स्टेप्स, लागत इत्यादि की टिप्स
यदि आपके पास अच्छा खासा निवेश है तो आप शुरुआत में ही बड़े स्तर पर निवेश कर अपना एक अच्छा व्यवसाय स्थापित कर सकते हैं, परंतु क्या आपको पता है वर्तमान में भारत में जितनी भी बड़ी कंपनियां है उन का 80% हिस्सा छोटे-छोटे स्माल स्केल मैन्युफैक्चरिंग बिजनेस के तौर पर शुरू किया गया था और आज वो बड़ी जायंट कम्पनियाँ बन गयी है।
उदाहरण के लिए देखिए एक समय केवल अस्सी रुपये के निवेश के साथ शुरू की गई लिज्जत पापड़ कंपनी आज 800 करोड़ रुपए की मार्केट शेयर वाली कंपनी बन चुकी है और वर्तमान में पापड़ के सेक्टर में भारत में टॉप कंपनियों में शामिल की जाती है। एक सेल्फ हेल्प ग्रुप के रूप में शुरू की गई है यह कंपनी आज 40 हजार से अधिक महिलाओं को रोजगार प्रदान करने में सफल हो पाई है।
मुख्यतः स्माल स्केल बिजनेस में ऐसे व्यवसायों को शामिल किया जाता है जिन को स्थापित करने के लिए एक से दो लाख रुपए तक के निवेश की आवश्यकता होती है।
आज हम आपको बताएंगे कुछ ऐसे स्मॉल स्केल बिजनेस आईडियाज जिनकी सहायता से आप भी कम निवेश पर घर या किसी शॉप पर अपना व्यवसाय संचालित कर सकते है, आइये जानते है -
भारत में स्थापित किए जा सकने वाले टॉप स्मॉल स्केल बिजनेस आइडियाज :-
1. पापड़ व्यवसाय :-
पापड़ भारतीय लोगों के द्वारा खाए जाने वाला एक स्नैक है जिस की डिमांड पूरे साल भर रहती है और इस प्रकार की व्यवसाय में कभी भी मांग की कमी महसूस नहीं होती है, यही कारण है कि आज लिज्जत पापड़ इतना लोकप्रिय हो पाया है। पापड़ बनाना काफी आसान भी होता है और इसके लिए अधिक लोगों की भी जरूरत नहीं होती, बस जरूरत है तो इस प्रॉपर रेसिपी और बेसिक इक्विपमेंट की सहायता से शुरू करने की। इसके लिए आपको एक गैस स्टोव, यूटेंसिल्स पापड़ सुखाने के लिए प्लास्टिक शीट जैसे छोटी-मोटी चीजों की।
इसके अलावा कच्चे माल के तौर पर मैदा, साबूदाना और कुछ मसालों की भी आवश्यकता होगी। यदि आप इस व्यवसाय को मेन्युफेक्चरिंग यूनिट के रूप में स्थापित करना चाहते हैं तो आप एक छोटी सीलिंग मशीन या फिर पैकेजिंग मशीन खरीद सकते हैं।
इस व्यवसाय को शुरू करने के लिए लगभग एक लाख रुपए तक के निवेश की आवश्यकता होती है।
2. हर्बल हेयर ऑइल व्यवसाय :-
वर्तमान में इस व्यवसाय की लोकप्रियता इतनी अधिक हो गई है कि बड़ी मल्टीनेशनल कंपनियां भी इसमें निवेश करना पसंद कर रही है। छोटे स्तर पर यह व्यवसाय शुरू करने की वजह से आपके पास एक एडवांटेज होगा कि आप अपने आसपास के क्षेत्र में अच्छी पहचान बना पाएंगे, साथ ही अच्छी क्वालिटी का कच्चा माल इस्तेमाल कर लोगों की डिमांड भी फुल फील कर पाएंगे।
