नया बिजनेस शुरू करना आसान नहीं होता है। स्मॉल बिजनेस को शुरू करना तो और भी मुश्किल वाला काम है। स्मॉल बिजनेस को शुरू करने में अनेक प्रकार के जोखिम भी होते हैं क्योंकि कम पूंजी वाले स्मॉल बिजनेस यानी छोटे कारोबार समय के छोटे-मोटे थपेड़ों को भी सहन नहीं कर पाते हैं। इससे बिजनेस तो डूबता ही है और साथ ही बिजनेस मैन को बहुत करारा झटका लगता है। उसके सारे सपने टूट कर बिख्रर जाते हैं। ऐसी स्थिति में छोटा कारोबारी मानसिक रूप से टूट जाता है। इस तरह की स्थिति उन छोटे कारोबारियों के सामने आती है जो बिना सोचे-विचारे अतिविश्वास यानी ओवरकन्फिडेंस में अपना काम शुरू कर देते हैं। इसलिये जब भी छोटा कारोबार शुरू करना हो तो अनेक बार उसके सभी पहलुओं पर गंभीरता से सोच विचार करना चाहिये। बिजनेस के नफा-नुकसान और अपनी क्षमताओं का आंकलन कर लेना चाहिये। इससे आपको किसी प्रकार के नुकसान होने की कोई गुंजाइश नहीं रहेगी। इस तरह के काम शुरू करने में किसी प्रकार की जल्दबाजी नहीं करनी चाहिये। यदि आपको अधिक अनुभव या ज्ञान न हो तो जिस बिजनेस को शुरू करने जा रहे हैं, उस उद्योग के अनुभवी लोगों से सलाह-मशविरा करना चाहिये। यदि ऐसे लोग न मिल रहे हों तो आपको उस लाइन के पेशेवर सलाहकारों से भी सलाह कर लेनी चाहिये। उनकी सारी बातों को नहीं मानना है, उनमें से अपने फायदे की बातों को चुन कर अमल में लाना चाहिये।
कुछ कारोबार चमकते हैं तो कुछ पहले ही डूब जाते है क्यों?
आपने देखा होगा कि अनेक छोटे कारोबारी बहुत जल्द ही अपना कारोबार चमका लेते हैं और तेजी से तरक्की कर ले जाते हैं । जबकि अधिकांश छोटे कारोबारियों के बारे में कहा जाता है कि वे अपने मकसद में कामयाब नहीं हो पाते हैं, उनका बिजनेस कुछ समय बाद ही डूब जाता है। इन दोनों तरह के कारोबारियों के बीच सोच-विचार का ही अन्तर होता है। प्रत्येक बिजनेस को शुरू करने का सही समय अवश्य होता है। वो समय कब आयेगा, इस पर अवश्य सोचना होगा क्योंकि सही समय पर सही दिशा में किये गये प्रयास कभी असफल नहीं होते हैं। यही बिजनेस पर भी लागू होता है। उदाहरण के लिए पटाखों का बिजनेस दीवाली पर करना लाभकारी होगा और रंग का कारोबार होली पर फायदे वाला होता है। एजूकेशन स्टेशनरी का बिजनेस स्कूलों के खुलने के समय पर अधिक फायदेवाला हो सकता है। इसी तरह से प्रत्येक बिजनेस को शुरू करने का अपना समय होता है। अब आपको सोचना है कि आप कौन सा बिजनेस शुरू करना चाहते हैं और उसके लिये कौन सा समय सही होगा।
क्यों शुरू करना चाहते हैं छोटा कारोबार
