ऑनलाइन फूड बिजनेस की शुरुआत कैसे करें?
आपके पास डेस्कटॉप या लैपटॉप कंप्यूटर मशीन है या फिर मोबाइल फोन है और अच्छा इंटरनेट कनेक्शन है। आप किसी तरह के ऑनलाइन बिजनेस को शुरू करने के बारे में सोच सकते हैं। इसमें यदि आफ फूड बिजनेस के बारे में सोच रहे हैं तो यह ऐसा बिजनेस है कि चलने ही वाला है। इसका कारण यह है कि आज की भागदौड़ वाली जिंदगी में हर कोई इतना व्यस्त है कि वह पारंपरिक तरीके से बनने वाले खाने के लिए इंतजार नहीं कर सकता । न ही समय पर ब्रेकफास्ट, लंच और डिनर कर सकता है। आंख खुलते ही रोजमर्रा के छोटे-छोटे काम करते ही पता नहीं चलता कि कब जॉब पर या बिजनेस के लिए घर से निकलने का समय हो गया। ऐसे में इंसान यही सोचता है कि पहले टाइम से अपनी मंजिल यानी आॅफिस या बिजनेस इंस्टीट्यूशन पर पहुंच जायें। नाश्ता वगैरह कहीं भी कर लेंगे। नहीं मिला तो जहां पर समय मिल जायेगा वहीं ऑनलाइन मंगा कर खा लेंगे। इस तरह की जिन्दगी में लोगों को बाहर के फूड आइटम्स पर डिपेंड रहना पड़ता है। इसी बात का लाभ फूड बिजनेस करने वालों को मिलता है। कहीं कहीं ऐसी लोकेशन होती है जहां चाहकर भी लोग स्ट्रीट फूड, रेस्टोरेंट और ढावे पर ब्रेक फास्ट व लंच नहीं कर सकते। उन्हें केवल ऑनलाइन फूड बिजनेस का ही सहारा लेना होता है। इसलिये ऑनलाइन फूड बिजनेस को फायदे का बिजनेस माना जा सकता है।
ऑनलाइन फूड्स बिजनेस चलने का प्रमुख कारण
ऑनलाइन फूड्स बिजनेस की सक्सेस की एक और खास बात यह है कि आॅफिस में काम करने वाला कर्मचारी तो आसानी से ठेले पर या रेस्टोरेंट में जाकर कुछ भी खा सकता है। आॅफिस के बॉस और बड़े बड़े अधिकारी इससे परहेज करते हैं और वो चाहते हैं कि उनका मनपसंद खाना उनकी कैबिन या लंच टेबल पर ही मिल जाये। इसके लिए वो फिर ऑनलाइन फूड ही तलाशते हैं। इसके अलावा खाने के शौकीन युवा भी ऑनलाइन फूड्स आइटम मंगाने में अधिक विश्वास करते हैं। इसके अलावा वो लोग भी ऑनलाइन फूड्स के लिए आर्डर करने के लिये आतुर होते हैं, जो रोज अपने घर का खाना खाते बोर हो गये हैं। वो टेस्ट बदलने के लिए भी फूड्स का ऑनलाइन आर्डर करते हैँ। इस बिजनेस के लिए स्टूडेंट्स, बिजनेसमैन, जॉब होल्डर यूथ ही कस्टमर हैं। बस आपको इन्हीं लोगों को टारगेट करते हुए अपने बिजनेस का खाका बनाना चाहिये।
कुकिंग एक्सपर्ट के लिए तो यह बिजनेस वरदान है
यदि आपको फूड मेकिंग का हुनर आता है और आप खूब सारी डिशेज को बनाने में माहिर हैं तो यह बिजनेस आपके लिए बहुत ही ईजी होगा। इस बिजनेस में आपके प्रोडक्ट यूनिक होने चाहिये। मतलब आपके प्रोडक्ट के टेस्ट ऐसे होने चाहिये कि एक बार चखने वाला आपके प्रोडक्ट का दीवाना हो जाये। इसके लिए आपको अच्छी खासी तैयारी करनी होगी। जैसे कि आपको अधिक से अधिक संख्या में डिश बनानी आती हो। केवल बनानी ही नहीं आती हों बल्कि उसमें आपको स्पेशियलिटी हासिल होनी चाहिये। इसके लिए आपको अपनी अच्छी डिश को बार-बार बनाना होगा और आने