आइसक्रीम पार्लर कैसे खोलें? स्टेप्स, लागत, जगह का चुनाव इत्यादि टिप्स

भारत विविधताओं भरे मौसम वाला देश है। यहां पर सर्दी, गर्मी और बरसात के मौसम आते-जाते रहते हैं। मौसम के हिसाब से ही खान-पान की वस्तुओं की डिमांड घटती-बढ़ती रहती है। इसलिये यहां खान-पान से जुड़ा बिजनेस करने वाले मौसम के हिसाब से अपने-अपने बिजनेस शुरू करके अच्छी कमाई करते रहते हैं। अब यदि कोई आइसक्रीम पार्लर खोलने की योजना बना रहा है तो उसके लिए भारत से अच्छी जगह कहीं और नहीं मिल सकती है क्योंकि भारत में पहले चार महीने की गर्मी का मौसम होता था लेकिन अब कुछ वर्षों से यहां 12 महीने में से आठ-दस महीने तक गर्मियों का ही मौसम रहता है। बाद बाकी दो महीने के सर्दी के मौसम में भी आइसक्रीम खाई जाती है लेकिन इसका प्रचलन केवल महानगरों या मेट्रो सिटी में ही है।

परिवार के साथ घर से बाहर आइसक्रीम खाने का चल रहा है फैशन

आजकल भारत में उच्च वर्ग से लेकर मध्यम वर्ग के पास परचेजिंग पॉवर यानी खर्च करने की इतनी क्षमता है कि वह स्वयं और अपने परिवार के छोटे-मोटे शौक को आसानी से पूरा कर सकता है। इसके अलावा पाश्चात्य सभ्यता से प्रभावित भारतीयों में फैशन का जो प्रचलन चल रहा है। उसमें पूरे परिवार के साथ आइसक्रीम खाकर मनोरंजन करने का शौक भी उसमें शामिल है। इसलिये भारत में चाहे शहर हो, महानगर हो या मेट्रो सिटी हो सभी कहीं आइसक्रीम और आइसक्रीम पार्लर की अच्छी खासी डिमांड है। इसके अलावा जिन शहरों व महानगरों व मेट्रो सिटी में आइसक्रीम की डिलीवरी करने वाले पार्लर हैं, वहां तो यह बिजनेस और भी अच्छी तरह से चलता है। इसके अलावा अधिकांश लोग दिनभर अपने कामकाज निपटाने के बाद पूरे परिवार के साथ पिकनिक मनाने के उद्देश्य से आइसक्रीम पार्लर में जाकर अपनी मनपसंद की आइसक्रीम के स्वाद का लुत्फ उठाना पसंद करते हैं।

खास मौके पर होती है आइसक्रीम की भारी डिमांड

शादी-ब्याह, जन्मदिन, मैरिज एनिवर्सिरी, त्योहारों एवं अन्य किसी मौके पर आइसक्रीम का बिजनेस खुब चलता है। हमारे यहां किसी भी कार्यक्रम के आयोजन में सैकड़ों-हजारों मेहमान शामिल होते हैं। इसलिये इन कार्यक्रमों में आइसक्रीम की बहुत भारी खपत होती है। क्योंकि कार्यक्रमों में मेहमानों द्वारा आइसक्रीम खाये जाने की कोई सीमा तो होती नहीं है। कार्यक्रम में आने वाले बुजुर्ग भी आइक्रीम खाने से परहेज नहीं करते हैं। युवा और बच्चे तो तब तक आइसक्रीम खाते रहते हैं जब तक आइसक्रीम खत्म न हो जाये या कार्यक्रम खत्म न हो जाये। आइसक्रीम पार्लर का बिजनेस करने वाले इन शादी-ब्याह जैसे कार्यक्रमों में आइसक्रीम स्टॉल लगाने का ठेका ले सकते हैं, जहां से उन्हें काफी अच्छी कमाई हो सकती है।

