हर्बल हेयर ऑयल के उत्पादन का काम कैसे शुरू करें?
आधुनिक युग में अधिकांश लोग अपने स्वास्थ्य के प्रति अधिक सचेत रहते हैं। इसका प्रमुख कारण यह है कि आज के लोग बाजार में उपलब्ध स्वास्थ्य के संसाधनों के प्रति परिचित हैं और जागरुक भी हैं। स्वास्थ्य के ये संसाधन बाजार में आसानी से उपलब्ध हैं। इंटरनेट और एंड्रायड फोन के कारण इन स्वास्थ्य के संसाधनों के इस्तेमाल से होने वाले लाभ से लोग दिन-प्रतिदिन रूबरू होते रहते हैं। इसका नतीजा यह होता है कि लोग इन संसाधनों को अधिक से अधिक इस्तेमाल करते हैं। ये संसाधन स्वास्थ्य प्राप्त करने की तीन प्रमुख विधियों के माध्यम से लोगों को प्राप्त होते हैं।
ये तीन प्रमुख विधियां हैं-1. ऐलोपैथी, 2. होम्योपैथी और तीसरा है आयुर्वेद।
1. ऐलोपैथी का इस्तेमाल गंभीर और असाध्य रोगों के उपचार में किया जाता है। इसके अलावा ये उपचार पद्धति सभी तरह के उपचार में त्वरित गति से कारगर है यानी लाभप्रद है। इसके साथ इसमें एक बुराई यह है कि जरा सी असावधानी होने पर यह उपचार की जगह बीमारी को बढ़ा भी देती है। इसके अलावा यह विधि एक बीमारी तो ठीक करती है तथा दूसरी बीमारी को बढ़ाती भी है, जिसे हम बोलचाल की भाषा में साइड इफेक्ट कहते हैं। इसलिये लोग इसका उपचार असाध्य रोगों के उपचार में अधिक करते हैं।
2. दूसरी होम्योपैथी विधि है। यह सर्वोत्तम मानी जाती है। किन्तु इसके उपचार की रफ्तार काफी धीमी होती है और इसमें प्रयोग होने वाली औषधियों के तत्वों की गोपनीयता से लोग इस पर अधिक विश्वास भी नहीं करते हैं।
3. इसके अलावा तीसरी आयुर्वेद विधि या पद्धति ऐसी पद्धति है जिसको सबसे अधिक लोग पसंद करते हैं। इसका कारण यह है कि देशी जड़ी-बूटी से इसकी औषधियां बनायी जातीं हैं। जो उपचार में कारगर तो हैं ही और साथ ही में इनका कोई साइड इफेक्ट भी नहीं है। इसके अलावा इस पद्धति से होम्योपैथी के उपचार से कम समय में स्वास्थ्य लाभ मिलता है। इसलिये पूरे विश्व में लोग आयुर्वेद पर सबसे अधिक भरोसा करते हैं।
चमक-दमक की दुनिया में फिटनेस है मूल मंत्र
आधुनिक जीवन शैली और खान-पान में कई ऐसे प्रदूषित कारक शामिल हो गये हैं, जिनसे मनुष्य को असमय अनेक तरह के शारीरिक विकार का सामना करना पड़ता है, जैसे असमय ही दांतों का गिरना, आंखों से कम दिखाई देना, चर्बी बढ़ना, पेट बढ़ जाना, बालों का झड़ना, पकना, चर्म रोग व अन्य तरह की बीमारियों होना आदि। साथ ही इस आधुनिक जीवन शैली में फिट रहना और सुन्दर दिखना भी एक आवश्यक आवश्यकता बन गई है। क्योंकि आज के जमाने में कई ऐसे व्यवसाय हैं जहां फिटनेस और सुंंदरता के ही पैसे मिलते हैं। बॉलीवुड, हॉलीवुड का फिल्म उद्योग और मॉडल जगत इस बात का जीता-जागता उदाहरण है। इसके अलावा आधुनिक फैशन भी फिटनेस का प्रमुख कारण है। कहने का मतलब आज प्रत्येक सक्षम व्यक्ति फिटनेस पर अधिक से अधिक खर्च करता है।
हर्बल हेयर ऑयल्स का क्या भविष्य है ?