इस व्यवसाय को शुरू करने के लिए आपको एक हर्बल हेयर ऑइल मशीन की आवश्यकता होगी जिसकी कीमत एक लाख बीस हजार रुपए तक होती है। इसके अलावा पैकिंग करने के लिए छोटी प्लास्टिक की बोतल एवं रेपर जैसी चीजों की आवश्यकता होगी।
3. हैंडमेड चॉकलेट व्यवसाय :-
चॉकलेट खाना किस को पसंद नहीं होता छोटे बच्चे से लेकर बड़े बूढ़े लोग भी चॉकलेट खाते हुए दिखाई दे जाते है। घर पर रहते हुए ही छोटे स्तर पर हैंडमेड चॉकलेट का व्यवसाय शुरू करना काफी आसान होता है और अभी भी इस व्यवसाय में इतनी क्षमता है कि यदि आप कोई नया चॉकलेट फ्लेवर लॉन्च करते हैं तो उसके ग्राहक मिलने में अधिक समय नहीं लगेगा।
वर्तमान में पारले जैसी बड़ी कंपनियां इस व्यवसाय में बहुत बड़ा निवेश कर रही है, इसके साथ ही आप किसी छोटी कंपनी से जुड़कर उसी के द्वारा अपने आर्डर लेते हुए अलग-अलग वैरायटी में चॉकलेट बना सकते है। ऐसी कंपनी से जुड़ने का फायदा यह होगा कि आपके पास इन चॉकलेट की डिमांड निरंतर बनी रहेगी। इस व्यवसाय को शुरू करने में लगभग पचास हजार रुपए तक के निवेश की आवश्यकता होती है, जिसमें आपको एक छोटी चॉकलेट मेकिंग मशीन खरीदनी होगी।
साथ ही कच्चे माल के रूप में कॉफी बीन, शुगर और पैकिंग के लिए एक रेपिंग मशीन की आवश्यकता होगी।
4. बिस्किट एवं कुकीज व्यवसाय :-
इस व्यवसाय की डिमांड कभी भी कम नहीं होने वाली क्योंकि नई वैरायटी के साथ बड़ी बड़ी मल्टीनेशनल कंपनियां भी इस में निवेश करना पसंद कर रही है।
वर्तमान में कई छोटे बिस्कुट और कुकीज़ मैन्युफैक्चरिंग इंडस्ट्री अपने घर से ही संचालित करते हुए अच्छा खासा मुनाफा कमा पा रही है, परंतु फिर भी बड़ी कंपनियों से कंपटीशन की वजह से उनका नुकसान हो रहा है। भारत सरकार के द्वारा स्मॉल सेक्टर इंडस्ट्री के उत्थान के लिए आयुष्मान भारत योजना के तहत ऋण देने की अच्छी व्यवस्था की गई है।
इस व्यवसाय को शुरू करने के लिए आपको दो लाख रुपए के निवेश की आवश्यकता होगी। कच्चे माल के रूप में मैदा, आटा, शुगर एवं पैकिंग करने के लिए एक छोटी पैकिंग मशीन की भी जरूरत पड़ेगी।
5. डेयरी तथा पनीर-घी व्यवसाय :-
यदि आप गांव में रहते हैं तो आपने सुबह के वक्त महिलाओं को दूध निकालकर उसे मशीन की सहायता से फेंट कर घी निकालते हुए देखा होगा। इस तरह के व्यवसाय को आप थोड़े बड़े स्तर पर शुरू कर अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं।
कच्चे माल के रूप में आपको केवल दूध की आवश्यकता होगी, साथ ही पैकिंग की मशीन के अलावा कूलिंग के लिए फ्रिज की भी जरूरत पड़ सकती है। जैसा कि आपको पता है एनिमल हसबेंडरी की सहायता से बनाएं गए उत्पादों के खराब होने की संभावना अधिक रहती है, इसलिए उन्हें ठंडा रखा जाता है।
