Dropshipping kya hai [यहाँ पढ़ें ड्रॉपशॉपिंग बिज़नेस कैसे शुरू करें]

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Dropshipping kya hai [यहाँ पढ़ें ड्रॉपशॉपिंग बिज़नेस कैसे शुरू करें]

ड्रॉपशिपिंग बिजनेस आजकल का बहुत ही आसान बिजनेस है क्योंकि प्रत्येक व्यक्ति इंटरनेट और एंड्रायड फोन से लैस रहता है। प्रत्येक व्यक्ति अब पहले की तरह बाजार जाकर दुकान से सामान खरीदने की जहमत कोई नहीं उठाता है। इसका कारण यह है कि आज की आधुनिक जीवन शैली में जहां युवा अपने जॉब में इतना व्यस्त हो जाता है कि उसे इस तरह के काम के लिए फुर्सत नहीं रहती है। यहां तक कि सिंगल फेमिली में कपल भी अपने-अपने जॉब में इतना व्यस्त रहते हैं कि उन्हें मार्केट की भागदौड़ करने का समय नहीं मिल पाता है। इसलिये अधिकांश लोग ऑनलाइन खरीद-फरोख्त को अधिक पसंद करते हैं। इसी बात का लाभ उठाकर लोग ड्रॉपशिपिंग का बिजनेस करके अच्छी खासी कमायी करते हैं।

What is Dropshipping in Hindi? | ड्रॉपशिपिंग का बिजनेस है क्या चीज?

ड्रॉपशिपिंग का बिजनेस ऑनलाइन बिजनेस है। इसमें बिजनेस मैन अपने परिचितों, समर्थकों को अपना सामान बेच कर मुनाफा कमाता है।

ड्रॉपशिपिंग का बिजनेस क्या होता है?

ड्रॉपशिपिंग बिजनेस थोक विक्रेता से सामान लेकर फुटकर सामान बेचने को कहा जाता है। इसमें बिजनेस मैन अपने फुटकर खरीदने वालों से प्रॉफिट कमाता है।

इसे किस प्रकार किया जाता है?

ड्रॉपशिपिंग बिजनेस करने वाला बिजनेस मैन थोक सप्लायर से सम्पर्क करता है। ये बिजनेस मैन अपने समर्थकों या ग्राहकों से ऑर्डर लेकर थोक सप्लायर को दे देता है। थोक सप्लायर ग्राहक तक आर्डर किया हुआ माल पहुंचाता है और पैसे वसूलता है। इसमें जो हिस्सा ड्रॉपशिपिंग करने वाले बिजनेस मैन का होता है उसे दे देता है।

इसे कौन कर सकता है?

यह बिजनेस हर वह व्यक्ति कर सकता है जिसे ऑनलाइन बिजनेस की जानकारी होती है। सोशल मीडिया पर जो व्यक्ति एक्टिव होता है और जिसके फॉलोअर्स अच्छी संख्या में होते हैं। इन्हीं फॉलोअर्स को ड्रॉपशिपिंग बिजनेस मैन अपने प्रोडक्ट के बारे में विस्तार से बताता है उन्हें वो चीजें  खरीदने को कहता है। बहुत से लोग इसकी बात मानकर चीजें खरीद लेते है।

इस बिजनेस को शुरू करने से पहले क्या क्या करना चाहिये?

यदि आप ड्रॉपशिपिंग का बिजनेस शुरू करना चाहते हैं तो उसके लिए आपको अपनी एक वर्ल्ड क्लास ई-कामर्स वेबसाइट बनवानी चाहिये। इस वेबसाइट के बारे में जमकर प्रचार करना चाहिये। यदि आप सोशल मीडिया पर एक्टिव हैं। आप के फॉलोअर्स की संख्या अधिक है। वे आप पर पूरा विश्वास करते हैं। आपकी बात मान सकते हैं। तो आप यह बिजनेस आसानी से कर सकते हैं। लेकिन इसके लिये आपको अपने समर्थकों, इष्ट मित्रों, ग्राहकों, पड़ोसियों व रिश्तेदारों के बीच अपने बिजनेस का प्रचार करना चाहिये।

इस बिजनेस के लिए कौन-कौन सी चीजों की जरूरत होती है

ड्रॉपशिपिंग बिजनेस करने के लिए आपको निम्न चीजों की आवश्यकता होती है:-

1.       इंटरनेट की सुविधा

2.       एंड्रायड फोन/लैपटॉप/कम्प्यूटर

3.       ई-कॉमर्स वेबसाइट

4.       ई-कामर्स स्टोर

इस बिजनेस में कौन-कौन प्रमुख भूमिका निभाता है?