शारीरिक रूप से फिट रहने के लिए लोग फिटनेस के लिए भी तीनों प्रमुख स्वास्थ्य पद्धतियों ऐलोपैथी, होम्योपैथी और आयुर्वेद को अपनाते हैं। इसमें सबसे अधिक आयुर्वेद से लाभ मिलता है और उसी पर लोगों को पूरा भरोसा है। महिला हो पुरुष सभी को फिट रहने का शौक होता है। कोई नहीं चाहता कि वह उम्र से पहले बूढ़ा नजर आने लगे। यदि किसी कारण से किसी व्यक्ति के असमय बाल झड़ने लग जायें या समय से पहले ही पकने लग जायें तो उसका चिंतित होना स्वाभाविक है। इन सभी मर्जों की दवा आयुर्वेद में सबसे अच्छी पायी जाती है। यह दवा कोई और चीज नहीं है बल्कि हर्बल हेयर ऑयल है।
हर्बल हेयर ऑयल्स आयुर्वेदिक प्रोडक्ट की श्रेणी में आता है। इस हर्बल हेयर ऑयल्स के उत्पादन का सबसे कारण यह है कि आज अधिकांश लोग इस तरह के प्रोडक्ट का इस्तेमाल करते हैं। आयुर्वेदिक प्रोडक्ट अपने लाभदायक परिणामों के कारण लोगों की पहली पसंद बने हुए हैं। इसलिये मार्केट में आयुर्वेद प्रोडक्ट की भारी डिमांड है। जो लोग अपने स्वास्थ्य और फिटनेस के प्रति अधिक सतर्क रहते हैं वो लोग अपने बालों की समस्याओं के लिए हर्बल हेयर ऑयल्स का इस्तेमाल करते हैं। इस वजह से हर्बल हेयर ऑयल्स की मार्केट में मांग होने के कारण इसका बिजनेस शुरू करना एक अच्छा अवसर है और क्वालिटी प्रोडक्ट शुरू करके अच्छा लाभ भी कमाया जा सकता है।
हर्बल हेयर ऑयल्स हरी जड़ी-बूटियों व तेल का मिश्रण से तैयार किया जाता है। इसमें आवश्यकतानुसार व ग्राहकों की पसंद को देखते हुए लाभदायक परफ्यूम का भी इस्तेमाल किया जाता है। इन जड़ी बूटियों में आंवला, बहेड़ा, चंदन, लंवांग, केवारा, जटामांसी, पुदीना, सत कपूर और तिल का तेल आदि शामिल हैं। ये सारी जड़ी बूटियों की खासियत इस बात की गवाही देतीं हैं कि इस्तेमाल करने वाले के लिए ये हर्बल हेयर ऑयल्स कितना उपयोगी और लाभकारी है।
हर्बल हेयर ऑयल्स मेकिंग बिजनेस शुरू करने से पहले के टिप्स
यदि आप हर्बल हेयर ऑयल्स के प्रोडक्शन का बिजनेस शुरू करना चाहते हैं तो आपको उससे पहले कुछ जरूरी बातों पर ध्यान देना होगा। यदि आप चाहते हैं कि आपका बिजनेस आपको अधिक से अधिक मुनाफा दे तो आपके लिए ध्यान देने योग्य खास बातों में कुछ इस प्रकार हैं:-
1. जब आप बिजनेस शुरू करने की सोचें तो सबसे पहले अपनी मार्केट सर्च अवश्य करें क्योंकि आप चाहें जितना अच्छा उत्पाद तैयार कर लें जब तक उसके बेचने की तैयारी नहीं करेंगे तब तक आपका बिजनेस शुरू नहीं हो सकता है। इसलिये सबसे पहले आप जहां पर बिजनेस शुरू करना चाहते हैं,वहां ग्राहकों को तलाशें। यदि आप ऑनलाइन बिजनेस शुरू करना चाहते हैं तो आपको अपनी फैक्ट्री ऐसी जगह पर लगानी चाहिये जहां कम से कम खर्चा हो और जहां पर आपको हर्बल तेल बनाने का कच्चा माल यानी जड़ी बूटियां आसानी से उपलब्ध हो सकतीं हों। वहां केवल आपको बिजली, पानी और अनुभवी श्रमिकों की सुविधाओं को ही देखना होगा।
