अपने शहर में और लोकल सामान बेचने के लिए ऑनलाइन बिज़नेस की शुरुआत कैसे करें?
अगर आपको अपने बिजनेस में सक्सेस का हवाई गियर लगाना हो तो जमाने के हिसाब से चलना होगा। पहले का जमाना था जब लोग बाजार में दुकान खोल कर बिजनेस करते थे। उसके बाद लोग अपनी गलियों में ही दुकान खोल कर बिजनेस करते थे। उसके बाद लोगों ने अपने मकान में ही दुकान बनवाकर बिजनेस करना शुरू हो गया। इसका प्रमुख कारण यह था कि मेन बाजारों की दुकानों के किराये इतने महंगे हो गये कि कोई साधारण व्यक्ति बिजनेस करने के बारे में सोच भी नहीं सकता था। साथ ही बढ़ते बिजनेस कंपटीशन के चलते मेन बाजारों की दुकानों से व्यापारियों को लाभ होता था लेकिन गलियों व कालोनियों के मकानों में बनी दुकानों का बिजनेस दम तोड़ गया। लेकिन बदले जमाने में अब तो आपको इन पुराने ढर्रे वाली दुकानों से बिजनेस करना केवल टेंशन और फ्रस्टेशन लेने के बराबर है। आज के जमाने में अगर अपने बिजनेस को उड़ान के पंख लगाने हों तो अवश्य ही आपको ऑनलाइन बिजनेस के सारे तौर तरीके सीखने होंगे। आपको अपने बिजनेस में ऑनलाइन बिजनेस का तड़का लगाना ही होगा। इसके लिए आपको समय समय पर खुद को अपडेट भी करना होगा ताकि आप जमाने में बदलाव के साथ चल सकें।
क्या है ऑनलाइन बिजनेस?
बिजनेस करना एक बात होती है और स्मार्ट तरीके से ऑनलाइन बिजनेस करना एक अलग बात होती है। आज के समय में यह कल्पना करना कितना खूबसूरत है कि आप कोई प्रोडक्ट या सामान बेचना चाहे तो बिना भागादौड़ी और बिना महंगी जगह लिये ही अपने सामान की बिक्री कर सकते हैं। बस आपको अपने दिमाग के साथ अपने कम्पूटर या मोबाइल फोन का इस्तेमाल करना है। अपने मोबाइल और फोन पर आर्डर लेकर और आप अपने प्रोडक्ट को डिलीवरी बॉय के जरिए ग्राहक तक पहुंचा सकते हैं। इस प्रकार के व्यापार को ऑनलाइन बिजनेस कहते हैं। इस तरह का बिजनेस सबसे पहले अमेरिका में शुरू हुआ था। फिर धीरे-धीरे यह भारत में शुरू किया गया, अब तो वर्तमान समय मेंं भारत की खरीदारी का लगभग 40 प्रतिशत खरीदारी ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर ही हो रही है। इसका प्रमुख कारण यंग जनरेशन में एकल परिवार हैं। एकल परिवार में भी हसबैंड-वाइफ भी जॉब वाले हैं। उन्हें इतनी फुर्सत ही नहीं है कि वे मार्केट में जाकर शॉपिंग करें। उन्हें तो ऑनलाइन शॉपकीपर्स यानी सेलर्स की आवश्यकता है। ऑनलाइन व्यापार, इंटरनेट आने बाद खरीदारी और सामान सेलिंग का एक बेहतरीन अनुभव है। ऑनलाइन बिजनेस में सभी काम जैसे सामान आर्डर करना, सामान का ऑर्डर प्राप्त करना, सामान के मूल्य का भुगतान का करना और भुगतान प्राप्त करना, सभी कुछ आनलाइन ही होता है। उदारहण के रूप में हम प्रसिद्ध ऑनलाइन कंपनियों जैसे, फ्लिपकार्ट, अमेजन, मिन्त्रा इत्यादि का नाम ले सकते है।
1. खुद की वेबसाइट से अच्छा रहता है मशहूर ई-कामर्स कंपनियों से जुड़ना