ड्रॉपशिपिंग बिजनेस में थोक सप्लायर और ड्रॉपशिपिंग का बिजनेस करने वाले बिजनेसमैन की मुख्य भूमिका होती है। दोनों ही व्यापारियों के बीच अच्छे सम्बन्ध, अच्छा तालमेल, पूर्ण विश्वास हो तो ये बिजनेस बहुत अच्छी तरह से चलता है। दोनों के बीच तालमेल व रिश्ते बिगड़ते ही ये बिजनेस पूरी तरह से प्रभावित हो जाता है।

How to start dropshipping business in Hindi | ड्रॉपशिपिंग बिजनेस की शुरुआत कैसे करें

ड्रॉपशिपिंग बिजनेस की शुरुआत करने के लिए बिजनेसमैन को सबसे पहले अपने ग्राहकों की पसंद व नापसंद को परखे और यह देखे कि उसका ग्राहक कौन सी वस्तुएं खरीदना अधिक पसंद करता है। इन सारी चीजों की एक लिस्ट बना ले। उसके बाद उसे चाहिये कि वो ऑफलाइन या ऑनलाइन थोक सप्लायर को तलाशे। थोक सप्लायर को तलाशते वक्त उसका पिछला रिकार्ड, वस्तुओं की क्वालिटी, सप्लाई करने का तरीका, वस्तुओं के रेट तथा उसका ड्रॉपशिपिंग बिजनेस मैन के साथ व्यवहार आदि को देखे।

सप्लायर से ऐसे करें डीलिंग

ड्रॉपशिपिंग बिजनेसमैन को एक से अधिक थोक सप्लायर से बात करनी चाहिये। जो थोक सप्लायर अच्छी क्वालिटी वाला सामान कम से कम रेट पर दे उसी से खरीदना चाहिये क्योंकि उस वस्तु परवह अपना अधिक से अधिक कमीशन प्राप्त कर सकता है। इसके अलावा ग्राहकों का पूरा ध्यान रखने वाले,समय पर सुरक्षित आर्डर की सप्लाई करने वाले थोक सप्लायर से ही सम्पर्क करना चाहिये।

dropshipping word written on the package box on wooden background

सप्लायर की क्या भूमिका होती है

अच्छा थोक सप्लायर मिल जाने के बाद ड्रॉपशिपिंग बिजनेस मैन को अपनी अच्छी वेबसाइट बनवानी चाहिये। ये वेबसाइट यूजर फे्रेंडली होनी चाहिये। इस वेबसाइट पर ही बेचे जाने वाले सामान का एक ई स्टोर बनाना चाहिये। यह पेज बहुत ही आकर्षक होना चाहिये। क्योंकि ड्रॉपशिपिंग बिजनेस मैन  न तो कोई सामान खरीदता है और न ही कोई उसके पास गोदाम, दूकान या शोरूम ही होता है। वो आर्डर लेने के बाद विक्रेता सप्लायर से बात करके आर्डर को सप्लायर के पास भेज देता है। फिर सप्लायर ग्राहक को आर्डर किये गये सामान की सप्लाई कर देता है।

कुछ खास बातें

  • ड्रॉपशिपिंग बिजनेस मॉडल में वस्तुओं की आपको किसी भी तरह की कोई इन्वेन्ट्री या स्टॉक की जरूरत नहीं होती है।
  • ड्रापशिपिंग में आप एक फुटकर विक्रेता होते हैं आपको किसी भी आर्डर को ग्राहक तक पहुंचाने की जिम्मेदारी नहीं होती है बल्कि सप्लायर द्वारा आर्डर को ग्राहक तक पहुंचाया जाता है।
  • ड्रॉपशिपिंग बिजनेस में आपको सप्लायर को शिपिंग चार्ज देना होता है और कभी कभी तो सप्लायर पहले ही वस्तु पर शिपिंग चार्ज जोड कर रेट बताता है।
  • ड्रॉपशिपिंग में आप जो प्रोडक्ट ई कॉमर्स वेबसाइट में लिस्ट करते हैं और आपके द्वारा बेचा जा रहा है, उसमें आप उस प्रोडक्ट के मालिक नहीं होते हैं।
  • ड्रॉपशिपिंग करने वाले बिजनेस मैन को चाहिये कि वो सप्लायर से अपने रिश्ते बहुत अच्छे बनाकर रखे क्योंकि वही आपके बिजनेस को चमका सकता है।

आपको अपने ग्राहकों के बीच अपनी साख बनाने के लिए आप अपनी वेबसाइट के ई-स्टोर में वही वस्तुएं दिखायें जिसकी सप्लाई की जा सके और जो आपके सप्लायर के पास पर्याप्त मात्रा पर उपलब्ध रहती हो।

