खुद का ऑनलाइन मार्केटिंग का बिज़नेस कैसे शुरू करें?

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खुद का ऑनलाइन मार्केटिंग का बिज़नेस कैसे शुरू करें?

लागत और मुनाफ़े से जुड़ी अन्य जानकारियाँ

अगर आप ऑनलाइन अपने किसी प्रोडक्ट या फिर आपके द्वारा दिए जाने वाली सर्विस की ऑनलाइन मार्केटिंग करते हैं तो इसे ऑनलाइन मार्केटिंग बिजनेस कहा जाता है. इस बारे में उन लोगों को जानना काफी जरुरी है जो हाल फिलहाल में ऑलाइन फिल्ड में अपना करियर बनाना चाहते हैं. या फिर यूं कहें की ऑनलाइन अपना बिजनेस बढ़ाना चाहते हैं. असल में ये एक तरह की मार्केटिंग है जो आप ऑफलाइन के बदले ऑनलाइन करते हैं. यहां आपके अपने प्रोडक्ट की एडवरटाइजिंग घर घर जानकर नहीं करनी पड़ती बल्कि आपका काम इंटरनेट के द्वाया ही होता है. अब जैसा का आज के समय में इंटरनेट की पहुंच काफी बड़ गई है तो ऐसे में दोनों ब्रेंड और एडवरटाइजर को काफी फायदा होता है. तो इसे के मद्देनजर आज में आपको ऑनलाइन मार्केटिंग के बारे में बताऊंगा जिस की मदद से आप भी इसका फायदा उठा कर अपने बिजनेस को बड़ा सकते हैं.

क्या है ऑनलाइन मार्केटिंग ?

आज के इंटरनेट के दौर में भी ये भी ये डाउट काफी लोगों को है की ऑनलाइन मार्केटिंग असल में है क्या. तो आपको बता दूं की ऑनलाइन एडवरटाइजिंग एक ऐसी मार्केटिंग रणनीति है जहां हम इंटरनेट का प्रयोग एक माध्यम के तोर पर करते हैं. इसमें अपने प्रोडक्ट या सर्विस को ज्यादा लोगों तक पहुंचाने क लिए टारगेट किया जाता है. इसका इस्तेमाल कर के एडवरटाइजर सही तरीकों से अपने टारगेटेट कस्टमर तक पहुंच सकता है. अब जैसा की किसी ब्रांड या फिर किसी बिजनेस मैन को अपने प्रोडक्ट या सर्विस को अपने ग्राहकों तक पहुंचाना है तब इसके लिए सबसे अच्छा तरीका ऑनलाइन प्रमोशन है.

कैसे खरीद सकते हैं आप ऑनलाइन एडवरटाइजिंग ?

ऑनलाइन एडवरटाइजिंग की सेवा खरीदने के तीन मुख्य टूल है इसमें पहला है

  • कोस्ट पर थाउजेंड (CPM)- इसमें एडवरटाइजर को पैसे देने पड़ते हैं जब उनके मेसेज और प्रोडक्ट की जानकारी एक स्पेसिफक ऑडियंस तक पहुंचाया जाता है.
  • कोस्ट पर क्लिक (CPC)- इसमें एडवरटाइजर को पैसे का भुकतान तब करना होता है जब कोई यूजर उसके दिए गए एड पर क्लिक करता है.
  • कोस्ट पर एक्शन (CPA)- इस पर आपको पैसे का भुकतान तब करना होता है जब किसी ग्राहक के द्वारा आपके दिए एड पर स्पेसिफिक एक्शन किया जाता है. अगर इसमें कोई परजेस हुई हो.

कितनी तरह के होते हैं ऑनलाइन एडवरटाइजिंग जिसका फायदा उठा सकते हैं आप ?

पहले जब हम किसी चीज की एडवरटाइजिंग करते थे तो केवल दीवारों पर पोस्टर लगा कर करते थे. लेकिन आज की बात करें तो ऑनलाइन एडवरटाइस की एक वाइट वैराइटी देखने को मिल जाती है. ये कई तरह के होते हैं. जसका फायदा आप अपने बिजनेस को सफल बनाने के लिए कर सकते हैं.

