सैलून का बिज़नेस कैसे शुरू करें?
स्टेप्स, लागत, जगह का चुनाव इत्यादि टिप्स
कभी न कभी आपने अपने शहर या गांव के मार्केट में स्थित नाई की दुकान पर नजर घुमाई होगी तो देखा होगा कि वहां काम कर रहे लोग हमेशा काम करने में व्यस्त रहते हैं और कभी भी खाली बैठे हुए दिखाई नहीं देते हैं, क्योंकि वर्तमान में बार्बर शॉप बिजनेस का कंपटीशन भी कम है, साथ ही हर वर्ग के लोग इस पेशे को अपनाकर मानसिक रूप से खुश भी नहीं रह पाते हैं।
लोकप्रिय संस्था ज़िओन मार्केट रिसर्च की एक रिपोर्ट के अनुसार वर्तमान में सैलून व्यवसाय विश्व स्तर पर लगभग 190 बिलियन डॉलर का हो चुका है और यह 3% से 4% प्रतिवर्ष वृद्धि दर से बढ़ रहा है।
जैसा कि आप जानते है कि आने वाले समय में भी लोगों के बाल हमेशा बढ़ते रहेंगे और युवा तथा किशोर वर्ग वर्तमान में चल रही अलग-अलग हेयर कटिंग की डिजाइन अपनाने के लिए बार्बर शॉप पर जाते रहेंगे, इसलिए यह धंधा कभी भी कमजोर नहीं पड़ेगा चाहे साल का कोई सा भी दिन और कोई सा भी त्यौहार ही क्यों ना हो।
आज हम आपको बताएंगे कि आप भी कैसे एक सैलून की शुरुआत करके अच्छा खासा मुनाफा कमा सकते हैं, आइये जानते हैं -
बनाए अपना एक बिजनेस प्लान :-
दूसरे व्यवसाय की तरह ही इस व्यवसाय की शुरुआत के लिए भी आपको एक बिजनेस प्लान बनाना होगा, जिसमें आपको पहले से ही इस व्यवसाय से संबंधित कुछ बातें निर्धारित कर लेनी होगी जैसे कि - आप अपने सैलून को किस स्थान पर शुरू करना चाहते हैं, साथ ही इसकी शुरुआत में आपको कितना निवेश आएगा एवं आप किस प्रकार की ग्राहक को अपने टारगेट कस्टमर केस के रूप में चुना पसंद करेंगे एवं इसके अलावा कितने निवेश की सहायता से आप अनुमानित कितना मुनाफा कर पाएंगे।
इसके साथ ही अपने बिजनेस प्लान में ही अपनी मार्केटिंग स्ट्रेटजी एवं निवेश की व्यवस्था जैसे विषयों पर भी रिसर्च करें और उन पर भी व्यवसाय शुरू करने से पहले अच्छी प्लानिंग बनाकर तैयार रखें।
सैलून शुरू करने में आने वाली कुल लागत :-
एक अच्छे सैलून की शुरुआत करने के लिए आपको अलग-अलग चीजों में निवेश करना होगा, आइए जानते हैं -
1. लाइसेंस और परमिट :-
इसके बिजनेस के लिए आपको एक बिजनेस लाइसेंस की आवश्यकता होगी, साथ ही स्थानीय मुंसिपल कॉरपोरेशन या फिर राज्य सरकार के द्वारा जारी किए जाने वाले अलग-अलग प्रकार के परमिट की भी आवश्यकता हो सकती है।
यदि आप अपने सैलून से ही किसी प्रकार के सामान की भी बिक्री करना चाहते हैं तो, आपको एक सेलर परमिट भी लेना पड़ सकता है, जो कि अपने स्थानीय मुंसिपल कॉरपोरेशन की सहायता से हासिल कर सकते हैं।
जैसा कि आप जानते हैं इस व्यवसाय में आप लोगों को अपनी सेवा प्रदान करेंगे, इसलिए गुड्स एंड सर्विस टैक्स के तहत जीएसटी पोर्टल पर जाकर अपना एक यूनिक जीएसटी नंबर भी हासिल करना होगा।
इसके अलावा आपको अपना एक बिजनेस बैंक अकाउंट खुलवाना होगा, साथ ही आयकर विभाग के द्वारा जारी किया जाने वाला पैन कार्ड भी बनवाना पड़ेगा।