सप्लायर चुनते वक्त कुछ खास बातों का ध्यान रखें

अच्छे सप्लायर की कुछ खास पहचान होती है। उन सभी पहचान पर जो सप्लायर खरा उतरता हो उसे ही अपना सप्लायर बनाना चाहिये। इनमें से कुछ खास बातें इस प्रकार से होनी चाहिये

  1. सबसे कम चार्ज व सबसे कम रेट लेने वाला
  2. ग्राहकों का विशेष ध्यान रखने वाला होना चाहिये
  3. प्रोडक्ट क्वालिटी पर अधिक ध्यान देने वाला होना चाहिये
  4. मार्केट में सप्लाय प्रमाणित होना चाहिये
  5. रिटर्न पॉलिसी अच्छी होनी चाहिये। ग्राहक को माल पसंद न आने पर सामान की वापसी पर विवाद न करता हो।
  6. एक मार्केट से कई कई सप्लायरों से सम्पर्क करना चाहिये। ताकि  एक सप्लायर के पास माल न होने पर दूसरे को ऑर्डर भेजा जा सके।

प्रोडक्ट को किस प्रकार से तलाशें?

सबसे पहले तो आप अपनी मार्केट एरिया और ग्राहकों की खोज करें और उनकी पसंद को जानें। इसके अलावा आप जो चीज सप्लाई करना चाहते हैं उसकी ब्रांडेड वस्तुओं पर ही फोकस करें। ताकि आपकी साख अच्छी बने। आपको कोशिश यह करनी चाहिये कि आप उन प्रोडक्ट को चुनें जो मार्केट में आसानी से उपलब्ध हो तथा उनको बेचने में अच्छा प्राफिट मिले।

इसके अलावा आपके प्रोडक्ट का शिपिंग चार्ज कम से कम हो। सर्विस अच्छी से अच्छी हो। आपका ब्रांड यूनिक हो। जल्दी से मार्केट में ग्राहक को न मिल सके। तभी आपको अधिक मुनाफा मिल सकेगा।

आप अपना ई स्टोर बनायें तो उसमें कुछ खास बातों का ध्यान रखें और उन्हीं सामान की लिस्टिंग करें जो अधिक मुनाफा देने वाली हों। जैसे:-

  1. किचेन एप्लायंसेस
  2. जिम के घरेलू उपकरण/मशीनें
  3. बच्चों के काम आने वाले खास उपकरण या मशीनें
  4. मोबाइल एसेसरीज
  5. होम थियेटर के इक्विपमेंट
  6. कॉमर्शियल रेस्टोरेंट एप्लायंसेज
  7. हाउसिंग एप्लायंसेज
  8. आउटडोर एक्टिविटी इक्विपमेंट

आपकी ई कॉमर्स वेबसाइट कैसी होनी चाहिए?

ड्रॉपशिपिंग बिजनेस शुरुआत करने के लिए आपको एक ई कॉमर्स वेबसाइट की जरूरत होती है। यही आपका ऑनलाइन स्टोर होगा।  अपनी वेबसाइट बनवाने से पहले आपको एक डोमेन नेम लेना होगा। इसमें एक बात का आपको ध्यान देना होगा कि आपका डोमेन नेम आपके द्वारा बेचने वाले प्रोडक्ट से मिलता जुलता हो या उस में प्रोडक्ट का नाम जुड़ा होना चाहिये।  साथ ही यह नाम ऐसा होना चाहिये जो आसानी से हर किसी को याद हो जाये।

बिजनेस के लिए मार्केटिंग है सबसे जरूरी

ड्रॉपशिपिंग बिजनेस के लिए ऑनलाइन स्टोर और वेबसाइट बनवाने के बाद उसकी मार्केटिँग करनी होती है।  मार्केटिँग से ही आपके वेबसाइट पर ट्रैफिक आयेगा। ट्रैफिक आने के बाद ही आपको ऑर्डर मिलने लगेंगे।

ट्रैफिक लाने के लिए क्या क्या करना होगा?

आपको अपनी वेबसाइट पर अधिक से अधिक ट्रैफिक लाने के लिए कुछ विशेष प्रयास करने होंगे। आपको सोशल मीडिया के पेड सर्च प्लेटफार्म का सहारा लेना होगा। इन्फ्लुएंसर मार्केटिंग के अलावा ईमेल मार्केटिंग तथा फेसबुक एडवरटाइजिंग की मदद लेनी होगी।

ग्राहकों की संख्या बढ़ाने के खास टिप्स

ड्रॉपशिपिंग बिजनेस करने वालों को चाहिये कि वह अपने बिजनेस की मार्केटिँग के साथ ही ऐसे उपाय करें जिससे ग्राहकों की संख्या बढ़ सके और अधिक से अधिक लोगों से सप्लाई के ऑर्डर मिल सकें।