इस प्रकार के व्यवसाय का आने वाले समय में मार्केट पोटेंशियल बहुत अधिक होगा, क्योंकि युवा वर्ग के द्वारा डिमांड की जा रही प्रोटीन की मांग को फुलफील करने में दूध और पनीर जैसे उत्पादों का महत्वपूर्ण योगदान रहता है, साथ ही इसके दूसरे प्रकार के भी कई हेल्थ बेनिफिट्स होते है।
6. अगरबत्ती मैन्युफैक्चरिंग व्यवसाय :-
यह बात तो आप भी जानते हैं कि भारत में धर्म के नाम पर चलने वाले व्यवसाय कभी भी बंद नहीं होंगे, इसलिए अगरबत्ती मैन्युफैक्चरिंग व्यवसाय में छोटा निवेश कर अच्छा मुनाफा कमाया जा सकता है। क्या आपको पता है पिछले कई सालों से कर्नाटक और बेंगलुरु अगरबत्ती व्यवसाय में सबसे प्रतिष्ठित इंडस्ट्री हब के रूप में उभर कर सामने आए हैं, इसका मुख्य कारण था कि वहां पर कच्चे माल की उपलब्धता आसानी से हो रही थी।
इंडिया इंडस्ट्रियल संस्था नाम के एक एनजीओ की रिपोर्ट के अनुसार भारत में यह व्यवसाय वर्ष 2018 में 4000 करोड़ रुपए का हो चुका है और लगभग 6% की प्रतिवर्ष वृद्धि दर के साथ बढ़ रहा है। इसे शुरू करने के लिए आपको एक छोटी अगरबत्ती मेकिंग मशीन की आवश्यकता होगी। साथ ही कच्चे माल के रूप में लकड़ी की छोटी स्टिक, कुछ सुगंधित पदार्थ की जरूरत होगी।
इस व्यवसाय को स्थापित करने के लिए लगभग एक लाख रुपए तक के निवेश की आवश्यकता होगी।
7. सोडा एवं फ्लेवर्ड ड्रिंक व्यवसाय :-
छोटे स्तर पर शुरू किया जा सकने वाला यह व्यवसाय लोगों के लिए भी काफी यूज़फुल होता है। आप केवल तीन रुपए में 250ml प्लेन सोडे की बोतल बना सकते हैं, जबकि उसमें फ्लेवर जैसेकि ऑरेंज, स्ट्रॉबेरी, लेमन, मैंगो इत्यादि मिलाने पर लगभग सात रुपए की फ्लेवर ड्रिंक्स भी तैयार की जा सकती है। इस प्रकार की ड्रिंक को आप आसानी से 15 से 20% मार्जिन पर बेच सकते हैं
इस प्रकार के व्यवसाय के लिए लगभग दो लाख रुपये तक के निवेश की आवश्यकता होगी, क्योंकि कच्चे माल के रूप में सोडा एवं फ्लेवर्ड सामानों के अतिरिक्त एक मशीन की भी आवश्यकता होगी। ऑनलाइन या ऑफलाइन मार्केट में इस प्रकार की मशीनें सत्तर हजार रुपए तक के निवेश में खरीदी जा सकती है।
हालांकि वर्तमान में बड़ी कंपनियों से प्रतिस्पर्धा होने के कारण इस व्यवसाय में सफल होने की संभावना कम है, परंतु फिर भी यदि एक प्रॉपर बिजनेस प्लान के तहत अपनी फैक्ट्री स्थापित की जाए तो अवश्य मुनाफा कमा पाएंगे।
8. इंडियन ब्रेड व्यवसाय :-
इस प्रकार के व्यवसाय में मुख्यतः चपाती या परांठा बनाया जाता है, वर्तमान में लगभग हर बड़ी सिटी और इंडस्ट्रियल एरिया में काम कर रहे मजदूरों के लिए इस प्रकार के छोटे ढाबे निरंतर अपनी सेवाएं प्रदान करते हुए देखे जाते हैं। आप भी इसी तरह की एक छोटी स्टॉल बनाकर ताजा चपाती एवं पराठे का व्यवसाय कर सकते है।
