टैक्सी का बिजनेस कैसे शुरू करें?
स्टेप्स, लागत, जगह का चुनाव इत्यादि टिप्स
धैर्य से शुरू किया गया टैक्सी व्यवसाय काफी जल्दी मुनाफा देने वाला एक सेटिस्फाइंग बिजनेस माना जाता है, वैसे तो इस तरह के व्यवसाय के लिए आपको अच्छी खासी कैपिटल की आवश्यकता होगी, परंतु उतनी ही अच्छी क्वालिटी में आप रिटर्न ऑन इन्वेस्टमेंट भी जनरेट कर पाएंगे।
मान लीजिए कि आज आपने टैक्सी खरीदी है तो अगले दिन से ही आप उसे काम पर लगाकर मुनाफा कमाना शुरू कर सकते हैं।
आज हम आपको बताएंगे की कैसे आप अपने निवेश के आधार पर किस प्रकार की टैक्सी खरीद सकते हैं एवं साथ ही किसी भी छोटे या बड़े शहर में इस व्यवसाय को किस तरह संचालित कर अच्छा पैसा बना सकते हैं, आइये जानते हैं-
बनाए एक टैक्सी बिजनेस प्लान :-
हर व्यवसाय की तरह टैक्सी बिजनेस शुरू करने के लिए भी आपको एक बिजनेस प्लान बनाने की आवश्यकता होगी, अपने बिजनेस प्लान में आपको कुछ चीजों का ध्यान रखना होगा जैसे कि -
कौन सी टैक्सी रहेगी बेस्ट :-
अपने निवेश को मद्देनजर रखते हुए अच्छी माइलेज देने वाली तथा सिक्योरिटी के प्रावधानों पर खरी उतरने वाली किसी भी कंपनी की टैक्सी खरीद सकते है, यदि आपके पास निवेश कम है तो आप सेकंड हैंड टैक्सी भी खरीद सकते है।
कितना करेंगे निवेश :-
अपने बिजनेस प्लान को बनाते वक्त की ध्यान रखना होगा कि आप इस व्यवसाय में कितना निवेश करेंगे और टैक्सी खरीदने के बाद उसको अट्रैक्टिव दिखाने में डेकोरेटिंग पर कितना पैसा खर्च कर सकते है, एक बात का हमेशा ध्यान रखें कि किसी भी व्यवसाय में पहले से निर्धारित करे गए बजट के अनुसार ही निवेश करें कभी भी ओवर-बजट खर्च न करें।
इसके अलावा पहले से ही तय कर सकते हैं कि आपको शहर के किस स्थान से किसी स्थान तक अपनी टैक्सी सेवा प्रदान करनी है, साथ ही टारगेट कस्टमर बेस के रूप में कौन से वर्ग को
प्राथमिकता प्रदान करेंगे एवं आपके द्वारा किए गए निवेश के आधार पर अनुमानित एक महीने का कितना मुनाफा कमा पाएंगे, ऐसी बातें पहले से ही सोच कर रखेंगे तो इस व्यवसाय में आपकी सफलता की संभावना बढ़ जाएगी।
जानिए टैक्सी व्यवसाय का वर्तमान पोटेंशियल :-
आप जिस क्षेत्र में अपनी टैक्सी सर्विस शुरू करना चाहते है, वहां पर पहले से संचालित दूसरी टैक्सी वाले लोगों से बात करके इस व्यवसाय की क्षमता जान सकते हैं।
साथ ही आप उन लोगों से पता कर सकते हैं कि उन्होंने कितने निवेश के साथ इस व्यवसाय की शुरुआत की थी और आज कितने समय बाद उन्होंने कितना मुनाफा कमा लिया है, इससे आपको इस व्यवसाय के बारे में एक मोटा-मोटा अंदाजा लग जाएगा।
वर्तमान में भारतीय इकोनॉमी में लोगों की बढ़ती पर कैपिटा इनकम और जनसंख्या के साथ इस व्यवसाय में काफी ग्रोथ हुई है और आने वाले समय में और अधिक वृद्धि होने की संभावना है।
साथ ही सरकार भी शहरों की इंफ्रास्ट्रक्चर को बेहतर बनाने के लिए रोड और डेवलपमेंट जैसे कार्यों पर काफी पैसा खर्च कर रही है, आपकी जानकारी के लिए बता दें कि 2020-21 वित्तीय वर्ष में भारत सरकार के द्वारा पूरे विश्व में सर्वाधिक लंबी दूरी के राजमार्गों का निर्माण किया गया है, अथार्थ किसी भी दूसरे देश की तुलना में भारत में सबसे ज्यादा रोड़ बनी है।
