ऑर्गेनिक फूड का बिजनेस कैसे करें?

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ऑर्गेनिक फूड का बिजनेस कैसे करें?

एक एस्टीमेट के अनुसार इंडियन ऑर्गेनिक फूड मार्केट आने वाले 3 वर्षों में 25 प्रतिशत की ग्रोथ रेट से वृद्धि करेगा और इस तरह की स्मॉल बिजनेस को शुरू करके ऑर्गेनिक फूड और ऑर्गेनिक फार्मिंग की मदद से मार्केट पोटेंशियल को पहचानते हुए काफी अच्छा मुनाफा किया जा सकता है, आज हम आपको बताएंगे कि किस तरह आप भी खुद का एक ऑर्गेनिक फूड बिजनेस स्थापित कर सकते हैं, आइए जानते हैं :-

1. बनाए ऑर्गेनिक फूड बिजनेस प्लान :-

किसी भी बिजनेस की शुरुआत में अपना एक यूनीक बिजनेस प्लान बनाना होता है और इस बिजनेस प्लान को बनाने में लगी आपकी मेहनत ही आपके व्यवसाय का फ्यूचर स्कोप भी निर्धारित करती है।

यदि अपने विशेष प्लान को बनाने के पहले इस बिजनेस से संबंधित सभी क्षेत्रों को गहराई से अध्ययन किया है और इसके मार्केट पोटेंशियल तथा उतार-चढ़ाव को ध्यान में रखते हुए अपना यूनीक बिजनेस प्लान बनाया है तो आपको इस तरह के व्यवसाय को शुरुआत करने के बाद आने वाली समस्याओं से लड़ने में काफी मदद मिलेगी और ऐसी समस्याओं के जवाब भी बिजनेस प्लान में आप पहले से ही शामिल किए हुए रहेंगे।

बिजनेस प्लान को बनाते वक्त आपको कुछ बातों का ध्यान रखना होगा, जैसे कि- अपने एंप्लोई को कैसे चुनें और इस बिजनेस के लिए किस प्रकार के लाइसेंस एवम परमिट की आवश्यकता होती है तथा किस तरह की लोकेशन आपके व्यवसाय के लिए अधिक मुनाफा दे सकती है, इत्यादि।

2. कैसे चुनें लोकेशन  :-

हालांकि वैसे तो शहर के भीड़-भाड़ इलाके में चुनी गई लोकेशन भी किसी व्यवसाय की सफलता की गारंटी नहीं होती है और यदि आप किसी दूरदराज के इलाके में अपना स्टोर लगाते हैं तो वहां पर तो आपका बिजनेस फेल होगा ही।

  • अपने स्टोर की लोकेशन को चुनते समय कुछ बातों का ध्यान रख सकते हैं जैसे कि वहां पर पब्लिक ट्रांसपोर्ट की व्यवस्था उचित है या नहीं और रेकमेंडेड पार्किंग की अवेलेबिलिटी है या नहीं।
  • साथ ही आप अपने कम्पीटिटर के बारे में भी रिसर्च करके कम कंपटीशन वाला एरिया चुन सकते हैं, जिससे कि आपको सेल करना आसान हो जाए।
  • एक छोटे सी जगह को रेंट पर लेने के लिए आपको दस हजार रुपए से एक लाख रुपए तक का निवेश करना पड़ सकता है और यह किराया आपके द्वारा चुने गए शहर पर निर्भर करेगी, यदि आप मुंबई जैसे बड़े महानगर की मेन सिटी में स्टोर लगाते हैं तो आपको एक लाख रुपए प्रति महीना किराए भी चुकाना पड़ सकता है।
  • लेकिन हमेशा ध्यान रखें कि आपके द्वारा आपके स्टोर के किराए पर किया जाने वाला खर्चा आपकी सेल का 5% से ज्यादा नहीं होना चाहिए, नहीं तो फिर इस व्यवसाय में आप का मार्जिन काफी कम रह जाएगा।

3. किस प्रकार के लाइसेंस और परमिट की होगी आवश्यकता :-

इस तरह के स्मॉल स्केल बिजनेस के तहत आपको साधारण से लीगल प्रावधानों का पालन करने के अलावा कुछ सिंपल फॉर्मेलिटी करनी रहती है, जिससे कि फ्यूचर में आपकी दुकान पर कानूनी कार्रवाई ना हो और सरकार के द्वारा राष्ट्रीय स्तर पर तय किए गए ऑर्गेनिक स्टैंडर्ड का पालन करने के लिए आपके यहां बेचे जाने वाले प्रोडक्ट की क्वालिटी भी उस कैटेगरी के अंतर्गत आनी चाहिए।