आप अपने बिजनेस अकाउंट की सहायता से ही अपना सारा लेनदेन कर पाएंगे एवं उसके अच्छे क्रेडिट स्कोर के दम पर बैंकों की सहायता से ऋण भी ले पाएंगे।
इस प्रकार के लाइसेंस और परमिट लेने में आपको लगभग पांच हजार रुपये तक का खर्चा आएगा।
2. जगह का किराया :-
यदि आपके पास अधिक निवेश है तो आप अपनी एक स्थाई जगह भी खरीद सकते हैं, परंतु ध्यान में रखें कि इस प्रकार के बिजनेस में एक स्थाई जगह को चुनना आपके लिए घाटे का सौदा हो सकता है, क्योंकि कई बार आप एक ही स्थान पर अपना सैलून स्थापित कर लेते हैं तो थोड़े समय बाद उस स्थान पर आने वाले ग्राहकों की संख्या कम हो जाती है, इसलिए आपको अपने सैलून को भी वहां से प्रतिस्थापित करना पड़ सकता है, ऐसी बातों को ध्यान में रखकर आप हमेशा किराए पर ही अपनी सैलून शॉप स्थापित करने को प्राथमिकता देवें।
राजस्थान के जयपुर शहर को आधार मानकर हम आपको जगह का किराया बताएंगे, जयपुर में आपको लगभग तीस हजार रुपए प्रति महीना किराया चुकाना पड़ सकता है।
3. कर्मचारियों का वेतन :-
यदि आप किसी भी भीड़ भाड़ वाले इलाके में अपनी सैलून शॉप स्थापित करते हैं तो स्वयं के अलावा दूसरे व्यक्तियों को भी कर्मचारी के रूप में रखना पड़ेगा, क्योंकि यदि आप अकेले ही इस व्यवसाय को संचालित करेंगे तो अधिक मुनाफा भी नहीं कमा पाएंगे साथ ही निरन्तर मेहनत की वजह से इस व्यवसाय से ऊब भी सकते हैं, क्योंकि इसमें आपको शारीरिक तौर पर मेहनत करने की आवश्यकता होगी।
इसलिए आपको कर्मचारियों का चयन करना चाहिए, आप बीस हजार रुपए प्रति महीने के आधार पर दो से तीन कर्मचारी रख सकते हैं, इस प्रकार आपको पचास हजार रुपए तक का निवेश आ सकता है।
4. सैलून में इस्तेमाल होने वाले सामान :-
आपको अपने सैलून शॉप में काम में आने वाले इक्विपमेंट्स जैसे कि- ब्यूटी प्रोडक्ट, हेयर सप्लाई प्रोडक्ट, चेयर, हेयर ड्रायर और साथ ही वर्तमान में इंटरनेट की पहुंच बढ़ने के साथ-साथ पीओएस सिस्टम या फिर ऑनलाइन पेमेंट उपलब्ध करवाने के लिए यूपीआई जैसी सुविधाएं एवं टेलीफोन सेवा उपलब्ध करवाने की आवश्यकता होगी।
अपने निवेश के आधार पर अपने सैलून के डेकोरेशन पर भी अच्छा निवेश कर सकते हैं।
अंदर के डेकोरेशन के साथ-साथ सैलून के बाहरी डेकोरेशन को भी अच्छा बनाने की कोशिश करें।
5. इंफ्रास्ट्रक्चर :-
आपको अपने यहां आने वाले लोगों को बेहतर इंफ्रास्ट्रक्चर और सुविधाजनक माहौल देने के लिए म्यूजिक सिस्टम इनस्टॉल करवाना चाहिए, साथ ही एयर कंडीशनर जैसी सुविधा भी उपलब्ध करवानी चाहिए।
हालांकि इस प्रकार की सुविधाओं से आपका खर्चा बढ़ जाता है, परंतु इसके एवज में आप बाल काटने की फीस ज्यादा रख सकते हैं।
जैसे कि यदि किसी सैलून में ऐसी सुविधा नहीं है और वह एक व्यक्ति के सिर के बाल काटने के पचास रुपए लेता है तो, आप इस प्रकार की सुविधाएं देकर अपनी फीस को सत्तर रुपए रख सकते है।
6. इंश्योरेंस :-
आपके व्यवसाय को कानूनी तौर पर कवर करने के लिए इंश्योरेंस करवाना अति आवश्यक होता है और इलेक्ट्रिसिटी जैसी चीजों का दैनिक दिनचर्या में इस्तेमाल करने के कारण आगजनी जैसी घटनाओं का डर भी रहता है।