इसी बात से आप अंदाजा लगा सकते हैं कि आने वाले समय में इस बिजनेस में कितना पोटेंशियल होगा।
बनाए एक बिजनेस आउटलुक :-
मार्केट के वर्तमान पोटेंशियल को ध्यान में रखते हुए आपको अपने व्यवसाय का एक आउटलुक तैयार करना होगा जो कि आने वाले समय में आपके व्यवसाय को बड़ा बनाने में भी मदद करेगा, इसके लिए आपको कुछ बातों का ध्यान रखना होगा जैसे कि-
तय करें एक उचित टैरिफ प्लान :-
आप अपने क्षेत्र में लोगों की आय के आधार पर अपनी टैक्सी सर्विस की सेवा के बदले में दी जाने वाली फीस तय कर सकते हैं, जैसे कि कुछ बड़े शहरों में टैक्सी के द्वारा एक किलोमीटर दूरी तय करने पर तीस रुपये तक का किराया लिया जाता है, जबकि कुछ शहरों में पचास रुपए तक का।
आप अपने क्षेत्र के आधार पर अपना किराया तय कर सकते हैं।
ढूंढे अच्छे ड्राइवर :-
अपने ड्राइवर को हायर करते वक्त कुछ बातों का ध्यान रखना होगा जैसेकि-
- उसके पास सरकार के द्वारा जारी किए जाने वाले डॉक्यूमेंट सही है या नहीं, साथ ही आप खुद भी अपनी ही किसी टैक्सी पर उसकी ड्राइविंग का टेस्ट भी ले सकते हैं।
- एक बात हमेशा ध्यान रखें कि एक शांत स्वभाव का ड्राइवर इस व्यवसाय में आपको अधिक मुनाफा कमा कर देगा तुलना में की आलसी परवर्ती का ड्राइवर, क्योंकि वह लोगों के साथ अच्छा बर्ताव करेगा तो उस क्षेत्र में रह रहे लोगों के प्रति आपकी टैक्सी सर्विस कंपनी के लिए एक सकारात्मक संदेश जाएगा और वह अगले समय आपकी टैक्सी लेना ही पसंद करेंगे।
तय करें ऑफिस स्पेस :-
आपको कम से कम इतने क्षेत्र का ऑफिस तो बनाना होगा जहां पर आपके व्यवसाय से संबंधित सभी प्रक्रियाओं को संचालन किया जा सके।
इसके लिए आप शहर के किसी बाहरी इलाके में अपना ऑफिस स्थापित कर सकते हैं, जिससे कि वहां पर आपको किराया भी कम लगेगा और भीड़ भाड़ जैसी समस्या भी नहीं रहेगी।
करवाएं अपने व्यवसाय का रजिस्ट्रेशन :-
यदि आप इस व्यवसाय को केवल एक टैक्सी की सहायता से शुरू करना चाहते हैं तो आपको अलग से किसी रजिस्ट्रेशन की आवश्यकता नहीं होगी लेकिन यदि आप 5 से 10 टैक्सियों की सहायता से व्यवसाय का संचालन करना चाहते हैं तो आपको आरटीओ डिपार्टमेंट के तहत रजिस्ट्रेशन करवाना होगा, साथ ही रजिस्ट्रार ऑफ कंपनीज के तहत भी रजिस्टर करवाना होगा, इसके अलावा पर्यावरण से संबंधित प्रावधानों का पालन करने के लिए पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड के द्वारा जारी किया जाने वाला नो पॉल्यूशन सर्टिफिकेट बनवाना पड़ेगा एवं समय-समय पर सर्विस स्टोर पर मैकेनिकों के द्वारा सेफ्टी प्रावधानों की भी जांच करवानी होगी।
साथ ही आप जानते हैं कि आप इस व्यवसाय में 5 से 10 व्यक्तियों को काम पर रखेंगे, इसलिए आपको श्रम मंत्रालय के द्वारा बनाए गए श्रम कानूनों का भी पालन करना होगा।
इंश्योरेंस लेने में ना करें देरी :-
साधनों से संबंधित व्यवसाय में कभी भी कोई भी दुर्घटना घटित हो सकती है और इससे आपको फाइनेंसियल के साथ-साथ मानसिक समस्याओं का भी सामना करना पड़ सकता है।
