आइसक्रीम का होलसेल बिजनेस कैसे शुरू करें, लागत, मुनाफा व अन्य जानकारियाँ

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आइसक्रीम का होलसेल बिजनेस कैसे शुरू करें, लागत, मुनाफा व अन्य जानकारियाँ

शादी-ब्याह, जन्मदिन व अन्य तरह की पार्टियों में आइसक्रीम के स्टॉल पर लोगों की मारा-मारी तो देखी ही होगी। इसके अलावा मार्केट में, होटल रेस्टोरेंट, के पास, पार्कों के पास, स्कूल, कॉलेजों के पास, सरकारी दफ्तरों के पास, मनोरंजन केन्द्रों, खेलकूद संस्थानों के आसपास आइसक्रीम के ठेले लगे देखे होंगे। यही नहीं इन ठेलों पर आइसक्रीम खरीदने वालों की भीड़ भी देखी होगी।  इसका मतलब यह है कि आइसक्रीम की मार्केट में जबर्दस्त डिमांड है। लोग जमकर आइसक्रीम खरीदते हैं। इसका बिजनेस करने में फायदा है। अब यह बिजनेस किस प्रकार से किया जाये? इस पर विचार करने की जरूरत है। इस बिजनेस की खास बात यह है कि आपके पास जितनी पूंजी हो उतने से ही बिजनेस को शुरू किया जा सकता है। इसके अलावा यह बिजनेस गांव, कस्बे, नगरों और महानगरों में कहीं भी किया जा सकता है। केवल बिजनेस करने का तरीका बदल जाता है। गांवों में फेरी लगाकर यह बिजनेस किया जाता है। कस्बों में भी यह बिजनेस सजे-धजे साइकिल रिक्शा से फेरी लगाकर किया जाता है। नगरों व महानगरों में फेरी के साथ आइसक्रीम पार्लर खोल कर भी बिजनेस किया जाता है। कहने का मतलब यह है कि इस बिजनेस में  जिस प्रकार से पूंजी इन्वेस्ट की जायेगी उसी तरह की आमदनी होगी। यदि आप इस आइसक्रीम बिजनेस से अधिक से अधिक मुनाफा कमाना चाहते हैं और आपके पास अच्छी खासी पूंजी इन्वेस्ट करने के लिए है तो फिर देर किस बात की? शुरू हो जाइये होलसेल बिजनेस करने से लेकर फैक्ट्री चलाने तक के बिजनेस में। लेकिन पूंजी लगाने से पहले थोड़ी मेहनत-मशक्कत कर लेंगे तो आपके लिए अच्छा होगा। आपकी पूंजी आपको मुनाफा कमा कर देने लगेगी।  वरना पूंजी पर खतरा मंडराने लगेगा।

होलसेल आइसक्रीम बिजनेस शुरू करने से पहले ये काम जरूर करें

बिजनेस शुरू करने से पहले आपको सबसे पहले उस क्षेत्र का सर्वे करना चाहिये जहां पर आप बिजनेस शुरू करना चाहते हैं। सर्वे करने के दौरान यह चेक करें कि इस एरिया में किस कंपनी की आइसक्रीम सबसे अधिक बिकती है। यहां बिकने वाली आइसक्रीम में कौन सी फ्लेवर की आइसक्रीम सबसे अधिक खरीदी जाती है।  यह भी पता लगाने की कोशिश करें कि उस एरिया में पूरे साल में आइसक्रीम सबसे ज्यादा कब और सबसे कम कब बिकती है। दूसरे शब्दों में कहें तो आप इस बात का पता लगायें कि  उस एरिया में आइसक्रीम का मेन सीजन कब होता है और आफ सीजन कब होता है। इससे आपको आपकी मार्केट और ग्राहक का पता चल जायेगा। आपको बिजनेस शुरू करने में काफी लाभ होगा। इस बारे में एक सावधानी यह भी बरतनी होगी कि आपको सर्वे के बारे में  किसी की बात का विश्वास नहीं करना चाहिये बल्कि स्वयं ही यह सर्वे करें।  शुरू में थोड़ी मेहनत अवश्य करनी होती है लेकिन इसका बाद में बहुत लाभ मिलता है। यह बहुत जरूरी है क्योंकि आप बिजनेस में अपनी पूंजी लगाने जा रहे हैं तो यह सुनिश्चित कर लें कि आपकी पूंजी मुनाफा कमा कर दे।

