फ़र्नीचर हर घर की आम ज़रूरत होती है. अगर घर में फ़र्नीचर न हो तो ख़ूबसूरत घर भी बेजान सा नज़र आता है. क्यों सही कहा है न? जैसे-जैसे ज़माना बदल रहा है. मार्केट में फ़र्नीचर के डिज़ाइन भी बदलते जा रहे हैं. पहले के मुक़ाबले अब बाज़ार में अधिक आकर्षक और ख़ूबसूरत फ़र्नीचर बिकते दिखाई देते हैं. अच्छी बात है कि अद्भुत और आकर्षक डिज़ाइन वाले ये फ़र्नीचर आपके बजट में भी आ जाते हैं.
इन फ़र्नीचर को घर लाकर आप अपने घर की शोभा बढ़ा सकते हैं. बस फ़र्नीचर को लेकर आपकी पसंद अच्छी होनी है. पहले जहां लोग सिर्फ़ लकड़ी के फ़र्नीचर घर लाना पसंद करते थे. वहीं अब लोग स्टील फ़र्नीचर की ओर भी रुझान दिखाने लगे हैं. वुडेन फ़र्नीचर की जगह लोग अपने घरों को स्टील फ़र्नीचर से भी सजाने लगे हैं. इसलिये मार्केट में इनकी डिमांड भी बढ़ती जा रही है. यही वजह है कि आज कल लोग स्टील फ़र्नीचर के व्यापार में ज़्यादा हाथ आज़माने लगे हैं.
अगर आप भी ज़माने की इस मांग को देखते हुए स्टील फ़र्नीचर के व्यापार के बारे में सोच रहे हैं, तो ग़लत नहीं है. ज़माने के साथ चलते हुए आप आराम ये बिज़नेस स्टार्ट कर सकते हैं. इसके साथ ही अच्छी कमाई भी कर सकते हैं.
चलिये बातें बहुत हो गईं. अब मुद्दे पर आते हैं और जानते हैं कि आखिर कोई कैसे स्टील फ़र्नीचर का व्यापार शुरू कर सकता है. पर उससे पहले ये जान लेते हैं कि ये व्यापार है क्या, जो मार्केट में तेज़ी से इसकी मांग बढ़ती जा रही है.
आखिर किसे कहते हैं स्टील फर्नीचर का बिज़नेस?
अगर कुछ साल पहले तक की बात करें, तो लोग वुडेन फ़र्नीचर (Wooden Furniture) को अधिक महत्व देते थे. ऐसा नहीं है कि अब कोई लकड़ी के फ़र्नीचर ख़रीदता नहीं है, लेकिन हां क्योंकि ये बाक़ी फ़र्नीचर के मुक़ाबले थोड़े महंगे माने जाते हैं. इसलिये अब मार्केट में लकड़ी के फर्नीचर के टक्कर में कई तरह फ़र्नीचर आ चुके हैं.
जैसे नये ज़माने के नये फ़र्नीचर में स्टील का इस्तेमाल किया जाने लगा है. हांलाकि, फ़र्नीचर के इस कारोबार को करने के 2 तरीके हैं. एक तरीका वो है जिसमें स्टील से फ़र्नीचर तैयार किया जाता है. दूसरा वो है जहां स्टील के बने फ़र्नीचर को किसी दुकान पर बेचा जाता है. कोई कैसा बिज़नेस करना चाहता है ये उसके ऊपर निर्भर करता है.
कैसे शुरू कर सकते हैं स्टील फर्नीचर का व्यापार?
सब कुछ सोचने समझने के बाद अगर आप स्टील फ़र्नीचर (Steel Furniture) का व्यापार करने मन बना चुके हैं, तो फिर जान लीजिये कि इसकी शुरूआत आप दो तरीक़े से कर सकते हैं.
पहल तरीक़ा ये है कि आप स्टील फ़र्नीचर के लिये ख़ुद की दुकान खोलें और उसमें ख़ुद का बना हुआ स्टील फ़र्नीचर सेल करें. दूसरा आईडिया ये है कि स्टील फ़र्नीचर बना कर उसे किसी बड़ी दुकान में बेच सकते हैं.
इसके लिये आप हार्डवेयर और इलेक्ट्रॉनिक्स की शॉप भी चुन सकते हैं. याद रहे है कि इस काम में आप जितने ज़्यादा प्रोफ़ेशनल रहेंगे, काम उतना ही अच्छा चलेगा.
