एल आई सी एजेंट कैसे बनें? क्वालिफ़िकेशन, और अन्य जानकारियाँ

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एल आई सी एजेंट कैसे बनें? क्वालिफ़िकेशन, और अन्य जानकारियाँ

आपने कई बार अपने क्षेत्र में काम कर रहे एलआईसी एजेंटों को देखा होगा जो कि एक घर से दूसरे घर में स्थानीय लोगों के साथ संपर्क बनाकर उन्हें इंश्योरेंस पॉलिसी लेने के लिए प्रेरित करते हैं।

एलआईसी एजेंट की पूरी कहानी को समझने से पहले हम जानते हैं एलआईसी के बारे में :-

  • एल आई सी का पूरा नाम है लाइफ इंश्योरेंस कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया,जो कि वर्तमान समय में पूरी तरीके से भारत सरकार के द्वारा अधिग्रहित एक इंश्योरेंस और इन्वेस्टमेंट कॉरपोरेशन है।
  • इसे 1956 में भारत सरकार के द्वारा एलआईसी एक्ट बनाकर एक स्टेट्यूटरी संस्था का दर्जा दिया गया था।
  • मुख्यतः यह फाइनेंसियल सर्विसेज प्रदान करने वाली संस्था है, जिन्हें यह मुंबई में स्थित अपने हेड क्वार्टर से संचालित करती है।
  • पिछले कुछ वर्षों से एलआईसी का रेवेन्यू बहुत ही तेजी से बढ़ा है और लोगों में इंश्योरेंस लेने की प्रवृत्ति का भी विकास हुआ है।
  • इसकी कई सब्सिडी कंपनीयां भी है, जिनमें एलआईसी हाउसिंग फाइनेंस, म्यूच्यूअल फंड और पेंशन फंड तथा कुछ समय पहले ही दिवालिया हुआ एक बैंक( जिसे आईडीबीआई बैंक के नाम से जानते हैं) भी अब पूरी तरह एलआईसी अधिग्रहित करता है।
  • वर्तमान समय में भारतीय सरकार एलआईसी के निजीकरण के बारे में भी विचार कर रही है, हालांकि इसके पीछे सरकार का तर्क है कि निजी-करण से एलआईसी की काम करने की क्षमता बढ़ेगी, परंतु कई अर्थशास्त्री इस कदम को पूरी तरीके से गलत मानते हैं और बताते हैं कि भारतीय सरकार को प्राप्त रेवेन्यू में एलआईसी का बहुत बड़ा योगदान है और इसका निजीकरण करने पर भारत सरकार द्वारा प्राप्त की जाने वाली आय में कमी आएगी, जो कि आने वाले समय में कई समस्याओं का कारण बन सकती है।
  • वर्ष 1956 में भारत सरकार के द्वारा कई अलग-अलग इंश्योरेंस सेक्टर की कंपनियों को जोड़कर उन्हें एलआईसी का रूप प्रदान किया गया था, मुख्यतया ये वह कंपनियां हुआ करती थी जो कि भारतीय लोगों को ब्रिटिशर की तुलना में समान सेवा प्रदान करने के लिए बनाई गई थी।
  • शायद आपको पता होगा कि जो ब्रिटिश इंश्योरेंस कंपनियां भारत में स्थापित की गई थी, वह भारतीय लोगों से ब्रिटिश की तुलना में अधिक प्रीमियम लेती थी, क्योंकि उन्हें लगता था कि कमजोर शरीर और कम विकसित एंटीबॉडी भारतीय लोगों में मौत का कारण बनती है और इनकी मौत ब्रिटिश की तुलना में बहुत पहले हो जाती है, इसलिए उनसे अधिक प्रीमियम लेना चाहिए, यह विचार पूर्णतया ब्रिटिश राज की भेदभाव पूर्ण नीति दिखाती थी।

आइए अब जानते हैं कैसे आप भी लाइफ इंश्योरेंस कॉरपोरेशन के साथ जुड़कर उनके एजेंट के रूप में काम कर सकते हैं, आइए जानते हैं :-

कैसे बने एलआईसी एजेंट?