प्रत्येक व्यक्ति का स्मॉल बिजनेस शुरू करने का अपना-अपना अलग-अल उद्देश्य होता है। कोई बेरोजगार है और कम पूंजी में अपना कारोबार शुरू करने बेरोजगारी दूर करना चाहता है तो कोई अपनी जॉब से संतुष्ट नहीं है, उसे बदल कर नया बिजनेस शुरू करके अपनी आमदनी बढ़ाना चाहता है, कोई संकट के समय में अपने परिवार की मदद करने के लिए बिजनेस शुरू करना चाहता है। इसी तरह के प्रत्येक कारोबारी की नया छोटा कारोबार शुरू करने की अपनी-अपनी जरूरतें और अपनी-अपनी परिस्थितियां होतीं हैं। लेकिन बिजनेस शुरू करने के समय आपको अपने बिजनेस पर फोकस करना चाहिये। परिस्थितियों को बिजनेस पर हावी नहीं होने देना चाहिये। एक बात और गंभीरता से सोच लेना चाहिये कि बिजनेस बहुत धैर्य मांगता है। इसमें जल्दबाजी करने से हमेशा नुकसान होता है, फायदा नहीं।
कैसे परखें कि सही समय यही है
साल के 12 महीनों में किसी न किसी चीज का सीजन आता ही रहता है। इसके अलावा प्रत्येक क्षेत्र के रीति-रिवाज, तीज-त्योहार एवं मौसम के हिसाब से लोगों की जरूरतें बदलतीं रहतीं हैं। आपको किस तरह का बिजनेस करना है, उस पर विचार करना चाहिये। अपने मनपसंद बिजनेस के बारे में आपको कई तरह की खोज भी करनी होगी, उसके बाद आपको अपने काम में सफलता मिलेगी।
1. अपने ग्राहकों को तलाशिये
आपको अपने मनपसंद बिजनेस के लिए अपनी मार्केट या अपने ग्राहकों की खोज करनी होगी। इसका मतलब यह है कि आप जो प्रोडक्ट बेचने जा रहे हैं या जो भी सर्विस देने जा रहे हैं, उसको पसंद करने वाले और खरीदने वाले ग्राहक कौन होंगे? कहां मिलेंगे? कैसे मिलेंगे? इन सवालों के जवाब ढूंढने होंगे। जब आपके प्रोडक्ट या सर्विस के चाहने वाले ग्राहक मिल जायेंगे तो आपका बिजनेस सफलतापूर्वक चल ही जायेगा। इसके अलावा आप यह भी पता कर लेंगे कि आपके प्रोडक्ट या सर्विस का सीजन कब आता है और उस समय शुरू करेंगे तो आपको अपने बिजनेस की सफलता के लिए इंतजार भी नहीं करना होगा। जैसे गर्मियों का मौसम आने पर एयरकंडीशन, कूलर, फ्रिज का व्यापार करेंगे तो आपका बिजनेस इसलिये चलेगा क्योंकि उस समय लोगों को इन चीजों की सख्त जरूरत होती है। इससे आपको ग्राहकों को तलाशने के लिए भी मेहनत नहीं करनी होगी। सर्दियों के मौसम मेें हीटर, गीजर , गर्म कपड़े, रजाई-कम्बल आदि का बिजनेस करेंगे तो चलेगा। यदि आप सर्विस उपलब्ध कराने का बिजनेस करने जा रहे हैं तो आपको सीजन का ध्यान रखना होगा जैसे गर्मी का मौसम आने से पहले एसी, कूलर रिपेयरिंग का काम करना शुरू करेंगे तो आपको अधिक फायदा होगा। इसी तरह आप किसी तरह का बिजनेस करना चाहेंगे तो आपको उचित समय का इंतजार करना होगा। अधिकांश नाकाम रहने वाले कारोबारियों के पीछे यही कारण होते हैं कि वे बिना सोचे विचारे जोश में काम शुरू तो कर देते हैं, न तो वो अपनी मार्केट की खोज करते हैं और न ही उचित समय का इंतजार करते हैं। जल्द ही निराश होकर बैठ जाते हैं।
2. अपने बिजनेस आइडिया को पहले परखें