इस प्रकार की गंभीर समस्याओं से बचने के लिए किसी भी अच्छी इंश्योरेंस कंपनी की सहायता से अपने व्हीकल के साथ उसके पैसेंजर का इंश्योरेंस एवं अपने व्यवसाय का एक साथ मल्टीपल इंश्योरेंस बनवा सकते है।
इस प्रकार के इंश्योरेंस के तहत यदि आपकी टैक्सी का कोई एक्सीडेंट होता है तो आपको क्लेम के तौर पर पूरा पैसा वापस मिलने की संभावना रहती है और यदि आपके ऑफिस में आगजनी जैसी घटनाएं होने से ऑफिस का नुकसान होता है तो भी उस स्थिति में आपको इंश्योरेंस कंपनी के द्वारा पैसे दिया जाता है।
व्यवसाय शुरू करने में कितनी आएगी लागत :-
इस व्यवसाय को शुरू करने के लिए आपको अलग-अलग प्रकार की चीजों में निवेश करना होगा, हम आपको इन अलग-अलग चीजों के निवेश के बारे में बताएंगे -
इंश्योरेंस में खर्चा :-
किसी भी टैक्सी कंपनी व्यवसाय को शुरू करने के लिए इंश्योरेंस में काफी खर्चा आता है, परंतु यह आपके व्यवसाय को एक सुरक्षा प्रदान करता है इसलिए इस प्रकार के निवेश से कभी भी पीछे ना हटे।
वर्तमान में एक टैक्सी कार का इंश्योरेंस करवाने की कीमत लगभग पन्द्रह हज़ार रुपए तक हो सकती है। आप अपने यहां चल रही टैक्सी की संख्या के आधार पर अपना कुल निवेश निकाल सकते हैं, जैसे कि यदि आपने 10 टैक्सी संचालित की हुई है तो आपका एक वर्ष का इंश्योरेंसका खर्चा लगभग डेढ़ लाख रुपए तक होगा।
लाइसेंस का खर्चा :-
लाइसेंस लेने की प्रक्रिया इतनी महंगी नहीं होती, परंतु फिर भी अपने यहां काम कर रहे कर्मचारियों एवं दूसरे प्रकार के लाइसेंस के लिए बीस हजार रुपए तक निवेश आ सकता है।
ऑफिस किराया :-
हमेशा अपने ऑफिस के किराए को कम रखने की कोशिश करें, चाहे तो आप अपनी ऑफिस को शहर के बाहरी इलाके में भी स्थापित कर सकते हैं।
क्योंकि आपके कस्टमर आपकी टैक्सी में सवारी करेंगे, इसलिए उन्हें आपके ऑफिस से कोई मतलब नहीं होगा तो यह आवश्यक नहीं है कि आप अपने ऑफिस को शहर के मुख्य स्थान पर ही स्थापित करें, परंतु फिर भी ऐसी जगह पर ऑफिस स्थापित करने के लिए आपको चालीस हजार रुपए प्रति महीना किराया देना पड़ सकता है।
मीटर :-
किसी भी मीटर सर्विसिंग कंपनी की सहायता से अपनी टेक्सी में मीटर इनस्टॉल करवा सकते हैं,इसके लिए अधिक निवेश की जरूरत नहीं होगी, परन्तु फिर भी दस हजार रुपए तक के खर्चे में सभी टैक्सी में मीटर इंस्टॉल हो सकता है।
गाड़ियों की कीमत :-
यदि आप 10 गाड़ियों के साथ इस प्रकार के व्यवसाय की शुरुआत करना चाहते हैं तो एक गाड़ी की कीमत पांच लाख रुपए तक मान कर चलिए, इस प्रकार टेक्सी खरीदने के लिए आपको पचास लाख रुपए तक के निवेश की आवश्यकता होगी।
यदि आप छोटे स्तर पर शुरू करना चाहते हैं तो, एक गाड़ी का पांच लाख रुपए तक का खर्चा आएगा।
इसके अलावा डेकोरेशन जैसी चीजों में थोड़ा और खर्चा आ सकता है।
अब आप इस खर्चे को जोड़कर अंदाजा लगा सकते हैं कि छोटे स्तर पर शुरू करने के लिए आपको सात लाख रुपए तक के निवेश की आवश्यकता होगी, जबकि कम से कम 10 गाड़ियों से टैक्सी सर्विस शुरू करने के लिए साठ से सत्तर लाख रुपए रुपए तक के निवेश की आवश्यकता होगी।