आइसक्रीम का बिजनेस कब शुरू करें, इस तरह से जानें

हालांकि अब तो आइसक्रीम का सीजन पूरे 12 महीने चलता है लेकिन शहर और गांव में थोड़ा अंतर अभी भी है। गांवों में आज भी सर्दियों में आइसक्रीम कम ही खायी जाती है। गर्मियों में तो लोग ढूंढ कर आइसक्रीम खाते हैं। शहरों में तो पूरे साल आइसक्रीम खायी जाती है। इसके लिए शहरों में तो आइसक्रीम पार्लर भी खोले जाते हैं, फिर भी सीजन का  खास असर पड़ता है। इसकी जांच पड़ताल करनी जरूरी है। इसलिये आपको यह भी विचार करना है कि आपको कहां पर अपना बिजनेस शुरू करना है। उसके अनुसार अपना बिजनेस शुरू करने का समय तय कर लें। जिस सीजन में आपको अधिक मुनाफा मिलने की संभावना हो तो उसी सीजन में बिजनेस शुरू करना लाभ प्रद होगा।

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आइसक्रीम का होलसेल बिजनेस कैसे शुरू करें ?

आइसक्रीम का होलसेल बिजनेस शुरू करने के लिए आपको वो एरिया देखना होगा जहां पर फुटकर आइसक्रीम विक्रेता अधिक देखे जाते हों। ये फुटकर विक्रेता कहां से माल खरीदते हैं, उसका पता लगाना होगा। थोक दुकानों को माल कौन सप्लाई करता है। इसकी जांच पड़ताल कर लेंगे तो आपको बिजनेस शुरू करने का पूरा फायदा मिल सकता है। आइसक्रीम का होलसेल बिजनेस दो तरीके से किया जा सकता है, वो इस प्रकार हैं:-

1. पहला तरीका तो यह है कि आप किसी नामी-गिरामी आइसक्रीम कंपनी की फ्रेंचाइजी, डीलरशिप लें। उनको उन थोक विके्रताओं को बेचें जहां से ठेली वाले हॉकर अपना माल खरीदते हों।

2. दूसरा तरीका यह है कि आप अपनी स्वयं की फैक्ट्री स्थापित करें। अपने माल को ब्रांड बनायें और उसका जमकर प्रचार करें। उसके बाद उसे थोक व फुटकर विक्रेताओं को अपना माल बेचें तो आपको फायदा होगा।

पहले तरीके के बिजनेस में आपको केवल पूंजी लगानी होगी और थोक विके्रताओं को माल बेच कर मुनाफा कमाना होगा। क्योंकि आप जिस नामी-गिरामी कंपनी से माल खरीदेंगे, वो कंपनी अपने माल का प्रचार प्रसार का काम स्वयं करेगी। लेकिन इस तरह के बिजनेस में आपको मुनाफा सीमित स्तर पर मिल पायेगा।

दूसरी तरीके के बिजनेस में आपको मुनाफा तो खूब मिलेगा लेकिन रिस्क भी रहेगा। आपको अपनी फैक्ट्री में माल तैयार करवाना होगा। उसका लोकल लेबल पर स्थानीय समाचार पत्रों,रेडियो, टीवी व अन्य तरह के प्रचार माध्यमों से प्रचार प्रसार करना होगा। इसके साथ ही क्षेत्रीय लोगों की पसंद जानने के लिए आप कोई कार्यक्रम आयोजित करेंं और उसमें आसपास के लोगों को आमंत्रित करें और उन्हें एक बार फ्री में अपनी आइसक्रीम दें और उस पर उनसे फीडबैक लें तो आपको अपनी आइसक्रीम की कमी या पसंदगी का पता चल जायेगा। उसके आधार पर अपना प्रोडक्ट चुन सकते हैं और वो माल मार्केट में आसानी से बेच सकते हैं। इस तरह से आपकी र्फक्ट्री का कारोबार तेजी से चल सकता है।

बिजनेस शुरू करने से पहले की खास बातें

आप आइसक्रीम का बिजनेस शुरू करने जा रहे हैं तो आप पहले यह सोचें कि आप सीधे ग्राहक को तो माल बेचने नहीं जा रहे हैं। आप रिटेलर्स को माल बेच कर मुनाफा कमाने की योजना बना रहे हैं, तो इन बातों पर विशेष ध्यान देना होगा