इस तरह के रूल्स के बारे में और अधिक जानकारी हासिल करने के लिए गवर्नमेंट की वेबसाइट पर जाकर भी जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।

  • एक यूनिक सर्टिफिकेट प्राप्त करने के लिए ऑर्गेनिक ट्रेड एसोसिएशन के हेड ऑफिस की हेल्प से अपनी शॉप पर एक इंस्पेक्टर इंस्पेक्शन करवा सकते हैं और उनकी रिपोर्ट को अनुसार नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल के द्वारा दिया जाने वाला लाइसेंस भी प्राप्त कर सकते है।
  • इसके अलावा एम्प्लॉयर आइडेंटिफिकेशन नंबर के तहत इंडियन रेवेन्यू डिपार्टमेंट की वेबसाइट पर रजिस्ट्रेशन करवाना पड़ेगा।
  • स्थानीय राज्य सरकार के हेल्थ डिपार्टमेंट की वेबसाइट पर जाकर एक फूड परमिट के लिए लाइसेंस अप्लाई करना होगा।
  • अपने नाम से ही अपना एक करंट बैंक अकाउंट खोलना होगा, जहां पर आपके स्टोर के सारे ट्रांजैक्शन किए जाएंगे।

बिजनेस एटीएम कार्ड की हेल्प से आप अपने स्टोर के समान को खरीद सकते है और आने वाले समय में यह आपके क्रेडिट स्कोर को सुधारने में हेल्प करेगा, जिससे कि बैंकों का आपके ऊपर विश्वास भी बढ़ेगा और आपको अधिक लोन की जरूरत के समय लोन भी लिया जा सकता है।

4. कैसे चुने कर्मचारी :-

आप अपनी सेल्स एफिशिएंसी को आधार मानते हुए और कस्टमर डिमांड को देखते हुए केशियर और बुक-कीपर जैसे लोगों की जॉब के रूप में अप्लाई कर रहे एम्प्लोयी को हायर सकते है।

  • यदि आपका स्टोर काफी छोटा है तो आप केवल एक ही व्यक्ति को रख सकते हैं जो कि मैनेजमेंट और केशियर का काम देख लेगा।
  • यदि आप बड़े स्तर पर इसकी शुरुआत करना चाहते हैं तो आपको 5 से 10 कर्मचारियों की आवश्यकता होगी और इसके लिए आपको एंप्लॉयर आइडेंटिफिकेशन नंबर भी बनवाना पड़ेगा, क्योंकि अब आपको श्रम मंत्रालय के द्वारा बनाए गए लेबर रूल्स का पालन करना होगा और अपने यहां काम कर रहे कर्मचारियों को कुछ सुविधाएं भी उपलब्ध करवानी होगी।

अपने सबसे विश्वसनीय कर्मचारी को बतौर केशियर के तौर पर इस्तेमाल कर सकते हैं और बेहतरीन कम्युनिकेशन स्किल सिखा कर अधिक लोगों को इंप्रेस करने की क्षमता भी डेवलप कर सकते हैं।

5. बनाएं कस्टमर सर्विस पॉलिसी :-

आपके यहां आने वाला कस्टमर आपके कर्मचारी के द्वारा किए गए व्यवहार से काफी अधिक प्रभावित होता है, इसी बात को ध्यान में रखते हुए आप अपने कर्मचारियों के लिए एक कस्टमर सर्विस पॉलिसी बना सकते हैं, जिसमें कुछ प्रावधानों के बारे में जानकारी रख सकते हैं और अपने कर्मचारियों को इस तरह की पॉलिसी का स्ट्रिक्ट पालन करने के लिए कह सकते है।

शुरुआत में आप खुद भी इस पॉलिसी का अच्छे से पालन करें, इससे आपके कर्मचारियों के बीच में सकारात्मक संदेश जाएगा और वह भी अपना व्यवहार सुधार कर ग्राहकों के साथ समन्वय और शांति से बात करेंगे, जिससे कि फ्यूचर में वह ग्राहक भी आपकी दुकान पर आना पसंद करेगा।

6. सुधारें कस्टमर एक्सपीरियंस :-

आपके कस्टमर के साथ किया गया अच्छा व्यवहार आपके यहां आने वाले ग्राहकों की संख्या को बढ़ाने में बहुत सहायता करता है अपने स्टाफ को अच्छी तरह एजुकेटेड करके नेचुरल और ऑर्गेनिक फूड प्रोडक्ट के फायदे समझाते हुए अधिक से अधिक लोगों को इंप्रेस करने की स्ट्रेटजी बताकर अपने यहां आने वाले ग्राहकों का कस्टमर एक्सपीरियंस अच्छा बना सकते है.

