दिन पर दिन लोगों की आमदनी घटती जा रही है और महंगाई बढ़ती जा रही है. नौकरी में रह कर आप चाहे कितनी ही मेहनत क्यों न करें, लेकिन फिर भी पूरा नहीं पड़ने वाला. इसलिये बेहतर होगा कि मंहगाई के दौर में अपना ख़ुद का व्यवसाय शुरू किया जाये. ख़ुद के व्यवसाय में आप दिन पर दिन बढ़ोत्तरी भी करेंगे और मेहनत भी सफ़ल हो जाएगी.
अगर यही मेहनत आप नौकरी में करेंगे, तो शायद आपको वो क़ीमत न मिले, जिसकी आपको उम्मीद है. इसलिये अधिकतर लोग अपने बिज़नेस में मेहनत करके आगे बढ़ते जाते हैं. समस्या ये है कि हिंदुस्तान की आधे से ज़्यादा आबादी ज़्यादा पढ़ी-लिखी नहीं है. इसलिये वो सोचते हैं कि बिजनेस करना उनके बस की बात नहीं. हांलाकि, ऐसा नहीं है. व्यापार के लिये किसी डिग्री नहीं, बल्कि स्मार्टनेस की ज़रूरत होती है.
आप हम आपको ऐसे व्यापार की जानकारी देने जा रहे हैं, जिसमें रहकर आप कम समय में काफ़ी मुनाफ़ा कमा सकते हैं. ये व्यापार है फलों का. जी हां, आपको सुनने में ये व्यापार थोड़ा छोटा लग सकता है, लेकिन असल में ऐसा नहीं है. फलों की मार्केट दिन पर दिन बढ़ती जा रही है. जिस वजह से बहुत से लोग अब इस व्यापार में आ रहे हैं.
कैसे करें फलों के व्यापार की शुरुआत ?
फल का व्यापार करने के लिए सबसे पहले थोक के भाव पर फल मंडी से फलों की ख़रीददारी कर लें. यहां से कम दाम में आपको अच्छे फल मिल जाएंगे. इसके बाद आप इन्हीं फलों को ग्राहकों को बेच सकते हैं.
फल बेचने की जगह
फल का व्यापार शुरु करने के लिये आपको ज़्यादा सोचने की आवश्यकता नहीं है. इसके लिये आप अपनी छोटी सी रिटेल फ्रूट शॉप खोल सकते हैं. अगर शॉप के लिये जगह नहीं है, तो आप घर पर ये बिज़नेस शुरू कर सकते हैं. या फिर फल बेचने वाले छोटे रिटेलर से भी संपर्क कर सकते हैं.
ये तो हुए हुई फल का व्यापार का शुरु करने की बात. आइये अब ये समझते हैं कि फ्रूट्स का व्यापार करते हुए आपको कौन-कौन सी चीज़ करनी है और कौन सी नहीं.
फल का व्यापार करते हुए क्या नहीं करना चाहिये:
1. एक आकर्षक सेटअप तैयार करें
फलों का व्यापार करते हुए आपको इस बात का ध्यान रखना होगा कि आपको दुकान की सजावट का ख़ास ध्यान रखना होगा. फलों की दुकान आकर्षक और साफ़-सफ़ाई वाली होगी, तो ग्राहक आपकी दुकान की ओर ज़्यादा आकर्षित होंगे. अगर ग्राहक आकर्षित होंगे, तो ब्रिकी भी ख़ुद-ब-ख़ुद ज़्यादा होगी.
2. ताजे फलों की बिक्री करें
कई बार हम ऐसी फल की दुकान पर पहुंच जाते हैं, जहां हमें सिर्फ़ और सिर्फ़ ताजे फल बिकते हुए दिखते हैं. ग्राहक भी ऐसी ही दुकानों पर ज्यादा जाते हैं, क्योंकि ज़ाहिर सी बात है कि अगर कोई इंसान पैसे देगा, तो ताजे फल ही लेगा. इसलिये आप भी हमेशा फ़्रेश और अच्छे फल बेचने की कोशिश करें.
3. पैकेजिंग
व्यापार चाहे छोटे हो या बड़ा, उसकी पैकेजिंग काफ़ी महत्वपूर्ण होती है. कई बार लोग प्रोडक्ट की पैकेजिंग देख कर इतना इम्प्रेस हो जाते हैं कि उस दुकान पर सामान लेने पहुंच जाते हैं. इसलिये बेहद ज़रूरी है कि आप फलों को बेचते टाइम उनकी पैकेजिंग को आकर्षक बनायें. ताकि ग्राहक उसे वहां ले जाते समय ख़ुश रहे हैं और दूसरों को भी वहां से ले जाने की सलाह दें.
