कैसे भारत में डिजिटाइज़ेशन (digitisation) से हुई हैं चीज़ें आसान?

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कैसे भारत में डिजिटाइज़ेशन  (digitisation) से हुई हैं चीज़ें आसान?

मैकेनिकल और इलेक्ट्रॉनिक टेक्नोलॉजी के बाद आई डिजिटल टेक्नोलॉजी और शुरू हो गया दौर 'डिजिटाइज़ेशन' का, जो अब तक जारी है। इस दौर में आप देखेंगे हमारी रोज़मर्रा की ज़िंदगी में ज़रूरत की हर चीज़ आज डिजिटाइज़ हो चुकी है। हमारे बैंकिंग सिस्टम, भुगतान प्रक्रिया, खरीद-फरोख्त, कम्युनिकेशन आदि सब 'डिजिटल' हो गए हैं। बस एक क्लिक दूरी पर सब मिलता है आज, बस एक क्लिक पर हो जाते हैं हमारे लगभग सारे काम।

डिजिटाइज़ेशन का पूरा कॉन्सेप्ट यही है कि कैसे हम अधिक से अधिक वस्तुओं और सेवाओं को तकनीकी रूप से इतना विकसित करें कि वे आसानी से सबको उपलब्ध कराई जा सकें।

कितनी आधुनिक हुई चीज़ें?

रोबोट्स, स्वचालित कारें आदि तो बहुत ज़्यादा आगे की बातें हैं, इतना दूर मत जाइये, अपने बिजली के बिल को ही ले लीजिये। पहले लम्बी कतारों में लगकर आप ये किया करते थे। आज घर बैठे ऑनलाइन पेमेंट की सुविधा आपके पास है। यही नहीं, आज दुनिया के शॉपिंग करने के तरीकों में भी बदलाव आया है। अब लोग दुकानों पर कम जाते हैं, दुकानें उनतक ज़्यादा पहुँचती हैं। इस पूरे प्रोसेस में दुकानदार के लिए भी कई चीज़ें आसान हुई हैं और खरीददार के लिए भी। जी हाँ, हम बात कर रहे हैं ऑनलाइन शॉपिंग की। यह भी डिजिटाइज़ेशन का एक तोहफ़ा है जिसने बिज़नेस की दुनिया आसान की है। 2020 में कई बिज़नेस ऑनलाइन ही सफल हुए हैं!

तेज़ी से बदलती तकनीक ने लोगों का जीवन काफी आसान बना दिया है। लोग भी अब आधुनिक से आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल करके अपना समय और मेहनत दोनों बचाना चाहते हैं।

आज इंटरनेट पर जानकारियों का भण्डार है। लोग आज पहले से ज़्यादा जागरूक हैं और दुनिया से कदम मिलाकर चल सकते हैं। मन में कोई भी परेशानी हो या कोई भी शंका हो तो अब किसी एक्सपर्ट को खोजने की ज़रूरत नहीं है, बस इंटरनेट पर एक सर्च करते ही आपको आपके एक सवाल के करोड़ों जवाब मिल जाते हैं।

डिजिटाइज़ेशन से कितनी आसानी?

आजकल लगभग सभी के पास कंप्यूटर, लैपटॉप, टेबलेट, स्मार्टफोन्स आदि हैं। ये सब अब ज़िंदगी के अहम हिस्से बन गए हैं। सस्ते और हाई स्पीड इंटरनेट की उपलब्धता ने इंटरनेट चलाना लोगों के लिए और आसान कर दिया है। वहीं इंटरनेट पर मौजूद अनगिनत सुविधाओं ने लोगों की ज़िंदगियाँ आसान की हैं।

अगर हम एक एक करके डिजिटाइज़ेशन से आसान हुई चीज़ों के बारे में बात करें, तो सबसे पहले आता है संचार यानी कम्युनिकेशन।

लेटर्स, ग्रीटिंग कार्ड्स का दौर आपको याद होगा, पर यकीन मानिये आगे आने वाली पीढ़ियां इन्हें नहीं जान रही होंगी। हालाँकि हाथ से लिखे लेटर्स और कार्ड्स की बात कुछ और होती है, लेकिन इनके लोगों तक पहुँचने का समय, रास्ते में खो जाने का डर, और इनको खरीदकर पोस्ट करने तक का समय आदि ये सब कुछ ऐसी चीज़ें थी जो इस काम को थोड़ा कठिन बनाती थी।हालाँकि कम्युनिकेशन में डिजिटाइज़ेशन आने के बाद से अब चीज़ें काफी आसान हो चुकी हैं। ई-लेटर्स, ई-मेल्स, कार्ड्स ये सब पलक झपकते ही अब एक दूसरे तक पहुँचाए जा सकते हैं। यही नहीं फोटो, वीडियो आदि भी अब आसानी से साथ में अटैच की जा सकती हैं।

बिज़नेस पर डिजिटाइज़ेशन का प्रभाव

बिज़नेस का प्रचार भी इस युग में आसान हुआ है। पहले कारोबारियों के लिए अपने प्रोडक्ट्स की जानकारी लोगों तक पहुँचाना एक मुश्किल काम हुआ करती थी लेकिन अब सोशल मीडिया की मदद से आसानी से यह काम किया जा सकता है। अपने बिज़नेस की वेबसाइट या पेज बनाकर उसे ज़्यादा से ज़्यादा लोगों द्वारा शेयर कराया जा सकता है।  पैसे देकर भी इंटरनेट, टीवी आदि पर अपने विज्ञापन चलवाए जा सकते हैं। कह सकते हैं कि लोगों के डिजिटल होने से उन तक पहुँचना पहले की तुलना में बेहद आसान  हुआ है।

