Sweet Shop business kaise shuru karein? [कैसे शुरू करें स्वीट शॉप की दुकान]

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Sweet Shop business kaise shuru karein? [कैसे शुरू करें स्वीट शॉप की दुकान]

स्वीट शॉप की बात करते ही आंखों के सामने मिठाई की दुकान सामने आ जाती है। मिठाई की दुकान में काउंटर में सजी मिठाइयां व दूध-दही आदि ही पहले मिला करती थी लेकिन जैसे-जैसे जमाना बदल रहा है अब मिठाई की दुकान का स्वरूप भी बदल रहा है। स्वीट शॉप में मिठाइयों के अलावा नमकीन, चाट, समोसा, टिक्की, खस्ता, मठरी, नमक पारा के अलावा चाऊमीन, मोमोज, मैगी, चाय,कॉफी, लस्सी आदि भी बेचा जाता है। इसके अलावा मिठाई की दूकान करने वाले रेस्टोरेंट भी अटैच कर देते हैं। यानी वहां बैठकर लोग आसानी से अपनी मनपसंद  की चीजें खा सकते हैं। जिस तरह से मिठाई की दुकान का स्वरूप बदलता जा रहा है, उसको देखते हुए अब स्वीट शॉप का बिजनेस बहुत ही फायदे वाला हो गया है। इसलिये अब इस बिजनेस को शुरू करके अधिक से अधिक धन कमाया जा सकता है।

Sweet shop business in Hindi | मध्यम वर्ग के लिए बहुत अच्छा है ये बिजनेस

कोरोना की महामारी से उत्पन्न महामंदी के शिकार लोगों के सामने स्वीट शॉप का बिजनेस करना बहुत अच्छा विकल्प है।  स्वीट शॉप खाने-पीने की वस्तुओं के बिजनेस से जुड़ी हुई है। चाहे जितना संकट उत्पन्न हो जाये इंसान खाना खाना नहीं छोड़ता है। भारत में अनेक ऐसे सांस्कृतिक व सामाजिक रीतियां हैं जिसमें मिठाई का प्रयोग किया जाना बहुत जरूरी होता है। इसलिये इस बिजनेस के चलने की अपार संभावनाएं हैं। ये साल के बारहों महीने चलने वाला बिजनेस है।

कौन-कोन से अवसरों पर होती है मिठाइयों की विशेष मांग

हमारे यहां चाहे कोई मेहमान आये या किसी रिश्तेदार, परिचितों के यहां जाना हो, मिठाई का इस्तेमाल अवश्य होता है। जितना खास मेहमान होगा उतनी ही अधिक मिठाइयां व नमकीन का इस्तेमाल किया जाता है। इसके अलावा हमारे देश में त्योहारों की भरमार है और प्रत्येक त्योहार पर अलग-अलग तरह की पारंपरिक मिठाइयों का इस्तेमाल किया जाता है। त्योहारों के अलावा जन्म दिन, शादी की वर्षगांठ, किसी मकान, संस्थान का उद्घाटन, किसी धार्मिक कथा के आयोजन आदि कार्यक्रमों में भी मिठाइयों का प्रयोग किया जाता है। इसके अलावा अब तो इंडस्ट्रियल ऐरिया में संस्थान के स्थापना दिवस, कर्मचारियों के जन्म दिवस, रिटायरमेंट आदि के अवसरों पर भी मिठाइयों का प्रयोग किया जाता है। इसलिये आप यह मानसकते हैं कि मिठाइयों की मांग आज भी काफी अधिक है।

गांव-देहात, शहर-मेट्रो सिटी सभी जगह है मिठाई की खपत

आप शहर में रहते हों, गांव में रहते हों, कस्बे में रहते हों, नगरों में रहते हों, महानगरों में रहते हों और चाहे मेट्रो सिटी में रहते हों। आपको अपने क्षेत्र की गलियों, मुहल्लों व नुक्कड़ों व मार्केट में मिठाई की दुकान अवश्य दिख जायेगी। इन मिठाई की दुकानों में सुबह शाम आपको अच्छी खासी भीड़ भी दिख जायेगी।