2. किसी भी बिजनेस के शुरुआत में एक-एक कदम करके आगे बढ़ना ही अच्छा होता है। एक साथ कई रास्ते पर चलने से आदमी कहीं नहीं जा पाता, घूमफिर कर वहीं खड़ा हो जाता है। कहने का मतलब है कि आपको जब हर्बल हेयर ऑयल्स मेकिंग का बिजनेस शुरू करना हो तो आपको पहले एक ऐसा प्रोडक्ट को चुनना चाहिये जिसकी मार्केट में सबसे अधिक बिक्री हो। जिससे आपको आपने प्रोडक्ट को बेचने में किसी तरह की परेशानी न हो।
3. हर्बल हेयर ऑयल्स प्रोडक्ट अति आवश्यक प्रोडक्ट नहीं है, जिसके लिए व्यक्ति अवश्य ही खरीदेगा। यह एक विशेष वर्ग द्वारा इस्तेमाल किया जाने वाला उत्पाद है। इसका मतलब यह है कि आपको अपने ग्राहकों को बुलाना होगा। उन्हें अपनी ओर आकर्षित करना होगा। इसके लिए आपको बिजनेस शुरू करने से पहले ही आपको मार्केटिंग की रणनीति बनानी होगी। यदि अपनी मार्केटिंग रणनीति बनाने में सफल हो गये तो आपका बिजनेस कामयाब हो जायेगा। इसके लिए आप सोशल मीडिया के वि•िान्न प्लेटफार्मों का इस्तेमाल कर सकते हैं। इसके अलावा ऑनलाइन अपनी वेबसाइट बनवा कर भी अपने प्रोडक्ट की खूबियों के प्रचार का काम आसानी से कर सकते हैं।
कैसे शुरू करें बिजनेस ?
देखिये व्यापार दो तरह से शुरू किया जाता है। एक तो स्वयं व्यापारी जिस काम में दक्ष हो यानी उस काम का पूरा अनुभव हो तो वह अपने सहायक रख कर अपना व्यापार शुरू कर सकता है। दूसरा यह कि उसे प्रोडक्शन करवा कर माल बेचना है। इस तरह के काम में व्यापारी अपने मनपसंद बिजनेस के लिए उस क्षेत्र के अनुभवी व्यक्तियों को वेतन पर रख कर काम कराता है और प्रोडक्शन तैयार करवा कर उसे मार्केट में बेचता है।
इसके अलावा बिजनेस मैन यह भी तय करता है कि वो बिजनेस किस पैमाने पर शुरू करना चाहता है। छोटे पैमाने पर , मध्यम पैमाने पर या बड़े पैमाने पर इसके बाद ही उस तरह के बिजनेस की तैयारी करता है।
यदि आप स्वयं अपने अनुभव के आधार पर हर्बल हेयर ऑयल्स प्रोडक्शन का काम शुरू करना चाहते हैं तो आपको अपने कुछ सहायकों के साथ मिलकर यह काम करना होगा। नहीं तो आप हर्बल हेयर ऑयल्स बनाने में एक्सपर्ट लोगों को वेतन पर रखकर या उन्हें वर्किंग पार्टनर बनाकर भी व्यवसाय शुरू कर सकते हैं।
सबसे पहले आप अपनी फैक्ट्री या व्यवसाय के स्थल का चयन करें, जहां पर आवश्यक बिजली, पानी व सड़क मार्ग की सुविधा होनी चाहिये। कच्चा माल मंगायें और उससे प्रोडक्शन शुरू करायें।
हर्बल हेयर ऑयल्स बिजनेस के लिए कौन-कौन से लाइसेंस चाहिये ?
