क्या ऑनलाइन क्रॉकरी बिजनेस फायदेमंद है?

क्रॉकरी का नाम सुनते ही आपके सामने कांच, चीनी मिट्टी जिसे सेरेमिक भी कहते हैं, बोल चाइना के खूबसूरत रंगों व डिजाइनों में बने बर्तनों की तस्वीर नाचने लग जाती है। शुरू-शुरू में क्रॉकरी के बर्तनों को केवल चाय, काफी, शर्बत के पीने-पिलाने में ही इस्तेमाल किया जाता था। लेकिन बाद में इन बर्तनों का फैशन इतनी तेजी से चल गया कि अब तो लोग क्रॉकरी में अनेक तरह के किचेन के बर्तन के अलावा बर्तनों के सेट, डिजाइनर मूर्तियां व गमले भी तेजी से प्रचलन में आ गये हैं। क्रॉकरी के प्रोडक्ट की खास बात यह है कि यह लम्बे समय तक खराब नहीं होते हैं। इनकी चमक लम्बे समय तक बरकरार रहती है। साथ ही खाने-पीने में इस्तेमाल करने से किसी प्रकार की स्वास्थ्य की हानि भी नहीं होती है। इसके अलावां इन क्रॉकरी के बर्तनों को इस्तेमाल करना बहुत ही आसान होता है वहीं इन बर्तनों को इस्तेमाल करने के बाद धोना भी बहुत आसान होता है। शायद यही कारण है कि इन बर्तनों का चलन काफी तेजी से बढ़ रहा है। इसके अलावा अन्य धातुओं के बर्तनों की अपेक्षा क्रॉकरी के बर्तन सस्ते भी मिलते हैं। केवल इस्तेमाल करने में थोड़ी सावधानी बरतनी होती है क्योंकि जरा सी असावधानी से गिरने पर ये क्रॉकरी के बर्तन जल्दी ही टूट जाते हैं।

तेजी से बढ़ रहा है क्रॉकरी के बर्तनों का फैशन

जहां पहले क्रॉकरी के बर्तनों में केवल चाय-कॉफी के कप या प्लेट होतीं थीं, अब इस्तेमाल किये जाने वाले क्रॉकरी के बर्तनों की लम्बी-चौड़ी लिस्ट बन गयी है। जैसे:-

  1. चाय के कप
  2. कॉफी के मग
  3. कप-सॉसर
  4. सूप कप
  5. प्लेट
  6. कटोरी
  7. मिल्क मग
  8. डिनर सेट
  9. सूप सेट
  10. हांडी सेट
  11. शर्बत सेट
  12. चाय सेट
  13. आईसक्रीम कप
  14. बाउल आदि

कहां-कहां बढ़ रही है क्रॉकरी के बर्तनों की डिमांड

हाल के कुछ दिनों से क्रॉकरी के बर्तनों की डिमांड काफी तेजी से बढ़ रही है। इसका कारण यह है कि अब क्रॉकरी के बर्तनों का इस्तेमाल हर जगह होने लगा है। आइए जानते हैं कि कहां-कहां पर इस तरह के बर्तनों का इस्तेमाल बहुतायत में किया जाता है।

  1. घरों में
  2. होटलों में
  3. रेस्टोरेंटों में
  4. ऑफिसों में
  5. पार्टियों में
  6. गिफ्ट आइटमों में

