भारत में कई राज्य व दुनिया में कई देश ऐसे हैं जहाँ की मैक्सिमम इकॉनमी पर्यटन पर निर्भर है। पर्यटन एक बहुत अच्छा जरिया है पैसे कमाने का। बर्फीली और पहाड़ी राज्यों का तो मुख्य स्त्रोत पर्यटन ही होता है। भारत में भी कई पर्यटन स्थल है जहा के लोगों की आजीविका वह आये हुए पर्यटकों के ऊपर निर्भर करती है। मगर कोरोना महामारी और लॉकडाउन के के कारण पूरे विश्व में ही पर्यटन उद्द्योग ठप्प पड़ा है। जिससे सभी के जीवन में और इकॉनमी में प्रभाव पड़ा है। कोरोना के चलते पर्यटकों का आना जाना बंद हुआ है और होटल्स को परमिशन न मिलने के कारण पर्यटक कोई प्लान भी नहीं बना पा रहे हैं। कई जगहों पर सरकारी छूट मिल गयी है पर पर्यटक के नहीं आने से पर्यटन स्थल अभी भी खाली ही है। पर पूरी उम्मीद है की पर्यटन जल्द खुलेंगे और फिर से वही रौनक देखने को मिलेगी।
जो लोग घूमने के शौक़ीन है और नई संस्कृति, विरासत और नई - नई जगहों को देखना व जानना चाहते हैं उनके लिए टूर एन्ड ट्रेवल एक अच्छा ऑप्शन है। इसमें घूमने के साथ - साथ करियर भी बना सकते हैं। अगर आपकी कई भाषाओं में पकड़ है तो इस फील्ड में बहुत मजबूत पकड़ बना सकते हैं। इससे दुनिया के रीती रिवाजों को अच्छे से समझने और जानने में आसानी होती है। इस क्षेत्र में करियर बनाने के लिए डिग्री, डिप्लोमा ग्रेजुएशन भी कर सकते हैं।
कौन - कौन से हैं कोर्स?
- मास्टर इन टूरिज्म
- डिप्लोमा इन टूरिज्म मैनेजमेंट
- ग्रेजुएट इंटिग्रेटेड कोर्स इन टूरिज्म
- पीजी डिप्लोमा इन ट्रैवल मैनेजमेंट
- बैचलर इन टूरिज्म एडमिनिस्ट्रेशन
- डिप्लोमा इन टूरिज्म एंड डेस्टिनेशन
- फाउंडेशन एंड कंसल्टेंट कोर्स इन टूरिज्म लैंग्वेज
किस फील्ड में पकड़ बना सकते हैं?
टूरिज्म डिपार्टमेंट- ऑफिसर्स ग्रेड की नौकरी संघ लोक सेवा आयोग या स्टाफ सलेक्शन कमीशन (SSC) का एग्जाम देकर सरकारी टूरिज्म डिपॉर्टमेंट में सेल्स ऐंड मार्केटिंग स्टाफ, टूर प्लानर्स, रिजर्वेशन ऐंड काउंटर स्टाफ, टूर गाइडेंस की जॉब पा सकते हैं।
एयरलाइंस - जिन्होंने टूरिज्म के साथ - साथ होटल मैनेजमेंट का कोर्स किया है वो इस क्षेत्र में अपना करियर बना सकते हैं।
टूर ऑपरेटर्स - टूरिस्ट गाइड का कोर्स जिन्होंने किया है वो इस क्षेत्र में अपना करियर बना सकते हैं।
ट्रेवॅल एजेंसीज - ट्रेवल एजेंसीज पर्यटक को कई सारे विकल्पों में से किसी एक अच्छे विकल्प की सेवा उपलब्ध करवाने की डील करता है।
होटल क्षेत्र - होटल क्षेत्र के पर्यटन उद्योग अधूरा है यह वही जगह है जहाँ पर्यटक रुक कर पूरे पर्यटन का लुत्फ़ लेता है। होटल मैनेजमेंट वाले इसमें बहुत अच्छा करियर बना सकते हैं।
आइये अब बात करते हैं की टूरिस्ट इंडस्ट्री वर्क कैसे करती है
टूरिस्ट इंडस्ट्री पूर्ण रूप से डिपेंड है पर्यटक और पर्यटन क्षेत्र पर। इन पर्यटन क्षेत्र में पर्यटकों को के घूमे फिरने में लगने वाले व्यय के माध्यम से ही टूरिस्ट इंडस्ट्री कमा रही है। इसके लिए हर देश की टूरिस्ट मंत्रालय ने उन स्पॉट को फिक्स किया है जहाँ पर पर्यटन फल फूल सकता है और फल फूल चूका है। जहा जाने के लिए पर्यटक उतावले होते हैं। पर्यटन स्थलों का पूरा मानक तय रहता है और वह के क्षेत्र को आने जाने वाले पर्यटक के अनुसार सुगम बनाया जाता है ताकि आने वाले लोगों को कोई दिक्कत नहीं हो।
पर्यटन क्षेत्र में बढ़ावा के लिए सबसे बड़ी जिम्मेदारी होती है मार्केटिंग की जिसे टूरिज्म क्षेत्र के दिग्गज और छोटे - छोटे वर्कर मिलकर इसे पूरा करते हैं। मार्केटिंग कैसे होती है ?