4. न्यूट्रीशियन लेबलिंग
जब आप अपने फल बेचते हैं, तो यह अनुशंसा की जाती है कि आप पैकेज लेबल की मदद से इन उत्पादों के बारे में आवश्यक पोषण संबंधी जानकारी की आपूर्ति करें. मानक पोषण लेबल में आपके फल पर पाए जाने वाले सूक्ष्म और मैक्रोन्यूट्रिएंट्स की एक सूची शामिल होती है. ये लेबल किसी उत्पाद के सेवारत आकार और प्रति सेवारत कैलोरी की संख्या के बारे में भी जानकारी प्रदान करते हैं. आपके उत्पादों से संभावित स्वास्थ्य लाभ भी लेबल पर शामिल किए जा सकते हैं.
5. प्रेपरेशन आईडिया
कुछ लोग अपने भोजन में ताजे फलों को शामिल नहीं करना चाहते हैं. ऐसे में आपके पास अच्छा मौक़ा है, जब आप ग्राहको को उनके भोजन में फल शामिल करने के लिये प्रेरित कर सकते हैं. जिससे वो न चाहकर भी फलों को उनके स्नैक्स में शामिल करें. इसके लिये आप फलों को ट्विस्ट करके भी बेच सकते हैं.
6. ऑनलाइन भागीदारी
हम सब डिजिटल इंडिया की ओर अग्रसर हो चुके हैं. इसलिए अब हर कोई छोटी से छोटी चीज़ घर के दरवाज़े पर चाहता है. बस मोबाइल फ़ोन में एक बटन दबाया और चंद मिनटों में चीज़ उनके घर पहुंच गई. ऐसे में अगर आप फलों के व्यापार को बढ़ाने के लिये ऑनलाइन सर्विस का फ़ायदा उठायें, तो इससे लाभ आपको ही होगा.
डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म पर अपनी फल की शॉप को रजिस्टर्ड करें और घर-घर लोगों को फ़ास्ट फ़्रूट डिलीवर करें. इससे ग्राहकों को घर बैठे ताजे फल मिलेंगे और आपको पैसा कमाने का बढ़ियां मौका. यही नहीं, अगर एक बार ग्राहकों को आपके फलों की आदत पड़ गई, तो वो हर बार आपकी शॉप से फ़्रूट्स ऑर्डर करने लगेंगे.
7. अपने ब्रांड को परिभाषित करें
एक मजबूत ब्रांड आपके व्यवसाय को प्रतिस्पर्धियों से अलग खड़ा करने में मदद करेगा. आपका ब्रांड वो है, जो आपकी कंपनी के लिये जाना जाता है. इसके साथ ही आपके व्यवसाय को जनता द्वारा कैसा माना जाता है. यदि आप अपने छोटे व्यवसाय के लोगो को डिजाइन करने के बारे में आश्वस्त नहीं हैं, तो इंटरनेट की मदद ले सकते हैं.
अपने काम से और फलों की क्वालिटी से अपने व्यापार को परिभाषित करके जनता की नज़रों उसे प्रतिष्ठ ब्रांड बनाया जा सकता है.
8. ख़ुद की वेबसाइट बनायें
अपने ब्रांड को जनता के बीच बेहतर तरीक़े से उतरने का एक तरीक़ा वेबसाइट भी है. अगर आप व्यापार बढ़ाने के लिये ख़ुद की एक वेबसाइट तैयार करते हैं, तो इससे जनता के बीच भरोसा दिखा सकते हैं. आज कल मार्केट में बहुत से ब्रांड हैं, जो अपनी वेबसाइट उतार चुके हैं. ऐसे में आपकी ज़िम्मेदारी होती है कि अगर वेबसाइट बनाते हैं, तो वो दूसरों से आकर्षक हो. तभी ग्राहक वहां जाकर फल खरीदने की सोच सकते हैं.
