मोबाइल फोन आजकल हर कोई अपने पास रखता है लेकिन आजकल मार्केट में बहुत ही आकर्षक और दमदार फीचर वाले मोबाइल फोन भी शौकीन लोगों की पहली पसंद हैं। इससे अधिक शौकीन लोगों के लिए आईफोन काफी पसंद आते हैं। जो लोग महंगे आईफोन नहीं रख पाते हैं, उनसे मिलते जुलते फीचर वले वन प्लस फोन रखकर अपना शौक पूरा कर लेते हैं। गैजेट्स दुनिया से जुड़े लोगों का मानना वन प्लस फोन मार्केट में चल रहीं अनेक कंपनियों की अपेक्षा महंगे फोन हैं। इन फोन को आम आदमी खरीदने की क्षमता नहीं रखता है। जानकार लोगों का कहना है कि वन प्लस के मोबाइल फोन एप्पल व सैमसंग के मोबाइल फोन को टक्कर देने वाले फोन होते हैं। यही कारण है कि वन प्लस के फोन खास वर्ग के पहले पसंद के फोन हैं।
सस्ते दाम में महंगे फोन देना है OnePlus का काम
वन प्लस कंपनी के मोबाइल फोन के बारे में कहा जाता है कि जो लोग एप्पल व सैमसंग के महंगे आईफोन नहीं खरीद पाते हैं वो लोग उनसे मिलते जुलते फीचर वाले वन प्लस फोन से अपना काम चलाते हैं। वन प्लस के स्मार्ट फोन को भले ही आईफोन न कहा जाता हो लेकिन ये उनसे कम भी नही होते हैं। जहां तक एप्पल व सैमसंग के आईफोन की बात है वो धनाढ़य वर्ग के पसंदीदा फोन है। इस तरह के फोन को हर कोई खरीदने की क्षमता नहीं रखता है। वन प्लस के स्मार्ट फोन महंगे आईफोन की अपेक्षा काफी सस्ते होते हैं। इसलिये मध्यम दर्जे के लोग वन प्लस के मोबाइल फोन खरीदते हैं।
iPhone की टक्कर का फोन आधे दाम में मिले तो कोई क्यों न खरीदे
वन प्लस कंपनी के मोबाइल फोन मार्केट में तेजी से बिक रहे हैं। उसका कारण यह बताया जाता है कि वन प्लस कंपनी आईफोन की टक्कर का फोन बनाती है। यही कारण है कि बहुत कम समय में वन प्लस कंपनी ने मोबाइल फोन की मार्केट पर जबर्दस्त पकड़ बनाई है। वन प्लस कंपनी किस देश की कंपनी है, कब बनी, किसने और कैसे इस कंपनी की स्थापना की। इन बातों को जानने के लिए बहुत लोग उत्सुक हैं। आइये जानते हैं कि वन प्लस कंपनी की शुरुआत और यहां तक पहुंचने के सफर की दिलचस्प कहानी।
भारतीय मार्केट में धमाकेदार एंट्री का है ये राज
वन प्लस कंपनी के मोबाइल फोनों ने पिछले कुछ सालों से भारत की मोबाइल मार्केट में धूम मचा रखी है। वन प्लस के मोबाइल फोन रियलमी, वीवो, ओप्पो और एमआई कंपनीके मोबाइल फोन से थोड़े महंगे जरूर है लेकिन इस कंपनी के मोबाइल फोन के फीचर्स बहुत ही एडवांस है। मोबाइल फोन के प्रोसेसर के मामले में वन प्लस कंपनी बहुत आगे हैं। अच्छे प्रोसेसर के लिए ही वन प्लस के फोन जाने जाते हैं और मोबाइल गेम को खेलने के शौकीन लोगों के लिए वन प्लस फोन से अच्छा कोई अन्य फोन नहीं हो सकता है।
Oppo कंपनी में कार्य करते थे OnePlus के जन्मदाता