सर्किल के लोगों को टेस्ट कराना होगा। जब प्रत्येक व्यक्ति को आपके द्वारा बनाई गई डिश पसंद आ जाये तब समझना चाहिये कि आपके द्वारा बनाया गया प्रोडक्ट वास्तव में टेस्टी है और मार्केट में तेजी से बिक सकता है। आपके पास मार्केट में चलने वाले प्रोडक्ट से कुछ अलग हट कर प्रोडक्ट भी होने चाहिये। ये स्पेशल प्रोडक्ट ही आपके बिजनेस को ब्रांड बना सकते हैं। यदि आप टेस्टी फूड तैयार करके ऑनलाइन सेल करने के लिए तैयार हैं तो समझिये कि आप हजारों कस्टमर्स आपका दरवाजा खटखटा रहे हैं क्योंकि टेस्टी फूड्स आईटम की डिमांड हर जगह होती है। आप घर बैठे ही खाने का बिजनेस शुरू कर सकते हैं।
बिजनेस शुरू करने से पहले की जरूरी बातें
अब आइए बात करते हैं कि ऑनलाइन फूड्स का बिजनेस कैसे शुरू किया जा सकता है। सबसे पहले आप फूड्स बिजनेस की कुछ जरूरी बातें समझ लें और फिर जब बिजनेस को स्टार्ट करने का प्लान बनायें तो सबसे पहले आप अपनी फर्म या कंपनी का नाम तय करें। उसके बाद उस नाम का डोमिन लेकर अपनी एक अट्रैक्टिव वेबसाइट बनवायें। इस वेबसाइट के माध्यम से अपने प्रोडक्ट का प्रचार करें। इसके लिये आप अपने प्रोडक्ट को मार्केट तक पहुंचाने के लिए सोशल मीडिया फेसबुक, व्हाटसऐप, इंस्टाग्राम और ट्विटर का भी सहारा ले सकते हैं। यदि आपको ऐसा लगता है कि अपने अकेले दम पर वेबसाइट बनाकर अपना बिजनेस करने में रिस्क है और आप रिस्क लेने के मूड में नहीं हैं तो फिर फूड्स सप्लाई करने वाली किसी मशहूर ई कामर्स कंपनी की फ्रेंचाइजी ले लें। यानी आप अपने प्रोडक्ट और उसके रेट की लिस्टिंग किसी मशहूर ई कामर्स कंपनी में कराये। यह बिजनेस करने का आसान तरीका है। लेकिन इस तरह के बिजनेस करने से आपको मुनाफा कम मिल सकता है। लेकिन शुरू शुरू में ऐसा करने से आपको मार्केट में ब्रेकअप मिल जायेगा। साथ ही मशहूर ई कॉमर्स कंपनी के साथ काम करने से बिजनेस के अनेक गुर सीखने को मिल जायेंगे। आपका प्रोडक्ट मार्केट में हिट हो जाये तो आप फिर आप मशहूर ई कॉमर्स कंपनी से अपना कॉन्ट्रेक्ट समाप्त कर खुद का बिजनेस शुरू कर सकते हैं।
बिजनेस शुरू करने से पूरे करें लीगल प्रॉसेस
ऑनलाइन बिजनेस शुरू करने के साथ ही आपको अपनी फर्म या कंपनी के लिए कुछ लीगल प्रासेस भी पूरे कर लेने चाहिये। हालांकि शुरुआत में आपको केवल फूड सेफ्टी एण्ड स्टैण्डर्ड अथॉरिटी आफ इंडिया यानी एफएसएसएआई से लाइसेंस लेना होगा। इस सरकारी एजेंसी में तीन तरह के लाइसेंस बनवाये जा सकते हैं। इसके अलावा हेल्थ ट्रेड लाइसेंस भी बनवाये जाने चाहिये। आप इसके लिए लोकल म्यूनिसिपल आॅफिस में जाकर या ऑनलाइन अप्लाई कर सकते हैं। इसके अलावा आपको जीएसटी में रजिस्ट्रेशन करके अपनी फर्म का जीएसटी नंबर लेना होगा। लीगल प्रॉसेस पूरा होने के बाद आप निश्चिंत होकर अपना बिजनेस शुरू कर सकते हैं। इससे आपको अपने फर्म पर सरकार की ओर से किसी तरह की कानूनी कार्रवाई का डर नहीं रहेगा और अपना पूरा ध्यान अपने बिजनेस पर फोकस कर सकेंगे।