एलआईसी एजेंट बनने के लिए आपको मुख्यतया कुछ बातों पर ध्यान देना होगा, जैसे कि आपके क्षेत्र में पहले से कोई बहुत बड़ा एलआईसी एजेंट कार्य कर रहा है या नहीं।

क्योंकि कोई बड़ा और पुराने समय से कार्य कर रहा एलआईसी एजेंट आज बहुत अधिक लेवल पर पहुंच चुका होगा, जो कि शायद ही आपको अपने कंपटीशन में खड़ा होने दें।

इस काम को करने के लिए एलआईसी ने अपनी एक एलआईसी एजेंट स्कीम निकाली है, जिसके तहत बोला गया है कि यदि आप दसवीं कक्षा पास हैं और घर पर रहकर पार्ट टाइम और फुल टाइम व्यवसाय के माध्यम से अपनी आय बढ़ाना चाहते हैं तो आपको एलआईसी एजेंट बनने के लिए कुछ रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया को ज्वाइन करना पड़ेगा।

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क्वालिफिकेशन :-

  • 12वीं क्लास पास करने का सर्टिफिकेट
  • आप की न्यूनतम आयु 18 वर्ष होना जरूरी है
  • बेहतरीन कॉम्युनिकेशन स्किल

एजेंट बनने की प्रकिया :-

  • इसके लिए आप अपने नजदीकी एलआईसी ब्रांच ऑफिस से संपर्क करें और वहां पर काम कर रहे डेवलपमेंट ऑफिसर से मुलाकात करें, उसके बाद आप की गुणवत्ता को जांचने और डॉक्यूमेंट प्रक्रिया को जांचने के बाद डेवलपमेंट ऑफिसर वहां के ब्रांच मैनेजर के साथ आपकी एक मीटिंग या फिर इंटरव्यू फिक्स करवाएगा
  • जिसके तहत ब्रांच मैनेजर आपका एक इंटरव्यू लेगा और यदि उसे लगता है कि आप इस नौकरी के लिए एक अच्छे अभ्यर्थी हैं तो ,वह आपको डिपार्टमेंट ट्रेनिंग सेंटर में कुछ समय के लिए ट्रेनिंग करने के लिए भेजेगा।
  • यह ट्रेनिंग 5 से 7 दिन चलती है, जिसमें आपको लगभग 25 से 30 घंटे तक ट्रेनिंग दी जाती है,इस ट्रेनिंग में इंश्योरेंस बिजनेस सेक्टर के सभी क्षेत्रों को कवर किया जाता है और आपको लोगों को प्रभावित करने की क्षमता भी सिखाई जाती है,क्योंकि यह ऐसा व्यवसाय है जिसमें आपकी बोलने की क्षमता ही एलआईसी के साथ नए ग्राहकों को छोड़ने में मदद करेगी।
  • इसके लिए एक रिक्रूटमेंट टेस्ट भी आयोजित करवाया जाता है, जिसे पास कर आप इंश्योरेंस रेगुलेटरी एंड डेवलपमेंट अथॉरिटी ऑफ इंडिया (IRDAI) के द्वारा जारी एक सर्टिफिकेट प्राप्त कर सकते हैं।
  • यह सर्टिफिकेट मिलने के बाद आपको एक अप्वाइंटमेंट लेटर और आईडेंटिटी कार्ड प्रदान किया जाएगा और आप एक ब्रांच ऑफिस के तहत एक एजेंट के रूप में अप्वॉइंट किए जाएंगे और आप उस डेवलपमेंट ऑफिसर के अंतर्गत काम करना शुरू कर सकते हैं।

इस प्रकिया में आपको डाक्यूमेंट्स की भी जरूरत पड़ेगी, आइए जानते हैं ऐसे ही कुछ डाक्यूमेंट्स :-

  • दसवीं क्लास की मार्कशीट की फोटो कॉपी
  • 6 से 8 पासपोर्ट साइज की फोटो
  • आपका एड्रेस प्रूफ, जैसेकि - वोटर आईडी,आधार कार्ड,ड्राइविंग लाइसेंस और पैन कार्ड की फोटो कॉपी

अपने इंटरव्यू से पहले या फिर एलआईसी ऑफिस में आपका आवेदन प्रस्तुत करने से पहले आपको कुछ ऐसी बातें जान लेनी चाहिए जैसे कि :-

  • हमेशा अपने स्वभाव को सयंमित और अच्छा रखें और बिना बात के एग्रेसिव ना होए।
  • अपने कस्टमर को हमेशा सही इंफॉर्मेशन प्रदान करें
  • इसके साथ ही मार्केट में आने वाले नए प्रोडक्ट और एलआईसी की नई स्कीम के साथ अपडेटेड रहे और कंपनी के साथ इंफॉर्मेशन शेयर करते रहे।
  • इंश्योरेंस कंपनी की सेमिनार में भाग लेना कभी ना भूलें,क्योंकि यह सेमिनार आपको ग्राहकों से बातचीत करने का तरीका और उन्हें प्रभावित करने की क्षमता विकसित करने में सहयोग करेंगे।
  • कभी भी अपने ग्राहकों के साथ झूठे वादे ना करें और उन्हें कंपनी के द्वारा संचालित योजनाओं की सच्चाई ही प्रस्तुत करें,क्योंकि हो सकता है कि एक बार आपके झूठे झांसे में फंस कर कोई ग्राहक एलआईसी के साथ जुड़ भी जाए परंतु कुछ समय बाद उसे सच्चाई पता चलने पर वह वहां से निकल जाएगा,जो कि आपकी इमेज को नुकसान पहुंचाएगा।
  • साथ ही ध्यान रखें कि कभी भी अपने कस्टमर को कन्फ्यूजन में ना डालें और बेहतरीन कम्युनिकेशन स्किल के साथ एलआईसी को अधिक से अधिक कस्टमर तक पहुंचाने में मदद करें, जिससे कि आने वाले समय में आपका भी उच्च स्तर पर प्रमोशन हो सके।
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एलआईसी के द्वारा प्रदान किए जाने वाले अवार्ड : -

