आधुनिक जीवनशैली में आजकल हम बहुत सारे परिवर्तनों का सामना कर रहे हैं उनमें से एक है जलवायु परिवर्तन. जलवायु परिवर्तन के साथ पृथ्वी का बढ़ता हुआ तापमान एक सच्चाई है. धरती के तापमान का नियंत्रण आज के युग में धरती को बचाए रखने के लिए मुख्य चुनौती है. धरती पर रहने वाले लोगों के पास इसको नियंत्रण में रखने की शक्ति है और संभवतः वो इसमें कामयाब भी होंगे क्योंकि उन्होंने अब आधुनिक और विलासितापूर्ण जीवन शैली को अलविदा कहना शुरू कर दिया है. उन्होंने अपने खान-पान, वेश-भूषा, रहन-सहन इत्यादि में अधिक से अधिक प्रकृति के साथ चलने का निर्णय लिया है, इसी का असर है कि आजकल लोग ईको-फ़्रेंड्ली घरों की तलाश करने लगे हैं या घर बनवाते समय वो इस चीज पर ज़रूर ध्यान देते हैं कि घर ईको-फ़्रेंड्ली है या नहीं. कहीं घर को बनाने में ऐसी चीजों का इस्तेमाल तो नहीं हो रहा है जो पर्यावरण को नुकसान पहुंचा सकती हों. आज हम यहाँ पर घर को ईको-फ़्रेंड्ली बनाने के बारे में बताने जा रहे है कि आप किस प्रकार से अपने घर को ईको-फ़्रेंड्ली बना सकते हैं.
1. हम जरूरत से ज्यादा चीजों का इस्तेमाल करते हैं और उन्हें बर्बाद करते हैं. यह एक सच्चाई है. आपने कई बार अपने फ्रेंड को देने के लिए ऐसे उपहार खरीदें होंगे जिनको वो कभी इस्तेमाल नहीं करेंगे. किसी भी वस्तु को खरीदने के पहले खुद से प्रश्न करें
क्या मुझे इसकी आवश्यकता है?
क्या इसका उपयोग किया जाएगा?
मैं इसे क्यों खरीदना चाहता हूं?
यह वास्तव में किस उद्देश्य की पूर्ति करता है?
जब आप वास्तव में इस बात पर विचार करते हैं कि आप क्या खरीद रहे हैं,आप पाएंगे कि आप बहुत कम खरीदते हैं, आपने अपने जीवन में आने वाली अनावश्यक चीजों को नियंत्रित कर दिया है, इस प्रकार आप घर से निकलने वाले कचरे को नियंत्रित कर पायेंगे और अपने घर और और ज्यादा ईको-फ़्रेंडली बना पाएंगे.
2. इससे पहले कि आप उस पुरानी टी-शर्ट को रेड वाइन के दाग लगने के कारण फेंक दें, इस बारे में सोचें कि आप इसे घर के आसपास कैसे इस्तेमाल कर सकते हैं. एक सफाई वाले कपड़े के रूप में, बालों को तौलिया (गीले बालों के चारों ओर लपेटने के लिए सूती टी-शर्ट इस्तेमाल करना एक अच्छा विचार हैं) लपेटना. और मुझे यकीन है कि आप और भी अधिक ईको-फ्रेंडली हो सकते हैं. ये चीजें लम्बे समय में आपके पैसे बचा सकती है. और पर्यावरण के अनुकूल भी हैं.
3. अगर आप किसी चीज को रीसायकल करते हैं तो आप चीजों को रीसायकल करने के बारे में बहुत ज्यादा जागरूक होगे. जैविक कम्पोस्ट का एक डिब्बा आपके रसोई का कचरा तथा गार्डन की पत्तियों तथा अन्य कचरे को खाद में परिवर्तित कर सकता है. इन दिनों, बाज़ार में जो खाद के डिब्बे उपलब्ध हैं उनको साफ सुथरा और गंध रहित बनाया जाता है. इसके अलावा, वे आपके जीवन को आसान बनाते हैं क्योंकि वे घरेलू कचरे को कम करने में आपकी मदद करते हैं.
4. घर में प्रकाश के लिए इस्तेमाल होने वाले बल्बों को ऊर्जा-कुशल होना बहुत अन्तर पैदा करता है उनमें निवेश करना एक अच्छा आइडिया है.आप न केवल कम बिजली का उपयोग करेंगे बल्कि आप अपने घर को पर्यावरण के अनुकूल भी बनाएंगे. सामान्य बल्बों की तुलना में एलईडी बल्ब बेहतर विकल्प हैं. वे लंबे समय तक रहते हैं, पर्यावरण के अनुकूल हैं, और वे आपको लंबे समय में पैसे बचाने में मदद करते हैं.