सर्कस में जिस प्रकार मौत के कुएं में छलांग लगाने वाला खिलाड़ी कूदने से पहले कागज के टुकड़े फाड़ कर इधर-उधर हवा में उड़ा कर हवा का रुख जानने की कोशिश करता है। उसी प्रकार बिजनेस मैन को अपने टारगेट मार्केट में अपने आइडिया की परख करनी चाहिये। इसका मतलब यह है कि आप जो प्रोडक्ट या सर्विस अपने टारगेट मार्केट में देने जा रहे हैं, वहां पर आपके प्रोडक्ट या सर्विस को लोग पसंद करेंगे या नहीं। इसके लिए आप अपने प्रोडक्ट का अपने ग्राहकों के बीच डेमो या प्रदर्शन करें। उसके बाद उनकी रुचि देखें, उससे आपको यह आइडिया लग जायेगा कि आपका प्रोडक्ट या सर्विस अच्छी तरह से चल पायेगा या नहीं। इसके बाद ही बिजनेस शुरू करने पर विचार करें। जैसे कोई स्ट्रीट फूड का बिजनेस करना चाहते हैं,वो अपने उसी तैयार फूड के सैम्पल अपने परिचितों या पड़ोसियों को दें और उनसे फीडबैक ले। अच्छा फीडबैक मिलने पर आपको बिजनेस शुरू करना चाहिये। इससे आपको अपना बिजनेस चलाने में मदद मिलेगी।
3. समय और संसाधनों को परखना चाहिये
जब आप छोटा कारोबार शुरू करने जा रहे हैं, उस समय क्या आप पूरी तरह से फ्री हैं और केवल बिजनेस ही चलाने का काम करने वाले हैं या आप अपने जॉब या पारिवारिक जिम्मेदारियों के साथ नया बिजनेस शुरू करना चाहते हैं। बिजनेस मैन को सोचना चाहिये कि वह अपने बिजनेस को पूरा समय दे पायेंगे या नहीं। ग्राहकों से डीलिंग करने के लिए पूरा समय देना जरूरी होता है। आप अपने सहायकों और कर्मचारियों के भरोसे नया बिजनेस नहीं छोड़ सकते हैं। बिजनेस आपका है, जिस तरह से आप अपने ग्राहकों से डीलिंग कर लेंगे, वैसी डीलिंंग आपके सहायक व कर्मचारी नही कर सकते हैं। इससे आपके बिजनेस पर प्रतिकूल असर पड़ सकता है।
यदि आप केवल नया बिजनेस ही शुरू करने जा रहे हैं तो आपको यह विचार करना चाहिये कि आपके पास पर्याप्त पूंजी है। यदि पर्याप्त पूंजी नहीं है तो उसकी व्यवस्था किस प्रकार करेंगे। उसकी योजना बना लेनी चाहिये। इसके अलावा आप जो बिजनेस शुरू करने जा रहे हैं उसे आप अकेले ही कर लेंगे या किसी तरह के मददगार लोगों की जरूरत भी होगी। यदि जरूरत है तो वे आपके पास हैं अथवा नहीं।
इसका मतलब यह है कि कई बिजनेस ऐसे होते हैं जिनको अकेले नहीं किया जा सकता है, उसके लिए एक्सपर्ट अथवा सहायकों की सेवाओं की जरूरत होती है। कई बिजनेस मैन ऐसे होते हैं जो पूंजी लगाकर काम कराना चाहते हैं। इस तरह के बिजनेस के लिए बिजनेस मैन को अधिक पूंजी और समय की आवश्यकता होती है। । अपने प्रोडक्ट और सर्विस के लिए पर्याप्त पूंजी लगा पायेंगे या नहीं। बिजनेस का पक्का सिद्धान्त है कि कारोबार शुरू होने के बाद ग्राहक संस्थान से बैरंग वापस नहीं जाना चाहिये। इससे दुकान की रेपो गिरती है और ग्राहक आने से कतराने लगते हैं। इसलिये आपको ठोक बजाकर सारी तैयारियों को पूरा कर लेना चाहिये।
4. वित्तीय संसाधनों को भी जानें
आप अपने नये बिजनेस के लिए किस तरह से वित्तीय प्रबंधन करेंगे, उसके लिए आप किस तरह की योजनायें बनायेंगे। इस पर आपको गहनता से विचार करना चाहिये। बहुत से कारोबारी अपने बिजनेस को लांच करने के लिए कानूनी प्रक्रिया, मार्केटिंग और सप्लाई आदि के लिए बजट बना लेते हैं। उसके हिसाब से व्यवस्था करते हैं। कुछ अकेले ही बिजनेस करने के लिए पूंजी की व्यवस्था करते हैं। कुछ पार्टनरशिप में बिजनेस शुरू करते हैं तो कुछ कंपनी बनाकर पूूंजी जुटाकर काम शुरू करते हैं। कहने का मतलब यह है कि बिजनेस शुरू करने से पहले आपको आवश्यक पूंजी की व्यवस्था कर लेनी चाहिये ताकि बिजनेस शुरू करते समय किसी तरह की हड़बड़ी न हो।