जिस तरह लाइसेंस प्रक्रिया प्रत्येक बिजनेस के लिए अपनानी होती है। उसी तरह से हर्बल हेयर ऑयल्स के बिजनेस के लिए भी लाइसेंस प्रक्रिया भी अपनानी होगी। छोटे स्तर पर बिजनेस करने के लिए केवल फर्म रजिस्ट्रेशन और लोकल अथॉरिटी व आयुर्वेदिक विभाग से परमीशन लेनी होती है।
इसके अलावा मध्यम व बड़े पैमाने का व्यवसाय शुरू करने के लिए फर्म का रजिस्ट्रेशन कराना होता है। उसके साथ ही फर्म का रजिस्ट्रेशन एमएसएमई में कराने के बाद वहां से उद्योग आधार लेना होगा। इससे व्यवसायी को अनेक सरकारी सब्सिडी व अन्य तरह के व्यापारिक सुविधाओं का लाभ मिल सकता है।
आप जिस राज्य में इस तरह का बिजनेस शुरू करना चाहते हैं, उस राज्य की सरकार के उद्योग विभाग में फर्म का रजिस्ट्रेशन कराके बिजनेस का लाइसेंस लेना होगा।
हर्बल हेयर ऑयल्स के बिजनेस के लिए आपको उस समय जीएसटी नंबर लेना होगा जब आपका टर्नओवर जीएसटी के दायरे में आ जाये।
यदि आप अपने प्रोडक्ट को अपने नाम से सुरक्षित कराना चाहते हों यानी यह चाहते हों कि आपके प्रोडक्ट का कोई दूसरा व्यक्ति या कंपनी इस्तेमाल न कर सकें। उसके लिए आपको ट्रेड मार्क लेने की प्रक्रिया पूरी करनी होगी।
हर्बल हेयर ऑयल्स के बिजनेस के व्यापारिक लेन-देन के लिए आपको किसी भी बैंक में करंट अकाउंट भी खुलवाना होगा।
यदि आप अपने प्रोडक्ट को विदेश निर्यात करना चाहते हों या अपने प्रोडक्ट को बनाने के लिए कोई कच्चा माल या मशीन आदि का आयात करना हो तो उसके लिए आपको आईईसी कोड लेना होगा।
किसी भी तरह के बिजनेस शुरू करने के लिए पैन कार्ड, आधार कार्ड के साथ एड्रेस प्रूफ की भी जरूरत होती है।
फैक्ट्री व कारखाने में श्रमिकों को वेतन पर रखा जायेगा तो आपको इसके लिए श्रम विभाग, ईपीएफ और ईएसआई में भी रजिस्ट्रेशन कराना होता है।
कच्चा माल क्या क्या लगता है ?
हर्बल हेयर ऑयल्स के उत्पादन के लिए आपको किन-किन कच्चे माल की आवश्यकता होती है। इस बारे में अनुभवी लोगों का कहना है कि हर्बल हेयर ऑयल्स के प्रोडक्शन में कुछ तेलों,जड़ी बूटियों व अन्य केमिकल्स की आवश्यकता होती है, जो इस प्रकार हैं:-
- नारियल या गरी का तेल
- अरंडी का तेल
- तिल का तेल
- सरसों का तेल
- परफ्यूम
- रंग
- मिक्सिंग व फिल्टरिंग के उपकरण
- जड़ी बूटियां: पिपरमेंट, आंवला, हर्र-बहेड़ा, चंदन, लौंग, केवारा, जटामांसी, पुदीना, सत कपूर, शिकाकाई आदि।
उपकरण व मशीनें कौन-कौन सी लगतीं हैं ?
यदि आप तेल व जड़ी बूटियां तैयार मंगाते हैं तो आपको कोई विशेष मशीन की आवश्यकता नहीं होती है। उसमें छोटी मोटी मशीनों की ही आवश्यकता होती है क्योंकि आपको केवल तेलों, जड़ी बूटियों, रंग व केमिकल व परपयूम आदि को मिक्स करके छानना ही होता है। उसके बाद पैकिंग करके बेचना होता है।
- एक टैंक या कोई बड़ा सा बर्तन जिसमें तेल व अन्य सामग्री आसानी से मिलायी जा सके
- एक छानने का उपकरण, मिक्स किये गये तेल को आसानी से छान कर साफ किया जा सके
- एक परीक्षण का उपकरण, तैयार प्रोडक्ट को जांच परख कर देखा जा सके, कमियां हों तो दूर की जा सकें
- तैयार माल को छोटी-छोटी शीशियों, बड़ी बोतलों, केन व कनस्तर आदि में भरने के लिए एक रिफिलिंग मशीन की जरूरत होती है
- इन बोतलों व शीशियों में ढक्कन लगाने के लिए कैप सीलिंग मशीन की आवश्यकता होती है