1. रिटेलर्स को ऐसी कौन सी खास सुविधा देने जा रहे हें जो वो आपसे ही माल खरीदे

2. ग्राउंड लेबल पर ग्राहकों को ऐसा कौन सा आकर्षण देने जा रहे हैं जिससे ग्राहक आपका माल खरीदे

3. यदि किसी कंपनी का माल बेच रहे हैं तो आपको अपने सहयोगी रिटेलर्स को अपना माल खरीदने के लिए प्रोत्साहित करना चाहिये

4. यदि आप अपनी फैक्ट्री लगा रहे हों तो अपने कर्मचारियों को उत्पादन बढ़ाने या उत्पाद में नई-नई चीजें लाने के लिए प्रोत्साहित करना चाहिये।

5. यदि आप अपनी निजी फैक्टरी डालना चाहते हैं तो आपको अपने प्रोडक्ट का एक अच्छा सा नाम चुनना होगा जो देखते ही लोगों की नजर पर चढ़ जाये तथा कम पढ़े लिखे लोगों की भी जुबान पर आसानी से चढ़ जाये। इसके साथ ही आपको अपने प्रोडक्ट के बारे में ऐसा आकर्षक स्लोगन भी चुनना होगा जिसको पढ़कर लोगों को आपके प्रोडक्ट की जान सकें और याद रख सकें।

बिजनेस प्लान बनायें

कोई सा भी बिजनेस शुरू करने से पहले आपको उसका बिजनेस प्लान बनाना जरूरी होता है। इसमें बिजनेस में लगने वाली पूंजी की व्यवस्था, जमीन, दुकान की व्यवस्था, बिजली पानी का खर्च, कर्मचारियों की सैलरी, माल/कच्चा माल खरीदने का बजट, ट्रांसपोर्टेशन का खर्च, मोडिफिकेशन यानी काउंटर बनवाने अथवा दुकान के डेकोरेशन यानी साज-सजावट का खर्च, टैक्स, लाइसेंस बनवाने की फीस और उसके भुगतान का खर्च आदि का जिक्र करें।  इसके साथ आप अपने प्रोडक्ट को मार्केट में किस तरह से बेचेंगे,उसका तरीका भी लिखना चाहिये।आपका आपना प्रोडक्ट है तो उसे बेचने के लिए मार्र्केटिंग व विज्ञापन का खर्च भी शामिल कर लेना चाहिये। उसके बाद आपको शुरू में अपना कम मुनाफा भी शामिल कर लेना चाहिये। इस तरह से आपका बिजनेस प्लान बन जायेगा तो आपको बिजनेस चलाने में कोई दिक्कत नहीं आयेगी।

कौन-कौन से लाइसेंस चाहिये

किसी भी बिजनेस शुरू करने से पहले कंपनी या फर्म का नाम चुनना पड़ता है। उसे शॉपिंग एक्ट के तहत रजिस्ट्रेशन कराना होता है। खान-पान से जुड़ा बिजनेस होने के कारण उसे फूड सेफ्टी एण्ड स्टैण्डर्ड अथारिटी आफ इंडिया (एफएसएसएआई) से फूड लाइसेंस लेना होता है। जहां आप काम करते हैं तो वहां के लोकल अथॉरिटी से बिजनेस शुरू करने का लाइसेंस लेना होता है। माल बेचें या कोई सेवा दें उसके लिए आपको जीएसटी में फर्म या कंपनी को रजिस्टर्ड कराकर जीएसटी नंबर लेना होता है। ट्रेड मार्क के लिए ट्रेड लाइसेंस लेना होता है। सरकारी सुविधाओं का लाभ उठाने के लिए एमएसएमई से उद्योग आधार लेना होता है।

कौन-कौन सी मशीन चाहिये

आइसक्रीम के होलसेल बिजनेस शुरू करने के लिए मशीनों की आवश्यकता आपके द्वारा बिजनेस किये जाने के तरीके पर निर्भर होगा।

1. यदि आप किसी कंपनी की डीलरशिप लेकर बिजनेस शुरू करना चाहते हैं तो आपको कंपनी की शर्तों के अनुसार मशीनों की आवश्यकता होगी। जैसे किसी कंपनी की डीलरशिप लेने से पहले कंपनी आपके पास दुकान और उसमें एक बड़ा सा फ्रीजर, व ट्रांसपोर्ट के साधन आदि देखती है। उसके बाद ही आपको डीलरशिप देती है।