वर्तमान में कई छोटे स्टॉल ऑनर इंडियन रेलवे से जुड़ कर अपने आसपास के क्षेत्र में स्थित स्टेशन पर आने वाली गाड़ियों में ऑनलाइन ऑर्डर लेकर फूड डिलीवरी का कार्य कर रहे हैं। आप भी इंटरनेट का फायदा उठाकर इस तरह की सेवा प्रदान कर सकते हैं, यदि आपका निवेश एक लाख रुपए से अधिक है तो एक छोटी मशीन भी खरीद सकते हैं या फिर काम करने के लिए कोई कर्मचारी रख सकते है।
इस व्यवसाय को स्थापित करने में लगभग एक लाख रुपए तक के निवेश की आवश्यकता होती है, इसी निवेश में आप कच्चे माल के अलावा अपनी छोटी स्टॉल का किराया भी चुका पाएंगे।
9. टॉयलेट पेपर और पेपर बैग व्यवसाय :-
पाश्चात्य संस्कृति का भारतीय संस्कृति पर बढ़ता प्रभाव आने वाले समय में टॉयलेट पेपर के इस्तेमाल को भी बढ़ाएगा। इसलिए यही सही वक्त है कि आप भी अपना एक टॉयलेट पेपर व्यवसाय शुरू कर मुनाफा कमा सकते है।
इस तरह के व्यवसाय के लिए आपको काफी सस्ते कच्चे माल की आवश्यकता होगी, इसके अलावा आप नैपकिन पेपर भी बना सकते है, जिनका इस्तेमाल होटल एवं रेस्टोरेंट में किया जाता है। बड़ी होटल ब्रांचों से संपर्क कर अपने प्रोडक्शन को बढ़ाने के साथ-साथ अपनी इस स्मॉल सेक्टर फैक्ट्री की ब्रांडिंग भी कर सकते है।
10. कॉस्टयूम ज्वेलरी मैन्युफैक्चरिंग व्यवसाय :-
यदि आपके पास बड़ा निवेश है तो आप आसानी से गोल्ड और सिल्वर ज्वेलरी व्यवसाय में प्रति महीने एक लाख रुपए तक मुनाफा कमा पाएंगे, परंतु केवल दो लाख रुपए के निवेश में कॉस्टयूम ज्वेलरी व्यवसाय की शुरुआत करना कोई मुश्किल काम नहीं है।
कॉस्टयूम ज्वेलरी का इस्तेमाल धीरे-धीरे काफी बढ़ता जा रहा है और वर्तमान में लोग सोने एवं चांदी जैसे महंगी धातुओं में निवेश करने के बजाए इनकी पोलिश की हुई अलग-अलग डिजाइन की ज्वेलरी पहनना पसंद कर रहे है। कच्चे माल के तौर पर आपको किसी भी प्रकार की धातु से बनी हुई नकली ज्वेलरी की आवश्यकता होगी, साथ ही एक पॉलिशिंग मशीन तथा अलग तरह की शेप देने के लिए शेप डिजाइनिंग मशीन की भी जरूरत पड़ सकती है।
11. डिस्पोजेबल क्रॉकरी व्यवसाय :-
बढ़ती हुई पर कैपिटा इनकम और पाश्चात्य संस्कृति के प्रभाव के कारण भारत में भी पार्टियां और सेलिब्रेशन पूरे साल भर देखी जाने लगी है, वर्तमान में कोई भी बड़ी इवेंट ऑर्गेनाइजेशन प्लास्टिक से बने हुए कप, प्लेट और क्रोकरी को इस्तेमाल करने से मुकर रहे है क्योंकि भारत सरकार के द्वारा रीसायकल जैसे प्रावधानों के लिए बनाए गए नियम उन्हें चीनी मिट्टी के बने हुए क्रोकरी बर्तन खरीदने के लिए इनफ्लुएंस कर रहे है।
