कैसे शुरू कर सकते हैं पेट ग्रूम्स का बिजनेस भारत में?

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कैसे शुरू कर सकते हैं पेट ग्रूम्स का बिजनेस भारत में?

स्टेप्स, लागत, जगह का चुनाव इत्यादि टिप्स

पेट ग्रूम्स बिजनेस का मतलब पालतू पशुओं की फिटनेस सर्विस देने का बिजनेस है। पालतू पशुओं की साफ-सफाई करना, उनके बाल काटना, उनको नहलाना-धुलाना, उनके नाखून काटना, उनके शरीर की सभी तरह की गंदगी की सफाई करना। कटने या अन्य किसी तरह से घाव आदि हो जाये तो उसका उपचार करना, इस बिजनेस का प्रमुख हिस्सा है।

विदेशों की तर्ज पर तेजी से बढ़ रहा है पेट ग्रूम्स का बिजनेस

आजकल आप सभी तो यह जानते हैं कि अधिकांश सम्पन्न लोग अपने शौक के साथ-साथ अकेलापन दूर करने के लिए तरह-तरह के पशुओं को पालते हैं। वे उन पशुओं को महंगी रकम में खरीदते हैं और उनके रहन-सहन में भी भारी खर्चा करते हैं। ये सम्पन्न लोग अपने पालतू पशुओं को परिवार के सदस्य की तरह पालते हैं। अधिकांश लोग ऐसे भी हैं जो इन पालतू पशुओं के बाल, नाखून के काटने या संवारने की कला से अनभिज्ञ हैं तथा बहुत से लोग ऐसे भी जो ये काम करना पसंद नहीं करते हैं। इसके अलावा बहुत से लोग ये काम कर भी नहीं पाते हैं तथा बहुतों के पास ये काम करने का समय ही नहीं होता है। इसलिये पेट्स की तमाम तरह की समस्याओं के लिए सेवाओं को देने के लिये ही यह व्यवसाय किया जाता है। अभी तक इस तरह के बिजनेस का प्रचलन विदेशों में था लेकिन भारत में इस तरह के कीमती पशुओं के पालने का शौक के कारण इस बिजनेस की संभावना बहुत अधिक हो गयी है।

पेट ग्रूम के बिजनेस की आवश्यकता के प्रमुख कारण

1. आज के भागदौड़ भरे जीवन में व्यस्त होने के बावजूद शौक-शौक में प्यारे-प्यारे पेट्स को पाल तो लेते हैं। लेकिन उनकी देख-रेख करने का उनके पास समय नहीं होता है। ऐसे लोग अपने पेट्स को नहलाते-धुलाते नहीं बल्कि किसी अच्छे सैलून में नहलाने के लिए ले जाते हैं। क्योंकि उन्हें इस तरह की सेवा की आवश्यकता है।

2. देखभाल के बिना ये पशु गंदगी की चपेट में आकर बीमारी के शिकार हो जाते हैं तथा महंगे-महंगे पशु असमय ही मौत के शिकार भी हो जाते हैं। इस समस्या का एक ही समाधान पेट ग्रूम्स बिजनेस ही है। जहां एक्सपर्ट उनकी मदद करते हैं।

3. पेट्स को आजकल स्टेटस सिंबल के रूप में देखा जा रहा है। जिसके पास जितना अच्छा और विदेशी नस्ल का पेट्स होंगे वो उसका उतना ही अधिक सम्पन्न माना जाता है।

4. पेट्स को फिट रखने का शौक लोगों में हैं। वो चाहते हैं कि उनके पेट्स की देखभाल अच्छी तरह से हो। समय-समय पर उसके बाल व नाखून काटे जायें। इसके लिए उन्हें पेट ग्रूम्स बिजनेस वालों की जरूरत होती है।