मार्केटिंग के लिए सरकार ने कुछ पोर्टल लांच कर रखे हैं साथ ही प्राइवेट क्षेत्र की कम्पनियां ऐसी तमाम वेबसाइट और एप्प बना रखी है जिसके द्वारा कोई पर्यटक अगर टूर प्लान बना रहा है तो वह जहाँ जाना चाहता है वहाँ पर कौन - कौन से स्पॉट है उनका अवलोकन कर सकता है साथ में वहाँ के होटल्स में रुकने और खाने पीने की जानकारी ले सकता है।
यह वेबसाइट और एप्प होटल बुकिंग की सुविधा देते हैं क्योंकि पर्यटन क्षेत्र में भीड़ अधिक होने की वजह से रुकने के लिए जगह मिलना थोड़ा मुश्किल होता है।
मुख्य बिंदु -
- यह वेबसाइट टिकट बुक करने का ऑप्शन देती है।
- इसमें बस, रेल और हवाई जहाज शामिल है।
- कई प्रकार के पैकेज देती है, जो आपको सस्ता और अच्छा लगे उसे बुक कर सकते हैं।
- इसी तरह टूरिस्ट एजेंट भी कई तरह के पैकेज बना के रखते है।
- जब कोई पर्यटक उनके पास आता है तो उस प्रयत्न पर जाने से लेके वापस आने तक का कितना खर्चा आएगा, कितने दिन रुक सकते हैं वहाँ पर किन चीजों का अलग से चार्ज देना होगा पूरी डिटेल रहती है।
- इस तरह पैकेज ले लेने के बाद एजेंट या वेबसाइट को उनका कमिशन मिल जाता है और बाकि का पैसा समबन्धित होटल्स और अन्य को चला जाता है।
- इस इंडस्ट्री में सबसे अधिक पार्टनरशिप है जिसके द्वारा एक ही जगह से सारी बुकिंग हो जाती है और सभी को अपना पैसा मिल जाता है।
- अगर आप भी पैसे कमाना चाहते हैं तो कार, घर को रेंट पर दे सकते हैं या फिर फ़ूड ऑफर कर सकते हैं। ऐसे कई वेबसाइट हैं जिनके साथ जुड़ कर अच्छी कमाई कर सकते हैं।
- पर्यटक को होटल, लॉज दिला कर भी कमीशन कमा सकते हैं।
- पर्यटन क्षेत्र का अच्छा नॉलेज है तो गाइड बनकर भी रोज का 1000 से 5000 रुपये प्रतिदिन कमा सकते हैं।
पर्यटन का बहुत बड़ा क्षेत्र होने की वजह से इसमें रोजगार की संभावनाएं बहुत ज्यादा है। इसमें सरकारी, प्राइवेट के साथ - साथ निजी कार्य को भी बड़े स्तर पर ले जा सकते हैं। टूरिज्म में ऑफिसर, टूरिस्ट गाइड, इंफॉर्मेशन असिस्टेंट की पद सरकारी जॉब में मिलती है तो वहीँ प्रशिक्षित टूरिज्म प्रोफेशनल्स की मांग बहुत ज्यादा है ट्रैवल एजेंसियां, ट्रांसपोर्ट, टूर ऑपरेटर, होटल्स, एयरलाइन्स और कार्गो कंपनियां व ऑनलाइन पोर्टल्स में।
भारत में यात्रा पर्यटन 234 बिलियन का मार्केट है और यह हर साल 2% के ग्रोथ के साथ बाढ़ रहा है। 2019 में ट्रेवल एंड टूरिज्म ने 39.80 मिलियन नौकरियों का उत्पादन किया है और 194 बिलियन डॉलर का मार्किट कैप बनाया जो की भारत की जीडीपी का 6.8% है। अतुल्य भारत में विभिन्न प्रकार की पर्यटन शाखाएं हैं, पर्यटन मंत्रालय ने विशेष रुचि वाले पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए विकास, पदोन्नति के लिए 10 आला उत्पादों की पहचान की है और भारत को 365 दिनों के पर्यटन स्थल के रूप में देख रहा है।