डिजिटाइज़ेशन ने हमारा घूमना फिरना भी आसान किया है। जहाँ पहले किसी अनजान रास्ते पर, दिशा पूछने के लिए राह चलते लोग हमारा सहारा होते थे, अब तकनीकी उन्नति ने हमें एक नया साथी दिया है। गूगल मैप्स ऐप पर दुनिया भर के सभी छोटे-बड़े रास्ते मौजूद हैं, जो हमें आगे आने वाली मंज़िलों और रास्तों के बारे में अपडेट रखता है।

आज हमने इतनी तरक्की कर ली कि खोई हुई वस्तुओं का पता भी हम टेक्नोलॉजी के माध्यम से लगा सकते हैं। चाभियाँ, बटुए, मोबाइल आदि कुछ ऐसी छोटी छोटी चीज़ें हैं जो हमारी रोज़मर्रा की ज़िंदगी में बेहद महत्वपूर्ण हैं। छोटी हैं इसलिए खो जाती हैं, पर महत्वपूर्ण हैं इसलिए इनका खोना हमें भारी पड़ सकता है। आजकल प्लेस्टोर पर कई ऐसे ऐप मौजूद हैं जिनसे अपने डिवाइसेस को कनेक्ट कर के आप उन्हें ट्रैक कर सकते हैं और आसानी से वापस पा सकते हैं।

हुनर बढ़ाने में मिलती है मदद

नयी स्किल्स सीखना भी हुआ है आसान। चाहे कुकिंग हो या ज़िंदगी को आसान करने वाली कोई नयी तरकीब, अगर कुछ भी सीखना हो तो इंटरनेट पर ढेरों आर्टिकल्स और वीडियोस उपलब्ध हैं जो आपको आपका हुनर बढ़ाने में मदद कर सकते हैं। इस लॉक डाउन में लोगों ने इंटरनेट को कुकिंग, कढ़ाई, पढ़ाई, प्रोफेशनल कोर्स आदि जैसी चीज़ें सीखने के लिए काफी इस्तेमाल किया है। आजकल तो स्कूल, कॉलेजेस भी पढाई-लिखाई के लिए डिजिटल प्लेटफॉर्म्स का खूब उपयोग कर रहे हैं। बच्चे भी असाइनमेंट्स के लिए इंटरनेट की मदद ले रहे हैं।

डिजिटाइज़ेशन से एक अन्य बेहद महत्वपूर्ण काम आसान हुआ है और वो है जानकारियां सेव करना और उन्हें फिर से देखना। पहले ज़रूरी जानकारियां, बही खाते आदि कॉपी किताबों में दर्ज किये जाते थे। हालाँकि कुछ जगह आज भी ऐसा होता है। परन्तु डिजिटाइज़ेशन के इस नए युग में अब वह दिन दूर नहीं जब धूल खाती फाइलें, फाइलों से भरे कमरे आदि सब पुरानी बातें हो जाएंगी। अब ज़्यादातर ऑफिस और कारोबारी डिजिटल हो रहे हैं। कंप्यूटर, स्मार्टफोन  का इस्तेमाल अब बढ़ गया है, और रिकार्ड्स डिजिटली स्टोर किये जा रहे हैं। प्लेस्टोर पर इसके लिए भी ऐप उपलब्ध हैं जो आसानी से मुफ्त डाउनलोड किये जा सकते हैं। एक ऐसा ऐप है OkCredit। अब जानकारियों के भंवर में से अपने काम की जानकारी बिना सर खपाए निकालना काफी आसान हो गया है और साथ ही अपने बही खातों का एक स्थायी रिकॉर्ड रखना भी आसान हुआ है, जिसके खो जाने या चुरा लिए जाने का का कोई डर नहीं हैं।

डिजिटाइज़ेशन के फ़ायदे

ऑफिस या कारोबार के अलावा आम ज़िंदगी में भी लोग अब डिजिटल हो रहे हैं। मोटी -मोटी एलबम्स की जगह अब स्मार्टफोन या कैमरा की डिजिटल एल्बम ने ले ली है। इंस्टाग्राम, फेसबुक आदि अब लोगों  की नयी लाइब्रेरी बन चुकी है, जिसे आसानी से कहीं भी कभी भी देखा जा सकता है। स्टोरेज की भी  कोई कमी नहीं है, जितना चाहे उतना स्टोर करें!

इस डिजिटल युग में काम करने के तरीकों में भी बदलाव आया है। आजकल लोग वर्चुअली एक दुसरे से जुड़ रहे हैं, मतलब ये क अब एक-दूसरे को  महसूस करने के अलावा बाकी सब टेक्नोलोजी के माध्यम से सम्भव है। इस कोरोना काल में जहाँ सोशल डिस्टन्सिंग का दौर ज़ोरों पर है, आप घर बैठे वीडियो काल के माध्यम से अपने ऑफिस या प्रियजनों से कनेक्ट कर सकते हैं। डिजिटाइज़ेशन ने लोगों के कामकाजी जीवन में लचीलापन तो लाया ही है, साथ ही लोगों का अकेलापन भी कुछ हद तक दूर किया है।

डिजिटाइज़ेशन के इस युग में जिस मोड़ पर हम हैं, वह कभी-कभी अविश्वसनीय सा लगता है लेकिन यही इस नयी दुनिया का सच है। आने वाला योग पूर्णतः डिजिटल है और पिछले सदियों की तुलना में बेहद आसान भी!

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