नागालैंड की इन मार्केट को घूमने जाएंगे तो मदमस्त हो जाएंगे
नागालैंड भारत का उत्तर-पूर्वी राज्य है| इसकी राजधानी कोहिमा है| नागालैंड को नागा जनजातियों की धरती माना जाता है| नागालैंड की स्थापना 1 दिसंबर 1963 को भारत के 16वें राज्य के रूप में हुई| नागालैंड राज्य में 11 जिले हैं| इस राज्य की 90 फीसदी से ज्यादा आबादी ईसाई धर्म की है और उनमें से भी अधिकतर बापतिस्त है| नागालैंड में घूमने-फिरने के लिए आपके पास इनर लाइन परमिट होना जरूरी है| यह परमिट नागालैंड राज्य की सरकार द्वारा जारी किया जाता है| नागालैंड में सिर्फ दीमापुर ही एक ऐसी जगह है जहाँ जाने के लिए आपको परमिट की आवश्यकता नहीं है| नागालैंड राज्य में कुल 16 जनजातियाँ निवास करती हैं| प्रत्येक जनजाति अपने विशिष्ट रीति-रिवाजों, भाषा और पोशाक के कारण दूसरी से भिन्न है| भाषा और धर्म दो ऐसे सेतु हैं जो इन जनजातियों को आपस में जोड़ते हैं| संगीत और नृत्य नागा जन जीवन के मुख्य अंग हैं| इस राज्य के प्रमुख त्यौहार सेकरेन्यी, मोआत्सु, तोक्कू, एमोंगा और तुलनी हैं| इस राज्य की आधिकारिक भाषा अंग्रेजी है| अंग्रेजी इस राज्य में शिक्षा की भाषा भी है और राज्य के अधिकांश लोगों के द्वारा भी बोली जाती है|
नागालैंड में कोहिमा के पास क़िस्म के नागा हेरिटेज विलेज में 1 से 10 दिसंबर तक हार्नबिल त्यौहार मनाया जाता है| यह त्यौहार उत्तर पूर्वी भारत के सबसे त्यौहारों में से एक है| यह त्यौहार राज्य पर्यटन कला और संस्कृति विभागों के साथ आयोजित किया जाता है| इस अवसर आपको नागालैंड राज्य की सांस्कृतिक विविधता देखने को मिलती है|
असम घाटी के आसपास के क्षेत्र को नागालैंड अधिकतर हिस्सा पर्वतीय है| इसके उत्तर में नागा पहाड़ियाँ ब्रह्मपुत्र घाटी से 610 मीटर की ऊंचाई तक उठती है और इसके बाद दक्षिण-पूर्व में इनकी ऊंचाई 1,800 मीटर तक ऊँची हो जाती है| म्यांमार सीमा के पास ये पहाड़ियाँ पटकई श्रृंखला से मिल जाती है और यहाँ इसकी सबसे ऊँची चोटी सारामती है, इसकी ऊंचाई 3,826 मीटर है| यह राज्य पूर्व में म्यांमार, पश्चिम में असम, उत्तर में अरुणाचल प्रदेश और दक्षिण में मणिपुर से घिरा हुआ है| इस क्षेत्र के प्रमुख नदियाँ उत्तर में दोयांग और दिखु, दक्षिण-पश्चिम में बरक और दक्षिण-पूर्व में चिंदविन नदी है| इस राज्य की जलवायु मानसूनी है| यहाँ पर औसत वार्षिक वर्षा 1,800 से 2,500 मिमी तक होती है और यह दक्षिण-पश्चिम के महीनों में संकेंद्रित होती है| ताड़, बेंत, बांस और महोगनी जैसी कीमती इमारती लकड़ियों के वृक्ष इस क्षेत्र में पाए जाते हैं| यहाँ पर ऊंचाई वाले क्षेत्रों में शंकुधारी वन पाए जाते हैं| नागालैंड में केवल दीमापुर एक ऐसा स्थान है, जहाँ रेल और विमान सेवाएं उपलब्ध हैं| कोलकाता से दीमापुर को जोड़ने के लिए सप्ताह में तीन दिन इंडियन एयरलाइंस की उड़ान सेवाएं उपलब्ध हैं|
नागा बहुमुखी कारीगर होते हैं| यह रोजमर्रा के उपयोग की अधिकांश वस्तुओं पर अपनी छाप छोड़ते हैं| ये अपने हथियारों का विशेष रूप से अलंकृत करते हैं| इनके विशाल दरवाजों और गाँव के मुख्य द्वारा पर लकड़ी की सुंदर नक्काशी अभी भी दिखाई देती हैं| रंगाई और बुनाई यहाँ की महिलाओं का मुख्य व्यवसाय है| प्रत्येक नागा महिला से अपेक्षा की जाती है की वह अपने परिवार के कपड़े स्वयं बुनें| कुछ समय पहले तक, यह आवश्यक था कि हर जब लड़की विवाह योग्य हो जाए तो उसे कताई और बुनाई के बारे में पूरी जानकारी हो|