  • वैसे तो एलआईसी एक सरकारी क्षेत्र की कंपनी है ,परंतु इस में काम करने वाले एजेंट कुछ समय तक शार्ट सर्विसेज के तहत काम करते हैं, परंतु अपनी बेहतरीन सेवा के बाद उन्हें परमानेंट अपॉइंटमेंट प्रदान कर दी जाती है।
  • एलआईसी एजेंट को हमेशा उनके रिवार्ड और लेवल के आधार पर जाना जाता है, जो कि उन्हें उनकी बेहतरीन परफॉर्मेंस के बाद में दिया जाता है।
  • इसमें पूरे साल अलग-अलग कंपटीशन चलते रहते हैं और जितने अधिक लोगों को एलआईसी एजेंट अपने तहत एलआईसी से जोड़ पाता है उतनी ही जल्दी उसका प्रमोशन भी होता है, इसके बाद उसे प्रमोट करते हुए कई बड़े क्लब का हिस्सा बना दिया जाता है, जैसे कि कॉरपोरेट क्लब, चेयरमैन क्लब
  • यहां तक कि एक छोटे से एलआईसी एजेंट के रूप में काम शुरू करने वाले कई प्रतिभाशाली व्यक्ति आज एलआईसी की बड़ी ब्रांच के मैनेजर भी बन चुके हैं।
  • एलआईसी ने अपने एजेंट्स को सुविधा प्रदान करने के लिए एलआईसी एजेंट पोर्टल का भी निर्माण किया है जो कि आप महीने के सातों दिन चौबीसों घंटे इस्तेमाल कर सकते हैं और वहां पर अपने कस्टमर के जुड़ी हुई जानकारी अपडेट कर सकते हैं।
  • मुख्यतया अधिकतर लोग एलआईसी एजेंट में एक पार्ट टाइम व्यक्ति के रूप में काम करते हैं, जो कि अपने पास आने वाले किसी व्यक्ति को एलआईसी में शामिल करवा देते हैं, परंतु यदि आप इस जॉब को एक फुलटाइम अपॉर्चुनिटी के तौर पर ले तो वह समय दूर नहीं जब आप बहुत जल्दी प्रमोट किए जाएंगे और अपनी बेहतरीन सेवा के माध्यम से एलआईसी में एक ऑफिसर जोब प्राप्त कर पाएंगे।
  • वर्तमान समय में एलआईसी भारत की सबसे बड़ी इंश्योरेंस क्षेत्र की कंपनी है, जो कि अब लाइफ इंश्योरेंस के अलावा कई प्रकार के डैमेज और एक्सीडेंटल इंश्योरेंस भी प्रदान करती है।
  • लाइफ इंश्योरेंस से तात्पर्य होता है कि आपको आपकी इंश्योर कराई गई राशि तभी प्रदान की जाएगी यदि आपकी जान का नुकसान होता है।
  • परंतु वर्तमान में उनके द्वारा चलाई गई डैमेज और एक्सीडेंटल स्कीम आप को एक्सीडेंट या फिर हॉस्पिटल का खर्चा भी प्रदान करती है।
  • सरकार भी अपनी कई योजनाओं में लाइफ इंश्योरेंस कॉरपोरेशन को बतौर नोडल एजेंसी के रूप में इस्तेमाल करती है और लोगों के द्वारा जमा करवाया गया पैसा एलआईसी के द्वारा ही इंश्योरेंस किया जाता है, जैसे कि प्रधानमंत्री किसान इंश्योरेंस स्कीम, वयो वंदना इंश्योरेंस स्कीम इत्यादि।

इस प्रकार आपने जाना की कैसे आप साधारण क्वालिफिकेशन के दम पर भी अपनी बेहतरीन कम्युनिकेशन स्किल के माध्यम से एलआईसी में एक एजेंट के तौर पर काम कर सकते हैं और कई लोगों में अवेयरनेस फैलाकर उन्हें लाइफ इंश्योरेंस के माध्यम से आने वाले खतरों से सुरक्षित कर सकते हैं।

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