बिजनेस शुरू करने से पहले बहाना पड़ता है पसीना

आइसक्रीम पार्लर का बिजनेस शुरू करने से पहले आपको बहुत मेहनत करनी होगी। आपको अपने बिजनेस एरिया का सर्वे करना होगा। यह काम बहुत ही मुश्किल भरा होता है लेकिन यह बहुत जरूरी भी होता है। एक आइक्रीम बिजनेस मैन के अनुसार आइसक्रीम पार्लर खोलने से पहले सर्वे करना आसान काम नहीं है, इसमें काफी समय भी लगता है, उनका कहना है कि उन्हें इस काम में छह महीने का समय लगा तब कहीं जाकर हमें अपने बिजनेस एरिया की सही जानकारी मालूम हो सकी। इसके बाद उनका बिजनेस अच्छी तरह से चल रहा है। कहने का मतलब यह है कि आपको बहुत ही धैर्य के साथ सर्वे का काम करना होगा और एक-एक बारीकी चीज पर ध्यान देना होगा। आपको सर्वे करते समय किन-किन बातों का ध्यान रखना होगा, उनमें से कुछ इस प्रकार हैं:-

1. उस एरिया में पहले से कोई आइसक्रीम पार्लर तो नहीं है, यदि है तो उसकी स्थिति क्या है, वो चल रहा है या नहीं चल रहा है, चल रहा है तो उसके अलावा दूसरे आइसक्रीम पार्लर के खोले जाने की गुंजाइश है। यदि नहीं चल रहा है तो उसके क्या कारण हैं, दुकानदार की कमियां हैं या गलत जगह का चुनाव किया गया है अथवा अन्य क्या कारण है। इन सभी का पता लगाकर उनका निदान करके ही अपने पार्लर को खोलने की योजना बनायें।

2. उस एरिया में आइसक्रीम बेचने वाले हाकर कौन-कौन सी कंपनी की आइसक्रीम बेचते हैं। लोग किस फ्लेवर और किस तरह की आइसक्रीम अधिक खरीदना पसंद करते हैं।

3. स्थानीय लोगों की पसंद जानने के लिए आपको ऐसे सीजन में सर्वे करना होगा जब गर्मियां शुरू होने वाली हों। उस समय आपको आसानी से सारी बातें मालूम हो जायेंगी।

4. आपके बिजनेस एरिया के पास स्कूल, कॉलेज, शॉपिंग माल, मेन मार्केट, पार्क आदि जगहें हैं या नहीं। यदि हैं तो वहां पर लोग आइसक्रीम खाने पूरे परिवार के साथ आते हैं या नहीं। इस बात का भी पता करना होगा।

5. इसके अलावा आपके बिजनेस को लाभ दिलाने वालीं अन्य सभी बातों पर भी सर्वे के दौरान ध्यान देना होगा। इससे आपको बिजनेस करने में बहुत सुविधा मिलेगी।

बिजनेस प्लान बनायें

सर्वे करने के बाद आपको अपने बिजनेस एरिया के ग्राहकों और उनकी पसंद-नापसंद का अच्छी तरह से पता चल जायेगा। उसके बाद आपको उसी तरह से बिजनेस शुरू करने की प्लानिंग करनी होगी। अपने कस्टमर की पसंद वाली आइसक्रीम कंपनियों से संपर्क करके उनसे माल खरीदने की खोज करनी होगी। इसके अलावा आपको किस लेबल से बिजनेस शुरू करना है। उसके लिए आवश्यक दुकान, मशीन उपकरण, कर्मचारी आदि की तलाश करनी होगी।

इन सारी तैयारियों के बाद आपको अच्छी तरह से बिजनेस चलाने के लिए एक बढ़िया सा बिजनेस प्लान बनाना चाहिये। इस बिजनेस प्लान में आपको कितनी पूंजी खर्च करनी है, इस पूंजी में कितनी मशीन खरीदनी, कैसी दुकान लेनी है, कितना कच्चा माल खरीदना है, कितने कर्मचारी रखने हैं, दुकान के डेकोरेशन व मेन्टीनेंस में कितना खर्च करना है, इसके अलावा कुछ अनजाने खर्च भी आ सकते हैं उसके लिए भी पूंजी की व्यवस्था करनी है और इतना सारा खर्च करके आपको कितना बचेगा। इन सारी बातों का हिसाब-किताब जोड़ना होगा। पहले से बनाया गया यह बिजनेस प्लान किसी कुंजी के समान होता है, जब भी बिजनेस में कोई समस्या आती है तो ये कुंजी उसका समाधान आसानी से कर सकती है।

कहां-कहां पर आइसक्रीम पार्लर सफलता पूर्वक चल सकता है ?