2. यदि किसी कंपनीकी फ्रेंचाइजी लेकर काम शुरू करना चाहते हैं तो कंपनी आपके पास अपना प्रोडक्ट शुरू करने के लिए फैक्ट्री चलाने की जगह, बिजली-पानी की सप्लार्ई, मिक्सर,ग्राइंडर, फ्रीजर, ट्रांसपोर्टेशन की सुविधा देखती है। वो कंपनी आपको फैक्ट्री स्थापित करने से लेकर फैक्ट्री चलाने व माल उत्पादन से लेकर बिक्री तक आपकी मदद करती है। इसके लिए वो पहले ही आपसे से सिक्योरिटी मनी जमा कराती है।

3. यदि आप अपनी निजी फैक्ट्री चलाकर आइसक्रीम का होलसेल बिजनेस शुरू करना चाहते हैं तो आपको अपनी फैक्ट्री के लिए बड़ी सी जगह की जरूरत होगी, जहां फैक्ट्री व आफिस का काम हो सके। वहां बिजली पानी की सप्लाई होनी चाहिये तथा जहां तक यातायात के साधन आसानी से पहुंच सकें। इसके अलावा कुशल व अनुभवी तथाअकुशल कर्मचारियों की जरूरत होगी। मशीनों में ग्राइंडर,मिक्सर, फ्रीजर , थर्मौकॉल आइस कूलर बॉक्स, कूलर कंडेंसर, ब्रिने टैंक आदि की आवश्यकता होगी। इसके साथ कच्चा माल भी खरीदना होगा।

फैक्ट्री के लिए कच्चा माल कौन-कौन सा जरूरी होगा

  1. दूध
  2. दूध का क्रीम
  3. मक्खन
  4. चीनी
  5. बेकिंग पाउडर
  6. मक्खन
  7. कलर पाउडर
  8. फ्लेवर पाउडर

आइसक्रीम की फैक्ट्री लगाने के लिए मशीनें और कच्चा माल लोकल मार्केट में मिल सकता है। यदि नहीं मिले तो आनलाइन आसानी से मंगाया जा सकता है।

लागत कितनी आती है

आइसक्रीम होलसेल का बिजनेस शुरू करने के लिए लागत भी आपके द्वारा अपनाये गये बिजनेस के तरीके पर निर्भर करती है।

1. यदि आप किसी कंपनी की डीलरशिप लेकर माल बेचना चाहते हैं तो आपको अपनी दुकान, फ्रीजर, आईसबॉक्स व कर्मचारी तथा लोकल खर्चों को छोड़ कर 5 से 20 लाख रुपये तक खर्च करने होंगे।

2. यदि आप किसी कंपनी की फ्रेंचाइजी लेकर आइसक्रीम का बिजनेस शुरू करना चाहते हैं तो आपको कंपनी की टर्म्स एंड कंडीशन के मुताबिक फैक्ट्री लगानी होगी, कंपनी द्वारा भेजे गये कर्मचारी की सैलरी देनी होगी, इसके अलावा उसके सहायकों को भी सेलरी देनी होगी। आपकी अपनी जगह है तो कम बजट आयेगा वरना जगह की कीमत या किराया, कच्चा माल, बिजली-पानी का खर्च, आने-जाने का खर्च आदि वहन करना होगा। इस तरह आपको इस बिजनेस में आपको 15 लाख से 30 लाख रुपये तक खर्च करना होगा।

3. यदि आप अपनी स्वयं की फैक्ट्री शुरू करके बिजनेस शुरू करना चाहते हैं तो आपको फैक्ट्री के लिए जमीन, उसमें लगने वाली मशीनों का खर्च, काम करने वाले कर्मचारियों की सैलरी, कच्चा माल, बिजली-पानी का खर्च, आने-जाने के साधन का खर्च, मार्केटिंग, विज्ञापन व लोकल प्रचार का खर्च आदि करना होगा। इस तरह का बिजनेस शुरू करने के लिए कम से कम 30 लाख रुपये तो खर्च करने होंगे। यदि आपके पास जमीन खुद की है तो यह खर्चा 20 लाख तक आ सकता है। इसके बाद आपकी जितनी क्षमता हो उतना अधिक बड़ा व्यापार शुरू कर सकते हैं।

मुनाफा कितना तक कमाया जा सकता है

आइसक्रीम के होलसेल बिजनेस में मुनाफा भी काम करने के तरीके के अनुसार कमाया जा सकता है।