क्रॉकरी के रिस्क को ऐसे कवर करें

क्रॉकरी के बिजनेस में सबसे बुरी बात यह है कि इस बिजनेस में टूट-फूट का सबसे अधिक नुकसान होता है। इसलिये बिजनेस शुरू करने से पहले इस फैक्टर पर गंभीरता से सोचें और यह देखें कि ऑनलाइन आर्डर की सप्लाई करने में कितनी कम से कम टूट फूट हो अथवा कोशिश करें कि बिलकुल टूट फूट न हो। इसके लिए आपको पैकेजिंग पर पूरा ध्यान देना होगा। ऐसी मजबूत पैकिंग की जाये कि प्रोडक्ट किसी भी कीमत पर न टूटे। इसके लिए एक खास तरीका अपनाना होगा। आपको कई तरह की पैकिंग का ट्रायल करना होगा। इसके लिए पहले आप अपने पसंद की किफायती दो-तीन तरह की पैकिंग को छांट लें। उन सभी की मार्किंग कर लें, जैसे कि पहचान के लिए एक, दो और तीन नंबर डाल लें। इन सभी पैकिंगों में एक सा सामान रखकर दूर शहरों में रहने वाले अपने रिश्तेदारों को  भेजें, जहां आपको अपने बिजनेस के लिए अपना सामाना भेजना होगा। इसमें पैकिंग पर एक सावधानी का निशान लगाते हुए पैकिंग में क्रॉकरी बर्तन के रखे होने का  नोटिस अवश्य लगा दें ताकि उसको लोड व अनलोड करने वालों को थोड़ी बहुत सावधानी बरत सकें। जब यह प्रोडक्ट आपके रिश्तेदारों के पास तक पहुंच जायें तो उनसे फीडबैक लें कि किस पैकिंग में सामान सही सलामत पहुंच गया। उसी पैकिंग को अपने बिजनेस में इस्तेमाल करें।

बिजनेस कैसे शुरू करें ?

सबसे पहले यह तय करें कि आपको बिजनेस करना है। इसके बाद यह देखें कि बिजनेस में सबसे महत्वपूर्ण चीज क्या है। इनका आंकलन करने के बाद यह सामने आता है कि बिजनेस में मार्केटिंग सबसे महत्वपूर्ण है। जिसको मार्केटिंग आती है वो बिजनेस को आसानी से कर सकता है। क्योंकि प्रोडक्ट चाहे जितना अच्छा तैयार कर लो और आपको मार्केटिंग नहीं आती है तो आप अच्छे से अच्छा प्रोडक्ट भी मार्केट में नहीं बेच सकते हो। इस बात को यदि आप अच्छी तरह से जानना चाहते हो तो आज के जमाने का कोई ब्रांडेड प्रोडक्ट उठा कर देख सकते हो। उस प्रोडक्ट के पैकेट पर स्पष्ट लिखा होता है कि किस कंपनी ने इस प्रोडक्ट को तैयार किया है और किस कंपनी इस प्रोडक्ट को बेच रही है। आजकल हर ब्रांडेड प्रोडक्ट के पैकेज में दोनों तरह की कंपनियों का नाम लिखा होता है। इसका मतलब यह है कि जो कंपनी उस प्रोडक्ट को मार्केट में बेच रही है, वो प्रोडक्ट उसने नहीं बनाया है। यदि आप बिजनेस शुरू करना चाहते हैं तो आपको सबसे पहले मार्केटिंग आनी चाहिये।

मार्केटिँग सीखने के लिए क्या करें?

मार्केटिंग सीखने के दो प्रमुख तरीके हैं।

1.पहला तो यह आपने अपनी पढ़ाई के साथ कोई मार्केटिँग का कोर्स किया है तो सबसे अच्छा है, वरना इसके लिए आपको दो वर्ष का कोर्स किसी अच्छे एजूकेशन इंस्टीट्यूशन से करना होगा। यह काफी महंगा भी हो सकता है। यह आप पर निर्भर करता है कि आप इतना समय और पैसा बिजनेस शुरू करने से पहले लगा सकते हैं या नहीं।

2. दूसरा है स्वाध्याय यानी सेल्फ स्टडी। आपको यदि पढ़ने से कोई बात आसानी से समझ में आ सकती है। तो आपके लिये यह रास्ता सबसे सरल, सुगम और सस्ता भी होगा। इसमें इतना अधिक समय भी नहीं लगेगा। आपको किसी अच्छे राइटर की अच्छी किताब लेकर तब तक पढ़नी होगी जब तक उसमें लिखीं मार्केटिंग की बातें समझ में न आ जायें।

ऑनलाइन बिजनेस टिप्स हो जायेंगे आसान

जब आप मार्केटिँग की बारीक-बारीक चीजों से वाकिफ हो जायेंगे तो आपको ऑनलाइन बिजनेस के तरीके भी बहुत जल्दी और बहुत ही अच्छे तरीके से समझ में आ जायेंगे। इसके बाद आप कोई सा ऑनलाइन बिजनेस शुरू करने के लिए तैयार हो सकते हैं। इसके बाद आप अपना ऑनलाइन क्रॉकरी का बिजनेस बहुत ही आसानी से शुरू कर सकते हैं।

बिजनेस शुरू करने से पहले क्या करें?