किसी भी बिजनेस की 50 परसेंट सफलता उसकी लोकेशन दिलाती है। यदि बिजनेस के अनुकूल लोकेशन मिल गयी तो बिजनेस के सफल होने के अधिक चांस हो जाते हैं अथवा नहीं। आइसक्रीम पार्लर के बिजनेस में भी लोकेशन बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। तो आइये जानते हैं कि आइसक्रीम पार्लर खोलने के लिए प्राइम लोकेशन कहां-कहां हो सकती है, उनमें से कुछ इस प्रकार हैं:-

  1. स्कूल, कॉलेज
  2. हॉस्टल
  3. लाइब्रेरी
  4. बच्चों के खिलौने की दुकानों के पास
  5. कोचिंग इंस्टीट्यूट
  6. पार्क
  7. शॉपिंग माल के पास
  8. सिनेमाघर के पास
  9. मेन मार्केट में
  10. पिकनिक स्पॉट के पास
  11. मेट्रो स्टेशन के पास
  12. रेलवे स्टेशन के पास
  13. बस स्टाप के पास
  14. सरकारी दफ्तरों के पास
  15. स्पोर्ट सेंटर के पास

इसके अलावा वो सारी जगहें भी आइसक्रीम पार्लर खोलने के लिए अच्छी साबित हो सकतीं हैं, जहां पर भारी संख्या में लोगों का आना जाना लगा रहता है। आने-जाने वालों में विशेषकर युवाओं और बच्चों की संख्या अधिक होनी चाहिये। साथ ही उस एरिया के लोग खाने-पीने के शौकीन होने चाहिये।

आइसक्रीम पार्लर खोलने के लिए क्या-क्या चाहिये ?

आइसक्रीम पार्लर खोलने के लिए आपको सबसे पहले तो आपको प्राइम लोकेशन वाली एक अच्छी खासी दुकान चाहिये। जिसका एरिया लगभग 400-500 वर्गफुट होना चाहिये। इस दुकान में बिजली, पानी की व्यवस्था होनी चाहिये। यदि इस दुकान के पास पार्किंग की जगह हो तो बहुत ही अच्छा होगा। सबसे पहले आपको अपनी शॉप को आइसक्रीम पार्लर में कनवर्ट करने के लिए उसका बहुत ही आकर्षक डेकोरेशन कराना होगा। इसके बाद आपको आइसक्रीम पार्लर के काम आने वाली मशीनें डीप फ्रिजर, चिलर आदि की भी व्यवस्था करनी होगी। इन सबकी फिटिँग कराने के बाद ग्राहकों के बैठने के लिए टेबल, चेयर आदि की भी व्यवस्था करनी होगी। इन सारी तैयारियों के बाद आपको मल्टी ब्रांड कंपनियों का माल खरीद कर फ्रीजर में रखना होगा। एक फ्रीजर बिना बिजली के दो घंटे तक ही आपकी आइसक्रीम को सुरक्षित रख सकता है। इसलिये आपको एक बिना आवाज वाला एक जनरेटर की भी व्यवस्था करनी होगी। इसके साथ ही आपको एक या दो अकुशल कर्मचारियों की भी व्यवस्था करनी होगी। यदि डिलीवरी करना चाहते हैं तो डिलीवरी बाय रखना होगा या किसी डिलीवरी सर्विस देने वाली कंपनी से टाइअप करना होगा।

आइसक्रीम पार्लर में अपना ब्रांड भी शुरू कर सकते हैं

आइसक्रीम पार्लर में आप अपना ब्रांड बेच कर अच्छा-खासा मुनाफा कमा सकते हैं। इसके अलावा ग्राहकों की पसंद की स्पेशल आइसक्रीम बनाकर भी बेच सकते हैं। इसके लिए आपको यदि आइसक्रीम बनानी आती है तो ठीक है वरना आपको किसी अच्छे संस्थान या किसी अच्छे कारीगर से थोड़े समय की ट्रेनिंग ले लें। यदि यह भी नहीं करना चाहें तो किसी कुशल कारीगर को अपने यहां कुछ दिनों के लिए हायर कर लें और उससे आइसक्रीम बनाना सीख लें अथवा अपने किसी कर्मचारी को काम सिखवा दें। उससे आपका अपना ब्रांड का उत्पादन शुरू हो जायेगा। इसका कारण यह है कि आपके यहां मल्टी ब्रांड की आइसक्रीम के लिए तो ग्राहक आयेंगे ही। कभी-कभी चेंज करने के मूड में कोई ग्राहक नान ब्रांडेड यानी आपके ब्रांड की आइसक्रीम को आजमाना चाहे तो उसे अपने ब्रांड की आइसक्रीम दे सकते हैं। यदि पसंद आ गयी तो आपकी लॉटरी निकल आयेगी। क्योंकि एक बार टेस्ट करने के बाद जब कई ग्राहक आपसे नान ब्रांडेड आपकी आइसक्रीम मांगेंगे तो वहां आने वाले अन्य ग्राहकों के आकर्षण का केन्द्र आपकी खुद की ब्रांड की आइसक्रीम बन जायेगी। धीरे-धीरे उसकी डिमांड बढ़ने लगेगी। क्योंकि यह नान ब्रांड आइसक्रीम ब्रांडेड आइसक्रीम की अपेक्षा सस्ती होगी।