कितना कमाया जा सकता है मुनाफा :-
आपका मुनाफा आपके कस्टमर की संख्या पर निर्भर करेगा, यदि आपके ड्राइवर का व्यवहार अच्छा है तो वह अधिक लोगों को आपकी कंपनी की सेवा प्रदान करवाने में सफल हो पाएंगे, जिससे आपका मुनाफ़ा भी बढ़ेगा।
एक ड्राइवर यदि दिन में पांच घंटे काम करता है तो महीने का पच्चीस हजार से चालीस हजार रुपए कमाता है।
इसके अनुसार निकाल सकते हैं, आप 10 टैक्सी की सहायता से लगभग तीन लाख रुपए तक का मुनाफा कमा पाएंगे, कुछ दूसरे प्रकार के खर्चे निकालने के बाद बड़े तौर पर देखा जाए तो इस व्यवसाय में आसानी से महीने का दो लाख रुपए तक मुनाफा कमा सकते हैं।
अलग-अलग जगह के अनुसार आपका मुनाफा कम या अधिक हो सकता है, क्योंकि कई स्थान पर अधिक किराया होता है जबकि कुछ स्थानों पर कम भी हो सकता है।
कैसे चुने अपनी टैक्सी सर्विस की लोकेशन :-
आपको बिजनेस प्लान बनाते वक्त की एक ऐसे क्षेत्र का चुनाव करना होगा जहां पर आप अपनी टैक्सी सर्विस की सेवा प्रदान करवाएंगे, इस प्रकार की जगह के चुनाव के लिए आपको कुछ बातों का ध्यान रखना होगा जैसेकि-
बेहतर रोड कनेक्टिविटी :-
आप ऐसे क्षेत्र में ही अपनी सेवा प्रदान करने की कोशिश करें जहां पर अच्छी रोड कनेक्टिविटी हो, भले ही आपको वहां पर थोड़ा बहुत कंपटीशन झेलना पड़े, क्योंकि ऐसी स्थिति में आपकी गाड़ी का मेंटेनेंस खर्चा काफी कम आएगा, और आप इस बचे हुए पैसे का इस्तेमाल और अधिक टैक्सी खरीदने में कर सकते हैं या फिर अपनी कंपनी की एडवर्टाइजमेंट में निवेश कर सकते है।
स्थानीय सरकार का सहयोग :-
कुछ क्षेत्र ऐसे हैं जहां कि राज्य सरकारें टैक्सी जैसी सेवाओं का इतना अधिक सपोर्ट नहीं करती है, जैसे कि उत्तराखंड में मसूरी और नैनीताल जैसी जगह पर स्थानीय राज्य सरकार के द्वारा अधिक टैक्सियों को लाइसेंस और परमिट प्रदान नहीं किया जाता है, क्योंकि वहां की सरकार के द्वारा एक पर्यावरण से संबंधित कुछ प्रावधान अपनाए गए हैं इसलिए वह प्रदूषण को कम करने के लिए इस तरह के कदम उठाते है।
इसलिए आप ध्यान रखें कि जिस क्षेत्र में भी आप अपनी टैक्सी सेवा शुरुआत करना चाहते हैं, वहां की स्थानीय राज्य सरकार या फिर मुंसिपल कॉरपोरेशन ने कुछ ऐसे प्रावधान बनाएं है या नहीं, क्योंकि ऐसी स्थिति में वहां की मुंसिपल कॉरपोरेशन किसी छोटी सी गलती पर ही आपका चालान काट सकती है और इससे आपके दूसरे प्रकार के खर्चे काफी अधिक हो जाएंगे, जो कि आपके लिए घाटे का सौदा हो सकता है।
ग्राहकों की उपलब्धता :-
किसी भी टैक्सी सर्विस कंपनी के लिए यह सबसे आवश्यक होता है कि वह ऐसे स्थान पर अपनी सेवा संचालित जहां पर उसे अधिक से अधिक ग्राहक मिले, बाकी सभी प्रकार के प्रावधानों से समझौता किया जा सकता है।
अधिक ग्राहक ना मिलने पर आपकी सेवा पूरी तरह बंद हो सकती है, इसलिए ऐसे इलाके में ही सेवा प्रदान करें जहां पर लोगों की पर कैपिटा इनकम अच्छी हो और वहां के लोग टैक्सी में सफर करना पसंद करते हो।