9. चेहरे पर हमेशा मुस्कान रखें
वैसे ये बात बताने वाली नहीं है, लेकिन फिर हम बताना चाहेंगे. कई बार हम ऐसे दुकानदारों से टकरा जाते हैं, जिनके चेहरे पर हमेशा मुस्कान होती है. फल तो हर कोई बेचता है, लेकिन अगर आप चेहरे पर मुस्कान रख कर व्यापार करेंगे, तो हर इंसान आपके यहां से फल ख़रीदने आयेगा और हो सकता है कि वो एक चीज़ सोचकर आये और कई चीज़ें लेकर जाये.
10. दाम
अ्च्छा कई बार क्या होता है. जब लोगों की दुकान चलने लगती है, तो वो छोटी-छोटी चीज़ के दाम बढ़ा देते हैं. ऐसा न करें. दुकानदार को हमेशा उतनी ही क़ीमत रखनी चाहिये जितनी जायज़ हो. अगर क्वालिटी के साथ-साथ दाम पर भी ठीक रहें, तो ज़्यादा अच्छा होगा.
ये हमने आपको बताई वो बातें, जो फल व्यापारियों को करनी चाहिये. आइये अब जानते हैं कि इस व्यापार में रह कर लोगों को क्या नहीं करना चाहिये.
व्यापार में कौन सी ग़लती न करें
1. ख़राब फल बेचना
कई बार क्या होता कि दुकानदार ग्राहकों को बेवकूफ़ बनाते हैं. वो ऊपर-ऊपर अच्छे फल रखते हैं और नीचे गले-सड़े फल दबाकर रखते हैं, जिन्हें ज़्यादातर लोग नहीं देख पाते. अगर आप ये ट्रिक अपनाते हैं, तो लोगों को एक बार बेवकूफ़ बना सकते हैं, लेकिन बार-बार नहीं. इसलिये थोड़ा सावधान रहें, क्योंकि ज़रा सी चलाकी आप पर भारी पड़ सकती है.
2. लूट न मचायें
अकसर ऐसा देखा जाता है कि फल विक्रेता मार्केट में लूट मचा देते हैं. जब किसी एरिया में आस-पास ज़्यादा फल की दुकानें नहीं होती हैं, तो वो ग्राहकों की मजबूरी का फ़ायदा उठा कर उनसे ज़्यादा पैसे वसलूने लगते हैं. इस तरह से शायद आप एक बार किसी की मजबूरी का फायदा उठा सकते हैं, लेकिन हर बार ऐसा नहीं चलेगा. इसके साथ ही ग्राहकों का आप पर से विश्वास उठ जायेगा.
3. धैर्य बनायें रखें
कई ग्राहक ऐसे होते हैं, जो काफ़ी सोच समझ कर शॉपिंग करते हैं. फिर चाहे वो बड़ी शॉपिंग कर रहे हों या छोटी. अगर को ग्राहक फल लेने में थोड़ी देरी लगाता है, तो अपना धैर्य न खोयें. इस दौरान कई दुकानदार ग्राहकों से बदतमीजी से बात करने लगते हैं. आप अगर व्यापार में रह कर ये रवैया अपनाते हैं, तो इससे आपको काफ़ी नुकसान हो सकता है.
4. फल बेचने के लिये प्लास्टिक का उपयोग न करें
एक ज़िम्मेदार नागरिक होने के नाते हमारी देश के प्रति भी कुछ ज़िम्मेदारी बनती है. वैसे तो हिंदुस्तान के कई हिस्सों में प्लास्टिक बैन है, लेकिन फिर भी बहुत से दुकानदार प्लास्टिक में ही सामान बेचते हैं. आप ऐसा न करें और फल बेचने के लिये प्लास्टिक का यूज़ न करें. इससे आप एक ज़िम्मेदार व्यापारी भी साबित होंगे और ग्राहकों को प्लास्टिक इस्तेमाल न करने के लिये प्रेरित भी कर पायेंगे.
इसके साथ ही आपका ये क़दम बदलाव की ओर सराहनीय और सहायक माना जायेगा. आपका छोटा सा प्रयास आगे चलकर बड़ी उम्मीद में भी बदल सकता है. इसलिये व्यापार में प्लास्टिक पूरी तरह से बैन रखिये.
5. नियमों को पढ़ना न छोड़ें
कई बार व्यापारी बिज़नेस बढ़ाने के लिये नये-पुराने नियन तोड़ने लगते हैं. हांलाकि, एक अच्छा और सफ़ल व्यापारी वही माना जाता है, जो नियम और क़ानून में रहकर काम करता है. ताकि उसका मुनाफ़ा भी हो और दूसरों का नुकसान भी न हो. इसके साथ आप दूसरों के लिये एक अच्छा उदाहरण भी पेश कर पायेंगे.