टेंशन रहित बिजनेस के लिए कानूनी प्रक्रिया का पालन करना जरूरी है

यदि आप सरकारी कानूनी झंझटों से मुक्त होकर आइसक्रीम पार्लर का बिजनेस शुरू करना चाहते हैं तो आपको शुरू में ही कई तरह की कानूनी प्रक्रियाओं का पालन करना होगा। कहने का मतलब बिजनेस से जुड़े कई लाइसेंस लेने होंगे। इन लाइसेंस में कुछ इस प्रकार हैं:-

  1. शॉप का अट्रैक्टिव नाम चुनें
  2. शॉपिंग एक्ट में रजिस्टर्ड करायें
  3. एफएसएसएआई से फूड लाइसेंस लें
  4. जीएसटी नंबर ले लें
  5. लोकल अथॉरिटी से बिजनेस की परमीशन ले लें
  6. राज्य के फूड सेफ्टी विभाग में रजिस्ट्रेशन कराये
  7. लोकल अथारिटी से देर रात तक शॉप खोलने की परमीशन लें

खास अंदाज में करें शॉप की ओपनिंग

आइसक्रीम पार्लर की ओपनिंग यदि सोच समझ कर की जाये तो आधी पब्लिसिटी अपने आप ही हो जायेगी। आपको ऐसे समय में आपको अपनी दुकान की ओपनिंग करनी चाहिये जिस दिन अधिकांश लोग आइसक्रीम खरीदते हों। यानी कोई खास त्योहार, युवाओं का कोई फेस्टिवल, नया साल, वेलेंटाइन डे, भीड़भाड़ वाले पर्व पर यदि आप अपनी दुकान की ओपनिंग करेंगे तो आपकी शॉप की लोकल पब्लिसिटी अपने आप ही हो जायेगी। इसका पूरा लाभ आपके बिजनेस को मिलेगा।

कितनी लागत आती है ?

आइसक्रीम पार्लर का बिजनेस शुरू करने के कितनी लागत आती है। इसका अनुमान लगाना आसान नहीं हैं क्योंकि प्राइम लोकेशन वाली शॉप का किराया या लागत कितनी होगी, उस पर निर्भर करता है। यदि इस तरह की शॉप आपके पास है तो आपके पार्लर बिजनेस में काफी कम लागत आयेगी। यदि हम शॉप की कीमत या किराये की बात छोड़ दें तो कम से कम चार फ्रीजर चिलर, काउंटर, डेकोरेशन, कच्चा माल, कर्मचारियों की सैलरी, बिजली-पानी का खर्च, मार्केटिंग एवं अन्य अनजाने खर्चे आदि जोड़ लें तो वही लागत आयेगी। वैसे इस बारे में जानकार लोगों का अनुमान है कि एक ठीकठाक आइसक्रीम पार्लर खोलने के लिए आपको कम से कम 15 से 20 लाख रुपये तक खर्च करने पड़ सकते हैं।

मुनाफा कितना मिल सकता है ?

आइसक्रीम पार्लर में आपको यदि केवल मल्टी ब्रांड के प्रोडक्ट ही बेचने हैं तो आपकी आमदनी सीमित ही रहेगी। इसका कारण यह है कि कंपनी द्वारा अपने प्रोडक्ट बेचने की एक खास रणनीति होती है और कंपनी के प्रोडक्ट के दाम भी फिक्स होते हैं। इसके कम ज्यादा कोई रिटेलर नहीं ले सकता है। इस तरह से कंपनी के प्रोडक्ट बेचने में आपको केवल 10 से 20 प्रतिशत तक मुनाफा मिल सकता है। उसमें आपको शॉप का किराया, कर्मचारियों की सैलरी, बिजली, पानी का खर्चा , टैक्स आदि का भुगतान करना होगा।

मुनाफा बढ़ाने के लिए आप अपनी आइसक्रीम पार्लर में मल्टी ब्रांडेड प्रोडक्ट के साथ अपनी खुद की ब्रांड की आइसक्रीम बनाकर बेचेंगे तो आपको इसमे काफी लाभ होगा। नान ब्रांडेड आइसक्रीम में 50 प्रतिशत तक की बचत हो जाती है।

आइसक्रीम पार्लर के बिजनेस को कैसे अधिक मुनाफे का बिजनेस बनायें ?