वन प्लस कंपनी की शुरुआत की कहानी दूसरी मोबाइल कंपनियों से मिलती जुलती हैं। यदि यह कहा जाये कि वन प्लस कंपनी भी रियलमी कंपनी की तरह ही शुरू हुई थी तो कोई अतिशयोक्ति नहीं होगी। वन प्लस के फाउंडर भी रियलमी कंपनी के फाउंडर की तरह मोबाइल उत्पादन की मशहूर कंपनी ओप्पों में ही कार्य करते थे। वनप्लस के संस्थापक दो लोग थे जिनके नाम पीट लाउ और कार्ल पेई हैं। ये दोनों ही व्यक्ति चीन में जन्मे हैं। इसमें से पीट लाउ का जन्म 5 मई 1975 को हुआ था और कार्ल पेई का जन्म 11 सितम्बर 1989 को हुआ था। ये दोनों ही युवा ओप्पो कंपनी में कार्य करते करते अनुभवी हो गये तो इन्होंने अपनी नयी मोबाइल कंपनी को शुरू करने की इच्छा जतायी।
युवा उद्यमियों की कुशल रणनीति ने OnePlus को दिलायी कामयाबी
दोनों ही व्यक्तियों ने मोबाइल उत्पादन के बारे में गहनता से विचार किया और यह पाया जो लोग एप्पल और सैमसंग के महंगे आईफोन नहीं खरीद पाते हैं उनको विकल्प के रूप में इन आईफोन के सब्स्टीट्यूट फोन और सस्ते फोन उपलब्ध कराकर खास वर्ग को अपनी ओर आकर्षित किया जा सकता है। इसी रणनीति के तहत इन दोनों व्यक्तियों ने यह कंपनी की शुरुआत की। चूंकि दो व्यक्तियों ने यह कंपनी शुरू की थी इसलिये इस कंपनी का नाम वन प्लस रखा गया। इस कंपनी मुख्य लक्ष्य मोबाइल मार्केट में एप्पल और सैमसंग के आई फोन का सब्सीट्यूट उपलब्ध कराना था।
कम समय में बहुत तरक्की करने वाली है OnePlus कंपनी
वन प्लस कंपनी बहुत स्मार्ट कंपनी है। बहुत कम समय में इस कंपनी अपने मोबाइल फोन की लोकप्रियता से दुनिया के 35 देशों की मार्केट में अपनी पकड़ बना ली है। ओप्पो में काम करने वाले पीट लाउ और कार्ल पेई ने चीन में ही 16 दिसम्बर 2013 को वन प्लस कंपनी की स्थापना की। इसी वर्ष में वन प्लस कंपनी ने मार्केट में धमाकेदार एंट्री की।
चीन की ही कंपनी है OnePlus
वन प्लस कंपनी भी ओप्पो, वीवो, रियलमी, सहित पांच मोबाइल उत्पादक कंपनियों की तरह अपनी पैरेंट कंपनी बीबीके इलेक्ट्रॉनिक्स के सहारे शुरू हुई। इस कंपनी के आकर्षक फोन बहुत जल्दी बाजार में छा गये। इसका प्रमुख कारण एक ही था कि जो लोग महंगे आईफोन नहीं खरीद पाते थे वे वन प्लस के फोन खरीदते थे क्योंकि वन प्लस के स्मार्ट फोन अपने दमदार प्रोसेसर और आकर्षक फीचर से आई फोन को कड़ी टक्कर देते थे। वन प्लस कंपनी की खास बात यह भी है कि आईफोन की तरह काम करने वाले उसके स्मार्ट फोन दाम में काफी कम थे। इसलिये मार्केट में आने से पहले ही वन प्लस के फोन बिक जाते थे।
बहुत पुराना नहीं है OnePlus कंपनी का इतिहास