आपके बिजनेस का बजट बिजनेस के आकार पर निर्भर करता है। आप कितना बड़ा बिजनेस शुरू करना चाहते हैं। आपका कितना बड़ा मार्केट है और आपके प्रोडक्ट या सर्विस में कितना खर्च होने वाला है। इन सबको देखते हुए आपको अपना बजट निर्धारित करना चाहिये।
5. कुछ महत्वपूर्ण वित्तीय सवाल
जब ये सारी तैयारियां हो जायें तब यह समझना चाहिये कि आपके लिए नया बिजनेस शुरू करने का सही समय आ गया है। इसके बाद भी आपको कुछ खास वित्तीय सवालों के जवाब खोजने के लिए तैयार रहना चाहिये।
1. आपने अपने बिजनेस के फण्ड के लिए कितनी पूंजी की बचत की है।
2. क्या आपकी इतनी साख है कि लोग आपको इतना पैसे दे सकते हैं कि आपका कारोबार अच्छी तरह से स्थापित हो सके।
3. यदि आपकी साख अच्छी नहीं है तो आपको अपनी साख को अच्छी बनाने जरूरत है, उसके उपाय करने होंगे क्योंकि बिजनेस में भविष्य में आपकी अच्छी साख बहुत काम आयेगी।
4. आपके बिजनेस के खर्चे कितने हैं।
5. यदि आप अपने निजी खर्चों को नुकसान पहुंचा कर नया बिजनेस शुरू करना चाहते हैं, जैसे आप अपनी जॉब छोड़ कर बिजनेस शुरू करना चाहते हैं तो उस स्थिति मे यह विचार करें कि आप उसकी भरपाई कैसे करेंगे।
6. पूंजी की सुनिश्चित व्यवस्था न होने से कारोबारी दुविधा में रहता है तथा उसके पास धैर्य भी नहीं रहता है, इससे वो एक दिशा में ध्यान केन्द्रित करके अपना कारोबार नहीं कर सकता है। इस समस्या के समाधान के लिए कारोबारी का चाहिये कि कारोबार शुरू करने से पहले पूंजी की व्यवस्था प्रत्येक दशा में हो।
6. नेटवर्क मजबूत करें
किसी भी बिजनेस को शुरू करने के लिए उसके प्रचार प्रसार की आवश्यकता होती है। बिजनेस मैन को चाहिये कि बिजनेस शुरू करने से पहले अपना नेटवर्क बढ़ाये। बिजनेस मैन को जहां ग्राहकों की जरूरत होती है वहीं माल खरीदने वालों की भी जरूरत होती है। साथ ही उद्योग के विशेषज्ञों से जान-पहचान बनाकर उनसे सलाह लेने का भी काम किया जा सकता है। इसलिये बिजनेस मैन को थोक व्यापारियों, जिनसे सामान खरीदना हो उनसे सम्पर्क बढ़ाना चाहिये तथा अपने मनपसंद बिजनेस के क्षेत्र में काम करने वालों से भी परिचय करकें तथा उनके अनुभव हासिल करना चाहियें ताकि आपको यह मालूम हो सके कि इस व्यापार में किस तरह के उतार-चढ़ाव आते हैं और उनसे किस तरह का सामना किया जाता है। इसके अलावा आप अपने ग्राहकों को टारगेट करें। इन सभी कामों के लिए आजकल सबसे सुविधाजनक आनलाइन सेवा का लाभ उठाना चाहिये। इससे कारोबारी को अपना बिजनेस शुरू करने से पहले अनेक तरह की बातों की जानकारी मिल जाती है। इसका बिजनेस शुरू करने में बहुत अधिक लाभ मिलता है।
7. सीजन का रखें ध्यान