6. आपको अपनी जगह पता होनी चाहिये
कई बार दुकानदार आपस में इसलिये लड़ जाते हैं, क्योंकि वो एक-दूसरे की जगह हड़पने लगते हैं. आप इस तरह की ग़लती न करें. दुकानदारी करने के लिये आपको अपनी जगह पता होनी चाहिये, ताकि आगे चल कर किसी तरह का पंगा न हो. पंगे लेने से आपकी मार्केट वैल्यू ख़राब होती है.
7. अनदेखा न करें
अगर कोई कस्टमर आपके यहां से सामान ले रहे है, तो उसे अनदेखा न करें. कई बार अनदेखा करना दुकानदार को काफ़ी नुकसान दे जाता है. हर कस्टमर पर अपनी नज़र बनायें रखें.
8. बिना बताये गायब रहना
अगर आप मार्केट में जगह बना चुके हैं, ग्राहकों को आपसे उम्मीद बंध जाती है. इसलिये बिना बताये कभी दुकान क्लोज न करें. दुकान बंद करने से पहले लोगों को सूचित कर दें. ताकि ग्राहक आकर परेशान न हों.
9. ईष्या न रखें
कई बार व्यापार करते हुए हम अपने साथी व्यापारियों से बैर रखने लगते हैं, जो कि सही चीज़ नहीं है. आप जितना कमायेंगे उतना खायेंगे. किसी के प्रति जलन रखने से आपका ही नुकसान होगा.
10. अनआधिकारिक काम न करेंं
किसी भी व्यापार को करने का तभी फ़ायदा है, जब आप उसे आधिकारिक रूप से करते हैं. अनआधिकारक काम एक दिन आपके बने, बनाये काम को बिगाड़ देता है.
अगर किसी व्यापारी को ये पता होता है कि उसके व्यापार में उसे क्या करना है और क्या नहीं, तो इससे व्यापार करना आसान हो जाता है. व्यापारी कोई भी बन जाता है, लेकिन अच्छा व्यापारी वही होता है, जो इन बातों को ध्यान में रख कर आगे चलता है. इसलिय बिज़नेस में इन रुल्स को फ़ॉलो करना बेहद आवश्यक है.
आइये अब जानते हैं इस व्यापार की कुछ अन्य बातें:
व्यापार में अपनी उपस्थिति को सार्वजनिक करने के लिए विज्ञापन हमेशा एक आवश्यकता है. इसलिये सोशल मीडिया और एक व्यावसायिक वेबसाइट का अधिक से अधिक फ़ायदा उठाएं.
1. टीम कैसे और कब बनाएं ?
फल के लिए व्यापार के लिये एक या दो लोग प्रभावी रूप से सफलतापूर्वक दुकान चलाने में सक्षम होंगे. जैसा कि आपका व्यवसाय बढ़ता है, या आप दूसरी दुकान खोलते हैं, तो आप कुछ और कर्मचारियों को काम के लिये रख सकते हैं.
अधिक से अधिक ऑर्डर लेकर लाभ कमाने के लिये कुछ अतिरिक्त कर्मचारियों को रखने का बेस्ट तरीक़ा है.
2. निवेश
व्यापार के लिये आवश्यक निवेश होना चाहिये. ऐसा न हो कि आपने प्लानिंग कर ली और बाद में निवेश ही नहीं है. बेहतर की प्लानिंग तभी करें, जब ज़रूरी निवेश हो.
3. कैसे बढ़ा सकते हैं व्यापार
व्यापार बढ़ाने के लिये आप कस्टमर्स को सुहावने ऑफ़र दे सकते हैं. इसके साथ किसी इवेंट वैगरह में जाकर भी ख़ुद की मार्केटिंग कर सकते हैं.
बस अगर आप इन सब चीज़ों के लिये तैयार हैं, तो बिज़नेस शुरू कर सकते हैं.
यह भी पढ़े :
1) अगर आपका भी एक ज्वैलरी शोरूम या दुकान है तो रखें इन बातों का ख़याल
2) रेस्टोरेंट मालिक हैं तो रखें इन बातों का ख्याल
3) छोटे शहरों के बिजनेसमैन हैं तो जरूर ध्यान रखें ये बातें
4) ओके शॉप क्या है? कैसे ये ऐप आपका बिजनेस बढ़ाने में मदद करता है?