएसटी में रजिस्ट्रेशन कराने के बाद आपको 15 अंकों वाला जीएसटी नंबर लेना होगा। यदि आप अपनी फर्म का पेटेंट कराना चाहते हों तो आपको ट्रेडमार्क लाइसेंस लेना होगा। कर्मचारी रखते हैं उनके लिए आपको ईपीएफ और ईएसआई में भी रजिस्टर्ड कराना होगा।

स्टेप-9: कितनी पूंजी चाहिये बिजनेस शुरू करने के लिए

इस बिजनेस में कितनी पूंजी लग सकती है। यानी लागत कितनी आयेगी। इस बिजनेस में पूंजी लगाने की कोई सीमा नहीं होती है। यह आप पर निर्भर करता है कि कितना बड़ा बिजनेस करना चाहते हैं क्योंकि इस बिजनेस में हजारों वैरायटी हैं। आप किन-किन आइटमों का बिजनेस करना चाहते हैं। उस पर लागत का अनुमान लगाया जा सकता है। यदि आप साडी, ब्लाउज, पेटीकोट, सलवार सूट, पैंट, जींस, टीशर्ट, शर्ट, बिना सिले कपड़ों का बिजनेस शुरू करना चाहते हैं तो आपको कम से कम 20 से 30 लाख रुपये की लागत आ सकती है। वैसे आप छोटे स्तर पर आप 5 से 10 लाख में भी यह बिजनेस शुरू कर सकते हैं।

स्टेप-10: कितना मुनाफा मिलेगा

आपको यह जानना चाहिये कि आपको इस बिजनेस में कितना मुनाफा हो सकता है। इसमें आप यह जान लीजिये कि आप अपना व्यापार व्यापारियों से करने जा रहे हैं, यह भी जान लीजिये कि कंपटीशन के जमाने में एक अनुभवी व्यापारी से अधिक मुनाफा नहीं कमा सकते हैं। इस बिजनेस की एक खास बात यह भी है कि रिटेलर्स को होलसेल व्यापारी से अधिक मुनाफा मिलता है। अंतर यह होता है कि रिटेलर्स अकेला बिजनेस करके मुनाफाकमाता है। होलसेल को सारे रिटेलर्स सेबिजनेस करने से मुनाफा कमाता है। बात मुनाफे के प्रतिशत की बात करें तो जहां रिटेलर्स यानी फुटकर विक्रेता को जहां 20 से 50 प्रतिशत मुनाफा मिलता है वहीं होलसेल व्यापारी को 15 से 30 प्रतिशत मुनाफा मिल सकता है। यह बात अलग है कि होलसेलर्स का बिजनेस बड़ा होने के कारण मुनाफे की रकम भी बड़ी होती है।

Main master designer creating fashion clothes designs and hanging it on coat rack

स्टेप: 11: किस तरह से अपने बिजनेस को बढ़ायें

अपना माल कहां बेचें, इस बात की भी टेंशन हो सकती है। इसके लिए तो पहले आपको होमवर्क कराकर बता दिया गया है कि आप अपने टारगेट कस्टमर्स की लिस्ट बना लें। इसके बावजूद आपको लगता है कि ये मार्केट आपके हिसाब से छोटी पड़ रही है तो दूसरी पास की मार्केट का भी सर्वे करायें। इसके साथ ही आप अपने ओफ़ लाइन बिजनेस को ऑनलाइन बिजनेस की तरफ मोड़ दें। इससे आपको बहुत बड़ा सहारा मिल जायेगा। इसके अलावा आप मशहूर ब्रांडेड कंपनियों से टाइअप करके भी अपने बिजनेस को बढ़ा सकते हैं। साथ ही आपने पहले से ही ओफ़ लाइन के साथ ऑनलाइन बिजनेस करने का इरादा करते हुए डोमेन लिया है तो उस नाम से वेबसाइट बनवा कर उसमें ऑनलाइन स्टोर का बिजनेस शुरू कर सकते हैं। इसका दोहरा लाभ मिल सकता है। ऑनलाइन बिजनेस का फायदा यह मिल सकता है कि आपको भागदौड़ कम करनी होगी और अपनी वेब साइट पर अपने प्रोडक्ट के रोज नये नये कैटलॉग बनवा कर अपलोड करते रहें। इससे आपके माल को कोई भी ग्राहक आसानी से देख कर पसंद करके ऑर्डर भी कर सकता है। आपको कुछ नये ग्राहक भी मिल सकते हैं।

स्टेप-12: इन बातों का खास ध्यान रखें

कपड़ों के होलसेल बिजनेस में आपको माल कस्टमर तक पहुंचाना भी पड़ सकता है। इसलिये आपको अपने  कस्टमर्स की डिमांड के अनुसार सही समय पर सप्लाई करनी होगी। इसके लिए आपको लॉजिस्टिक सर्विस को बहुत ही स्मार्ट बनाना होगा। आपको अपने कस्टमर्स के साथ अच्छा व्यवहार रखना होगा और उसका विश्वास भी जीतना होगा। इससे आपका धीरे-धीरे रफ्तार पकड़ता रहेगा।

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