बिजनेस शुरू करने से पहले करें ये जरूरी काम

पेट ग्रूम्स का बिजनेस केवल नगरों व महानगरों में ही चल सकता है। इसमें से आपको नगरों व महानगरों की उन पॉश कॉलोनियों को खोजना होगा, जहां पर लोग पेट्स को पालने के बहुत शौकीन होते हैं। अपनी-अपनी शौक के अनुसार देश-विदेश से महंगे-महंगे पेट्स मंगाते हैं। उन्हें तरह-तरह से ट्रेंड करते हैं। उनके साथ खेलते-कूदते हैं। उनसे अपना मनोरंजन करते हैं। ये लोग जब महंगे-महंगे पेट्स खरीद कर लाते हैं तो उनकी देखरेख पर भी अच्छा पैसा खर्च करते हैं। इस देखरेख में पेट ग्रूम्स का बिजनेस बहुत काम आता है। उन पेट्स के मेंटीनेंस के लिए इन लोगों को ऐसे एक्सपर्ट लोगों की आवश्यकता होती है जो उनके पेट्स को फिट रखने की सर्विस दे सकते हों, वो पेट ग्रूम्स बिजनेस के माध्यम से ही मिल सकते हैं। आपको एक ही नहीं दो-चार ऐसी पॉश कालोनियों को तलाशना होगा, जहां पर आपके ग्राहक अधिक हों। इसके बाद इस बिजनेस को शुरू करने के बारे में सोचें।

इस बिजनेस में फायदा ही फायदा है

हर कोई अपने पेटस को सुंदर व आकर्षक देखना चाहता है। इसके लिए जरूरी है कि समय-समय पर उसे नहलाया धुलाया जाये और समय-समय पर उसकी पॉलिसिंग की जाये तथा समय-समय पर उसके नाखून और बाल काटे जायें। बालों की कटिंग भी इतनी सुंदर हो कि लोग पेट्स की तारीफ करें। इसके लिए लोगों को पेट्स की देखभाल और उनकी हर तरह से फिट रखने की सर्विस देने वालों की सख्त जरूरत है। इसी जरूरत को देखते हुए पेट ग्रूम्स का बिजनेस बहुत ही फायदे का सौदा दिख रहा है। यह बिजनेस पूरी तरह से सेवा पर आधारित है। इसलिये इस बिजनेस में मुनाफा ही मुनाफा है। यह बिजनेस शौकीन लोगों के सबसे प्रियवस्तु की देखभाल से जुड़ा है, जिस पर खर्च करने में कोई भी संकोच नहीं करता है।

पेट्स का बहुत बड़ा है परिवार

पेट ग्रूम्स के बिजनेस के दायरे में न केवल आकर्षक कुत्तों या बिल्लियों की फिटनेस सर्विस नहीं आती है बल्कि इसमें फिश, बर्डस, कछुए, खरगोश आदि की भी फिटनेस सर्विस आती हैं।

पेट ग्रूमिंग्स में कौन-कौन सी सेवाएं दी जातीं हैं

1. बाथिंग नहलाना

2. ड्राई बाथिंग, बालों से धूल व गंदगी झाड़ना

3. पाउडर जर्म्स किलर पाउडर से कीटाणु साफ करना

4. डियो सर्विस शरीर की दुर्गंध दूर करना

5. शैम्पू सविर्स शैम्पू से बाल वाले पशुओं को नहलाना

6. हेयर व नेल कटिंग

7. हेल्थ चेकअप

भारत में पेट ग्रूम्स बिजनेस का आकार

भारत में तेजी से पेट ग्रूम्स का बिजनेस बढ़ रहा है। एक अनुमान के अनुसार भारत में 2019-20 के साल में 91 करोड़ रुपये का पेट ग्रूम्स का बिजनेस किया गया। जानकार लोगों ने इस बिजनेस के प्रतिवर्ष 30 प्रतिशत तक बढ़ने का अनुमान व्यक्त किया है। ऐसी उम्मीद की जाती है कि पेट हेल्थकेयर मार्केट भारत के कुल व्यवसाय के दो प्रतिशत हिस्से पर कब्जा कर सकता है। इस उम्मीद को देखते हुए कई नामी गिरामी कंपनियां पेट ग्रूम्स बिजनेस से जुड़े उत्पादों को बनाने में जुट गयीं हैं। ये कंपनियां हैं:-

1. एग्रो फूड इंडस्ट्रीज

2. चैम्पियन पेट फूड्स

3. भारत इंटरनेशनल पेट फूड्स प्रा. लि.

4. पुरीना पेट केयर इंडिया प्रा.लि.

5. वेलपेट एलएलसी

6. ब्ल्यू बफेलो कं. लि.