Dollars and the inscription "Fair" on wooden blocks with magnifying glass

7. तय करें एक रीजनेबल सेलिंग प्राइस :-

ऑर्गेनिक फूड को हाई कॉस्ट पर बेचना आज के समय में सही नहीं रह गया है और इस व्यवसाय में भी कम्पीटिटर बढ़ने की वजह से ऑटोमेटेकली लोग रीजनेबल प्राइस पर ऑर्गेनिक फूड बेचना शुरू कर चुके है।

  • आप अपने आसपास के कम्पीटिटर जैसे कि कोई दूसरे ऑर्गेनिक फूड स्टोर के प्राइस मेन्यू को ध्यान में रखते हुए अपना अपना भी एक प्राइस चार्ट प्रिंट करवा कर स्टोर के बाहर लगवा सकते है।
  • यदि आप की दुकान पर नॉन ऑर्गेनिक फूड भी बेचे जाते हैं तो उनके लिए अलग से एक सेपरेट सेक्शन बनाकर अलग कस्टमर बेस को टारगेट कर सकते है।
  • हालांकि कुछ समय के लिए शुरुआती दिनों के दौरान आप आसपास की दूसरे ऑर्गेनिक फ़ूड स्टोर की तुलना में अपनी प्राइस को थोड़ा कम रख सकते हैं जिससे कि आपके यहां आने वाले ग्राहकों की संख्या बढ़े और डिस्काउंट प्रोग्राम चलाकर बल्क में ऑर्गेनिक फूड खरीदने पर थोड़ा बहुत डिस्काउंट भी दे सकते है।

इससे आपके और आपके ग्राहक दोनों के लिए ही एक विन-विन सिचुएशन रहेगी क्योंकि आपको शुरुआत में ही ग्राहक मिलना शुरू हो जाएंगे और ग्राहक के लिए भी डिस्काउंट मिलना फायदे का सौदा रहेगा।

8. मार्केटिंग पर करें अच्छा फोकस :-

किसी भी बिजनेस में सफलता के लिए मार्केटिंग करना अति आवश्यक हो गया है और लोगों की यूनिक मार्केटिंग ट्रिक की वजह से इस क्षेत्र में बहुत अधिक पैसे भी खर्च किए जा रहे है।

  • यदि आप केवल लोकल ऑर्गेनिक फूड ही बेचते हैं तो वोकल फ़ॉर लोकल और मेड इन इंडिया जैसे डिजिटल और इनफ्लुएंसिंग स्लोगन का इस्तेमाल करके लोगों को आकर्षित कर सकते है।
  • इसके अलावा ऑफलाइन मार्केटिंग के तौर पर आसपास के क्षेत्र में होर्डिंग और बैनर लगवा कर अधिक से अधिक लोगों तक अपनी पहुंच बढ़ा सकते है।
  • इंटरनेट की पहुंच बढ़ने के बाद ऑनलाइन मार्केटिंग का क्रेज काफी तेजी से बढ़ा है क्योंकि यह ऑफलाइन की तुलना में काफी सस्ती होती है और अधिक लोगों तक पहुंच भी बना पाती है, इसलिए यदि आपके पास कम निवेश है तो भी आप ऑनलाइन मार्केटिंग करके आपके ऑर्गेनिक फूड के लिए तय किए गए कस्टमर बेस तक पहुंच बना सकते है।
  • अपनी वेबसाइट बनाकर ऑनलाइन ऑर्डर लेना भी शुरू कर सकते हैं और होम डिलीवरी की सुविधा भी उपलब्ध करवा सकते है।

शुरुआत में कम निवेश की स्थिति में अपने आसपास क्षेत्र तक ही ऑनलाइन डिलीवरी करवाने का काम करें परंतु बाद में आप बड़ी ई-कॉमर्स वेबसाइट जैसे कि अमेजॉन और फ्लिपकार्ट से जुड़कर दूरदराज के क्षेत्रों तक भी अपना आर्गेनिक फ़ूड बेच सकते हैं।

9. अच्छी तरीके से करें ट्रैकिंग और मैनेजिंग :-

किसी भी बिजनेस में एक बैलेंस शीट बनाकर अपने खर्च और आमदनी को अच्छी तरीके से ट्रैक करने पर आपको आपके द्वारा किए जा रहे अतिरिक्त खर्चों के बारे में जानकारी मिलेगी और इन फिजूल के खर्चे को कट करके आप बचे हुए पैसे का इस्तेमाल अपने व्यवसाय को बड़ा बनने में बनाने में कर सकते है।

