चेन्नई का फेमस स्ट्रीट फूड, कैसे शुरू कर सकते हैं आप इसका बिजनेस भारत में कहीं भी
भारतीय नक्शे में बंगाल की खाड़ी के पास कोरोमंडल तट पर स्थित चेन्नई, जो कि वर्तमान समय में तमिलनाडु की राजधानी है,भारत का एक बड़ा कल्चरल, इकोनॉमिक और एजुकेशनल सेंटर है।
2011 की जनगणना के अनुसार यह छठवीं सबसे बड़ी जनसंख्या वाली सिटी है।विश्व स्तर पर बात करें तो यह 36वां सबसे बड़ा जनसंख्या वाला शहर है। वर्तमान समय में परिवहन की उचित व्यवस्था होने के कारण कई फॉरेन टूरिस्ट भी भारत में घूमने आते हैं और अपना व्यवसाय जमाते हैं।
क्वालिटी ऑफ लिविंग सर्वे के अनुसार भारत के बड़े महानगरों में चेन्नई सबसे सेफ शहरों में से एक है, इसी कारण इसको इंडिया का हेल्थ कैपिटल भी कहा जाता है। चेन्नई की एक और पहचान है यहां का स्थानीय स्ट्रीट फूड।
वैसे तो भारत के कई शहर जैसे कि हैदराबाद, मुंबई और दिल्ली अपने स्थानीय स्ट्रीट फूड की वजह से जाने जाते हैं परंतु चेन्नई का यह स्थानीय फूड मार्केट स्वतंत्रता प्राप्ति के पूर्व के भारत से ही प्रचलित है। आपने इतिहास की किताबों में ही है तो पढ़ा ही होगा कि पुर्तगाली नाविक वास्कोडिगामा सबसे पहले पुलीकट तट पर उतरा था जो कि चेन्नई के बगल में ही स्थित है।
यह स्ट्रीट फूड व्यवसाय आज एक बहुत बड़ा मार्केट बन चुका है और यहां से सामान को एक्सपोर्ट करने की सुविधा भी प्रदान की जा चुकी है। यह सुनकर आप बिल्कुल भी अचंभित मत होना कि आप भारत के किसी भी कोने से चेन्नई का स्ट्रीट फूड अपने घर पर डिलीवर करवा सकते हैं और इस दौरान स्वच्छता और हाइजीन पर पूरा ध्यान दिया जाता है।
आइए जानते हैं चेन्नई के कुछ फेमस स्ट्रीट फूड के बारे में :-
यह स्ट्रीट फूड मुख्यतया यहां के स्थानीय निवासियों की देन है जिनमें से निम्नलिखित स्ट्रीट फूड काफी लोकप्रिय है:-
1. इडली :-
आपने दक्षिण भारतीय निवासियों के मुंह से इडली का नाम तो कई बार सुना होगा और आपको बता दें कि इडली चेन्नई का सर्वश्रेष्ठ स्ट्रीट फूड माना जाता है।
यह मुख्य तया चावल से बनाया जाता है और इसको सांभर और कोकोनट चटनी के साथ सर्व किया जाता है।
चेन्नई में इडली की एक लोकप्रिय दुकान जिसका नाम है मुरूगन इडली शॉप यहां के कुछ बड़े व्यवसायिक शॉप्स में से जानी जाती है।
दो इडली की कॉस्ट आपको लगभग 100 से 120 रुपया तक पड़ती है।
2. चाट :-
वैसे तो भारतीय लोगों की चाट खाने की आदत हर शहर में चाट व्यवसायिओं के लिए बहुत ही लाभदायक
मानी जाती है परंतु चेन्नई का चाट इसलिए भी प्रसिद्ध है जो कि है यहां पर रहने वाले नॉर्थ इंडिया के लोग की संख्या।
चेन्नई की मिंट स्ट्रीट फेमस चाट मार्केट के रूप में जानी जाती है।
एक से दो चाट बनवाने पर आपको लगभग 40 से 50 रुपया का खर्चा होगा।
3. आथो (Atho) :-
वैसे तो यह मुख्यतः वर्मा अथार्त म्यांमार की लोकप्रिय डिश थी।
यह एक प्रकार की ऐसी डिश होती है जिसमें नूडल्स को कटी हुई सब्जियों (जिन्हें सलाद के रूप में जाना चाहता है) के साथ सर्व किया जाता है।