7. डायमंड पेट फूड्स

कौन-कौन से प्रोडक्ट हैं मार्केट में

पेट ग्रूम्स बिजनेस में काम आने वाले कौन-कौन अनेक प्रोडक्ट बाजार में मौजूद हैं। इनमें से प्रमुख इस प्रकार हैं:-

1. शैम्पूज

2. कंडीशनर्स

3. बाथ बॉम्ब्स

4. ब्रशेज

5. काम्बस

6. हेयर एण्ड नेल ट्रिमर

7. ड्राईबाथ पाउडर

8. डिओ

Funny Dog Getting Haircut At Pet Salon

पेट ग्रूमिंग के खास टिप्स

इस बिजनेस में अपने काम से अपने ग्राहकों को खुश करना होता है। इसके लिए कुछ खास टिप्स अपनाने होते हैं ,जैसे:-

  • ब्रश करना: पेट को ब्रश करते समय इतने प्यार से आहिस्ता-आहिस्ता सहलायें जैसे किसी नन्हे बच्चे को सहला रहे हैं। इससे कस्टमर काफी प्रभावित होगा
  • पेट की खाल पर मैल की परत जम गयी हो तो उसे हलके गुनगुने पानी से थोड़ी देर भिगोकर सहलायें। उसके बाद मोटे कंघें से आसानी से उस परत को निकालें। साथ ही पेट के बालों का पूरा ख्याल रखें । इससे कस्टमर काफी खुश होगा।
  • कस्टमर का अपने पेट से बहुत ही ज्यादा लगाव होता है । इसलिये वह अपने पेट के साथ किसी तरह की जबर्दस्ती को बर्दाश्त नहीं कर सकता है। इसको ध्यान में रखते हुए बालों की गुच्छे आदि को बहुत प्यार से सुलझाकर नहलायेंगे तो कस्टमर काफी खुश होगा।
  • नहलाते समय भी एक खास बात का ध्यान रखें कि चाहे गर्मी हो या सर्दी। पेट को नहलाने वाला पानी थोड़ा सा गुनगुना होना चाहिये क्योंकि विशेषज्ञों का मानना है कि कोई भी जानवर ठंडे पानी से नहाना पसंद नहीं करता है। नहाने के समय पेट की मसाज करें और उसे अच्छी तरह से शैम्पू लगायें। इससे पेट को पूरा आराम मिलेगा ।
  • नाखून काटते समय विशेष ध्यान रखें: नाखून काटते समय जल्दबाजी न करें। यदि पेट्स उछलकूद मचा रहा हो तो उसे थोड़ी देर शांत करें जब आपके हिसाब से सही पोजीशन में आ जाये तो उसके नाखून को देखकर ही काटें। हमेशा इस बात का ध्यान रखें कि केवल नाखून ही काटें। नाखून का वह हिस्सा काटने से बचे जहां से खून निकल सकता हो। यदि खून निकला तो कस्टमर आपके यहां दोबारा नहीं आयेगा। खून देखकर कस्टमर आपसे झगड़ भी सकता है।
  • इसी तरह पेट्स के दातों की सफाई करें। कानों की सफाई भी विशेष रूप से करें। यदि कान के पास गंध आ रही हो तो कस्टमर को अपने पेट्स को डॉक्टर को दिखाने की सलाह दें।

बिजनेस प्लान बनायें

यदि आपने अपना मार्केट प्लेस खोज लिया हो तो फिर आप अपना बिजनेस शुरू करने के लिए एक अच्छा सा बिजनेस प्लान बनायें। बिजनेस प्लान बिजनेस की वो कुंजी है, जो समय-समय पर लगने वाले समस्याओं के तालों को आसानी से खोल सकती है। पेट ग्रूम्स बिजनेस को दो तरीके से शुरू किया जा सकता है। पहला यह कि आप अपने घर से लोगों को उनके पेट संबंधी सर्विस दे सकते हैं। घर में पेट को नहलाने-धुलाने व अन्य सर्विस देने का कमरा अलग होना चाहिये। दूसरा यह कि आप मार्केट में कोई दुकान लेकर उसे डेकोरेट करवा कर खोलें। वहां इस तरह की सर्विस दें। बिजनेस प्लान में किन-किन चीजों का उल्लेख करें

1. शॉप: प्राइम लोकेशन वाली दुकान हो तो ठीक वरना किराये का जिक्र करें

2. दुकान को इस तरह से डेकोरेट करें कि ग्राहक को आकर्षित कर सकें, डेकोरेशन का खर्चा बिजनेस प्लान में शामिल करें