बहुत सारे मैनेजमेंट और ट्रैकिंग एप की हेल्प से भी आप अपने निवेश और मुनाफे का पूरा पूरा डाटा सेव कर सकते है, इनमें से ही एक लोकप्रिय एप है-व्यापार। यदि आपको सिर्फ फाइनेंशियल डाटा कलेक्ट करना है तो बहीखाता जैसी ऐप का यूज भी किया जा सकता है।

इस प्रकार के ऐप्स से तैयार किया गया फाइनेंसियल डाटा जीएसटी पोर्टल पर आपके काफी मदद कर सकता है और बहुत ही कम मेहनत में आप अपना जीएसटी कंपनसेशन जमा करवाकर बेवजह के सरकारी कानूनी दांवपेच से बच सकते है।

10. वर्तमान में किस प्रकार के ऑर्गेनिक फूड पर करें फोकस :-

यह बात मुख्यतया आपके स्टोर की लोकेशन पर निर्भर करेगा।

  • यदि आपके क्षेत्र में बुजुर्ग लोगों की संख्या अधिक है तो आप वेजिटेबल, फ्रूट्स और पल्स जैसी चीजों पर फोकस कर सकते है।
  • यदि आपके द्वारा तय किए गए लोकेशन एरिया में युवा वर्ग और हेल्थ के प्रति सकारात्मक सोच रखने वाले व्यक्ति ज्यादा रहते हैं तो आप डेयरी प्रोडक्ट्स को भी बेच सकते हैं और दूसरे प्रकार के ऑर्गेनिक मैटेरियल जिनसे प्रोटीन की आपूर्ति की जा सकती है, उन पर भी अच्छा फोकस कर सकते है।

11. कैसे प्राप्त करें ऑर्गेनिक फूड सर्टिफिकेट :-

ऑर्गेनिक फूड बेचने के लिए आपको एक ऑर्गेनिक फूड सर्टिफिकेट की आवश्यकता होगी, जिसे आपके राज्य सरकार के द्वारा बनाए गए कानून के तहत हासिल किया जाना अनिवार्य है।

इस तरह का सर्टिफिकेट लेकर आप उसे प्रिंट करवा कर अपने स्टोर के बाहर लगा सकते हैं, जिससे आसपास से गुजरने वाले लोगों का आपकी शॉप के प्रति ट्रस्ट बढ़ेगा और केवल सर्टिफिकेट पर ध्यान ना देते हुए आप खुद भी आपके ऑर्गेनिक प्रोडक्ट में आने वाले केमिकल उत्पादों को रोकने की पूरी कोशिश करें और इस प्रकार के प्रोडक्ट को खरीदने के लिए जिस डिस्ट्रीब्यूटर या फिर किसान की सहायता से आप अपना सामान मंगवाते हैं, उसे भले ही थोड़ा अधिक पैसा दे लेकिन खराब प्रोडक्ट ना मंगाए, क्योंकि आपकी अच्छी द्वारा बेचे गए अच्छी क्वालिटी के प्रोडक्ट्स फ्यूचर में आपके यहां आने वाले ग्राहकों की संख्या को बढ़ाने में जरूर हेल्प करेंगे।

Road sign with the Get Insured text on the sky background

12. करवाएं अपने ऑर्गेनिक फूड स्टोर का इंश्योरेंस :-

किसी भी व्यवसाय में इंश्योरेंस करवाना आप की पहली प्राथमिकता होनी चाहिए, क्योंकि अकस्मात रूप से घटित होने वाली घटनाएं किसी से पूछ कर नहीं आती और वह कभी भी हो सकती है।

  • यदि आपकी स्टोर में आज के वक्त पांच लाख रुपए का सामान पड़ा है और आगजनी की घटना की वजह से उसको नुकसान होता है तो यह मानसिक के साथ-साथ
  • एक फाइनेंसियल तनाव भी पैदा करता है, इस प्रकार के तनाव से बचने के लिए आप शुरुआत में ही किसी अच्छी इंश्योरेंस कंपनी से संपर्क करके अपनी दुकान और दुकान में आने वाले सामानों का इंश्योरेंस करवा सकते है।
  • इसके अलावा सिक्योरिटी को बेहतर बनाने के लिए सीसीटीवी कैमरा इनस्टॉल कर सकते है, जो कि आपकी दुकान पर होने वाली छोटी मोटी चोरी की घटनाओं को रोकने में मदद करेगा।

इस तरह ऊपर बताई गयी प्रोसेस को फॉलो करते हुए आप भी अपना एक ऑर्गेनिक फूड बिजनेस शुरू कर सकते हैं और लोगों की हेल्थ को अच्छा बनाने के साथ-साथ पैसा भी कमा सकते है।

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