आइसक्रीम पार्लर को अधिक मुनाफे वाला बिजनेस बनाने के लिए आपको कई तरह के प्रयास करने होंगे। एक तो आपको पहले ही बता दिया गया है कि आपको मल्टी ब्रांड के साथ अपने ब्रांड की आइसक्रीम बनायें, शादी-ब्याह व पार्टियों में आइसक्रीम सप्लाई का ठेका लें। साथ ही आनलाइन आर्डर लेकर होम डिलीवरी करें। होम डिलीवरी में कुछ खास बातों का ध्यान रखें जैसे प्रोडक्ट को सुरक्षित पहुंचाने के लिए अच्छी पैकिंग हो, आर्डर मिलने के बाद ग्राहकों को इंतजार न करायें। आपके पास जो माल उपलब्ध हो उसी का आर्डर लें। ऐसा न करें कि जो माल आपके पास नहीं है और उसका आर्डर यह सोच कर ले लिया कि इसका इंतजाम हो जायेगा। यदि समय पर इंतजाम न हो पाया तो आपकी क्रेडिट खराब होगी।

ये काम भी करने होंगे

आइसक्रीम पार्लर के मुनाफा को बढ़ाने के लिए आपको आइसक्रीम के साथ ही बच्चों व ग्राहकों की पसंद का स्नैक्स का काम शुरू करना चाहिये। इससे ग्राहकों की संख्या बढ़ेगी। जहां कुछ लोग आइसक्रीम खाने आयेंगे तो वहीं कुछ लोग स्नैक्स के लिए भी आयेंगे। साथ ही कुछ लोग तो ऐसे होंगे जो दोनों ही चीजों के लिए आयेंगे। इसके अलावा कुछ लोग खरीद कर अपने घर भी ले जाने के लिए आयेंगे। घर ले जाने वालों के लिए आपको खास तरह की पैकिंग देनी होगी ताकि उनके पसंद की खाने की चीजें आसानी से घर तक सुरक्षित पहुंच सकें।

मार्केटिंग पर पूरा फोकस करें

आइसक्रीम पार्लर का बिजनेस लोकल मार्केटिंग पर निर्भर करता है। आपको अपने लोकल कस्टमर तक अपने आइसक्रीम पार्लर की सूचना पहुंचाने का इंतजाम करना होगा। सूचना के साथ आपके यहां कौन-कौन से प्रोडक्ट उपलब्ध हैं और आप अपनी शॉप में कौन-कौन सी सुविधा देते हैं, इसकी भी जानकारी देनी होगी।

इस तरह के प्रचार के लिए आप पम्पलेट छपवा कर बंटवा सकते हैं। इसकी शुरुआत आप मार्केट से ही कर सकते हैं। सभी दुकानदारों को पम्पलेट बंटवायें क्योंकि वे भी आपके ग्राहक बन सकते हैं। इसके अलावा आस-पास की कालोनियों में भी इस तरह के पम्पलेट बंटवा सकते हैं। साथ ही शुरू-शुरू में में आप अपने मुनाफे से एकाध परसेंट की कमी करते हुए अपने ग्राहकों को डिस्काउंट कूपन की पेशकश करें। इससे ग्राहक आपकी शॉप की ओर आकर्षित होंगे।इसके अलावा आप आनलाइन भी अपने आइसक्रीम पार्लर का प्रचार कर सकते हैं। इसके लिए फेसबुक, व्हाट्सऐप,ट्वीटर , इंस्टाग्राम आदि प्लेटफार्म का इस्तेमाल कर सकते हैं। साथ ही लोकल न्यूजपेपर, टीवी चैनल, रेडियो चैनल में विज्ञापन दे सकते हैं। विज्ञापन महंगे लगें तो अखबारों में पम्पलेट डलवा कर काम चला सकते हैं।

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