वैसे तो किसी भी बिजनेस को शुरू करने का साल भर में कोई भी समय उचित होता है। लेकिन बिजनेस को शुरू से उठाने के लिए आपको उस वस्तु सा सर्विस के सीजन के आने का इंतजार करना चाहिये। सही सीजन पर काम शुरू करने से आपको ग्राहक और लाभ का इंतजार नहीं करना पड़ता है। उस सीजन में उस वस्तु की मांग चारो ओर होती है और जरूरत पड़ने पर उस वस्तु को लोग खोजते फिरते हैं। इसका लाभ बिजनेसमैन को उठाना चाहिये। जैसे सर्दियों में ऊनी कपड़े, गर्म शॉल, गद्दे रजाई, कम्बल के बिजनेस आसानी से चल सकते हैं। वैसे ही गर्मियों के सीजन में कूलर, एसी, फ्रिज, सूती कपड़े व अन्य सामान का कारोबार अपने आप ही जल जाता है। वैसे ही बरसात में छाते, रेनसूट व अन्य काम आने वाले सामान का कारोबार तेजी से चल जाता है।
इसके अलावा न्यू ईयर, होली, दीपावली, ईद, क्रिसमस डे, वैलेंटाइन डे जैसे त्योहारों पर भी लोगों की मांगों को देखते हुए उनका बिजनेस करने से लाभ होता है। इन सभी अवसरों पर कुछ न कुछ खास सामान बिकता है। उस सामान से व्यापारी अतिरिक्त लाभ भी कमा सकता है। व्यापारियों को इस ओर ध्यान देना होगा। कुछ व्यापारी तो ऐसे होते हैं जो इन खास-खास मौकों पर ही तरह-तरह का बिजनेस करके अपनी रोजी-रोटी ही नहीं चलाते हैं बल्कि अच्छी खासी कमाई कर लेते हैं। अब यह आप पर निर्भर करता है कि किस तरह का बिजनेस शुरू करना चाहते हैं।
8. बिजनेस प्लान बनायें
अब आपको अपना मनपसंद बिजनेस चुनना होगा। उसके लिए पूंजी, जगह-जमीन, कानूनी प्रक्रिया, मशीन-उपकरण, मार्केटिंग-विज्ञापन, काम करने वाले एक्सपर्ट व सहायक, बिजली-पानी, वाहन आदि के खर्चों का अनुमान लगाकर एकअच्छा सा बिजनेस प्लान बनाना होगा। इस बिजनेस प्लान में यह भी विचार करना होगा कि बिजनेस शुरू करने का कौन सा सीजन और कौन सा समय सही होगा। उसके बाद आपको बिजनेस स्थापना करने की सारी तैयारियों में जुट जाना होगा। इस तरह से सही समय पर बिजनेस शुरू करके अच्छा-खासा लाभ कमाया जा सकता है।
9. लाभ किस तरह से मिलेगा
प्रत्येक बिजनेस मैन अपना बिजनेस लाभ के लिए ही शुरू करता है। वो यही सोचता है कि जितनी जल्दी हो सके उतनी जल्दी बिजनेस से लाभ मिलने लगे लेकिन बिजनेस करने वालों को इस हकीकत को ध्यान में रखना चाहिये बिजनेस बिजनेस होता है जादू की छड़ी नहीं कि आपके मन के मुताबिक लाभ मिलने लगेगा। बिजनेस में लाभ के लिए थोड़ा धैर्य रखना होगा और उसके लिए भी आपको एक प्लान बनाना चाहिये और उस प्लान के मुताबिक ही लाभ की उम्मीद करनी चाहिये। वैसे बिजनेस के बारे में कहा गया है कि पहले साल बिजनेस मैन कारोबार करना सीखता है और दूसरे साल में अपने अनुभवों को लागू करके स्थिति को नियंत्रण में करता है और तीसरे साल ही लाभ कमाना शुरू कर देता है। पहले साल में वो बिजनेस मैन लाभ कमा सकता है जिसे बिजनेस करने का पहले से अनुभव हो। वैसे भी लाभ कमाना बिजनेस मैन के स्किल पर निर्भर करता है। वो सही समय पर सही तरीके से बिजनेस करके अपने ग्राहकों को प्रभावित करके उनसे लाभ कमा सकता है।
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