वेबसाइट बनवायें या मशहूर ई कॉमर्स कंपनी से जुड़े
लीगल प्रॉसेस के पूरा होने के बाद आप अपना बिजनेस अपने घर से ही शुरू कर सकते हैं। यदि आप अपनी वेबसाइट के माध्यम से बिजनेस करना शुरू करते हैं तो आपको गूगल, याहू जैसे सर्च इंजन के माई बिजनेस में अपनी फर्म/कंपनी को रजिस्टर्ड करा लेंं। इससे आपके बिजनेस के प्रचार में काफी मदद मिलेगी। ये सर्च इंजन आपकी फर्म व कंपनी के नाम को संबंधित स्पेशिफिक टेÑड्स में डालकर उसका प्रचार करेंगे। साथ ही आपकी फर्म द्वारा तैयार किये गये प्रोडक्ट की रेटिँग और आपकी सर्विस के बारे में डिटेल देकर कस्टमर्स को अट्रैक्ट करने मदद करेंगे। क्योंकि फूड आइटम की सर्च करनेके लिए कस्टमर्स इन सर्च इंजनों में ही तलाश करते हैं, जहां एक क्लिक में आपकी फर्म या कंपनी की सारी जानकारी उनकी नजर में आयेगी। इसके बाद कस्टमर्स आपको आर्डर देने के बारे में सोचेगा।
बरतनी होंगी कुछ खास-खास सावधानियां
आपको अपना फूड्स बिजनेस को चलाने के लिए कुछ खास सावधानियां भी बरतनी होगीं। यदि आप अपनी वेबसाइट से बिजनेस कर रहे हों। यानी आप किसी मशहूर ई कॉमर्स कंपनी से जुड़ने की अपेक्षा अपनी फर्म खोल कर बिजनेस कर रहे हैं तो आपको बहुत ही सतर्क रहना होगा। आपको अपनी वेबसाइट में दर्शाये गये प्रोडक्ट की सही-सही जानकारी देनी होगी। ऐसा करने से आपकी फर्म के प्रति कस्टमर्स का विश्वास बढ़ेगा। एक बार आपकी फर्म का विश्वास बन जाने के बाद कस्टमर्स बिना सोचे समझे आॅर्डर करेगा। इसी लिये ब्रांडेड कंपनी के पास आम कंपनी से अधिक आॅर्डर आते हैं। इसके साथ ही आपको अपने फृड्स की क्वालिटी से किसी तरह का कोई समझौता नहीं करना होगा। आपका प्रोडक्ट बिलकुल फ्रेश होना चाहिये। इससे आपके कस्टमर्स को फूल सैटिसफैक्शन होगा तो वह अपने साथियों से भी आपके यहां आर्डर देने के लिए कहेगा। इससे आपकी फर्म की रेपो मार्केट में अच्छी होगी। इस बिजनेस में कस्टमर्स डीलिंग का बहुत बड़ा रोल होता है। इसीलिये कुछ चतुर बिजनेसमैन इस काम में एक्सपर्ट को हायर करके कस्टमर्स से बात कराते हें ताकि कस्टमर आपकी डीलिंग से खुश हो जाये। डीलिंग से एक बार कस्टमर प्रभावित हो गया तो वो आपकी फर्म की तारीफ अपने फ्रेंड्स व सर्किल में करेगा तो आपको ही परोक्ष रूप से लाभ होगा।
तगड़ी डिलीवरी टीम की होगी सख्त जरूरत
ऑनलाइन फूड बिजनेस के लिए आपकी द्वारा की गयी डिलीवरी की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। कोई भी कस्टमर्स जब भूखा होता है या किसी को इन्वाइट किया होता है अथवा उसके यहां कोई फंक्शन होने वाला होता हो तभी आॅर्डर देता है। ऑनलाइन आॅर्डर देने के बाद ही डिलीवरी का इंतजार करने लगता है। हर मिनट में अपने दरवाजे पर आपके डिलीवरी बॉय के पहुंचने का इंतजार करता है। कभी कभी तो वो इतना बेसब्र हो जाता है कि आपके द्वारा दिये गये डिलीवर टाइम से पहले कॉल करके लोकेशन पूछने लगता है। आपकी डिलीवरी समय पर हो गई तो कस्टमर खुश होकर टिप्स भी दे सकता है। यदि आपके द्वारा दिये गये डिलीवरी टाइम में काफी लेट हो जाये तो कस्टमर नाराज हो सकता है। इसका आपके बिजनेस पर भी असर पड़ सकता है। इसलिये आपको डिलीवरी की तगड़ी व्यवस्था करनी होगी।