ऑनलाइन बिजनेस शुरू करने से पहले आप को रिसर्च एण्ड डेवलमेंट वर्क करना होगा। यानी आपको अपनी क्रॉकरी की मार्केट के बारे में काफी खोजबीन करनी होगी। अपने ग्राहकों को तलाशना होगा। आप उन तक कैसे पहुंचें और उन तक अपने प्रोडक्ट को कैसे पहुंचायें। इन बातों को सीखना होगा। इसके लिए आपको सबसे पहले अपने बिजनेस एरिया में जाकर क्रॉकरी की रिटेलर्स की शॉप का निरीक्षण करना होगा। वहां जाकर बिजनेस के गैप को खोजना होगा। यह भी सोचना होगा कि हम इन रिटेलर्स से हटकर किस तरह अपने ग्राहकों को टारगेट करें कि ग्राहक आपके पास आये।

ऑनलाइन बिजनेस शुरू करने से पहले क्या करें?

सबसे पहले अपने बिजनेस का एक बहुत ही खूबसूरत सा ऐसा नाम रखें जिसको आसानी से लोग जान सकें। भले ही बिजनेस शुरू करते समय यह सोचें कि यह बिजनेस केवल एक एरिया या जिले या प्रदेश लेबल पर शुरू करना बल्कि यह भी सोचें कि यह बिजनेस पूरे देश में फैल सकता है और समय आने पर यह बिजनेस इंटरनेशनल लेबल पर फैलाया जा सकता है। इसलिए कोशिश यह करें कि आप अपने बिजनेस का नाम ऐसा चुने जो भारत के किसी ग्रामीण से लेकर अमेरिका, ब्रिटेन, ऑस्ट्रेलिया आदि देशों के किसी भी नागरिक को आसानी समझ में आ जाये। इस नाम की एक वेबसाइट बनवायें। इससे आप अपना ऑनलाइन बिजनेस शुरू करें। इसके लिए आप अपने तरीके सोशल मीडिया पर प्रचार करें। इसके साथ ही यदि कोई विशेष एरिया आपने चुना है और वो आपके नजदीक हो तो उसके लिए आप ऑफलाइन प्रचार भी कर सकते हैं क्योंकि पहले दिन तो आपको कोई जानता नहीं है। इसलिए आपको अपने बिजनेस का जमकर प्रचार करना होगा।

इस तरह बनायें ई-स्टोर

शुरू-शुरू में थोड़ी सी पूंजी लगाकर और ब्रांडेड कंपनियों की क्रॉकरी होलसेल दुकानों से खरीद कर बिजनेस शुरू करें। बिजनेस शुरू करते समय इस बात का ध्यान रखें कि जो चीज बाजार में और फैशन में चल रही है, और जो लम्बे समय तक चल सकती है, उसी चीज को खरीदें।

जब आपका यह छोटा बिजनेस शुरू हो जाये और यह लगने लगे कि ग्राहकों के आर्डर आपको मिलने लगे हैं और आपको निकट भविष्य में एक स्टोर की जरूरत पड़ सकती है। इसके लिए आप ई-स्टोर की तैयारी कर सकते हैं।

ई-स्टोर के लिए जो खास तरह की वेबसाइट बनायी जाती है, वो काफी महंगी होती है और उसमें काफी समय लगता है। उसके बाद भी यह तय नहीं है कि आपकी वेबसाइट ग्राहकों के लिए सुविधाजनक ही हो।

इसके लिए बेहतर ऑप्शन यह होगा कि आप शॉपिफाई से डोमेन लेकर अपना ई स्टोर तैयार कर लें। इस तरह के ई-स्टोर में आपको 2 से 3 हजार रुपये प्रतिमाह का खर्चा अवश्य आयेगा लेकिन आपके बिजनेस के हिसाब से शॉपिफाई आपको हर तरह की टेक्निकल सुविधाएं देगी। इससे आपका बिजनेस करना आसान हो जायेगा। यही नहीं इस तरह की वेबसाइट से आप पूरे विश्व में कहीं भी अपना प्रोडक्ट अपने ग्राहकों को बेच सकते हैं।

ई-स्टोर बनाने के बाद क्या करें ?