  • डिस्पले एड्स- ये ऑनलाइन एडवरटाइजिंग की ऑरिजिनल फॉम है ये वहीं विजुअल एड्ट हैं जो थर्ड पार्टी वेबसाइट पर दिखाई देता है. और जो आपके कंटेंट से किसी तरह लिंग होता है. इसमें स्टेटिक इमेज के द्वारा आप अपना एड करते हैं जैसे की बैनर, स्क्वायर एंड शामिल है. इसके अलावा लिखित या फिर टेकस्ट के जरिए भी आप अपने प्रोडक्ट की एड कर सकते हैं. साथ ही इसमें वॉलपेपर, पॉपअप एड, फ्लेश, और वीडियो के द्वारा एड भी आती है जो लोगों की स्क्रीन में ऑटो प्ले हो जाती है. और आपके प्रोडक्ट की जानाकारी उन्हें वीडियो के जरिए मिलती है.
man using social media platforms on laptop
  • सोशल मीडिया मार्केटिंग- पूरी दुनिया में सोशल मीडिया मार्केटिंग ही एसी मार्केटिंग है जो एफिशिएंट ही नहीं इफेक्टिव भी है. ये डिसप्ले एड से काफी मिलती जुलती है इस में आप सोशल मीडिया के जरिए लोगों तक अपने प्रोडक्ट के बारे में जानकारी दे सकते हैं. आज के समय में हर कोई सोशल मीडिया का इस्तेमाल अलग अलग तरीकों से करता है. आप भी इंस्टाग्राम, फेसबुक, या ट्विटर पर अपने एड देकर अपनी ऑडियंस तक अपने प्रडक्ट को पहुंचा सकते हैं.
  • सर्च इंजन मार्केटिंग- ये ऑनालाइन पेड एडवरटाइजिंग की सबसे भरोसेमंद मार्केटिंग है जिसका इस्तेमाल आप अपने बिजनेस के लिए करेंगे तो आपको काफी फायदा मिलेगा. इसमें लोग सीधा गूगल, बिंग, या दूसरे सर्च इंजन पर आपके प्रडक्ट के बारे में सर्च करते हैं. अगर आपके प्रोडक्ट पर दिए गए कीवर्ड और ऑडियंस का ट्रेफिक अच्छा है तो लोगों के सामने आपकी साइट या एडवरटाइज सबसे आगे खुलेगा. इसके द्वारा भी आप अपने बिजनेस का एड कर सकते हैं.
  • वीडियो एड- यूट्यूप पर आपने इसे सबसे ज्यादा देखा होगा. कई लोग अपने प्रोडक्ट या सर्विस या किसी चीज की एडवरटाइजिंग इसके जरिए करते हैं. आप भी इसका इस्तेमाल कर सकते हैं. यूट्यूब का इस्तेमाल आज कल हर कोई करता है. जिस से आपके प्रोडक्ट की रीच इससे काफी ज्यादा बड़ जाएगी.

ऑनलाइन मार्केटिंग के फायदे

ऑनालइन मार्केटिंग के आज के समय में कई फायदे हैं लेकिन यहां मैं आपको कुछ जरूरी फायदों के बारे में बताऊंगा.

  • एक्सटेंसिव कवरेज- ट्रेडिश्नल मार्केटिंग के साथ अगर हम ऑनलाइन मार्केटिंग की तुलना करें तो इस में हमें काफी ज्यादा कवरेज मिलती है. ऑफलाइन कि तुलना में ज्यादा कस्टमर मौजूद रहते हैं जिसका फायदा आप अपने प्रोडक्ट को ऑनलाइन एड के जरिए सेल कर सकते हैं.
  • लार्ज कैपेसिटी इंफॉर्मेशन का होना- कई इंटरनेट कंपनीस में इंफॉर्मेशन को लेकर कोई भी रिस्ट्रिक्शन नहीं है. यहां आप अपनी मर्जी के हिसाब से जितनी चाहें उतने पेज की जानकारी अपने कस्टमर तक पहुंचा सकते हैं. इसमें आप अपने बिजनेस के बारे में अपने ग्राहकों को ज्यादा जानकारी दे पाते हैं.
  • सेंसरी का सही उपयोग करना- इसमें हम अपने हिसाब से अपने ग्राहकों के हिसाब से अपने एड को बना सकते हैं अगर हमें बच्चों के प्रोडक्ट पर कोई एड बनाना हो तब हम वीडिएड का प्रयोग करते हैं जो की टार्गेटेड कंज्यूमर को ज्यादा पसंद आएगा.
  • रियल टाइम और लॉग लास्टिंग युनीटी का होना- यहां पर एडवरटाइजर और मैनूफैक्चरर अपने सामान के प्राइस और उनसे रिलेटेट जानकारी को कभी भी और कहीं भी चेंज कर सकते हैं जो क ट्रेडिश्नल मार्केटिंग में कर पाना काफी मुश्लिक है.
disadvantage written on green coloured page on sketch book with pen, alarm clock and typewriter

ऑनलाइन मार्केटिंग के होने वाले नुकसान

जहां आज के समय में ऑनलाइन मार्केटिंग के इतने एडवांटेज हैं वहीं इसके कई डिएडवांटेज भी है जो आपके बिजनेस के लिए कहीं न कहीं सही नहीं रहेगा. इसको जानना भी आपके लिए जरूरी है.