चेन्नई का लोकप्रिय बर्मा बाजार आथो डिस के लिए जाना जाता है,हालांकि इसके लिए आपको अच्छी खासी कीमत चुकानी पड़ सकती है।
4. उथप्पम (Uthappam) :-
उत्तपम उसी प्रकार की डिश होती है जिस प्रकार से डोसा होता है, हालांकि है उसकी तुलना में थोड़ी ज्यादा पतली होती है और इसको बीच में से सब्जियों के साथ भरा जाता है।
इसके अलावा इसको सांभर और चटनी के साथ सर्व किया जाता है।इसकी मुख्य तैयार दो प्रकार की डिश होती है जिन्हें घी उत्थपम और दही उत्थपम के रूप में जाना जाता है।
दही उत्थपम में चटनी की जगह दही का इस्तेमाल किया जाता है।
5. भज्जी (Bhajji) :-
उत्तरी भारत में जिस चीज को पकोड़े के नाम से जाना जाता है उसे ही दक्षिण भारत में भज्जी के रूप में जाना जाता है।
हालांकि दक्षिण भारत के कई बड़े महानगरों में भज्जी एक लोकप्रिय स्ट्रीट फूड के रूप में प्रसिद्ध है परंतु चेन्नई में यह कुछ खास है,अलग-अलग प्रकार की चटनी बनाने में वहां के स्थानीय निवासियों की महारत इस डिस को चेन्नई के लिए और अधिक लोकप्रिय बना देती है।
6. पुट्टू (Puttu) :-
चावल और कोकोनट की मदद से बनाए जाने वाला यह ब्रेकफास्ट फूड कई स्थानीय मजदूरों की दिन की शुरुआत में खाया जाने वाले भोजन के रूप में प्रसिद्ध है और यह बहुत सस्ता भी होता है।
कई लोकप्रिय दुकाने छोटे छोटे पैकेट में पुटटू को लपेटकर अलग-अलग स्थानों पर बेचने का काम करती है।
इसमें चीनी का भी इस्तेमाल किया जाता है और एक छोटा पैकेट आपको आसानी से ₹10 में मिल जाता है।
7. कुज़ही पनियारम (kuzhi Paniyaram):-
जिस तरीके से उतरी भारत में घर पर आने वाले मेहमानों का शुरुआत में मुंह मीठा करवाया जाता है उसी तरीके से इस डिश का इस्तेमाल दक्षिणी भारत में एक मिठाई के तौर पर किया जाता है।
इसको बनाने में भी चावल का इस्तेमाल होता है और यह उसी प्रक्रिया से बनाई जाती है जिस तरीके से इडली।
चटपटा खाने वाले लोगों ने इस डिश में थोड़ा परिवर्तन कर अब इसे स्पाइसी बनाना भी शुरू कर दिया है।
8. कौथु पराठा (kothu parantha) :-
बिस्कुट बनाने में जिस तरह के महीन और पिसे हुए गेहूं का इस्तेमाल होता है,ठीक उसी प्रकार के गेहूं के माध्यम से बनाए जाने वाला यह पराठा उत्तरी भारत में बनने वाले लच्छा पराठा के समान ही होता है।
अलग तरह का स्वाद लाने के लिए इस पराठे के साथ में अंडा, सब्जी या फिर नॉन वेज भी मिलाया जाता है।
हालांकि एक समय में यह एक लोकप्रिय स्ट्रीट फूड हुआ करता था, परंतु वर्तमान में इसकी मांग कम होने के कारण यह आपको केवल स्ट्रीट फूड को बढ़ावा देने वाले और स्थानीय कल्चर को बचाने में सक्रिय रेस्टोरेंटस में ही मिलता है।
अब हम आपको बताएंगे ऐसे कुछ टिप्स जिन्हें इस्तेमाल करके आप चेन्नई का स्ट्रीट फूड व्यवसाय भारत में कहीं भी शुरू कर पाएंगे :-
- सबसे पहले आपको यह ध्यान रखना होगा कि आप अपने स्ट्रीट फूड रेस्टोरेंट को किसी लोकप्रिय मार्केट में ही शुरू करें जिससे अधिक से अधिक ग्राहकों तक पहुंच बना पाएंगे।