मार्केटिँग सीख ली। ऑनलाइन मार्केटिंग की तैयारी कर ली। आपने मार्केट और ग्राहक तलाश लिये। फैशन व प्रचलन के क्रॉकरी के प्रोडक्ट भी तलाश लिये। अपनी वेबसाइट बनवा ली। इसके बाद आपने ई-स्टोर बना लिया। इस तरह से आपका बिजनेस का ढांचा पूरी तरह से तैयार हो गया। अब चूंकि आपने अपना ई-स्टोर छोटा-मोटा बिजनेस शुरू करने के बाद बनवाया है तो जाहिर है कि आपको मार्केट की संभावनाएं दिख गयीं होंगी। आपको अपने मार्केट के हिसाब से आपको अब प्रोडक्ट भी पहले से ज्यादा खरीदने की जरूरत होगी। इसके लिए आप रिटेलर्स और होलसेलर्स को छोड़कर मैन्यूफैक्चरर्स से सम्पर्क करना होगा। जहां से आपको सबसे सस्ता माल मिल सके। जिससे आपका मुनाफा बढ़ सके।

बिजनेस को प्रमोट करने के उपाय तेज करें

जब आपका क्रॉकरी का ऑनलाइन बिजनेस इस्टैब्लिश हो जाये तो उसको आगे बढ़ाने के प्रयास करें। इसके लिए पहले तो अपनी वेबसाइट में रोजाना अपने प्रोडक्ट के बारे में पोस्ट डालें। उनकी खूबियों और रेट का जिक्र करें। अपने क्रॉकरी बिजनेस से जुड़े सेलेब्रिटीज की पसंद, व उनकी फोटो पोस्ट करके ग्राहकों को आकर्षित करें। इसके अलावा समय-समय पर अपने प्रोडक्ट की ऑनलाइन सेल लगायें। शुरू-शुरू में अपनी वेबसाइट को मशहूर कराने के लिए कुछ खास आफर भी दें।

सोशल मीडिया पर उपलब्ध फ्री प्लेटफार्म का अपने बिजनेस के प्रचार के लिए इस्तेमाल करें। जब तक उनमें संभावना हो तब तक अपने प्रयास करते रहें। इसके बाद पेड ऐड का सहारा लें।

अपना बिजनेस बढ़ाने के लिए बड़े-बड़े ई कॉमर्स कंपनियों का भी सहारा लें। अपनी फर्म को इस तरह की कंपनियों में रजिस्टर्ड करायें और उनसे टाइअप करके अपना बिजनेस बढ़ायें। इससे काफी फायदा होगा।

यदि आपका बिजनेस ई-कॉमर्स कंपनियों से आगे बढ़ सकता है तो आपको ई-वे पर डॉट काम और डॉट इन पर रजिस्टर्ड करायें। यदि वहां पर आपका बिजनेस रजिस्टर्ड हो गया तो समझो कि आपकी लॉटरी निकल आयी। आप बहुत कम समय में बहुत ही अच्छी खासी रकम कमा सकते हैं।

कौन कर सकता है ऑनलाइन क्रॉकरी का बिजनेस ?

क्रॉकरी का ऑनलाइन बिजनेस कोई भी पढ़ा-लिखा व्यक्ति कर सकता है। इसमें चाहे पुरुष हो या महिला दोनों ही यह बिजनेस करके अच्छी कमायी कर सकते हैं। चूंकि यह बिजनेस ऑनलाइन किया जाना है तो इसे कहीं भी अपने घर के एक कोने से शुरू किया जा सकता है। इस बिजनेस की खास बात यह है कि यह बिजनेस कम पैसे में शुरू किया जा सकता है। जैसे जैसे ग्राहक बढ़ें और ऑनलाइन आर्डर की संख्या बढ़ती जाये वैसे-वैसे इस बिजनेस का आकार बढ़ाना चाहिये। इसमें कोई खास परेशानी नहीं आती है। यदि बिजनेस की तेजी से बढ़ने की उम्मीद हो तो उस स्थिति में सबसे पहले बिजनेस की डिमांड पूरी करने वाली पूंजी अपने पास देखें, यदि डिमांड पूरी हो सके तो ठीक है वरना अपने आत्मविश्वास को देखते हुए सरकारी योजनाओं के माध्यम से लोन लेने का जोखिम भी उठा सकते हैं।