1. प्रतिदिन अपनी वेबसाइट की जांच पड़ताल करें और उसमें आने वाले ट्रैफिक की बारीकी से छानबीन करें। यह देखने की कोशिश करें कि कितने नये ग्राहक आये हैं और उनकी डिमांड क्या रही। ये नये ग्राहक कहां और किसके प्रयासों से आ रहे हैं। आपके अपने प्रयासों से आ रहे हैं या मार्केटिंग से आ रहे हैं अथवा आपने सोशल मीडिया के पे प्लेटफार्म से पब्लिसिटी करवाई है, उससे आ रहे हैं। जिस साधन से नये ग्राहक आ रहे हैं, उन पर विशेष ध्यान देना होगा।

2. आपको अपने पुराने ग्राहकों का भी पूरा लेखा-जोखा रखना होगा। आपके पुराने ग्राहक आपके पास स्थिर हैं या आपसे दूर जा रहे हैं। यदि दूर जा रहे हैं तो इसके क्या कारण हैं। यदि कोई कारण समझ में आये तो उसको दूर करने का प्रयास करें।

3. अपने ग्राहकों से हमेशा सम्पर्क बनाये रखें और समय समय पर उन्हें ग्रीटिंग्स भेजते रहें। इस में आप फेसबुक का सहारा ले सकते हैं। जहां उनकी जन्म तिथि व विवाह तिथि व उनके परिवार से जुड़ी गतिविधियां दिखाई देतीं रहतीं हैं। ऐसे सभी खास मौकों पर अपने ग्राहकों को शुभकामना संदेश भेजते रहेंगे तो वे आपसे भी अधिक लगाव रखेंगे।

4. आपको अपनी वेबसाइट पर ग्राहकों के सवाल का जवाब तुरन्त देना होगा। कोशिश यही रहनी चाहिये कि आपके जवाब से आपका ग्राहक पूरी तरह से संतुष्ट रहे।

Boxes with DROPSHIPPING text on roller conveyor

Pros & Cons of Dropshipping Business in Hindi | ड्रॉपशिपिंग बिजनेस के फायदे और नुकसान

1. ड्रॉपशिपिंग के बिजनेस में बिजनेसमैन को बहुत कम पूंजी लगानी पड़ती है। आपको मेहनत भी कम करनी पड़ती है।

2. आप बिजनेस करने जा रहे हैं लेकिन आपको दुकान, शोरूम, गोदाम आदि की भी जरूरत नहीं होती है। इन सबका खर्च भी बचता है।

3. आपको पैकिंग व शिपिंग भी नहीं करनी होती है क्योंकि आपके द्वारा दिये गये ऑर्डर की सप्लाई में सप्लायर यह सारे काम खुद करवाता है।

4. इस बिजनेस को करने के लिए किसी खास जगह की जरूरत नहीं होती है, ऑनलाइन बिजनेस आप अपने बेडरूम, बॉलकनी में बैठ कर भी कर सकते है। ये शहर,गांव, कस्बे कहीं से किया जा सकता है।

5. इस बिजनेस में किसी भी प्रकार की सीमा या लिमिट नहीं होती है।

नुकसान

1. यदि आपका सप्लायर आपकी डिमांड के अनुरूप काम नहीं करता है, सप्लाई करने में लापरवाही करता है तो इससे आपका बिजनेस प्रभावित होगा और लोग आपको ऑर्डर देने से पहले कई बार सोचेंगे।

2. सप्लायर द्वारा ग्राहक द्वारा मांगी गई वस्तु का सही प्रोडक्ट न भेजने सो आपकी क्रेडिट खराब होती है। इसका आपके बिजनेस पर असर पड़ सकता है। क्योंकि साख बनाने में लम्बा समय लगता है लेकिन साख खराब होने में समय नहीं लगता। एक बार साख खराब हो गयी तो फिर मार्केट में दुबारा जम पाना बड़ी मुश्किल होता है।

3. रिटर्न पॉलिसी का ड्रॉपशिपिंग के बिजनेस में बहुत बड़ा रोल होता है। ग्राहक को कोई चीज पसंद न आने पर उसे वापस करना होगा।यदि कोई सप्लायर वस्तु की वापसी से इनकार करता है तो वो ग्राहक आपसे शिकायत करेगा। इसके बाद भी उसके माल की वापसी नही होती है तो वो ग्राहक आपसे नाराज होगा और आपकी क्रेडिट डाउन होगी।

4. ड्रॉपशिपिंग बिजनेस चलने पर सप्लायर की नीयत खराब हो सकती है और वो आपसे अधिक से अधिक मुनाफा कमाने की सोचता है। ऐसी स्थिति में वो आपका बिजनेस बिगाड़ भी सकता है।

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