- या फिर आप अपने रेस्टोरेंट को ऐसे स्थान पर लगा सकते हैं जहां पर अलग-अलग जगह से टूरिस्ट आते हैं, क्योंकि यदि आपके शहर में कोई चेन्नई का टूरिस्ट आया हुआ है और उसे चेन्नई का ही स्थानीय खाना खाना हो तो वह आपके रेस्टोरेंट पर आ सकता है।
- इसके लिए आप अपने रेस्टोरेंट का नाम दक्षिण भारत के किसी लोकप्रिय फूड के नाम पर भी रख सकते हैं या फिर आप इस तरीके का नाम भी रख सकते हैं जैसे कि चेन्नई स्ट्रीट फूड कॉर्नर
- साथ ही यह भी ध्यान रखें कि जिस जगह पर आप अपना रेस्टोरेंट खोल रहे हैं वहां पर परिवहन की पर्याप्त सुविधा हो,क्योंकि कोई भी भोजन बनाने के लिए आपको कच्चे माल की आवश्यकता होगी और वह माल ताजा भी होना चाहिए।
- यदि परिवहन की अच्छी सुविधा होगी तो आप आसानी से ताजा सब्जियां और अन्य चीजें अपने रेस्टोरेंट तक पहुंचा पाएंगे,जो कि अच्छा भोजन बनाकर ग्राहकों को संतुष्टि प्रदान करने में सहायक होगा।
- इससे ग्राहकों का विश्वास भी बढ़ेगा और वह जरूर आपके रेस्टोरेंट में फिर से विजिट करेगा।
- सिर्फ एक रेस्टोरेंट खोलने से ही कुछ नहीं होगा बल्कि आपको लोगों को बेहतरीन क्वालिटी का फूड भी अवेलेबल करवाना होगा।
- इसके लिए आप चेन्नई के रेस्टोरेंट में काम करने वाले किसी भी व्यक्ति को हायर कर सकते हैं और उसे वहां पर दी जाने वाली सुविधाओं की तुलना में अधिक सुविधाएं दे सकते हैं।
- वर्तमान समय में हर भारतीय की इंटरनेट तक पहुंच आपके व्यवसाय को भी लोगों तक पहुंचाने में मदद करेगी।इसके लिए आप इंटरनेट के माध्यम से आपके रेस्टोरेंट के नाम से ही एक वेबसाइट बना सकते हैं,जो कि होम डिलीवरी की सुविधा भी प्रदान करें।इस दौरान होम डिलीवरी करते समय आप उस भोजन के साथ में कुछ दूसरे स्ट्रीट फ़ूड के सैंपल भी भेज सकते हैं,जिन्हें खाने के बाद ग्राहक आप के उस दूसरे भोजन को भी पसंद कर सके और उसे भी ऑनलाइन माध्यम से ही ऑर्डर कर सकें।
- किसी भी तरह का स्ट्रीट फूड रेस्टोरेंट खोलने के लिए आपको लाइसेंस और रजिस्ट्रेशन की आवश्यकता होती है।
- इसके बाद में सरकारी संस्थाओं के द्वारा आपके भोजन की जांच की जाती है और गुणवत्ता तथा मानकता के पैमाने पर खरे उतरने के बाद आपको लाइसेंस प्रदान कर दिया जाता है।
- इसके लिए आपको रेस्टोरेंट्स खोलने के साथ ही अपना रजिस्ट्रेशन भी अप्लाई करना होगा।
- अलग-अलग राज्यों के लिए रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया अलग-अलग होती है आप जिस राज्य में अपना रेस्टोरेंट खोलना चाहते हैं वहां के फ़ूड डिपार्टमेंट से इसकी जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
- इस प्रकार हमने जाना कि किस तरह से हम चेन्नई के स्ट्रीट फूड व्यवसाय को भारत के किसी भी कोने में खोलकर अपना व्यापार शुरू कर सकते हैं,परंतु इसके साथ ही हमें कुछ अन्य चीजें जैसे कि ग्राहकों की सुरक्षा, भोजन की स्वच्छता, सफाई तथा हाइजीन का ख्याल रखना होगा।
- कई बार आपने अखबारों में यह खबर पढ़ी होगी की कई लोग किसी रेस्टोरेंट का खाना खाने के बाद बीमार पड़ गए हैं तो आपको यह ध्यान रखना होगा कि आप इस तरह की गलती नहीं कर सकते।
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