क्यों है मिठाई की दुकान की अधिक डिमांड

इन दुकानों में मिठाई के अलावा दूध-दही, समोसा, खस्ता, पूड़ी-कचौड़ी आदि बिकती दिख जायेगी। इसका कारण यह है कि आज की आधुनिक जीवन शैली में परिवार में सभी व्यक्ति कामकाजी होते हैं तो उनके पास इतनी फुर्सत नहीं होती कि अपने काम पर जाने से पहले अपने लिये नाश्ता बना सकें। इसी तरह कामकाज से लौटने के बाद आदमी थका हुआ होता है वो नाश्ते बनाने की झंझट को मोल नहीं लेना चाहता है। इन दोनों ही परिस्थितियों में व्यक्ति मिठाई की दुकान पर मिलने वाले नाश्ते के सामान का ही उपयोग करता है।

मनपसंद बिजनेस ऐरिया का सर्वे करें

अब यदि आपने स्वीट शॉप का बिजनेस शुरू करने का मन बना लिया है तो सबसे पहले आप अपनी आर्थिक क्षमता का आंकलन करें, उसके हिसाब से अपना मनपसंद का बिजनेस एरिया का चुनाव करें। एरिया का चुनाव करने के बाद उस एरिया का सर्वे करें। सबसे पहले एरिया का सर्वे करते वक्त इस बात पर ध्यान दें कि उस ऐरिया में पहले से कोई स्वीट शॉप तो नहीं चल रही है। यदि कोई स्वीट शॉप चल रही है तो उसकी क्या स्थिति है। अच्छी चल रही है तो क्यों चल रही है और यदि अच्छी तरह से नहीं चल रही है तो उसकी कमियां क्या हैं। क्योंकि आपका कंपटीशन उससे ही होने वाला है। उसकी कमियों को जान लेंगे और उन कमियों को दूर कर लेंगे तो आप अधिक ग्राहक प्राप्त कर सकते हैं।

सर्वे में किन-किन बातों का रखें विशेष ख्याल

इसके अलावा आपको एरिया के ग्राहकों की पसंद व नापसंद का भी सर्वे करना होगा। इसके लिए आप सर्वे के दौरान अपनी मनपसंद एरिया में होने वाले सामाजिक व धार्मिक कार्यक्रमों के दौरान ग्राहकों की खरीद फरोख्त का जायजा लेंगे तो आपको बहुत कुछ जानकारी मिल जायेगी। इसके अलावा सर्वे में आप इस बात का भी आंकलन कर सकते हैं, वहां रहने वालों मेंं बुजुर्गों, युवाओं, बच्चों, पुरुषों, महिलाओं, युवकों,युवतियों की संख्या कितनी-कितनी है। वहां रहने वाले किस तरह का बिजनेस करते हैं, वे अपनेशौक को पूरा करने के लिए कितना खर्च करते हैं, किन-किन बातों पर खर्च करते हैं। इन सब बातों का सर्वे करेंगे तो आपको एक मोटा-मोटा आइडिया मिल जायेगा कि आपको यह मालूम हो जायेगा कि किस चीज का व्यापार करें आपको अधिक से अधिक लाभ हो सके।

मिठाई की दुकान के साथ क्या-क्या और बेचें

सर्वे के बाद आप आसानी से यह तय कर सकते हैं कि आप केवल मिठाई की दुकान खोलें, मिठाई के साथ नमकीन की दुकान खोलें, मिठाई नमकीन की दुकान के साथ रेस्टोरेंट खोलें, जिसमें चाट का सामान आलू की टिक्की, दही बड़ा, समोसा, खस्ता, नमक पारा, मोमोज, मैगी, चाऊमीन, चाय, कॉफी, लस्सी, कोल्ड ड्रिंक आदि भी बेच सकते हैं।

बिजनेस प्लान बनायें

इन सभी बातों को ध्यान में रखते हुए अब आपको अपने बिजनेस का प्लान भी बनाना होगा। इस बिजनेस प्लान में आप अपनी आर्थिक क्षमता के अनुसार एक मेन लोकेशन वाली शॉप, जिसमें बिजली-पानी की सुविधा हो, भट्ठी लगाने या गैस वाली भटठी लगाने की सुविधा हो, लोगों के आने-जाने व उठने-बैठने तथा खाने-पीने की भी सुविधा हो तो अच्छा रहेगा।  इस दुकान के किराये का खर्चा, मिठाई, व अन्य सामान बनाने वाले कुशल कारीगर व सहायकों की सैलरी, बिजली-पानी का खर्चा, साफ-सफाई का खर्चा, रॉ मैटेरियल का खर्चा, पैकिंग व ट्रांसपोर्टेशन का खर्चा, मुनाफा और मिसलेनियस खर्चा जोड़कर अपना बजट प्लान बनायें। आपने सारे खर्चे जोड़ करबिजनेस प्लान तो बना लिया और इन खर्चों को पूरा करने के लिए आपके पास पूंजी है तो ठीक है वरना आप यह भी प्लानिंग कर लें कि बिजनेस के लिए आवश्यक पूंजी को कैसे जुटायेंगे। अपने मित्रों, रिश्तेदारों से यह पूंजी लेंगे। बैँकों से लोन लेंगे या साझेदारी में काम करना चाहते हैं। इन सभी की योजना बिजनेस प्लान में बनायें तो आपका बिजनेस आसानी से चल जायेगा।