1. यदि आप किसी कंपनी की डीलरशिप लेते हैं तो उस कंपनी और आपके बीच टर्म्स एंड कंडीशन के अनुसार तय किये गये बिजनेस के समझौते के अनुसार आपको एक सीमिति राशि मुनाफे के रूप में मिलेगी। इसमें आपके द्वारा किये गये बिजनेस या माल बेचने पर कमीशन के तौर पर निर्धारित राशि मिलेगी। इस तरह के बिजनेस में 20 से 30 प्रतिशत की बचत हो ही जाती है।

2. यदि आप किसी कंपनीकी फ्रेंचाइजी लेकर आइसक्रीम का बिजनेस शुरू करते हैं तो  कंपनी और आपके बीच हुए समझौते के अनुसार मुनाफा मिलेगा। इसमें आपको अपने स्टाफ की सैलरी, बिजली पानी व ट्रांसपोर्टेशन का खर्चा निकालना होगा।  फिर भी आपको अपने हिस्से का 25 से 35 प्रतिशत तक का मुनाफा मिल जायेगा

3. यदि आप अपनी फैक्ट्री चलाते हैं तो आपको शुरू में कम मुनाफा मिलेगा चूंंकि प्रोडक्शन का लेबल बड़ा होने पर अच्छा एमाउंट मिल जायेगा। शुरू-शुरू में आपको फैक्ट्री का डेकोरेशन करवाना होता है, मशीनें व ट्रांसपोर्र्टेशन का सामान खरीदना होता है, मार्केटिँग आदि भी करनी होती है । इस पर लगा पैसा तो आपको मुनाफा कमा कर नहीं देगा। इसलिये पहले साल तो आपको मुनाफा मिलने की उम्मीद करनी ही नही चाहिये यदि मिल जाए तो उसे बोनस मानना चाहिये। इसके बाद आपका प्रोडक्ट मशहूर हो जायेगा तो आपको मार्केटिंग में कम पैसा लगाना होगा। मशीन आदि पर भी नहीं खर्च करना होगा। उसके बाद आपका मुनाफा बढ़ जायेगा। ये मुनाफा अच्छा खासा मुनाफा होता है। विशेषज्ञों की मानें तो यह मुनाफा 50 प्रतिशत या इससे भी अधिक हो सकता है।

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बिजनेस चलाने के खास टिप्स

आइसक्रीम का होलसेल बिजनेस चलाने के लिए आपको कुछ खास टिप्स अपनाने होंगे। जैसे आप किसी कंपनी की डीलरशिप लेकर अपना बिजनेस शुरू करना चाहते हैं। वैसे तो एक एरिया में एक ही डीलर होता है। यदि कोई कंपनी एक एरिया को बांट कर कई डीलर या सब डीलर बनाती है तो आपको शुरू में अपने मुनाफे में एक या दो प्रतिशत की कटौती करके रिटेलर्स को फायदा देकर अपनी ओर खींच सकते हैं। उसके बाद जब ग्राहकों पर आपका विश्वास जम जाये तो धीरे-धीरे अपने मुनाफे को रिकवर करने की कोशिश करें।

यदि आप फ्रेंचाइजी लेकर आइसक्रीम का होलसेल बिजनेस शुरू करना चाहते हों तो आप शुरू-शुरू में कुछ दिनों के लिए मार्केट में उपलब्ध आइसक्रीम प्रोडक्ट के रेट से अपने प्रोडक्ट का रेट कम रखें ताकि ग्राहक आपके प्रोडक्ट को अधिक खरीदे। उसके बाद जैसे ही स्थिति अच्छी बनती दिखे अपने रेट धीरे-धीरे बढ़ायें।इसी तरह यदि आप अपनी फैक्ट्री शुरू करते हैं। मार्केट में प्रचार-प्रसार करते हैं। उसके साथ शुरू-शुरू में अपने प्रोडक्ट में  कुछ दिनों के लिए विशेष आफर दें। जैसे एक खरीदो दो पाओ। बड़ा पैकेज खरीदने में खास सुविधाएं दें। इस तरह से आप अपने प्रोडक्ट को ग्राहकों तक पहुंचाने की कोशिश करें। जब आपका ग्राहक आपके माल को तेजी से खरीदने लगे। तो धीरे-धीरे से आफर को समाप्त करने का काम करें। इससे आपका माल भी बिकेगा और आपके रिटेलर को माल बेचने में काफी आसानी होगी।

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