कुछ क्षेत्र ऐसे हैं जहाँ से टूरिज्म अच्छा पैसा कमा रहा है-
1. क्रूज पर्यटन
क्रूज पर्यटन भारत के लिए सुंदर समुद्र तट, रमणीय द्वीप और जंगलों का पता लगाने के लिए नया विपणन योग्य उत्पाद है। भारत के समुद्र तट और अंतर्देशीय जलमार्ग में क्रूज या बोथहाउस पर्यटन का विकास हुआ है जिसमे 8 टूरिस्ट क्रूज़ सर्किट, ओशन क्रूज़, रिवर क्रूज़ और लेक क्रूज़ शामिल हैं।
2. एडवेंचर पर्यटन
एडवेंचर टूरिज्म में पर्वतारोहण, ट्रेकिंग, हैंड ग्लाइडिंग, पैराग्लाइडिंग, बंजी जंपिंग और व्हाइट वाटर रिवर राफ्टिंग शामिल हैं।
3. चिकित्सा पर्यटन
मानव अंगों की जटिल विशेष सर्जरी जैसे संयुक्त प्रतिस्थापन हृदय संबंधी सर्जरी, दंत शल्य चिकित्सा और कॉस्मेटिक सर्जरी की प्रक्रियाओं के लिए चिकित्सा पर्यटन या चिकित्सा यात्रा का उपयोग किया जाता है।
4. कल्याण पर्यटन
आयुर्वेद, योग, ध्यान, पंचकर्म द्वारा वेलनेस टूरिज्म में कम तनावपूर्ण जीवन शैली के लिए यात्रा, स्वस्थ को बढ़ावा देना और एक के जीवन में संतुलन खोजना शामिल है।
5. गोल्फ पर्यटन
भारत में अंतरराष्ट्रीय मानकों के कई गोल्फ कोर्स हैं और पर्यटन मंत्रालय भारत में गोल्फ पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए एक व्यापक और समन्वित ढांचा तैयार किया है।
6. इको-टूरिज्म
इको-टूरिज्म को पारिस्थितिकी पर्यटन के रूप में भी जाना जाता है जो नाजुक, प्राचीन और आमतौर पर संरक्षित क्षेत्रों की यात्रा के लिए होती है।
निष्कर्ष
पर्यटन उद्योग में अच्छी क्षमता को देखते हुए सरकार ने भारत को वैश्विक पर्यटन केंद्र बनाने के लिए कदम उठा रही है। उनमे से एक सरदार वल्लभ भाई पटेल की मूर्ति का उदाहरण ले सकते हैं। पर्यटन मंत्रालय ने भारत की संस्कृति और विरासत पर कई स्थलों और गहन गहराई और विस्तार के बारे में जानकारी प्रदान करने के लिए "देखो अपना देश" वेबिनार श्रृंखला शुरू की है। 12 साइटों (प्रतिष्ठित साइटों सहित) के लिए ऑडियो गाइड, सुविधा ऐप लॉन्च किया है। साथ ही प्रधान मंत्री, श्री नरेंद्र मोदी जी ने लोगों से 15 घरेलू पर्यटन स्थलों का दौरा करने का आग्रह किया है। अच्छा स्कोप है इस फील्ड में करियर बनाने के लिए।
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