- प्रोडक्ट को तौल-माप करने वाली मशीन की भी जरूरत होती है
- बड़ी पैकिंग आदि तैयार करने के लिए पैकिंग मशीन की आवश्यकता होती
- ट्रांसपोर्टेशन के लिए एक वाहन की भी आवश्यकता होती है, तैयार व कच्चा माल को ढोने के लिए जरूरी है।
मैन पॉवर यानी मानव श्रम की भी होती है जरूरत
हर्बल हेयर ऑयल के प्रोडक्शन का बिजनेस ऐसा बिजनेस है कि इसको एक व्यक्ति नहीं कर सकता है। इसके लिए अनेक व्यक्तियों की आवश्यकता होती है। इस बिजनेस को शुरू करने के लिए कुछ अनुभवी कुशल श्रमिकों के साथ कुछ अकुशल श्रमिकों की भी आवश्यकता होती है। मानव श्रम की आवश्यकता बिजनेस के आकार पर निर्भर करती है कि किस बिजनेस के लिए कितने अनुभवी कुशल व अकुशल श्रमिकों की आवश्यकता होती है। इसमें अनुभवी कुशल श्रमिकों की आवश्यकता इसलिये होती है क्योंकि तेलों में मिलाने वाली जड़ी बूटियों की साफ-सफाई, शोधन आदि करना होता है और उन्हें कूटने-पीसने का काम भी मैनुअली करना होता है। उसके बाद उन्हें किस तरह से मिलाना और किस तरह से छानना है। इसकी भी खास जानकारी होनी चाहिये।
- छोटे स्तर पर हर्बल हेयर ऑयल्स का बिजनेस शुरू करने के लिए आपको कम से कम दो या तीन कुशल श्रमिकों की आवश्यकता होती है। इसके अलावा आपको एक या दो अकुशल श्रमिकों की भी आवश्यकता होती है।
- मध्यम स्तर के हर्बल हेयर ऑयल्स के प्रोडक्शन के लिए आपको कम से कम 5 से 8 अनुभवी कुशल श्रमिकों की आवश्यकता होती है। इसके अलावा कम से कम दो सहायक अकुशल श्रमिकों की भी आवश्यकता होती है।
- बड़े स्तर के बिजनेस के लिए आपको कितने तरह के प्रोडक्ट तैयार करने और उसके हिसाब से मानव श्रम की आवश्यकता होती है।
कम से कम कितनी लागत लगती है
व्यवसायी द्वारा अपनी क्षमता से शुरू किये जाने वाले व्यापार के आकार पर लागत निर्भर करती है। इसके अलावा बिजनेस के लोकेशन पर भी लागत तय होती है। भारत में हर्बल हेयर ऑयल बनाने के लिये यदि कोई व्यापारी छोटे स्तर पर कारोबार शुरू करना चाहता है तो उसके लिए कम से कम 3 से 5 लाख रुपये की लागत लगती है। मध्यम स्तर के बिजनेस के लिए व्यापारी को कम से कम 6 लाख से 20 लाख रुपये तक का इंतजाम करना होता है। बड़े पैमाने पर तो लागत की कोई सीमा नहीं होती है। यह बिजनेस मैन की क्षमता व प्लानिंग पर निर्भर करता है।
कितना मुनाफा मिल सकता है
हर्बल हेयर ऑयल्स के कारोबार में अच्छा खासा मुनाफा मिल सकता है। यह बिजनेस मैन के स्किल पर निर्भर करता है। मुनाफा इस बात पर भी निर्भर करता है कि आप कितनी मार्केट कवर करते हैं, कितने तरह के प्रोडक्ट बेचते हैं। किस तरह से लोगों को अपना प्रोडक्ट बेचते हैं, आदि-आदि। हालांकि स्वास्थ्य से जुड़े इस बिजनेस के ग्राहक अपनी जरूरत के लिए प्रोडक्ट का अच्छा खासा पैसा देने को भी तैयार रहते हैं। इसलिये आपको अच्छा मुनाफा मिल सकता है। हालांकि इस बिजनेस में मुनाफा आपकी मेहनत, हुनर व लगन पर निर्भर करता है। इस बिजनेस में मुनाफा कोई फिक्स नहीं है फिर भी अनुमान लगाया जाता है छोटे स्तर पर काम करने वाला व्यक्ति प्रतिमाह 20 हजार रुपये लेकर 1 लाख रुपये तक कमा सकता है। इससे बड़ा व्यापारी 2 लाख रुपये लेकर 4 या पांच लाख रुपये प्रतिमाह कमा सकता है।
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