आप जब भी नया बिज़नेस शुरू करते हैं तो उसके आगे बढ़ने को लेकर भी काफी सपने बुनते हैं. ऐसे में हो सकता है कई बिज़नेस आप कुछ समय तक अकेले भी हैंडल कर लें, पर जैसे जैसे बिज़नेस आगे बढ़ता है वैसे ही आपको आपके अलावा कुछ और लोगों को भी हायर करने की जरुरत रहती है.
आप जो भी लोगों को ऐसे समय में चयनित करते हैं वो ही आगे चलकर आपके बिज़नेस को ऊपर ले जाने में सहायक होते हैं. इसलिए अपने लिए स्टाफ को हायर करना काफी जिम्मेदारी का काम है. एक भी गलत मेम्बर आपके बिज़नेस के लिए काफी बुरा साबित हो सकता हैं. बहुत सी ऐसी छोटी छोटी बात है जो आपको स्टाफ हायर करते समय ध्यान में रखने की जरुरत है. जानते हैं वो क्या हैं;
1. हमेशा कम्पनी का कल्चर अच्छा बनाएं
लोग अपने आप ही ऐसी जगह काम करना चाहते हैं जहां के बारे में उन्होंने अच्छी बात सुनी हो. ज़रूरी है कि आपकी कंपनी की इमेज मार्किट में अच्छी होनी चाहिए. इसके लिए हमेशा कुछ ना कुछ रूल बना कर रखें जो सभी के लिए सामान हो. इसके अलावा ब्रांड की पॉजिटिव ब्रांडिंग पर भी काम करें, इससे ज्यादा से ज्यादा लोग आपसे जुड़ने की इच्छा रखते हैं.
साथ ही आजकल बहुत सी ऑनलाइन वेबसाइट ऐसी आ गई हैं जहां पर जाकर लोग किसी भी कंपनी या प्रोडक्ट या फिर ब्रांड द्वारा दी जाने वाली सेवा को लेकर रिव्यु पोस्ट कर सकते हैं. कोशिश करें कि आपकी कंपनी के बारे में इंटरनेट पर रिव्यु अच्छे रहे, और यकीन माने ये तभी होता है जब लोग आपके साथ काम करके खुश कर खुद को आगे बढ़ता हुआ महसूस करते हैं.
2. एक्टिव रह कर करें रिक्रूटमेंट
हमेशा एक्टिव रहते हुए लोगों का चयन करें. हो सकता है आपके लिए जो कैंडिडेट परफेक्ट है वो कहीं और काम कर रहा हो. ऐसे में ज़रूरी है कि इंटरव्यू चार दिवारी के भीतर ही सीमित ना रहें. इसका मतलब है कि आप कहीं भी किसी पार्टी या मीटिंग के लिए जा रहे हैं तो ऐसे लोगों से बात करें जो आपको लगता है कि आपके बिज़नेस के लिए अच्छे साबित हो सकते हैं.
कभी कभी रहता है कि आप जब उनसे अपने बिज़नेस को लेकर बात करते हैं तो वो भी सामने से उसमे दिलचस्पी दिखाते हैं जो आप दोनों के लिए ही काम कर जाती है.
3. एक्सपीरियंस की करें तलाश
हालांकि ज़रूरी नहीं है कि हमेशा ही किसी काम के लिए एक्सपीरियंस की ही जरुरत पड़ती है. कई बार पहली बात नौकरी करने वाले लोग भी अपने काम को समझने में बेहद अच्छे होते हैं और बहुत जल्द ही वो अपना काम दूसरों से भी अच्छी तरह करना शुरू कर देते हैं.
फिर भी अगर आपको लगता है कि किसी इक प्रोफाइल के लिए आपको एक्सपीरियंस लिए हुए कैंडिडेट की जरुरत है तो कोशिश करें कि आप ऐसे मेम्बर चुनें जो आपको आपके काम में पहले दिन से ही मदद करना शुरु कर दे.
4. सही लगों का करें चयन
हमेशा सही पोजीशन के लिए सही मेंबर का चुनाव करें. कभी भी ऐसा ना करें कि आप व्यक्ति को पहले हायर कर लें क्योंकि आपको लगता है वो कंपनी के लिए अच्छा होगा और बाद में आप उसके लिए प्रिफिले का चयन कर रहे हैं. पहले से दिमाग में रखें कि आपको किस प्रोफाइल के लिए किस तरह के कैंडिडेट की जरुरत है. ऐसा करने से आपको आगे चलकर उस कैंडिडेट को लेकर किस भी तरह की परेशानी का सामना नहीं करना पड़ता हैं.
ध्यान रखें कि रिक्रूटमेंट की प्रक्रिया भी आसान और मुफ्त नहीं होती है. किसी भी नए कैंडिडेट पर आप अपना धन और पैसा दोनों लगते हैं इसलिए ध्यान रहे कि यह सब आप सही दिमाग से ही खर्च करें ताकि आपको बार बार परेशानी ना हो.
5. सॉफ्ट स्किल पर करें फोकस
आजकलसॉफ्ट स्किल्स का जमाना है. जी हाँ! सॉफ्ट स्किल्स जैसे कि गोल सेटिंग, कम्युनिकेशन स्किल्स आदि भी बहुत ज्यादा मायने रखते हैं. जैसे कि कुछ प्रोफाइल यानि ब्रांड मेनेजर आदि में आपको हर समय किसी ना किस ब्रांड के मेंबर से बात करनी रहती है. उन्हें अपने आईडिया के लिए ओनबोर्ड करवाना आपका पहला काम है. ऐसी जॉब में अगर आप बात करने में अच्छे हैं तो आपका काम कहीं ना कहीं औरों के मुकाबले आसान हो जाता है.