How to start sweet shop business in Hindi | कैसे शुरू करें अपना बिजनेस

आप बिजनेस शुरू करने के लिए एक शॉप खोलें। इस दुकान को आकर्षक दिखने के लिए उसका डेकोरेशन करायें। सामने अच्छा सा बोर्ड बनवायें। दुकान में विशेष रूप से कांच का काउंटर बनवायें। जिसमें मिठाइयां रखी जायेंगी। ये काउंटर ऐसा होना चाहिये कि इसमें रखी मिठाइयां पूरी तरह से सुरक्षित भी रहें और ग्राहकों को दूर से ही दिखाई दें। जिनको देख कर ग्राहक अपने आप ही आ सके।

1. शुरू शुरू में बरतें ये सावधानियां

इसके बाद आप अपने कारीगरों से मिठाइयां बनवायें और कोशिश करें कि शुरू शुरू में थोड़ी-थोड़ी मात्रा में मिठाइयां बनवायें । इसके बाद जैसे जैसे आपको फीडबैक मिलता जाये वैसे-वैसे आप अपनी मिठाइयों की मात्रा बढ़वा दें। इसके अलावा नमकीन, चाट, समोसा, खस्ता, मठरी, नमक पारा सहित और सामान बनवा सकते हैं।  इसके अलावा आप ब्रांडेड कंपनियों के नमकीन, बिस्कुट, व अन्य बेकरी प्रोडक्ट को भी अपनी शॉप में बेचने के लिए रख सकते हैं। साथ ही दूध, दही, घी, मक्खन और पनीर आदि को भी शॉप में रख सकते हैं।

2. फ्रेंचाइजी लेकर भी किया जा सकता है बिजनेस

यदि आप केवल बिजनेस करना चाहते हैं और मिठाई बनाने का झंझट नहीं करना चाहते हैं तो आप मशहूर ब्रांड की फ्रेंचाइजी लेकर भी बिजनेस करना चाहते हैं। इस तरह के बिजनेस में आपको न तो मिठाई बनवाने और न कारीगर की टेंशन लेनी होगी और न ही मार्केटिंग की भी कोई परेशानी नहीं लेनी होगी। इसमें आपको लाभ भले ही कम मिलता है लेकिन आपका बिजनेस जल्दी शुरू हो जाता है और आपके बिजनेस की पहचान जल्दी ही मिल जाती है क्योंकि ब्रांडेड कंपनी काफी समय से बिजनेस करती आ रही है उसकी अपनी मार्केट होती है और उसका ग्राहक होता है। ब्रांडेड कंपनी अपने प्रोडक्ट का जमकर प्रचार प्रसार करती है। इसलिये फ्रेंचाइजी के माध्यम से बिजनेस करना बहुत फायदेमंद है।

3. कितनी लागत आती है

स्वीट शॉप खोलने के लिए कितनी लागत आती है, यह बिजनेस मैन की क्षमता पर निर्भर करता है। यदि कोई बिजनेस मैन छोटी सी शॉप खोलकर स्वयं मिठाई बनाने का काम करता है और ज्यादा तामझाम नहीं करना चाहता है तब भी उसे कम से कम एक लाख रुपये तो लग ही जायेंगे।

इसके बाद थोड़ी सी ठीकठाक स्वीट शॉप खोलने के लिए आपको कम से कम 3 लाख से 5 लाख रुपये लग सकते हें। जिसमें मिठाई के साथ नमकीन, चाट व अन्य स्ट्रीट फूड का बिजनेस किया जा सकता है।