लागत कितनी आयेगी

क्रॉकरी का ऑनलाइन बिजनेस शुरू करने की लागत बिजनेस मैन की मंशा पर निर्भर करती है। यदि उसे बिजनेस करने का अच्छा अनुभव है तो वह लम्बी पूंजी लगाकर यह बिजनेस शुरू कर सकता है। यदि वह यह छोटी पूंजी से बिजनेस शुरू करना चाहता है तो वह भी यह कार्य आसानी से कर सकता है। वैसे विशेषज्ञ तो यही राय देते हैं कि नया-नया बिजनेस शुरू करने वाले को क्रॉकरी का ऑनलाइन बिजनेस छोटे पैमाने से शुरू करना चाहिये। इस तरह के बिजनेस में उसको शुरू करने में कम से कम 30 से 50 हजार रुपये तक खर्च करने पड़ सकते हैं। वैसे क्रॉकरी के बर्तनों की वैराइटियों और अन्य प्रोडक्ट की लिस्ट इतनी लम्बी हो गयी है कि सारे आइटमों को रखने के लिए कम से कम एक लाख से दो लाख रुपये तो खर्च करने ही पड़ेंगे। इसके बाद यदि आप किसी ब्रांडेड कंपनी की फ्रेंचाइजी लेते हैं तो यह कंपनी की शर्तों के अनुसार होगी। हो सकता है कि इसमें आपके बिजनेस की लागत और अधिक हो जायेगी।

मुनाफा कितना तक कमाया जा सकता है ?

वैसे तो बिजनेस का यह नियम है कि कोई भी नया बिजनेस एक साल तक कोई मुनाफा नहीं देता है। क्योंकि पहला साल तो आपको अपनी मार्केट बनाने में लग जाता है। इसका कारण यह है कि आपको जबर्दस्त कंपटीशन में अपने कंपटीटर के मुकाबले में अपने ग्राहकों को विशेष सुविधा देंगे तभी तो आपकी की मार्केट बन सकेगी। ग्राहकों को दी जाने वाली यह विशेष सुविधा आपके हिस्से में आने वाले मुनाफे में से ही दी जाती है। इसलिये पहले साल में मुनाफा नहीं मिल पाता है, तो कतई निराश होने की जरूरत नहीं है। यदि इसके बाद भी यदि आपको कोई मुनाफा मिल जाता है तो उसे बोनस ही माना जाना चाहिये।  दूसरे साल से बिजनेस का मुनाफा आपके इन्वेस्टमेंट के तमाम गैरपारंपरिक खर्चो को पूरा करके ही  मुनाफा देता है, जो लम्बा चौड़ा नहीं होता है। दो साल के अनुभव के बाद तीसरे साल में आपको आपका बिजनेस अच्छा खासा मुनाफा दे सकता है। ऐसी स्थिति के बारे में विशेषज्ञों की राय है कि क्रॉकरी के ऑनलाइन बिजनेस से बिजनेस मैन औसतन 30 से 50 प्रतिशत तक मुनाफा कमा सकता है।

लाइफस्टाइल का एक अहम हिस्सा बन गया है क्रॉकरी प्रोडक्टअनेक जाने-माने क्रॉकरी का बिजनेस करने वाले बिजनेस मैन की बातों का विश्वास करें तो यह बिजनेस लाइफ स्टाइल का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बन गया है। जहां लोग क्रॉकरी के बर्तनों को स्टेटस सिंबल बनाने में इस्तेमाल कर रहे हैं। वहीं इनका इस्तेमाल बिजनेस के प्रचार में भी होने लगा है। आपने कई टीवी चैनलों पर एंकरों या डिबेट के दौरान भाग लेने वालों के हाथों में चाय या काफी के कम अथवा मग देखे होंगे जिनमें उन टीवी चैनल के नाम दिखाई दे जाते हैं। इसी तरह अनेक बड़ी-बड़ी कंपनियों ने घर-घर में अपनी घुसपैठ करने के लिए इसी तरह के प्रिंटेड कप, मग आदि बनवाने शुरू कर दिये हैं। इनमें कई मोबाइल उद्योग से जुड़ी हुई कंपनियां भी शामिल हैं। बिजनेस मैन इस स्थिति का फायदा उठा सकते हैं। यानी किसी बड़ी कंपनी से टाइअप करके उनकी डिमांड का क्रॉकरी प्रोडक्ट तैयार करवा कर लाभ उठा सकते हैं।

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