वन प्लस कंपनी का इतिहास ज्यादा पुराना नहीं है। इस कंपनी ने अपने स्मार्ट मोबाइल फोन के माध्यम से ग्राहकों पर बहुत जल्दी पकड़ बना ली। यह कंपनी देखते ही देखते मोबाइल मार्केट की टॉप कंपनी एप्पल और सैमसंग को कड़ी टक्कर देने लगी। इस कंपनी की स्थापना भले ही 2013 में हुई लेकिन इस कंपनी के स्मार्ट फोन ने जिस तरह से एप्पल और सैमसंग के आईफोन की जगह लेने लगे, उससे लोगों की नजरों में वनप्लस कंपनी चढ़ गयी। मात्र चार-पांच साल में ही कंपनी की मोबाइल मार्केट में अच्छी खासी धाक जम गयी। बहुत जल्द ही दुनिया के दर्जनों देशों की मोबाइल मार्केट में वन प्लस ब्रांड बन कर सामने आ गया। कम कीमत में खास फीचर्स वाले स्मार्ट फोन के आने के कारण बहुत कम समय में ही दुनिया भर में वनप्लस के करोड़ों यूजर्स बन गये।
भारत मेें 8 साल पहले ही आयी है OnePlus कंपनी
भारत की मोबाइल मार्केट में वन प्लस कंपनी ने 2014 में उस समय कदम रखा जब कंपनी ने अपना पहला स्मार्टफोन वन प्लस ए0001 लांच किया था। यह स्मार्ट फोन उस समय सबसे कम कीमत का पहला प्रीमियम 4 जी फोन था, जिसे लोगों ने खूब पसंद किया। ये फोन मार्केट में आते हाथों हाथ बिक गया। वैसे तो वन प्लस का पहला मोबाइल फोन वन प्लस 1 23 अप्रैल 2014 को लांच किया गया था लेकिन भारत में अपना पहला स्मार्ट फोन वन प्लस कंपनी ने दिसम्बर 2014 में लांच किया था।
शुरुआत में भारत में एक करारा झटका भी लगा था
इसके बावजूद वन प्लस कंपनी को भारतीय मार्केट में शुरुआत में उन परेशानियों का भी सामना करना पड़ा जो प्रत्येक नयी कंपनी को करना पड़ता है। वन प्लस कंपनी को उस समय परेशानी का सामना करना पड़ा जब माइक्रोमैक्स कंपनी ने एक मामले में भारत के सुप्रीम कोर्ट में एक मुकदमा दर्ज कराया था। इस मुकदमें के कारण वन प्लस कंपनी के स्मार्ट फेन पर आयात और बिक्री पर प्रतिबंध लगा दिया गया था लेकिन 5 दिन के बाद 21 दिसम्बर 2021 को ये प्रतिबंध सुप्रीम कोर्ट ने हटा दिये थे। उसके बाद वन प्लस कंपनी ने भारतीय मार्केट में तेजी से आगे कदम बढ़ाये और कभी भी पीछे मुड़ कर नहीं देखा। उसके बाद वन प्लस कंपनी ने भारतीय मार्केट में अपनी अच्छी खासी पकड़ बना ली। इस तरह से भारत में वन प्लस कंपनी ने करोड़ों यूजर्स के दिलों पर राज करना शुरू किया। यह सिलसिला वर्तमान समय में भी जारी है।
भारत सहित 34 देशों में फैला है कारोबार
वन प्लस कंपनी मुख्यत: चीन की मोबाइल उत्पादक कंपनी है। इस कंपनी का मुख्यालय शेनजेन गुओंगडांग, चीन में स्थापित है। चायनीज कंपनी होने के बावजूद वन प्लस कंपनी के धांसू स्मार्ट फोन भारत में ही नही बल्कि दुनिया के 34 देशों में लोकप्रिय हैं। वर्तमान समय में वन प्लस कंपनी के स्मार्ट फोन की डिमांड भारत के साथ अमेरिका, इंग्लैंड जैसे बड़े देशों में तो है ही और साथ ही अनेक छोटे देशों में भी वनप्लस फोन काफी तेजी से बिक रहे हैं। इसका प्रमुख कारण यही माना जा रहा है कि वन प्लस कंपनी के स्मार्ट फोन दूसरी स्थापित मोबाइल कंपनियों के स्मार्ट फोन से सस्ते हैं।
OnePlus कंपनी के खास-खास प्रोडक्ट
वन प्लस कंपनी ने अब तक बहुत सारे प्रोडक्ट तैयार किये हैं। स्मार्ट फोन के खास प्रोडक्ट में कुछ इस प्रकार हैं:-