3. पेट ग्रूम्स बिजनेस में काम आने वाले सामान की व्यवस्था करें

4. पेट्स को सर्विस खुद दें अथवा किसी कुशल कारीगर को सैलरी पर रखें

5. दुकान के सारे खर्च के अलावा आपको क्या बचत होगी, इसका हिसाब-किताब जोड़ें

बिजनेस प्लान में इन सभी बातों का जिक्र करें और साथ ही अपनी दुकान की मार्केटिंग खुद करें या प्रचार करायें अथवा किसी अनुभवी टीम की मदद लें। उसका भी जिक्र किया जाये। इन सभी बातों का जिक्र करने के बाद आपका एक अच्छा सा बिजनेस प्लान तैयार हो जायेगा। यह बिजनेस प्लान आपके बिजनेस चलाने में काफी सहायक साबित होगा।

कौन-कौन से लाइसेंस चाहिये

पेट ग्रूम्स बिजनेस के लिए आपको सबसे पहले तो अपनी दुकान शॉप का एक अच्छा सा आईकैचिंग नाम रखना चाहिये। उसको शॉपिंग एक्ट मे रजिस्टर्ड कराना चाहिये। अपने लोकल अथॉरिटी से बिजनेस शुरू करने का लाइसेंस लेना चाहिये। जीएसटी नंबर भी लेना होगा।

लोकेशन

पेट ग्रूम्स बिजनेस की दुकान की लोकेशन पर सारा कुछ निर्भर है। यदि अच्छी लोकेशन पर आपकी दुकान हुई तो आपका बिजनेस अच्छी तरह से चल जायेगा। यदि दुकान अच्छी लोकेशन पर न हुई तो आपके बिजनेस पर सवालिया निशान भी लग सकते हैं। इसलिये बिजनेस के लिए अच्छी लोकेशन पर ही फोकस करें।  अच्छा रिटर्न देने वाली जगह थोड़ी महंगी तो उस पर दांव लगाना चाहिये।

बिजनेस चलाने के लिए कोई शैक्षिक योग्यता चाहिये

आप जब पेट ग्रूम्स का बिजनेस शुरू करने जा रहे हैं। आपका सामना अनेक पढ़े-लिखे लोगों से होने वाला है। ये सभी सम्पन्न लोग हैं। इनके साथ बातचीत करने के लिए इंसान को भी ज्यादा नहीं तो थोड़ा बहुत पढ़ा लिखा होना जरूरी है। यदि आप दसवीं क्लास पास हैं तो भी काम चलेगा। इसके अलावा इस बिजनेस को शुरू करने से पहले या तो आप इससे जुड़े कोई कोर्स कर लें या किसी अन्य शॉप में काम करके अनुभव हासिल कर लें। ताकि आपको बिजनेस से जुड़ी हरेक बारीक से बारीक जानकारी हासिल हो सके। आपसे कोर्स की डिग्री कोई नहीं मांग रहा है और न ही इसकी जरूरत है लेकिन काम करने के तरीके जानने की आवश्यकता है जो ट्रेनिंग में सिखाया जायेगा।

किस तरह का बिजनेस शुरू करना चाहते हैं

आप यह विचार करें कि किस तरह का बिजनेस शुरू करना चाहते हैं। आप दुकान खोलकर पेट क्लीनिक खोलना चाहते हैं। घर से फोन कॉल पर सर्विस देने का काम शुरू करना चाहते हैं या चलता-फिरता पेट ग्रूम्स सर्विस सेंटर चलाना चाहते हैं। लोगों के घरों में जाकर पेट की सर्विस करना चाहते हैं।

इसके अलावा इन बातों पर विचार करेंं कि आप फुल सैलून सर्विस देना चाहते हैं। आपका इरादा चलते फिरते सर्विस सेंटर शुरू करने का है या किसी खास पशु के बारे में अपनी विशेष सेवाएं देना चाहते हैं। उसके हिसाब से अपने बिजनेस स्ट्रक्चर को तय करें।