इसलिए इस प्रकार के मानसिक और फाइनेंसियल तनाव से बचने के लिए किसी भी अच्छी इंश्योरेंस कंपनी से संपर्क कर अपने व्यवसाय का फुल इंश्योरेंस करवा सकते है।
इस प्रकार कुल लागत को जोड़ें तो आपका निवेश लगभग छह लाख रुपये से सात लाख रुपए तक हो सकता है।
कितना किया जा सकता है मुनाफा :-
मुख्यतः आपका मुनाफा आपके यहां आने वाले ग्राहकों की संख्या पर निर्भर करेगा, यदि आपकी बार्बर शॉप में तीन लोग काम कर रहे हैं तो आप एक दिन में सात घंटे काम करके आसानी से पचास ग्राहकों को अपनी सेवा दे सकते हैं।
एक ग्राहक से साठ रुपये तक एवरेज फीस वसूल करने पर आप आसानी से तीन हज़ार रुपये तक मुनाफ़ा कमा सकते हैं, महीने के स्तर पर जोड़ें तो आसानी से कर्मचारियों की सैलरी निकालकर पचास हजार रुपए तक का मुनाफा कमा सकते हैं।
कैसे करें निवेश की व्यवस्था :-
यदि आपके पास इस व्यवसाय को शुरू करने के लिए आवश्यक सात लाख रुपए तक का निवेश नहीं है तो इसके लिए आप कुछ लोकप्रिय फाइनेंशली स्कीम्स की मदद ले सकते हैं, जिनमें माइक्रो लोन, अल्टरनेटिव लेंडर्स लोन, इक्विपमेंट फाइनेंस लोन और कई कोऑपरेटिव संस्थाओं के द्वारा इंटरेस्ट सब्वेंशन स्कीम के साथ भी लोन उपलब्ध करवाए जाते हैं।
इस तरह की स्कीम में आपको दूसरे बैंकों की तुलना में कम ब्याज दर पर अपना मूल धन वापस बैंक में जमा कराना होता है, यदि आपका क्रेडिट स्कोर बैंक की शर्तों से मेल खाता है तो आपको बड़ा लोन भी दिया जा सकता है।
बिग प्लेयर से सलाह लेने में ना करें हिचकिचाहट :-
इस व्यवसाय में पहले से सफल सैलून के मालिकों से संपर्क कर शुरुआती दिनों के दौरान उनकी मार्केटिंग स्ट्रेटजी और सेवा की गुणवत्ता के बारे में जानकारी ले सकते हैं।
साथ ही आप उनके बिजनेस प्लान के बारे में और अधिक जानकारी हासिल कर उनके जैसा ही एक बिजनेस प्लान बना सकते हैं, आज के वक्त के हिसाब से आपका निवेश उनकी तुलना में अधिक होगा, परंतु उनके द्वारा अपनायी गई स्ट्रेटेजी आपके लिए भी खासी मददगार साबित हो सकती है।
कैसे चुनें अच्छी लोकेशन :-
आपके द्वारा चुनी गई लोकेशन आपके यहां आने वाले ग्राहकों की संख्या तय करेगी, इसलिए हमेशा ध्यान रखें कि आप उसी स्थान पर अपना सैलून स्थापित करें जहां आसपास में या तो काफी भीड़भाड़ वाला मार्केट हो या फिर कोई कोचिंग या फिर स्कूल संस्थान का हॉस्टल जैसा इलाका हो, क्योंकि हॉस्टल में रहने वाले बच्चे निरंतर रूप से आपके सैलून के कस्टमर बन सकते हैं और अच्छा खासा मुनाफा प्रदान कर सकते हैं।
इसके अलावा अपनी लोकेशन को चुनते वक्त ध्यान रखें कि वहां पर इंफ्रास्ट्रक्चर की भी अच्छी उपलब्धता हो एवं स्थानीय गवर्नमेंट के द्वारा इस प्रकार के छोटे व्यवसाय को सहयोग देने का भी प्रावधान हो।
अपनी स्किल को बेहतर बनाने में करें निवेश :-
इस व्यवसाय को शुरू करने के लिए आपको साधारण सी हेयर कटिंग की स्किल आनी चाहिए, परंतु यदि आप बड़े स्तर पर मार्केटिंग करना चाहते हैं तो आपके पास कुछ यूनिक हेयर कटिंग की टेक्निक या फिर यूनिक स्किल होनी चाहिए।
