अपनी किराना दुकान के लिए सही जगह का चुनाव कैसे करें?

. 1 min read
अपनी किराना दुकान के लिए सही जगह का चुनाव कैसे करें?

किराना की दुकान का बिज़नेस एक ऐसा बिज़नेस है जो हमेशा ही फायदेमंद रहा है. अगर आपके मन में भी किराना की दुकान खोलने का इरादा है तो इसमें सबसे ज्यादा अहम है दुकान की लोकेशन.

जी हां अगर आप किराना की दुकान खोलने से पहले लोकेशन को अच्छी तरह से समझ लेंगे तभी आपका बिजनेस सफल हो सकता है वरना कई बार बहुत ज्यादा लागत लगाने के बाद भी हमें अपने बिजनेस से उस तरह का रिजल्ट नहीं मिल पाता है  जैसा कि हम चाहते हैं.

तो आइए जानते हैं कि किराना की दुकान खोलने से पहले जगह लेते हुए आपको किन बातों का ध्यान रखने की जरूरत है;

1. दुकान की विसिबिलिटी

सबसे ज्यादा जरूरी बात है कि आपकी दुकान को कस्टमर देख भी पा रहे हैं या नहीं. कभी-कभी बहुत बड़ी दुकान भी किसी ऐसे कोने में होती हैं जिन्हें हम चाह कर भी ढूंढ नहीं पाते हैं. इसीलिए दुकान की लोकेशन ऐसे हो जहां पर आसानी से आपकी दुकान को देखा जा सके और अगर दुकान थोड़ी अंदर भी है तो कोशिश करें कि आप बैनर आदि लगाकर लोगों को इसकी जानकारी दे सकें.

लेकिन फिर भी ध्यान रहे कि बहुत ज्यादा अंदर घुस कर ले गई दुकान में कस्टमर जाने से परहेज करते हैं और वह मेन रोड पर होने वाली दुकानों से ही अपनी जरूरत का सामान ले लेते हैं.

2. कस्टमर की पहचान

जहां पर भी आप दुकान लेने के बारे में सोच रहे हैं वहां पर सबसे पहले आपको अपनी दुकान  को लेकर रिसर्च करने की जरूरत है. आपको जानने की जरूरत है कि क्या आपकी दुकान के लिए आपको कस्टमर मिल पाएंगे या नहीं. यहां पर सबसे ज्यादा ध्यान देने वाली बात है कि आपको पोटेंशियल कस्टमर और लोगों की ट्रैफिक में अंतर समझना होगा. इसका मतलब है कि कई बार बहुत ज्यादा भीड़भाड़ वाले इलाके में भी आपके बिजनेस के हिसाब से कस्टमर उपलब्ध नहीं हो पाते हैं. तो इसलिए यह जानकारी अच्छे से जुटाने वाली जगह पर भी जो लोग आ रहे हैं वह आपके कस्टमर बन सकते हैं या नहीं.

3. लोकेशन लेने से पहले करें रिसर्च

भले ही आप कितनी ही बड़ी दुकान खोलने और उसने कितना ही ज्यादा क्वालिटी का सामान भरलें अगर आपके दुकान की लोकेशन देने से पहले आपने सही तरह से रिचार्ज नहीं किया है तो आपके बिजनेस मैं आपको मुनाफा नहीं होगा. इसीलिए कोशिश करें कि मार्केट के बीच और थोड़े भीड़भाड़ वाले इलाके में दुकान लेने का प्रयत्न करें. क्योंकि अगर आप किसी ऐसी जगह पर दुकान ढूंढते हैं जहां पर लोग कम आते हैं तो हो सकता है आपको रेंट कम लेना पड़े लेकिन उसी हिसाब से आपके दिन भर के कस्टमर भी कम हो जाते हैं.

Isometric city map with people, buildings and pin pointers

4. कंपटीशन और आसपास के दुकानदार

कभी भी किसी भी तरह के बिजनेस के लिए जगह लेने से पहले हमें आसपास में अपने कॉन्पिटिशन और साथ में रहने वाले लोगों के बारे में जानकारी जुटा लेनी चाहिए.क्योंकि अगर आप ऐसी लोकेशन पर दुकान लेते हैं जहां पर पहले से ही तीन-चार किराना की दुकान है तो फिर से आप भले ही कितना भी प्रयत्न कर ले लेकिन आप अपनी दुकान को नहीं चला पाएंगे. तो कोशिश करें कि ऐसी जगह पर दुकान ले जहां पर आपके कस्टमर किसी दूसरे दुकानदार के साथ बंट नहीं रहे हैं.

साथ ही आसपास के दुकानदार की भी जानकारी ले लें .भले ही कोई आपके बिजनेस को असर नहीं डाल रहा है लेकिन आसपास के दुकानदार के व्यवहार का अच्छा होना भी बहुत मायने रखता है क्योंकि समय आने पर आपके आसपास के लोग ही आपकी मदद के लिए आते हैं. इसीलिए हो सके तो हल्की फुल्की जानकारी लोगों के व्यवहार के बारे में भी जरूर ले लें.