1. व्यापार के लिये सेलेक्ट करनी होगी जगह
इस व्यापार के लिये कोई भी छोटी-मोटी जगह नहीं चलेगी. स्टील फ़र्नीचर व्यापार के लिये आपको अच्छी ख़ासी जगह चुननी होगी. अगर आप फेब्रिकेशन यानि स्टील फ़र्नीचर बनाने का काम खोलते हैं, तो इसके लिये आपको एक गोदाम चाहिये होगा. जहां आप इस काम को अच्छे से करा सकें.
वहीं अगर आप अपना बनाया हुआ फ़र्नीचर अपनी शॉप पर बेचने चाहते हैं, तो उसके लिये आपको गोदाम के साथ-साथ शॉप की आवश्यकता भी होगी. अब आप कौन सा बिज़नेस पसंद करते हैं. ये पूरी तरह आपके बजट पर निर्भर करता है.
2. व्यापार करने में आयेगी कितनी लागत?
अगर आपके पास अपनी ऐसी जगह है, जहां आप स्टील फ़र्नीचर का काम कर सकते हैं, तो बहुत अच्छा होगा. ऐसे में आपको दुकान का किराया नहीं देना पड़ेगा.
वहीं अगर आपके पास अपनी जगह नहीं है, तो दुकान किराये पर लेनी पड़ेगी. दुकान का किराया लोकेशन और जगह पर निर्भर करता है. कम से कम मान कर चलिये कि आपको दुकान के लिये 30 से 50 हज़ार रुपये ख़र्च करने पड़ सकते हैं. वहीं दुकान (Shop) के किराये के अलावा आपको उसमें कम से कम 5 लाख रुपये का फ़र्नीचर भरना होगा.
इस व्यापार में आपको उतने अधिक पैसों की आवश्यकता नहीं पड़ेगी, जितनी लकड़ी के फ़र्नीचर में पड़ती. इसमें आपको सिर्फ़ उन चीज़ों की आवश्यकता होगी, जिनके ज़रिये आप स्टील के फ़र्नीचर तैयार कर सकते हैं.
फ़र्नीचर बनाने के लिये आपको गरेंडर, वेल्डिंग और ड्रील मशीन समेत कुछ और चीज़ों की ज़रूरत पड़ सकती है. फ़र्नीचर बनाने वाला ये सामान लाने के लिये आपको कम से कम 20 से 25 हज़ार रुपये की आवश्यकता पड़ेगी.
इन सारी चीज़ों के अलावा इस व्यापार में बिजली की खपत भी है. स्टील से फ़र्नीचर बनाने के लिये इलेक्ट्रिसिटी की ज़रूरत होती है. इसलिये मान कर लिये बिजली के लिये आपको कम से कम 50 हज़ार रुपये ख़र्च करने पड़ सकते हैं.
कुल मिला कर स्टील फ़र्नीचर का व्यापार शुरू करने के लिये आपको लगभग 5 से 10 लाख रुपये की ज़रूरत होगी. वहीं अगर आर स्टील फ़र्नीचर बनाने का काम शुरू करते हैं, तो उसमें सिर्फ़ एक से दो लाख रुपये तक का ख़र्च आयेगा.
3. व्यापार में कितनी होगी इनकम?
देखिये हर चीज़ के दो पहलू होते हैं. एक अच्छा और दूसरा बुरा. ठीक उसी तरह इस व्यापार के भी दो पहलू हैं. कई बार इस बिज़नेस में महीने में लाखों का मुनाफ़ा होता है. वहीं कई बार कुछ भी कमाई नहीं हो पाती.
चूंकि, आज कल घर-घर में स्टील के फ़र्नीचर का इस्तेमाल होने लगा है. इसलिये मार्केट में इसे बेचने वाले कई व्यापारी भी बैठे हैं. जिसके चलते मार्केट (Market) में कंपटीशन काफ़ी बढ़ गया है.
हालांकि, कुछ भी करके इस व्यापार में आप कम से कम महीने में 20 से 30 हज़ार रुपये कमा सकते हैं. वो भी सारे ख़र्चे निकालने के बाद.
4. कैसे कर सकते हैं इसकी मार्केटिंग?
किसी भी व्यापार को चलाने के लिये मार्केटिंग उसका अहम हिस्सा होती है. आप कितना ही अच्छा प्रोडक्ट क्यों न बना लें. अगर मार्केटिंग की प्लानिंग अच्छी नहीं है, तो बिज़नेस पर पानी फिर जाता है.
जैसे कि कई बार आपने देखा होगा कि कई लोग बिज़नेस की शुरूआत बहुत अच्छी करते हैं, लेकिन मार्केटिंग अच्छी न होने के कारण कुछ समय बार उनके व्यापार में ताला पड़ जाता है.