अपनी स्किल को बेहतर बनाने के लिए आप इंटरनेट की सहायता से ज्ञान बटोर सकते हैं एवं खुद यूनिक स्किल सीख कर अपने यहां काम कर रहे कर्मचारियों को भी सिखा सकते है।
कैसे करें अपने सैलून की ब्रांडिंग :-
आपके सैलून की ब्रांडिंग आपके द्वारा दी गई सर्विस पर निर्भर करेगी, यदि आप अपने व्यवसाय को शहर के दूसरे क्षेत्रों या फिर दूसरे शहरों में एक चैन के रूप में संचालित करना चाहते हैं तो आपको अपने सैलून की ब्रांडिंग पर पूरा ध्यान देना होगा।
इसके लिए आप अपनी एक सर्विस पॉलिसी बना सकते हैं और अपने यहां काम कर रहे कर्मचारियों को उस पॉलिसी के प्रावधान अच्छी तरह से समझा सकते हैं।
इस प्रकार की पॉलिसी में आप पहले से ही तय करके रखेंगे की आपके द्वारा ग्राहक से कितनी फीस चार्ज की जानी चाहिए एवं आपके कर्मचारियों का आपके यहां आने वाले उपभोक्ताओं से किस प्रकार का व्यवहार होना चाहिए, आप स्वंय भी इस कस्टमर सर्विस पॉलिसी का अच्छी तरीके से पालन करेंगे तो आप के कर्मचारियों में भी एक सकारात्मक संदेश जाएगा।
साथ ही आप अपने सैलून के पास ही अलग से एक कैफे खोलकर दूसरा व्यवसाय भी संचालित कर सकते हैं, जब भी आपके सैलून पर काफी भीड़ होगी तो आपके यहां आने वाला कस्टमर कुछ समय तक उस कैफे में बैठकर इंतजार कर सकता है और कुछ खा पी सकता है। इससे आपका एक साइड बिजनेस भी संचालित होगा साथ ही आपके यहां आने वाले ग्राहकों को इंतजार करने में परेशानी भी नहीं होगी।
कैसे करें कर्मचारियों का चुनाव :-
अपने कर्मचारियों को चुनते वक्त आप कुछ बातों का ध्यान रख सकते हैं जैसे कि- उसने आपसे पहले किसी दूसरे सैलून में काम किया है या नहीं साथ ही उस सैलून में उसका अनुभव किस प्रकार का रहा और वहां के आसपास के लोगों की सहायता से उसके व्यवहार के बारे में भी जानकारी जुटा सकते हैं।
आप सोच रहे होंगे कि कर्मचारी को चुनते वक्त इतनी बातों का ध्यान रखने की क्या आवश्यकता होती है, परंतु हमेशा ध्यान रखें यदि आपको अपने व्यवसाय को बड़ा बनाना है तो ऐसी छोटी छोटी गलतियों को सुधार कर ही आप एक सफल सैलून ऑनर बन सकते है।
करें अपने सैलून की यूनिक मार्केटिंग :-
आपने कई बार यूट्यूब चलाते वक्त सैलून में काम कर रहे बार्बर की कोई वायरल वीडियो तो देखी ही होगी, जिसमें वे अलग अलग तरीके से यूनिक स्टाइल में हेयर कटिंग करते हुए नजर आते हैं।
आप भी इसी तरह की एक मार्केटिंग स्ट्रेटजी अपनाकर अपनी किसी यूनिक स्टाइल में हेयर कटिंग करते हुए वीडियो शूट करवाकर यूट्यूब या फिर दूसरे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर डाल सकते हैं, इससे आपकी दुकान की लोकप्रियता काफी तेजी से बढ़ती है।
यह बात तो आप खुद भी जानते हैं कि ऑफलाइन मार्केटिंग की तुलना में ऑनलाइन मार्केटिंग के द्वारा बहुत कम समय में लाखों लोगों तक पहुंच बनाई जा सकती है।
इसके अलावा आप नेटवर्क मार्केटिंग पर भी फोकस कर सकते हैं, नेटवर्क मार्केटिंग के तहत यदि आप अपने यहां आने वाले किसी एक कस्टमर को अच्छी सेवा प्रदान करेंगे तो उसकी अच्छी कटिंग देखकर दूसरे लोग भी उससे आपके बारे में पूछ सकते हैं, इस प्रकार बिना एक पैसा खर्च किए आप अधिक लोगों तक पहुंच बना सकते है।