कृषि राज्य की अर्थव्यवस्था के मुख्य पहलुओं में से एक है| नागालैंड के कई त्यौहार कृषि के ही इर्द-गिर्द घूमते हैं| नागालैंड के सभी त्यौहारों का प्रमुख विषय अलग-अलग नागा बोलियों में अलग-अलग है| गाँव का प्रमुख व्यक्ति फसलों की भरपूर उपज के लिए बलिदान के साथ देवताओं की भावनाओं का प्रचार-प्रसार करता है|
दीमापुर इस राज्य की अर्थव्यवस्था में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है| रेलवे और हवाई यातायात से जुड़े होने के कारण लोगों को यहाँ आने- जाने में आसानी होती है| इस शहर में कई प्रकार के मार्केट हैं जो यहाँ आने वाले पर्यटकों के आकर्षण के मुख्य केंद्र हैं| यहाँ पर कुछ मार्केट का विस्तृत विवरण दिया गया है जो अपनी कुछ विशेषताओं के कारण जाने जाते हैं:
1. दीमापुर सुपर मार्किट
दीमापुर सुपर मार्केट को विभिन्न प्रकार के मांसाहारी खाने और सब्जियों के लिए जाना जाता है| यह मार्केट दीमापुर रेलवे स्टेशन से 2 किलोमीटर की दूरी पर है| यहाँ पर बेहतर गुणवता वाला मांसाहारी खाना सस्ते दामों पर उपलब्ध है| इस मार्केट में आपको कई प्रकार की स्थानीय सब्जियों भी मिल सकती है| इस मार्केट में काफी वैरायटी की सूखी मछलियाँ मिलती हैं| यहाँ पर आप 20 रूपये से लेकर 100 रुपये तक में एक समय का काफी अच्छा खाना खा सकते हैं| यहाँ का खाना काफी स्वादिष्ट होता है| नागालैंड अपने औजारों के लिए भी काफी प्रसिद्ध है| इस मार्केट में मिलने वाले नागा चाकू काफी प्रसिद्ध हैं| इनकी शुरुआती कीमत 350 रुपये है|
2. हांगकांग मार्केट दीमापुर
हांगकांग मार्केट थाईलैंड, चीन और बर्मा से आयत की जाने वाली वस्तुओं के लिए प्रसिद्ध है| यह मार्केट यहाँ आने वाले यात्रियों के आकर्षण का मुख्य केंद्र है| इस मार्केट में आपको विभिन्न प्रकार का इलेक्ट्रॉनिक्स का सामान जैसे स्पीकर, बैटरी, मोबाइल फ़ोन आदि काफी
सस्ते दामों में उपलब्ध है| यहाँ पर मिलने वाली घड़ियाँ काफी प्रसिद्ध है| यहाँ पर सभी प्रकार के स्पेयर पार्ट्स मिलते हैं| यह मार्केट एक ए.सी. मार्केट है| इस मार्केट में आपको कपड़े, बर्तन, घर की सजावट का सामान भी काफी सस्ते दामों में मिल सकता है| यहाँ हस्त निर्मित वस्तुओं को काफी वैरायटी उपलब्ध है| यह मार्केट दीमापुर रेलवे स्टेशन के नजदीक है|
3. हाज़ी पार्क मार्केट
हाज़ी पार्क मार्केट दीमापुर की मुख्य मार्केटों में से एक है| इस मार्केट में आपको खाने-पीने ऐ लेकर पहनने ओढने तक का सामान काफी कम कीमतों में उपलब्ध है| इस मार्केट में आपको लकड़ी पर की हुई नक्काशी के बर्तन, सजावट का सामान काफी सस्ते दामों पर उपलब्ध है| इस मार्केट में आपको हाथ से कढ़ाई और बुनाई किये हुए वस्त्र काफी वैरायटी में मिल सकते हैं| नागालैंड अपनी कताई और बुनाई के लिए प्रसिद्ध है इसीलिए आपको यहाँ विभिन्न प्रकार से रंग हुए वस्त्र मिल सकते हैं|
4. न्यू ओपन मार्केट