इसलिये हर व्यापार की तरह इसमें भी मार्केटिंग पर ख़ास ध्यान दिया जाना चाहिये. मार्केटिंग आपके बिज़नेस की बुनियाद तय करती है. आपकी लगाई हुई पूंजी से आपकी दोगुनी कमाई कैसे होगी. ये सब मार्केटिंग पर ही निर्भर करता है.
अगर आप अपने व्यापार को सफ़ल बनाना चाहते हैं, तो उसके लिये आपको पहले होलसेल विक्रेताओं से संपर्क बनाना होगा. ऐसे थोक विक्रेता जो स्टील के फ़र्नीचर को अपनी दुकान पर बेच सकें. वहीं अगर आप ख़ुद की दुकान पर स्टील फ़र्नीचर बेचना चाहते हैं, तो इसके लिये आपको रेडियो और अख़बार में इश्तिहार देना होगा.
इसके साथ ही आप पेंपलेट भी बंटवा सकते हैं. ये सारी चीज़ें मार्केटिंग के तहत ही आती हैं. इन सबके अलावा आप सोशल मीडिया पर भी अपने व्यापार का प्रचार कर सकते हैं. वहीं अगर लोग आपके व्यापार की माउथ पब्लिसिटी कर पायें, तो ज़्यादा बेहतर होगा.
5. शॉप के लिये चाहिये होंगे लाइसेंस
बिज़नेस छोटे स्तर पर हो या बड़े स्तर, लेकिन लाइसेंस की ज़रूरत हर व्यापार में होती है. फ़र्नीचर शॉप की शुरूआत करने के लिये आपको जीएसटी नबंर की ज़रूरत होगी. इसके साथ ही आपको शॉप एंड इस्टैब्लिशमेंट के लाइसेंस की भी ज़रूरत होती है.
लाइसेंस प्राप्त करने के लिये थोड़ी भागा-दौड़ी और पैसे ख़र्च करने होंगे. इसके लिये आप जानकारों की मदद भी ले सकते हैं. अगर आप व्यापार अपने शहर तक सीमित रखना चाहते हैं, तो ठीक है. अगर बिज़नेस को बाक़ी जगहों पर फ़ैलाना चाहते हैं, तो इसके लिये आपको इम्पोर्ट-एक्सपोर्ट लाइसेंस भी प्राप्त करना होगा.
वहीं व्यापार का अकाउंट हैंडल के लिये आपको किसी अकाउटेंटे या फिर सीए की ज़रूरत भी होगी.
6. कैसे बढ़ायें फ़र्नीचर की बिक्री?
- एरिया
व्यापार तभी सफ़ल होता है, जब आपको लोगों की ज़रूरत के हिसाब लोकेशन चूज़ करते हैं. फ़र्नीचर शॉप ऐसी जगह होनी चाहिये, जहां लोग आसानी से फ़र्नीचर ख़रीदने आ सकें. सून-सान एरिया में शॉप खोलने का कोई फ़ायदा नहीं.
- ऑफ़र
अगर आप अपने ग्राहकों अच्छे ऑफ़र देंगे, तो लोग न चाहकर भी कहीं और न जाकर आपकी दुकान पर आयेंगे. फ़र्नीचर की सेल्स बढ़ाने के लिये अच्छे-अच्छे डिसकाउंट ऑफ़र निकालिये, ताकि लोग आपके यहां से ज़्यादा से फ़र्नीचर ख़रीदें.
- इवेंट से जुड़े
व्यापार बढ़ाना है, तो उसमें पैसे भी लगाने पड़ेंगे. इसके लिये आप समय-समय बड़ेृ-बड़े इवेंट्स भी स्पॉन्सर कर सकते हैं. ये भी एक तरह की मार्केटिंग ही हुई, जिससे आपकी सेल्स बढ़ेगी.
कुछ ज़रूरी बातें
आज कल बहुत सारी वेबसाइट्स लोगों को किराये पर फ़र्नीचर देती हैं. आप उनसे संपर्क करके अपने बिज़नेस को नया ट्विस्ट दे सकते हैं. बिज़नेस में एक्सपेरीमेंट करते रहिये. क्या पता आपका कब कौन सा एक्सपेरीमेंट काम आ जाये.
काम के लिये आप अनुभवी लोगों के साथ समय बितायें. उनके बिज़नेस की जानकारी लें. उसके बाद उसमें अपना आईडिया लगायें और व्यापार को बढ़ायें.
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