बड़ी दुकान के लिए बिजनेसमैन को दस लाख रुपये से अधिक की लागत आती है।

4. मुनाफा कितना मिलता है

मिठाई हो या रेडीमेड फूट आइटम्स में मुनाफा अच्छा खासा मिलता है। लेकिन बिजनेस शुरू करने के समय आपको ग्राहक को आकर्षित करना होता है उसको अधिक से अधिक सुविधाएं देनी होतीं हैं और उन्हें कम से कम रेट में सामान बेचना होता है। इसलिये शुरू-शुरू में आपको मुनाफा काफी कम मिलता है। यह स्थिति कम से कम 6 महीने तक चलती रहती है। उसके बाद जैसे-जैसे आपका बिजनेस जमता जाता है और ग्राहक आपके पास आने लगता है तब आप अपना मुनाफा बढ़ा सकते हें। आपकी दुकान जितनी पुरानी होती जायेगी, आपके ग्राहक बढ़ते जायेंगे और आपका मुनाफा भी बढ़ता जायेगा। यह माना जाता है कि शुरू में इस बिजनेस से केवल 10 प्रतिशत का ही मुनाफा प्राप्त हो सकता है। धीरे-धीरे यह मुनाफा 40 प्रतिशत तक पहुंच जाता है।

5. कैसे करें प्रचार प्रसार

स्वीट शॉप वैसे मोहल्ले व एरिया की दुकान होती है। प्रोडक् ट की क्वालिटी, टेस्ट और सर्विस से आम तौर पर ये पापुलर हो जाती है। शुरू शुरू में आपको अपनी दुकान का प्रचार आफलाइन ही करना होगा। आपको अपने क्षेत्र में पम्फलेट बंटवाना होगा। इसके बाद इन्ही पम्फलेट्स को वहां बंटने वाले न्यूजपेपर में डलवा देंगे तो आपकी दुकान का घर-घर में प्रचार हो जायेगा। उसके बाद आपके प्रोडक्ट का टेस्ट अच्छा होता तो ये एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति तक माउथ पब्लिसिटी होगी।  इसके अलावा आप वाल पेंटिंग, बैनर, पोस्टर, होडिंग्स आदि का भी सहारा ले सकते है। इससे आपका अच्छा खासा प्रचार हो जायेगा। इतने प्रचार सो आपकी दुकान को प्रत्येक व्यक्ति जान जायेगा और इससे आपका बिजनेस बढ़ जायेगा।

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बिजनेस को बढ़ाने के खास टिप्स

  • बिजनेस बढ़ाने के लिए आपको कुछ खास ट्रिक्स अपनानी होगी। यदि आपकी शॉप के आसपास इंडस्ट्रियल ऐरिया है तो आपको वहां की इंडस्ट्रीज से सम्पर्क करना होगा। क्योंकि अनेक कंपनियां अपने यहां काम करने वाले सैकड़ों कर्मचारियों को सुबह शाम का नाश्ता देतीं है। ये नाश्ता अधिकतर चाय और समोसे का होता है। इससे आपको बड़ा ऑर्डर मिल सकता है।
  • इसके अलावा आप इन इंडस्ट्रीज में होली-दीवाली, क्रिसमस डे, न्यू ईयर जैसे उत्सवों पर गिफ्ट के रूप में  मिठाइयां बड़ी मात्रा में सैकड़ों लोगों को बांटी जाती है। इनका भी ऑर्डर लेकर अपना बिजनेस बढ़ा सकते हैं।
  • इसी प्रकार आप किसी बड़े स्कूल, खेल के मैदान, सिनेमाघर, कोर्ट कचेहरी आदि भीड़भाड़ वाले स्थानों पर स्टाल भी लगा सकते हैं। इन स्थानों पर आपकी बिक्री अधिक होगी और इससे आपका मुनाफा बढ़ सकता है।
  • स्वीट शॉप में मिठाई और नमकीन के अलावा डेली नीड्स वाली चीजें रखकर भी अपना बिजनेस बढ़ा सकते हैं।
  • त्योहार व सार्वजनिक उत्सवों के दौरान विभिन्न तरह की पारंपरिक मिठाइयां व अन्य वस्तुएं बनाकर भी लाभ कमाया जा सकता है।
  • सीजन के हिसाब से अलग तरह की मिठाइयां व नमकीन बनाकर भी अपना बिजनेस बढ़ा सकते हैं।6. इसके अलावा आपके शहर में मंदिरों व अन्य सार्वजनिक स्थलों पर धर्मालु व्यक्ति विभिन्न अवसरों पर भंडारे का आयोजन करते हें। आप उसमें खाना बनाने का ठेका भी लेकर अपनी आमदनी बढ़ा सकते हैं।

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