यह मार्केट दीमापुर में ही चर्च रोड पर स्थित है| इस मार्केट में आपको 100 रुपये से लेकर 1000 रुपये तक बहुत ही बेहतरीन क्वालिटी के कपड़े मिल जाते हैं| यहाँ आपको जूतों की काफी अच्छी वैरायटी मिलती है| यह मार्केट काफी पुराना नहीं है| परन्तु शहर के केंद्र में होने के कारण यह टूरिस्ट के आकर्षण का केंद्र हमेशा बनी रही है|
5. तिब्बती मार्केट
यह मार्केट नागालैंड राज्य की राजधानी कोहिमा में स्थित है| कुछ सुरक्षा कारणों से कारण यह मार्केट शाम को 6 बजे बंद हो जाती है| इस मार्केट में आपको सर्दियों के कपड़ों की विशेष वैरायटी मिल सकती है| यहाँ जाने के लिए आपको टैक्सी लेनी होगी या आप स्थानीय परिवहन सुविधा का लाभ उठा सकते हैं| इस मार्केट में नागालैंड के पारंपरिक वस्त्रों की एक भरपूर वैरायटी मिल सकती है| यहाँ के वस्त्रों पर आपको मोती का काफी सुंदर डिजाईन देखने के मिलेगा| इस मार्केट में मिलने वाले नागा आभूषण भी पर्यटकों के आकर्षण का केंद हैं|
6. माओ मार्केट
इस मार्केट में विशेष रूप से सब्जियां मिलती हैं| इस मार्केट की सबसे बड़ी विशेषता यही है की यहाँ पर सेकंड हैण्ड सब्जियां मिलती हैं| यह मार्केट कोहिमा में है|
7. नागा बाजार
कोहिमा की यह मार्केट यहाँ के पारंपरिक खाद्य पदार्थों के लिए प्रसिद्ध है| इस मार्केट में नागा जाति के लोगों द्वारा विशेष रूप से खाए जाए वाले मांसाहारी खाने की काफी वैरायटी मिलती है|
8. होलसेल मार्केट
जैसा की नाम से ही स्पष्ट है इस मार्केट में मिलने वाला सामान काफी सस्ता और अच्छा होता है| इस मार्केट में आपको अपनी सभी जरूरत की वस्तुएं आसानी से और सस्ते दामों पर मिल जाती है| इस मार्केट में नागा महिलाओं के द्वारा घर के बने हुए मसाले और खाने की विभिन्न प्रकार की चीजें आकर्षण का मुख्य केंद्र हैं| यह मार्केट कोहिमा की सबसे बड़ी मार्केट है|
9. सेंट्रल मार्केट
कोहिमा की यह मार्केट विशेष रूप से स्वादिष्ट खाने की चीजों के लिए प्रसिद्ध है| यहाँ का लार्वा विश्व प्रसिद्ध है|
10. हेंडीक्राफ्ट और हैंडलूम एम्पोरियम
यह नागालैंड सरकार द्वारा चलाया गया एक केंद्र है| यह राज्य के सभी प्रमुख शहरों में स्थित है| यहाँ आपको सभी प्रकार की हस्त निर्मित वस्तुएं मिलती हैं| यहाँ पर आपको नागा हेंडीक्राफ्ट आइटम जैसे की शाल, जैकेट, स्वेटर, बांस की टोकरी और बांस से बनी हुई सजावट की वस्तुएं मिलती हैं|
इन बाजारों के अलावा भी नागालैंड में बहुत-सी छोटी-छोटी मार्केट जैसे ब्लू बाजार, खेडी मार्केट, रुज़ाफेमा मार्केट हैं जहाँ आप अपनी रोजमर्रा जरूरत की वस्तुएं खरीद सकते हैं| नागालैंड में आपको लकड़ी की नक्काशी का काफी सुंदर सामान मिलेगा| यहाँ की बनी हुई बांस की वस्तुओं को काफी पसंद किया जाता है| यहाँ की नागा ज्वेलरी जैसे चूड़ी, झुमके, गले का हार बहुत ही सुंदर और लोकप्रिय है| यहाँ की ज्वेलरी लकड़ी, लोहे, और तांबे आदि की बनी होती है| यहाँ की महिलाएं अपनी हस्तकला में निपुण होती है| अंत: जो लोग हस्त निर्मित वस्तुओं के शौक़ीन हैं वे यहाँ से खरीददारी जरूर करते हैं| नागालैंड देश का एक छोटा सा राज्य है परन्तु अपनी सांस्कृतिक विविधता और हस्त निर्मित वस्तुओं के कारण इसने अपनी एक अलग पहचान बनाई है|
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