छोटे स्तर पर शुरू किए जा सकने वाले इस व्यवसाय की शुरुआत में आपको दो लाख रुपए तक के निवेश की आवश्यकता होगी। साथ ही कच्चे माल के तौर पर चीनी मिट्टी की आवश्यकता होगी, इसके अलावा अलग आकार देने के लिए शेप डिजाइनिंग मशीन भी खरीद सकते है।
इस व्यवसाय का मुख्य फायदा यह है कि क्रोकरी की बढ़ती डिमांड के साथ इसकी मैन्युफैक्चरिंग के दौरान वेस्टेज काफी कम होता है।
12. हैंडबैग और पर्स मैन्युफैक्चरिंग व्यवसाय :-
वर्तमान समय में महिलाओं के द्वारा हैंडबैग और पर्स खरीदने में दिखाई जाने वाली रुचि आपके लिए मुनाफे का सौदा हो सकता है। वर्तमान में कई मल्टीनेशनल कंपनियां भी लेदर और दूसरे प्रकार के प्रिंटेड हैंडबैग में इन्वेस्ट कर रही है।
अपनी इंडस्ट्री को स्थापित करते वक्त अपने लोकल क्षेत्रों में अच्छे डिस्ट्रीब्यूटर से संपर्क कर शुरुआत में कम मार्जिन के साथ शुरुआत कर आने वाले समय में अपने व्यवसाय को बड़ा बना सकते है। इस व्यवसाय को शुरू करने में लगभग दो लाख रुपए तक के निवेश की आवश्यकता होगी।
इसमें कच्चे माल के रूप में लेदर या फिर रबड़ और प्लास्टिक तथा डिजाइनिंग के लिए अलग-अलग डिजाइनिंग लेआउट के अलावा प्रिंटिंग के लिए इस्तेमाल में होने वाले कलर इत्यादि की आवश्यकता होगी।
13. ऑनलाइन एड सर्विस व्यवसाय :-
यदि आपके अंदर टेक्निकल नॉलेज के साथ-साथ एडवरटाइजमेंट बनाने की अच्छी क्रिएटिविटी है तो एड सर्विस की शुरुआत की जा सकती है।
इस व्यवसाय के लिए आपको अलग-अलग एडवरटाइजर और पब्लिशर्स की जरूरत होगी, शुरुआत में छोटे स्तर पर शुरू करने के बाद आप किसी बड़ी कंपनी के साथ जुड़ कर उसकी एडवरटाइजिंग यूनिट के रूप में काम कर सकते है।
14. फूड पार्लर व्यवसाय :-
यदि आपके पास कुकिंग की अच्छी स्किल है तो अपने आसपास के क्षेत्र में ही फूड पार्लर जैसा व्यवसाय शुरू कर सकते है।
भारतीय युवा वर्ग धीरे-धीरे बदलती स्थितियों के साथ अब हेल्दी फूड पर ज्यादा ध्यान केंद्रित कर रहा है, इसलिए आप अपने पार्लर में ऐसी डिश बनाने को ज्यादा प्राथमिकता दें जिस में प्रोटीन और कार्बोहाइड्रेट का कंटेंट उचित मात्रा में हो।
15. आइसक्रीम और जूस पार्लर बिजनेस :-
कम निवेश के साथ भी आप अपने आसपास के क्षेत्र में ही आइसक्रीम पार्लर की शुरुआत कर सकते हैं, साथ ही किसी बड़ी आइसक्रीम कंपनी की एजेंसी ले कर एक डिस्ट्रीब्यूटर के तौर पर भी काम कर सकते है।
इस तरह के व्यवसाय को शुरू करने में लगभग दो से तीन लाख रुपए के निवेश की आवश्यकता होगी, क्योंकि बड़ी कंपनी से जुड़ने पर आपको डिस्ट्रीब्यूशन कॉस्ट भी चुकानी पड़ती है।
16. क्लॉथ बुटीक व्यवसाय :-