ऑनलाइन बिजनेस करने के लिए सबसे पहले तो आपका अपनी फर्म का रजिस्ट्रेशन करवाना होता है। इसके बाद अपने फर्म के नाम का जीएसटी रजिस्ट्रेशन नाम लेना होता है। इसके बाद आपके समक्ष दो विकल्प सामने आते हैं । पहला यह कि, अपनी खुद की वेबसाइट बनवाकर सामान बेचना शुरू कर दें और दूसरा यह कि, मार्केट में पहले से मौजूद अनेक मशहूर ई-कॉमर्स के पोर्टल से जुड़कर सामान बेच सकते हैं। इसमें पहला विकल्प आपके लिए महंगा और जोखिमभरा हो सकता है। क्योंकि अपनी खुद की वेबसाइट बनवाने वाले को मेंटेनेंस, मार्केटिंग जैसे कई तरह के खर्चों को उठाना पड़ता है। सबसे ज्यादा जोखिम इस बात का होता है कि आपके प्रचार पर लोग कितना ध्यान देते हैं, प्रचार पर अच्छा-खास पैसा खर्च करने के बाद वैसा रिस्पांस नहीं मिला जैसा आप चाहते हैं तो आप हतोत्साहित हो जायेंगे और आपका मन नहीं लगेगा। इसका बुरा असर पड़ सकता है। इसलिये इस तरह के बिजनेस शुरू करने के लिए पहले आप कुछ दिनों तक किसी मशहूर ई-कामर्स पोर्टल से जुड़ जायें। इसमें आपको फायदा कम होगा लेकिन आपको अनुभव अधिक हो जायेगा। यही रास्ता आपके लिए फायदेमंद साबित होगा।
2. मशहूर ई-कामर्स वेबसाइट से इस तरह जुड़ा जा सकता है
आज के जमाने में यह बहुत आसान है। किसी ई-कामर्स वेबसाइट से जुड़ने के लिए सबसे पहले व्यक्ति को अपनी मनपसंद और ट्रस्टेड वेबसाइट का सेलेक्शन करें। इसके बाद उस वेबसाइट पर जाकर अपने अपने आप को एक सेलर/वेंडर के तौर पर रजिस्टर करना होगा। ई-कामर्स वेबसाइट से जुड़ने के लिए आपको सबसे पहले उस वेबसाइट के लिंक को खोलना होगा। इसके बाद अपने आप रजिस्टर्ड करने के लिए ईमेल आईडी और मोबाइल नंबर डालना करना होगा। अब आपका मोबाइल नंबर और ईमेल वेरिफिकेशन के लिए दोनों पर ओटीपी जायेगा। इस ओटीपी नंबर को एंटर करते ही एक फॉर्म खुलकर आएगा। इस फार्म पर सभी जरूरी जानकारियां भरकर उसे सबमिट करना होगा। इसके बाद आप वेंडर जोन में एंटर कर लेंगे। अब आपको यहां पर अपने प्रोडक्ट यानी समानों की लिस्टिंग करनी होगी। यानी किस तरह के सामान आपक बेचना चाहते हैं, उसकी पूरी लिस्ट देनी होगी। जब आपकी अपने प्रोडक्ट की लिस्टिंग हो जायेगी । तब आपका उस वेबसाइट से आपका बिजनेस शुरू हो जायेगा। ऑनलाइन सेलिंग कंपनियां अपने लॉजिस्टिक सर्विस के द्वारा सामान स्वयं उठवाती है, और ग्राहक तक पहुंचाती हैं। लेकिन सामान पैक करके देने की जिम्मेदारी सेलर यानी आपकी होती है।
3. ऑनलाइन बिजनेस बढ़ाने वाली जरूरी बातें
ऑनलाइन बिजनेस सबसे बड़ी बात है ग्राहक का विश्वास जीतना और अच्छी और तत्काल सर्विस देना। क्योंकि ग्राहक सेलर के प्रोडक्ट को ऑनलाइन देखता है और वह अनेक वेबसाइट पर जाकर प्रोडक्ट की क्वालिटी व रेट को जांचता-परखता है। जिस वेबसाइट पर अच्छी क्वालिटी और कम रेट पर दिखाई देता है तो उसे अपनी मनपसंद वेबसाइट पर ऑनलाइन ही ऑर्डर कर देता है। ऑर्डर करने में ग्राहक को कुछ जरूरी चीजे, जैसे अपना नाम, मोबाइल नंबर, ईमेल आईडी, तथा समान प्राप्त करने का पता देना होता है। अब जब ग्राहक सामान आॅर्डर दे चुका होता है तो उसका ऑर्डर सेलर को मिलता है, सेलर सामान पैक कर, डिलीवरी बॉय को ग्राहक के पते के साथ सामान दे देता है। अब जिम्मेदारी डेलिवरी बॉय की। वह दिए गए पते पर सामान पहुँचाता है। अगर सामान का पैसा पहले भुगतान नही हुआ होता है तो ग्राहक से पैसा लेकर सामान देकर चला आता है।
4. अब आपको कितने और कब पैसे मिलेंगे?