पेट ग्रूम्स बिजनेस शुरू करने में कितनी लागत आती है

इस बिजनेस में लागत भी बिजनेस शूरू करने के तरीके से ही मालूम होती है। यदि आप अपने घर के एक कमरे से ही यह बिजनेस शुरू करना चाहते हैं तो बहुत कम लागत आयेगी। इसके लिए आपको अपने घर के कमरे को सर्विस सेंटर के रूप में मॉडिफाई करना होगा। इसको तैयार करने में जो खर्च आयेगा और उसके अलावा ब्रश, पानी, पाइप, क्लीनर, शैम्पू, पाउडर आदि का खर्च होगा। यदि आप स्वयं करेंगे तो लागत में और कमी आयेगी यदि किसी एक्सपर्ट को हायर करेंगे तो उसकी सैलरी देनी होगी। पानी-बिजली का खर्च मिलाकर कुल लागत आयेगी। फिर भी इस तरह से बिजनेस शुरू करने वाले को 1 से 3 लाख रुपये का खर्च आयेगा।

यदि आप प्राइम लोकेशन पर शॉप लेकर यह काम शुरू करना चाहते हैं। उसमें डेकोरेशन आदि करवाना चाहते हैं। साथ ही अच्छे एक्सपर्ट को सैलरी पर रखना चाहते हैं। एरिया को देखते हुए शॉप को काफी अच्छे स्टैंडर्ड पर मेनटेन करना चाहते हैं तो आपको इस पर थोड़ी ज्यादा पूंजी खर्च करनी होगी क्योंकि इस तरह के बिजनेस के लिए ऐसी जगह पर शाप होनी चाहिये जो शहर की प्राइम लोकेशन पर भी हो और आसपास पार्किंग के लिए अच्छी खासी जगह भी हो क्योंकि वीकेंड में काफी संख्या में लोग अपने पेट की सर्विस के लिए आ सकते हैं। इस तरह का कोई भी ग्राहक बिना अपने वाहन के नहीं आता है। इस तरह का बिजनेस शुरू करने में कम से कम 25 से 30 लाख रुपये की लागत आती है।

इसके अलावा कॉलिंग सर्विस भी होती है, जो कॉल पर आप अपने कस्टमर के घर जाकर उनके पेट की सर्विस करते हैं। उसमें भी आपको अधिक लागत नहीं आती है। उसमें शैम्पू, ब्रश, नेलकटर, पाउडर, डियो आदि प्रोडक्ट ही लगते हैं, जिसके पैसे कस्टमर से चार्ज किये जाते हैं। आपकी सर्विस ही लगती है। यह काम बहुत थोड़े पैसों में ही शुरू किया जा सकता है।

dog washing in groomer salon

मुनाफा कितना तक हो सकता है

इस बिजनेस में आपकी सर्विस और व्यवहार अच्छा है तो मुनाफे की कोई लिमिट नहीं होती है। इस बिजनेस में आपको अपने कस्टमर को पूरी तरह खुश रखना होगा और उसका विश्वास जीतना होगा। पहले पहल कोई ग्राहक आपके पास अपने पेट को लेकर आता है तो उससे जायज पैसे लेकर उसका विश्वास जीतें। यदि कोई ग्राहक आपको कॉल करके घर पर बुलाता है तो पूरी ईमानदारी से अच्छी सर्विस देकर उसका विश्वास जीतें। एक बार विश्वास जीतने के बाद कस्टमर आपके यहां ही अपना काम कराता रहेगा और जायज पैसे भी देता रहेगा।

अपना बिजनेस कैसे बढ़ायें

आपको अपने टारगेट कस्टमर को अधिक से अधिक पकड़ना होगा। इसके अलावा अपने  बिजनेस से जुड़े अन्य प्रोडक्ट भी अपनी शॉप में रखें। जो ग्राहक आपसे पेट की फिटनेस सर्विस लेने आयेगा और उसकी जरूरत के अन्य प्रोडक्ट आपके पास सही दाम पर मिल जायेंगे तो वह स्वयं खरीदेगा और अपने परिचितों को भी जानकारी देगा। इससे आपके ग्राहकों की संख्या बढ़ेगी और माल भी बिकेगा तो आपको दोहरा मुनाफा मिलेगा तो आपकी आमदनी बढ़ जायेगी। इसके अलावा शहर की पेट क्लीनिकों, पशुओं के अस्पतालों आदि में अपना विजिटिंग कार्ड दें आयें और वहां आसपास अपनी दुकान का पम्पलेट व पोस्टर चिपका सकते हों तो चिपका कर आयें।

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