कपड़ों को सिलाई करने की स्किल के साथ बहुत ही कम निवेश में इस तरह के व्यवसाय की शुरुआत की जा सकती है। इसके लिए बस आपको एक कपड़ा सिलाई मशीन की आवश्यकता होगी जिसकी कीमत बीस हजार रुपए तक होती है। अपने आसपास के क्षेत्र में अच्छी सेवा के दम पर पहचान बनाकर अधिक से अधिक लोगों तक पहुंच स्थापित कर सकते हैं।
व्यवसाय के शुरुआती दौर में अपनी फीस को अपने कंपीटीटर्स की तुलना में कम रख सकते हैं, एक बार लोगों को आप की क्वालिटी पसंद आने पर अधिक ग्राहक आने शुरू हो जाएंगे इसके बाद आप अच्छा मार्जिन बचाकर मुनाफा कमा सकते हैं।
17. इंटरनेट कैफे व्यवसाय :-
इस तरह के व्यवसाय को शुरू करने के लिए आपके पास थोड़े बहुत टेक्निकल नॉलेज की आवश्यकता होनी चाहिए।
अपने आसपास के क्षेत्र या फिर ऐसे स्थान पर अपना इंटरनेट कैफे खोल सकते हैं जहां पर किसी स्कूल या कोचिंग संस्थान के हॉस्टल संचालित किए जाते हैं, ऐसे स्थानों पर आपके लिए एक एडवांटेज रहेगा की आप अधिक ग्राहकों तक अपनी पहुंच बना पाएंगे और हॉस्टल के विद्यार्थियों को अपने टारगेट कस्टमर बेस के रूप में चुनकर उनसे कम फीस चार्ज करते हुए भी अच्छा मुनाफा कमा पाएंगे।
18. हैंडमेड खिलौना व्यवसाय :-
कुछ समय पहले ही भारत सरकार के द्वारा लिए गए एक इनिशिएटिव के तहत राष्ट्रीय खिलौना मेले का आयोजन किया जाएगा। इस प्रकार की स्कीम के लांच होने के आधार पर आप सोच सकते हैं कि आने वाले समय में सरकार के द्वारा भी खिलौना व्यवसाय को इनीशिएटिव प्रदान करने की संभावना है।
यही सही वक्त है कि आप भी अपनी स्किल के दम पर घर पर रहते हुए ही खिलौने बना सकते हैं परंतु वर्तमान में चाइना में बनकर तैयार हुए प्लास्टिक के खिलौनों की डंपिंग इस व्यवसाय को पूरी तरह बर्बाद कर रही है। आप एक अच्छा बिजनेस प्लान और बेहतरीन मार्केटिंग स्ट्रेटजी अपनाकर ऑनलाइन ई-कॉमर्स कंपनियों से जुड़ कर भी इस तरह के व्यवसाय में सफलता प्राप्त कर सकते है।
हाल ही में ई-कॉमर्स वेबसाइट अमेजन ने नॉर्थ ईस्ट के कुछ राज्यों में स्थानीय हैंड मेड खिलौने बनाने वाले लोगों से जुड़ कर उन्हें अपनी वेबसाइट की सहायता से पूरे भारत में खिलौने बेचने की सुविधा प्रदान की है।
इस प्रकार हमने जाना कि कैसे आप थोड़े बहुत निवेश की सहायता से ही स्मॉल स्केल व्यवसाय स्थापित कर सकते हैं और अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं।
यह भी पढ़ें :
1) क्या जीएसटी सॉफ़्टवेअर की बिज़नेस में आवश्यकता होती है? क्या हैं इसके फ़ायदे/नुक़सान?
2) रियल एस्टेट कंसल्टिंग फर्म का बिज़नेस कैसे शुरू करें?
3) रीसाइक्लिंग (Recycling) का बिज़नेस कैसे शुरू करें?
4) मोबाइल शॉप कैसे खोलें? जानिए कुछ टिप्स और ट्रिक्स
5) OK Credit क्या है? कैसे ये आपका बिजनेस बढ़ाने में सहायक है?