5. कई रिसर्च में यह पता लगा है कि वाशिंग मशीन खुद के लिए इस्तेमाल करने वाली ऊर्जा का लगभग 90 प्रतिशत सिर्फ पानी को गर्म करने के लिए इस्तेमाल करती है. इसलिए वाटर हीटिंग को बंद कर दें और ठंडे पानी की सेटिंग पर अपनी वॉशिंग मशीन का उपयोग करें. इस तरह, आप कार्बन डाइऑक्साइड उत्सर्जन को कम करते हैं तथा आप अपने कपड़ों को अधिक समय तक सुरक्षित रखते हैं, क्योंकि गर्म पानी कपड़े को खराब कर सकता है और आपके रंगीन कपड़ों को कम जीवंत बना सकता है.
अगर आपको लगता है कि जिद्दी दागों से निपटने में ठंडा पानी कारगर नहीं है तो आप अपनी वाशिंग मशीन में गर्म पानी का इस्तेमाल कर सकते हैं.
6. सूरज की धूप में सूखे हुए कपड़े ड्रायर में सुखाये गए कपड़ों की अपेक्षा ज्यादा अच्छे तथा ड्राई होते हैं. इस से न सिर्फ आप बिजली की बचत कर रहे होते हैं बल्कि आप परोक्ष रूप से कार्बन उत्सर्जन को कम करने में भी मदद कर रहे हैं. आप अपने गीले कपड़ों को बगीचे में या घर की छत पर सुखा सकते हैं. अगर आपके घर में यह स्थान कपड़े सुखाने के लिए उपलब्ध नहीं है तो आप अपने घर की बालकनी का भी इस्तेमाल कर सकते हैं.
7. घर के भीतर लगे हुए पौधे घर के भीतर की वायु को शुद्ध रखने के लिए सबसे अच्छे होते हैं. इतना ही नहीं, वे घर की साज सज्जा को भी बनाए रखते हैं. निश्चित रूप से, पौधों की देखभाल करना थोड़ी जिम्मेदारी का काम हैं लेकिन पौधे आपके घर को ईको-फ्रेंडली बनाने में सबसे बड़े मददगार होते हैं.
8. घर में वाटर फ़िल्टर का इस्तेमाल ज़रूर करें. इसकी मदद से आप पानी की बर्बादी को कम कर सकते हैं. किचन में उपयोग होने वाला पानी फ़िल्टर करके अन्य काम के के लिए उपयोग में लाया जा सकता है. उस पानी से पेड़ पोधों की सिंचाई भी की जा सकती है जो गार्डनिंग में मदद करता है. एक अच्छा वाटर फ़िल्टर आपका समय और धन दोनों बचाता है. वाटर फ़िल्टर का इस्तेमाल आपको बोतल बंद पानी खरीदने से रोक देगा जिससे यह सिंगल यूज प्लास्टिक के इस्तेमाल को भी कम करने में मदद करता है.
9. प्राकृतिक सौंदर्य प्रसाधन उत्पादों में किसी भी प्रकार के रसायन का इस्तेमाल नहीं होता और यह उतने ही अच्छे होते हैं जितने की बाज़ार में उपलब्ध सौंदर्य प्रसाधन सामान. यह पर्यावरण और आपके स्वास्थ्य के लिए हानिकारक नहीं होते. बाज़ार में उपलब्ध सौन्दर्य प्रसाधन सामान बहुत महंगे होते हैं और उनके पर्यावरण तथा मानव त्वचा पर प्रतिकूल प्रभाव भी देखे जा सकते हैं. जबकि प्राकृतिक सौन्दर्य प्रसाधन सामानों के साथ ऐसा नहीं है वो पूर्णतः सुरक्षित होते हैं. आप सिरका, बेकिंग सोडा और नींबू के रस जैसी वस्तुओं का उपयोग करके अपने स्वयं के सौन्दर्य प्रसाधन उत्पाद घर में ही बना सकते हैं.
10. घर की खिड़कियों के पर्दे सिर्फ ताका-झांकी करने वाले पड़ोसियों को दूर रखने के लिए नहीं है बल्कि वो मौसम के अनुसार गर्म तथा ठंडी हवा को घर से बाहर रखने के लिए होते हैं. खिड़कियों को पूर्ण रूप से बंद करने के बावजूद गर्म अथवा ठंडी हवा घर के अन्दर जा सकती है. यदि आपके पास गर्मियों के महीनों के दौरान अपने घर को सूरज से बचाने के लिए एक बड़ा पेड़ नहीं है, तो आप घर में ओवन की तरह महसूस करेंगे.. पर्दों के अच्छे इस्तेमाल से निश्चित रूप से आप अपने घर को पर्यावरण के अनुकूल बना सकते हैं. घर में हर दिन एसी का इस्तेमाल करना निश्चित रूप से पर्यावरण के लिए सही नहीं है.
यह भी पढ़ें :
1) इलेक्ट्रिक गाड़ियों की डीलरशिप कैसे ले सकते हैं?
2) क्लाउड किचन बिज़नेस की शुरुआत कैसे करें?
3) टॉप ईको-फ़्रेंड्ली बिज़नेस आइडियाज़
4) अपने बिज़नेस को ईको-फ़्रेंड्ली कैसे बनाएँ?