5. पार्किंग की सुविधा

अगर आप एक बड़ा स्टोर खोलने की कोशिश कर रहे हैं तो पार्किंग की सुविधा को भी जरा ध्यान में रखें. कोई भी लोग जब किसी भी किराने की दुकान पर आते हैं तो उन्हें अच्छा खासा समय लगता है इसीलिए कोशिश करें कि ऐसी जगह पर दुकान ले वहां पर आपके कस्टमर को पार्किंग की सुविधा मिल सके वरना ध्यान रहे ऐसा ना होने पर लोग किसी भी दूसरी दुकान पर जाने से परहेज नहीं करेंगे.

6. लोकल तौर पर कानूनी दाव पेच

किसी भी तरह का बिजनेस शुरू करने से पहले आपको कई तरह की लीगल फॉर्मेलिटीज पूरी करनी पड़ती है लेकिन बहुत बार ऐसा होता है की लोकेशन के हिसाब से भी बार-बार आपको कानूनी प्रक्रिया से गुजरना पड़ता है. इसीलिए लोकेशन को डिसाइड करने से पहले अपने आसपास के दुकानदार से बात कर ले कि वहां पर किसी भी तरह की कानूनी दिक्कतें ना हो .कई बार सब अच्छी तरह से करने के बावजूद भी किसी ना किसी लोकेशन में आपको इस तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ जाता है ऐसे में आप अपने बिजनेस को आगे बढ़ाने में मुश्किल हो सकती है

7. रेंट पर दे ध्यान

जब भी आपको ही बड़ी दुकान है रेंट पर लेते हैं तो हमेशा अपने कांट्रेक्टर से उसकी तरह से बातचीत करके पता कर लेना उनके साथ-साथ आपको किस तरह की सुविधाएं मिल रही हैं. कुछ बातें जो आप को ध्यान में रखने की जरूरत है वह है कि क्या जनरेटर आदि की सुविधाएं साथ में आपको मिलेंगे. क्या आस-पास में पुलिस प्रोटेक्शन आदि उपलब्ध है क्या सैनिटेशन सर्विस लब्ध है ली जाने वाली लोकेशन में किसी तरह की कोई रिस्ट्रिक्शन तो नहीं है ऐसे संडे आदि को दुकान बंद होना.

Icon illustration of an Isometric store - directions on smart phone

8. पर्सनल फैक्टर

जब भी आप किराना स्टोर शुरू कर रहे हैं तो आपको कुछ पर्सनल चीजें भी ध्यान में रखने की जरूरत है शुरुआती समय में बिजनेस को बढ़ाना बहुत जरूरी है लेकिन साथ ही साथ वर्क लाइफ बैलेंस होना भी जरूरी है. इसीलिए हमेशा ध्यान रखें कि दुकान को ऐसी लोकेशन पर ले था पर आपका घर बहुत ज्यादा दूर ना हो टाइम ट्रेवल आदि का समय अगर आप बचा पाएंगे तो यह आपके वर्क लाइफ बैलेंस को बनाने में बहुत मदद करेगा.

इस तरह से आप इन सब बातों को ध्यान में रखते हुए अपनी दुकान के लिए जगह का चुनाव कर सकते हैं. इन सबके अलावा और भी कुछ छोटी-छोटी चीजें हैं जो आप ध्यान में रख सकते हैं, जैसे की दुकान का इंटीरियर या दुकान की जगह.

भीड़भाड़ वाले इलाके में भी ऐसा ना हो कि आपकी दुकान इतनी छोटी है कि लोग उसमें जाने में सहज ही महसूस नहीं कर रहे हैं इसीलिए अगर आपको अपनी लोकप्रिय लोकेशन पर जगह नहीं मिल रही है तो किसी भी तरह की बुरी जगह का चुनाव करने से बेहतर है कि आप थोड़ी सी दूरी पर अच्छी जगह चुनें.

कुछ और आगे चलकर आप अपनी दुकान को ऑनलाइन डिलीवरी आदि के लिए भी खोल सकते हैं. इसीलिए बिजनेस में भविष्य को देखते हुए जगह का चुनाव बहुत जरूरी है साथ ही यह बात हमें ध्यान में रखनी चाहिए कि जब भी हम कोई दुकान आदि खोलते हैं तो हम उसे बार-बार नहीं बदल सकते हैं इसीलिए यह एक तरह से एक ही समय में की गई इन्वेस्टमेंट है जो काफी लंबे समय तक हमें मना कर देते हैं इसीलिए इसको लेकर सभी तरह के दाव पेच को अच्छी तरह से समझ लेने की जरूरत है भले ही आप अपना बिजनेस एक महीना देर से शुरू करें लेकिन लोकेशन का चुनाव आप पूरी तरह से रिचार्ज करते हुए ही करें ताकि आगे चलकर आपको किसी भी तरह की कठिनाई का सामना ना करना पड़े.

यह भी पढ़ें :

1) किराना स्टोर कैसे खोलें?
2) रिक्रूटमेंट एजेंसी क्या है? कैसे खोलें ऐसी एजेंसी?
3)
ऑनलाइन ग्रॉसरी स्टोर की शुरुआत कैसे करें?
4)
ऑर्गैनिक फार्म का बिज़नेस कैसे शुरू करें?
5)
इलेक्ट्रिक गाड़ियों की डीलरशिप कैसे ले सकते हैं?