इसके साथ ही ऑफलाइन मार्केटिंग के रूप में आसपास के क्षेत्र में अपने सैलून के एडवर्टाइजमेंट के रूप में होर्डिंग और बैनर लगवा सकते हैं।
यदि आपने इस फील्ड में कोई स्पेशल स्किल हासिल की हुई है तो उसका भी अपने एडवर्टाइजमेंट में इस्तेमाल करना ना भूलें, क्योंकि आजकल की युवा पीढ़ी स्पेशलिस्ट हेयर कटिंग करने वाले बार्बर की खोज में रहती है, आप उनकी इस डिमांड को फुल फील कर अच्छा मुनाफा कमाने के साथ अपना एक लॉयल कस्टमर बेस भी स्थापित कर सकते हैं।
बनाए एक अट्रैक्टिव वेबसाइट :-
जिओ के आगमन के बाद भारत में लगभग 50% जनसंख्या के द्वारा इंटरनेट का इस्तेमाल किया जाता है, आप भी इस बड़े क्लाइंट बेस तक पहुंच बनाने के लिए अपनी एक अट्रैक्टिव वेबसाइट बनवा सकते हैं, इसके लिए आप किसी वेबसाइट डेवलपर से संपर्क कर सकते हैं।
इस प्रकार की वेबसाइट पर आप अपने द्वारा प्रदान की जाने वाली अलग-अलग सर्विस के बारे में पूरी जानकारी डाल सकते हैं, साथ ही आप अपने सैलून में काम करने वाले एम्प्लोयी की भी जानकारी डालकर अधिक लोगों को आकर्षित कर सकते है। इस प्रकार वेबसाइट पर उपलब्ध करवाई गई छोटी-छोटी जानकारियां आपकी सैलून के प्रोफेशनलिज्म को बढ़ाता है जोकि भविष्य में आपके व्यवसाय के लिए भी फायदेमंद साबित होता है।
अपने मुनाफे को रखें लिमिटेड :-
व्यवसाय को स्थापित करने के साथ ही आपके मन में मुनाफे के बारे में भी ख्याल आने शुरू हो जाएंगे, आपको इस प्रकार के ख्यालों को सीमित रखना होगा, क्योंकि यदि आपके मन में अधिक मुनाफे का लालच आ जाएगा तो आप ग्राहकों को उस प्रकार की सेवा नहीं दे पाएंगे जिस प्रकार की सेवा के लिए प्रतिबद्ध होकर आपने इस व्यवसाय को शुरू किया था।
साथ ही यदि अच्छी सेवा की सहायता से अधिक मुनाफा कमा भी लेते हैं तो इस पैसे का इस्तेमाल फालतू की चीजों में ना करते हुए अपने व्यवसाय को ही बड़ा बनाने में करें और सैलून के साथ ही फेशियल मसाज और बॉडी मसाज जैसी दूसरी सेवाएं प्रदान करने के लिए निवेश के रूप में इस्तेमाल करें।
समय के साथ अपने बिजनेस प्लान में करते रहें सुधार :-
आपके द्वारा व्यवसाय की शुरुआत में बनाया गया बिजनेस प्लान आने वाले समय के साथ परफेक्ट नहीं रहेगा, इसलिए उस बिजनेस प्लान में समय के साथ परिवर्तन करना ना भूले।
उदाहरण के लिए आपको समझाते हैं कि यदि आप ने तय किया है कि आप कम निवेश में इस व्यवसाय की शुरुआत करना चाहते हैं और वर्तमान में आपके सलून में काम कर रहे एंप्लोई के द्वारा ज्यादा सैलरी मांगी जा रही है तो,आप अपने आसपास के दूसरे सैलून के बिजनेस प्लान को पढ़कर उनसे तुलना कर अपने बिजनेस प्लान में भी सुधार कर सकते है।
इस प्रकार आपने जाना कि किस तरह आप अपना एक सैलून संचालित कर बढ़ती हुई भारतीय जनसंख्या को अपनी हेयर कटिंग स्किल की सेवाएं प्रदान करने के साथ ही मुनाफा भी कमा सकते है।
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