आपके प्रोडक्ट की डिलीवरी होने के 10 या 15 दिनों में आपको अपने सामान की कीमत आपके बैंक अकाउंट में आ जाएगी। आपके सामान पर वसूली गई कीमत में से ऑनलाइन कंपनियां अपना हिस्सा अपने पास कमीशन के रूप में काट लेगी। यह कमीशन में उनके प्लेटफॉर्म पर आपके सामान बेचने के चार्ज, सर्विस टैक्स और लॉजिस्टिक के साथ ही पैकिंग के खर्चें इत्यादि शामिल होते है।
5. ऑनलाइन बिजनेस की सफलता के लिए खास व जरूरी टिप्स
एक साथ आप कई ऑनलाइन कंपनियों के साथ जुड़ सकते हैं। अगर आपके सामानों में कुछ सामान टैक्स के दायरे में आते हैं तो उनके लिए लिए आपको जीएसटी रजिस्ट्रेशन जरूरी है। आपको इसके लिए कम्प्यूटर की भी जानकारी जरूरी है। साथ ही आपको हिसाब-किताब को भी करना बेहतर ढंग से करना सीखना होगा क्योंकि काम बढ़ने के साथ आपके पास बहुत सा हिसाब करना होगा।
ऑनलाइन बाजार में अपनी वेबसाइट को सुपरहिट करने के लिए कुछ जरूरी काम भी करने होंगे। जैसा कि पहले भी कहा जा चुका है कि ऑनलाइन बिजनेस में साखा बनाना बहुत जरूरी है। यदि आपकी साख मार्केट में अच्छी बन गयी तो आपका बिजनस दिन दूना रात चौगुना बढ़ जायेगा। यदि कहीं से भी कमिटमेंट में कमी आ गयी तो आपको उसका खामियाजा भी भुगतना पड़ सकता है। आप अपनी वेबसाइट पर किसी भी तरह की गलत जानकारी देने से बचे। अपने सामान के बारे अधिक से अधिक जानकरी देने का प्रयास करें। सामान के बारे में डिटेल से बताएं जैसे शर्ट किस रंग की है, उसकी बटन किस रंग की है इत्यादि। ऐसा करने से ग्राहक का विश्वास बढ़ेगा।
6. इन बातों से दूरी बनाये वरना काम हो जाएगा खराब
अपने ग्राहकों से सोच-समझ कर वादा करें। अक्सर सेलर यह सोच कर उन सामानों को भी डिस्प्ले में दिखाते हैं, जो उनके पास नहीं होते हैं। वह सोचते हैं कि जब आर्डर आएगा, तब मैनेज कर लेंगे। अगर इस बीच ऑर्डर आ जाए, तो भागम-भाग हो जाती है। इससे काफी किरकिरी होने की आशंका रहती है। इससे बचें। जो आपके पास है, उसे ही डिस्प्ले करें। सस्ता नहीं है हमेशा अच्छा लो। अक्सर महंगे प्राइस को काट कर भारी डिस्काउंट का वादा करके सामान बेचने की कोशिश करते हैं। यह चालबाजी अक्सर काम नहीं करती, इससे बचें। ऑनलाइन कस्टमर काफी समझदार हैं और वे एक प्रॉडक्ट्स को कई साइट्स पर कंपेयर करके देख लेते हैं। कंपनी की रिटर्न पॉलिसी को समझें। सामान चाहे अपनी वेबसाइट से बेचें या किसी दूसरी ई-कॉमर्स साइट से, हर तरह की पॉलिसी को अच्छी तरह से समझें और कस्टमर को भी समझाएं। अक्सर प्रॉडक्ट रिटर्न के वक्त काफी बहस होती है। इससे न सिर्फ कस्टमर के साथ रिलेशन खराब होते हैं बल्कि वेंडर और ई-कॉमर्स पोर्टल के साथ भी रिश्ते खट्टे हो जाते हैं।
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