वन प्लस नॉर्ड 2, वन प्लस नॉर्ड सीई 5 जी, वन प्लस 9 आर, वन प्लस 9आर प्रो, वन प्लस 9, वन प्लस 8 टी, वन प्लस नॉर्ड, वन प्लस 8, वन प्लस 8 प्रो, वन प्लस 7 टी प्रो, वन प्लस 7 टी, वन प्लस 7 प्रो, वन प्लस 7, वनन प्लस 6 टी मैक्लारेन, वन प्लस 6 टी, वन प्लस 6 और वन प्लस 5 टी प्रमुख मॉडल थे।
OnePlus कंपनी की खास बातें
- वन प्लस कंपनी का पूरा नाम वन प्लस टेक्नोलॉजी कंपनी लिमिटेड है। इस कंपनी की शुरुआत चीन के फुटियान शहर में हुई थे जो शेनजेंग के पास स्थित है।
- वन प्लस कंपनी स्मार्ट फोन के अलावा स्मार्ट वाच, बैग, स्मार्ट टीवी, मोबाइल केस कवर, पॉवर बैंक, ईयर फोन, ऑक्सीजन ओएस, हाइड्रोजन ओएस जैसे प्रोडक्ट का भी उत्पादन करती है।
- वन प्लस कंपनी के साथ एक विवाद भी जुड़ा है जिसमें कंपनी ने 13 अगस्त 2014 को एक ऐसी प्रतियोगिता आयोजित की जिसमें महिला फोरम की महिला सदस्यों को बुलाया जाना था लेकिन कंपनी ने इन महिलाओं को इतना कम समय दिया था, जिसमें उनका पहुंच पाना असंभव था। उस समय इसे कंपनी द्वारा महिलाओं का अपमान किये जाने की संज्ञा देकर उसकी काफी आलोचना भी की गयी थी। जब इस पर लोगों की तीखी प्रतिक्रिया दी गयी तो कंपनी को विवश होकर कुछ ही घंटे में इस कार्यक्रम को वापस लेना पड़ा।
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अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs)
प्रश्न. वन प्लस कंपनी के संस्थापक कौन थे, कहां पर काम करते थे?
उत्तर. वन प्लस कंपनी के संस्थापक पीट लाउ और कार्ल पेई हैं। ये दोनों व्यक्ति अभी युवा हैं। इनमें पीट लाउ का जन्म 1978 में हुआ है और दूसरे कार्ल पेई का जन्म 1989 में हुआ है। ये दोनों ही युवा ओप्पो में काम करते थे।
प्रश्न. वन प्लस के फोन में ऐसी कौन सी खास बात है कि वे महंगे हैं फिर भी तेजी से बिकते हैं?
उत्तर. वन प्लस के फोन दरअसल एप्पल और सैमसंग के आईफोन की तरह ही है। इसलिये ये आम मोबाइल फोन से महंगे हैं लेकिन अपने दमदार फीचर्स के कारण ये महंगे होने के बावजूद सबसे ज्यादा बिकते हैं।
प्रश्न. वन प्लस कंपनी का मुख्यालय शेनजेन में है या फुटियान में, वास्तव में कहां है, इसमें कन्फ्यूजन क्यों है?
उत्तर. वन प्लस मोबाइल फोन कंपनी का मुख्यालय चीन के गुओंगडांग राज्य के शेनजेन जिने के फुटियान शहर में बताया जाता है।
प्रश्न. वन प्लस कंपनी का भी कोई प्लांट भारत में लगाया गया है, यदि लगाया गया है तो कहां पर स्थित है?
उत्तर. इस कंपनी का अपना अलग से कोई प्लांट भारत में नहीं लगाया गया है बल्कि इस कंपनी ने भारत में चीन की कंपनी ओप्पो के ग्रेटर नोएडा प्लांट में साझा कर लिया है और वहीं से इस कंपनी के मोबाइल असेम्बल किये जाते हैं जबकि कलपुर्जे चीन से मंगाये जाते हैं।