  • सही कस्टमर का चुनाव ना होना- अपने किसी बिजनेस के लिए बिजनेस मैन प्रोडक्ट और सर्विस के हिसाब से अपने टारगेटेट कंज्यूमर को चुनता है. लेकिन ऑनलाइन मार्केटिंग में आप टारगेटेट ऑडियंस का चुनाव नहीं कर पाएंगे. इसलिए मार्केटरस के लिए इसमें टारगेटेट कंयूमर को खोज पाना काफी कठिन हो जाता है.
  • नेटवर्क टैक्नॉलजी से एड को फिल्टर कर देना- आज के समय में मार्केट में एसे कर्ई सॉफ्टवेर मौजूद हैं जिसके इस्तेमाल से कंयूमर आपके द्वारा अपने प्रॉडक्ट के एड को वो फिल्टर कर देते हैं. जिस से आपके द्वारा दिया जाने वाला एड आपके क्यूमर तक नहीं पहुंच पाता. इससे एडवरटाइजर को काफी परेशानी भी हो जाती है. क्योंकि आप अपने एड के लिए पैसे भी देते हैं. और जिन के लिए आप एड दे रहे हैं वो आपका एड फिल्टर कर देते हैं. आपको भी अपने बिजनेस के लिए इस बातों का ख्लाय रखना होगा की अपने क्यूंमर के साथ दूसरे तरीकों से कैसे ज्यादा से ज्यादा जुड़ी जाए.
  • मार्केटिंग स्किल का ना होना- आज के मुकाबले पहले के लोग अपन क्रिएटिविटी दिखा कर ज्यदा क्यूमर को अपनी ओर खींच लाते थे कारण था अनके सोचने का तरीका और अपने प्रोडक्ट के एड करने की स्टाइल लेकिन आज नेटवर्क मार्केटिंक के इस्तेमाल से एडवरटाइजर के अंदर से क्रिएटिटी कम हो गई है.
  • मार्केटिंग जॉब का कम होना- अब क्यूं की ऑलाइन मार्केटिंग के प्रडोक्ट का प्रमोशनन करना काफी आसान हो गया है. इस लिए इस काम के लिए ज्यादा लोगों की आवश्कता नहीं पड़ती. और लोगों की तरह आप को भी अपने प्रोडक्ट और सर्विस की मार्केटिंग इन साइट से ज्यादा खुद से करनी होगी. आप अपने बिजनेस के लिए केवल इन ही पर भरोसा नहीं कर सकते.

क्या सही है आपके लिए ऑलाइन एडवरटाइजिंग में भविष्य ?

हाल ही के एक रिसर्च में एक चौकाने वाली बात सामने आई है की पिछले कुछ सालों में करीब 93 प्रतिशन यूजर्स ने कहां है की अपने बिजनेस के प्रमोशन के लिए एड काफी जरूरी होते हैं. अपने प्रोडक्ट और सर्विस के प्रमोशन के लिए लोगों ने इन एड को काफी लाभकारी माना है. आप भी ऑनलाइन इन सेवा का फायदा उठा कर अपने बिजनेस को सफल बना सकते हैं. तो इस बात में आपको कोई संदेह नहीं होना चाहिए की अगर सही तरीके से अपने बिजनेस अपने प्रोडक्ट और अपनी सर्विस की प्रमोशन और मार्केटिंग ऑनलाइन सही तरीके से की जाए तो आपकी टारगेट ऑडियंस तक आपकी पूरी जानकारी पहुंचेगी. और आप उनके साथ बड़ी आसानी से कनवरजन रेट को बढ़ा सकते हैं.  इस से आपके क्यूमर का एक्सपीरियंस भी खराब नहीं रहेगा और उनकी जरूरत के हिसाब से लोग अपने एड देख पाएंगे जो आप ऑलाइन लोगों तक पहुंचाएंगे.ये सभी ब्रेंड मैनुफैक्चर, एडवटाइजर और क्यूमर के लिए लाभकारी है. और भविष्य में हमें ऑलाइन मार्केटिंग की कई वैराइटी मिल सकती है. जो लोग समय समय के साथ बदलते रहते हैं जिस से समय आने पर आप भी अपने बिजनेस को एडवांस बना कर उसे तरक्की की रहा पर ले जा सकते हो.

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