ध्यान रखें कि ऐसे स्थानों पर आपको पहले से ही संचालित टैक्सी कंपनियों से प्रतिस्पर्धा झेलनी पड़ेगी, परंतु अपने ड्राइवरों की बेहतरीन कम्युनिकेशन स्किल और अपनी टैक्सी सर्विस का बेहतरीन नमूना पेश करते हुए आप आसानी से उनसे प्रतिस्पर्धा कर पाएंगे।
कैसे करें अपनी टैक्सी सर्विस कंपनी की मार्केटिंग :-
मार्केटिंग किसी भी व्यवसाय के मुनाफे में बड़ा उतार-चढ़ाव पैदा कर सकती है, इसलिए अपनी कंपनी की मार्केटिंग में किए जाने वाले निवेश से दूर ना भागे।
आप इस फील्ड में काम कर रही किसी मार्केटिंग या एडवरटाइजमेंट कंपनी से संपर्क कर, अपने लिए एक यूनिक मार्केटिंग स्ट्रेटजी बनवा सकते हैं।
साथ ही आपकी ही फील्ड में कुछ सफल टैक्सी सेवा जैसेकि- ओला और उबर की शुरुआती दिनों की मार्केटिंग स्ट्रेटजी के बारे में अच्छी तरीके से अध्ययन करके उसी मार्केट स्ट्रेटेजी को फॉलो कर सकते है।
वर्तमान में इंटरनेट का क्रेज काफी तेजी से बढ़ रहा है, इसलिए आप इंटरनेट का इस्तेमाल करते हुए अपने टैक्सी सर्विस का एक मोबाइल ऐप बना सकते हैं और उसे अपने आस पास के क्षेत्र के लोगों के लिए डाउनलोड करने की उपलब्धता सुनिश्चित करवा सकते हैं।
इंटरनेट की वजह से युवा वर्ग तक आप की पहुंच काफी तेजी से बढ़ेगी पर ध्यान रखिए कि आप अपने व्यवसाय को ऐसे क्षेत्र में ही संचालित करें जहां पर वर्तमान में ओला और उबर जैसी कंपनियां नहीं पहुंच पाई हैं, इससे लोगों के मन में आपकी कंपनी के प्रति एक सकारात्मक रवैया पैदा होगा और वह बिना किसी दूसरी टैक्सी सेवा का इस्तेमाल किए ऐप की सहायता से ही आपकी टैक्सी ऑर्डर कर पाएंगे।
साथ ही ऑफलाइन मार्केटिंग के तौर पर नेटवर्क मार्केटिंग पर फोकस कर सकते हैं, यदि आप किसी एक उपभोक्ता को अपनी टैक्सी की सहायता से अच्छी टैक्सी सर्विस प्रदान करेंगे तो वह अपने परिचितों या दोस्तों को आपकी कंपनी के बारे में बताएगा एवं भविष्य में कभी जरूरत पड़ने पर अगली बार भी वह आपकी ही कंपनी की टैक्सी को प्राथमिकता देगा।नेटवर्क मार्केटिंग बिना कोई निवेश किए की जाने वाली सबसे सस्ती मार्केटिंग होती है।
इसके अलावा आप अपने आसपास के क्षेत्र में अपनी टैक्सी सर्विस कंपनी के होर्डिंग्स और बैनर लगवा सकते हैं, साथ ही कोशिश करें कि दूसरी कंपनी की तुलना में अपने किराए को थोड़ा कम रखें।
कई बार आपने महसूस किया होगा कि बड़ी कंपनियां मार्केटिंग स्ट्रेटजी के तौर पर ही सौ रुपये के किसी प्रोडक्ट के स्थान पर 99 रुपए लिख कर प्रचार करती है, इससे उपभोक्ताओं में मानसिक प्रभाव उत्पन्न होता है, और चाहे भले ही उसको ₹100 देना पड़े, परंतु फिर भी वह उस कंपनी के सेवा का उपयोग करता है।
इस प्रकार हमने जाना कि कैसे आप लोगों को एक स्थान से दूसरे स्थान तक पहुंचा कर अपने टैक्सी व्यवसाय की शुरुआत कर सकते हैं और इसमें आपको कितनी लागत आएगी, साथ ही आप कौन सी स्ट्रेटेजी अपना करा अच्छा मुनाफा कमा सकते है।
यह भी पढ़े :
1) आइसक्रीम पार्लर कैसे खोलें? स्टेप्स, लागत, जगह का चुनाव इत्यादि टिप्स
2) कैसे शुरू करें एक स्मॉल स्केल इंडस्ट्री भारत में ?
3) वेल्डिंग और फेब्रिकेशन का बिजनेस कैसे शुरू करें?
4) ओके शॉप क्या है? कैसे ये ऐप आपका बिजनेस बढ़ाने में मदद करता है?