इसलिए जब भी आप नए स्टाफ मेंबर को हायर करें तो उसके सॉफ्ट स्किल्स पर ध्यान देना बिलकुल भी ना भूलें.
6. विविधता पर दें ध्यान
जब भी आप रिक्रूटमेंट करते हैं तो हमेशा डाइवर्सिटी पर ध्यान दें. अगर आप सोचेंगे कि आपको एक दम आपके जैसे ही लोग कंपनी में चाहिए या फिर किस एक इंसान को फ्रेम ऑफ़ रिफरेन्स बना कर अगर आप हायरिंग करेंगे तो ये सही नहीं है. हमेशा अलग अलग तरह के लोगों को अपने बिज़नेस से जोडें ताकि वो अपनी-अपनी तरह से बिज़नेस को आगे ले जाने में मदद कर सकें.
इसका सबसे बड़ा फायदा ये है कि अलग अलग लोग होने पर जब भी आपको किसी नए आईडिया की जरुरत होती है या फिर आप बिज़नेस को लेकर ब्रेनस्टॉर्म करना चाहते हैं तो आपको बहुत अच्छे सुझाव मिलते हैं.
7. सर्च का दायरा बढ़ाएं
हमेशा किसी भी ब्रांड या बिज़नेस के लिए हायरिंग करते समय रेक्रुटर के दिमाग में ये रहता है कि उसे आस पास के लोगों को ही ज्यादा पहल देनी चाहिए. पर क्या यह सही है?
जी नहीं! अगर आप रिक्रूट करते समय अपना ज्योग्राफिकल दायरा ही नहीं बढायेगे तो आप कभी भी प्रोफाइल के लिए परफेक्ट कैंडिडेट नहीं खोज पाएँगे. हो सकता है कोई किस ना किसी प्रोफाइल के लिए एकदम परफेक्ट हो और वो आपके बिज़नेस आईडिया के लिय रिलोकेट होने के लिय भी राजी हो जाए तो ऐसे में फायदा आपका है.
हमेशा ध्यान रखें कि कोई भी परफेक्ट कैंडिडेट आपके बिज़नेस को ऐसे आगे ले जा सकता है जैसा आप कभी कभी सोचते भी नहीं है. इसलिए रिक्रूटमेंट के समय किसी भी तरह की अड़चन से बचने का प्रयास करें.
8. कंपनी के अंदर भी कर सकते हैं प्रमोट
कभी कभी हो सकता है कि जो लोग आपके साथ काफी समय से काम कर रहे हैं वो ही अब इस काबिल आपको लगने लगे कि उन्हें आप बड़ी पोजीशन पर प्रमोट कर सकते हैं. हमेशा किसी भी बड़ी प्रोफाइल की हायरिंग करते समय पहले ऑफिस या कंपनी के अंदर भी अच्छे से देख लें कि कहीं आप किस ऐसे को नज़रंदाज़ तो नहीं कर रहे हैं जो उस पोजीशन के लिए काबिल है और पहले से ही आपके साथ मौजूद है.
इसलिए कभी भी कंपनी के अंदर ही हायरिंग करने से ना हिचकिचाएं.
इन सब बातों को ध्यान में रखते हुए आप अपने लिए बेस्ट लोग तो हायर कर लेते हैं पर उसके बाद भी एक जिम्मेदारी आती है वो है लोगों को सहेज कर रखने की. जिसे प्रोफेशनल भाषा में मंजेमेंट स्किल्स कहते हैं. कुछ बातें जो आपको अपने एम्प्लाइज को लेकर ध्यान में रखने की जरुरत है वो हैं;
9. कंपनी में रखें वर्क-लाइफ बैलेंस
आजकल की भाग दौड़ भरी जिंदगी में यूँ ही लोगों के पास समय कम रहता है. ऐसे में ऑफिस में वर्क लाइफ बैलेंस होना बेहद ज़रूरी है. कोशिश करें कि ऑफिस के रूल्स सबके लिए सामान रहें और किसी भी एक मेंबर पर भार ज्यादा ना आए.
साथ ही कुछ ना कुछ ना कुछ तरह की फ्लेक्सिबिलिटी दें उन्हें ताकि वो उत्साह से काम कर सकें. साथ ही कोशिश करें की कैंडिडेट के पर्सनल लाइफ को लेकर सवाल ना करें.
10. हमेशा फीडबैक लेने की कोशिश करें
हमेशा अपने साथ काम करने वाले लोगों से फीडबैक लेने की कोशिश करें. पॉजिटिव हो या हल्का नेगेटिव हमेशा उसपर काम करने की कोशिश करें. साथ ही हर एक एम्प्लोई के फीडबैक का मायना समझने की कोशिश करें.
11. माइक्रोमैनेज करने से बचें
कोशिश करें कि आप साथ काम करने वालों को स्पेस दें और केवल उन्हें डायरेक्शन दिखाएं ना कि हर बात पर उन्हें टोकें. याद रखें कि अगर आप अपने साथ काम करने वाले लोगों पर विश्वास नहीं दिखाएँगे तो वो भी आप पर यकीन नहीं कर पाते हैं और ये उनके परफॉरमेंस के आड़े आता है.
इस तरह से आप अगर अपने साथ काम करने वाले लोगों को इज्ज़त देते हैं और उनके काम के लिए उन्हें वैल्यू करते हैं तो ये उन्हें और ज्यादा काम करने के लिए प्रेरित करता हैं.
हमेशा अगर आप ये ध्यान में रखेंगे कि आपके अलावा आपके साथ काम करने वाले लोग भी बिज़नेस के लिए उतने ही अहम हैं तो आप उनके चयन में किसी भी तरह की लापरवाही नहीं करेंगें.
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