अट्रैक्टिव पैकिंग पर हो कंपनी का प्रचार
अपने बिजनेस को सुचारु रूप से चलाने और नुकसान से बचने के लिए आपको अपने प्रोडक्ट की पैकेजिंग पर ध्यान देना होगा। आपके प्रोडक्ट की पैकिंग काफी आकर्षक होनी चाहिये। आप यदि किसी डिस्पोजल में पैकिंग करते हैं तो उसे अच्छी तरह से डिजाइन करवायें और उसमें अपनी फर्म का नाम, पता व टेलीफोन डलवायें ताकि लोग उसका भविष्य में इस्तेमाल कर सके। पैकिंग के साथ बैग वगैरह ऐसे डिजाइन किये हों जो आपकी फर्म का प्रचार कर रहे हों। जितनी अच्छी पैकिंग होगी उतना ही अच्छा प्रभाव कस्टमर पर पड़ता है।
पेमेंट के सभी मोड के लिए रहें तैयार
ऑनलाइन बिजनेस में कस्टमर्स से पैसा लेने के लिए आपको सभी तरह की सुविधाएं देनीं होगी। आज का जमाना ऑनलाइन बैँकिंग के अलावा पेमेंट के लिए गूगल पे, पेटीएम, भीम, यूपीआई जैसे पेमेंड मोड चल रहे हैं। अब आपको पता नहीं कि कौन सा ग्राहक कौन से तरीके से पेमेंट देना चाहता है। आपको तो अपने कस्टमर्स की सुविधा के लिए सभी तरह के पेमेंट रिसीव करनके के साधन होने चाहिये। इसके अलावा प्री पेड और पोस्ट पेड को भी सुविधा देनी होगी। आपको अपने रेगुलर कस्टमर को विशेष सुविधा देनी होगी।
मीनू बदलने की कला भी आनी चाहिये
यदि आप फूड्स बिजनेस में रूटीन ब्रेक फास्ट, लंच और डिनर का बिजनेस करते हैं तो आपको अपने कस्टमर्स से फीडबैक लेते रहना होगा। ताकि आपको उनकी बदलती रुचि के बारे में पता चल सके। उनके पसंद के हिसाब से अपने फूड्स आइटम के मीनू में बदलाव करते रहें । इससे कस्टमर्स अच्छा लगेगा। अपने कस्टमर्स की रुचि को देखते हुए सीजन और आफ सीजन की वेजीटेबल्स की डिसेज बनायें।
लागत-मुनाफा का इस तरह से लगायें हिसाब
आपके बिजनेस में कितनी लागत आने वाली है। वह आपकी पॉकेट यानी आपकी कैपेबिलिटी पर डिपेंड करता है कि आप कितना बड़ाबिजनेस खोलना चाहते हैं। कहने का मतलब यह है कि आप अपने बिजनेस में कितना इन्वेस्ट कर सकते हैं। जितना बड़ा बिजनेस होगा ओर जितने ज्यादा आइटम होंगे उतने ही ज्यादा कस्टमर्स आयेंगे और उतने अधिक आर्डर आयेंगे। जब आर्डर और कस्टमर आयेंगे तो आपको अवश्य ही मुनाफा होगा। सीधी सी बात यही है कि जितना बड़ा बिजनेस होगा उतना ही मुनाफा होगा। इसके बावजूद एक्सपर्ट का कहना है कि औसत लागत से शुरू किये गये बिजनेस में शुरू-शुरू में भले ही आप ग्राहक को अटैक्ट करने के लिए अपना प्रॉफिट कम रखें तो कोई बात नहीं लेकिन एक बार आपके बिजनेस की पकड़ मार्केट पर बन गई और आपकी फर्म की रेपो मार्केट में अच्छी हो गई तो आपको इस बिजनेस से मुनाफा 30 से 50 परसेंट के बीच हो सकता है।
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