स्टेप्स, लागत, कैसे करें व्यापारियों का चुनाव और अन्य जानकारियां
यदि आप भारत के किसी भी शहर में निवास करते हैं तो दिन में एक या दो बार तो किसी किराना स्टोर पर आप का आना जाना होता ही है, किराना स्टोर को भारतीय लोगों की लाइफ लाइन माना जाता है और यह वर्तमान समय की एकमात्र ऐसी इंडस्ट्री है जिसका दैनिक दिनचर्या में सर्वाधिक मात्रा में लोगों के द्वारा इस्तेमाल किया जाता है।
सभी किराना स्टोर के लिए अलग-अलग टारगेट ऑडियंस होते हैं, परन्तु वर्तमान में भारी मार्केट की उपस्थिति होने के कारण कंपटीशन बढ़ गया है, जिस वजह से ट्रेडीशनल मार्केटिंग मेथड आज के वक्त में काम नहीं आएगी।
इस व्यवसाय को जानने से पहले आखिर हम जानते हैं कि एक किराना स्टोर होता क्या है ?
यह एक तरह का जनरल स्टोर होता है, जहां पर दैनिक दिनचर्या में इस्तेमाल होने वाली चीजों की खरीददारी की जा सकती है, लगभग सभी किराना दुकान में सबसे ज्यादा और कॉमनली यूज होने वाले ग्रॉसरी आइटम उपलब्ध रहते हैं।
किसी भी किराना स्टोर की साइज उसके मालिक के निवेश पर निर्भर करती है, जितना बड़ा किराना स्टोर होगा और जितनी अच्छी उसकी लोकेशन होगी उतना ही अधिक मुनाफे की संभावना भी रहती है।
क्या आपको पता है कि किराना स्टोर का कांसेप्ट भारत और इसके आसपास के देशों में ही लोकप्रिय है, आपने कई हॉलीवुड फिल्मों में देखा होगा कि वहां पर दैनिक दिनचर्या में इस्तेमाल होने वाली चीजों को खरीदने के लिए लोग बड़े सुपर मार्केट में जाया करते हैं और वही से एक साथ अपना महीने भर का राशन खरीद लेते हैं परंतु भारत में आपको सुपर मार्केट कम और किराना स्टोर बहुत अधिक मात्रा में मिलेंगे।
कुछ समय पहले ही महामारी के दौरान लगाए गए लोक- डाउन में भी किराना स्टोर ही वह स्थान थे, जिन्होंने बड़े सुपरमार्केट और ई-कॉमर्स वेबसाइट की कमी को भरा था।
इंडियन नेशनल कॉमर्स एफिशिएंट मार्केट इंडेक्स के अनुसार वर्तमान में भारत में लगभग 15 मिलियन किराना स्टोर है
2021 की आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए आज हम आपको बताएंगे कि कैसे आप भी किराना होलसेल व्यापारी बन सकते हैं और इसके लिए आपको किन किन चीजों को ध्यान में रखना होगा, आइए जानते हैं :-
किराना स्टोर का होलसेल बिजनेस मुख्यतया दो तरीके से शुरू किया जाता है, जिसमें या तो आप अनाज जैसे कि चावल, गेहूं, दाल इत्यादि की बिक्री कर सकते हैं या फिर एफएमसीजी प्रोडक्ट्स अथार्त फास्ट मूविंग कंज्यूमर गुड्स जिनमें की शैंपू, बिस्कुट, मैगी, नमकीन और ऐसी दूसरी चीज आती है जो कि बहुत तेजी से बिकती है और जिनका स्टॉक भी आपको तुरंत रिफिल करना होता है।
किसी भी किराना स्टोर होलसेल व्यवसाय में आप तभी मुनाफा कमा पाएंगे जब या तो आप अपने कम्पीटिटर की तुलना में सस्ता सामान परंतु उसकी तुलना में बहुत अधिक मात्रा में बेच पाएंगे। आपने एक लोकप्रिय सुपरमार्केट चेन डी-मार्ट का नाम तो सुना ही होगा, उनकी सफलता का राज यही है कि उन्होंने दूसरे बड़े सुपरमार्केट चेन की तुलना में सस्ता माल सामान बेचा परंतु बल्क में बेचा, बिग बाजार जैसी बड़ी निवेश वाली कंपनी ने डीमार्ट की तुलना में सामान को थोड़ा महंगा बेचा परंतु उन्होंने लोगों को गुणवत्ता भी बेहतरीन दी।
भारतीय लोगों को डिस्काउंट वाले सामान गुणवत्ता वाले सामानों की तुलना में ज्यादा पसंद आते हैं, इसी वजह से आज डिमॉर्ट, बिग बाजार से बहुत बड़ी सुपरमार्केट चेन बन गयी है। एफएमसीजी प्रोडक्ट को खरीदने के लिए आपको एक होलसेलर के तौर पर किसी बड़ी कंपनी की डीलरशिप या डिस्ट्रीब्यूटरशिप लेनी पड़ेगी, इसके लिए आपको उस कंपनी के साथ जुड़ना होगा और उसे अपनी एक प्रोफाइल बनाकर भेजनी होगी।
जिसमें आपका निवेश और आपकी दुकान की इंफ्रास्ट्रक्चर तथा आपके द्वारा लिया गए लोन इत्यादि चीजों की जानकारी दी जाती है, साथ ही इसमें बताया जाता है कि आप कितने अधिक प्रोडक्ट्स को बेचकर उस कंपनी को भी फायदा पहुंचा सकते हैं। इसी के आधार पर वह कम्पनी आपको डीलरशिप प्रदान करती है, वर्तमान में भारत में एफएमसीजी क्षेत्र की कुछ बड़ी कंपनियां है, जैसेकि यूनिलीवर इंडिया, कोलगेट, ब्रिटानिया इत्यादि है
दूसरा तरीका हमने आपको बताया अनाज का होलसेल किराना मार्केट, इसके लिए आप अपना सामान या तो अनाज का उत्पादन करने वाले किसानों से सीधे खरीद सकते हैं या फिर किसान और एपीएमसी के बीच में काम करने वाले एजेंट की सहायता से अच्छा माल खरीद सकते हैं।
किसान से माल खरीदने का फायदा यह होता है कि आपको बीच में दलाल को कमीशन नहीं देना पड़ता परंतु उसका नुकसान यह होता है कि आपको एक बार में ही किसान को पूरा पेमेंट चुकाना होता है। दलाल से खरीदने का फायदा यह होता है कि एक तो वह आपको बेहतर से बेहतर गुणवत्ता का अनाज उपलब्ध करवाता है, साथ ही वह आपसे पेमेंट भी किश्तों में ले सकता है, क्योंकि उसके पास समय-समय पर अलग-अलग डीलरों के द्वारा पेमेंट आता रहता है इसी से वह किसानों को पैसा देता रहता है और किसानों को भी उस ब्रोकर पर विश्वास होता है,इसी वजह से उसको आधी कीमत पर भी अपना सामान बेच देते हैं क्योंकि बाकी कीमत उसे बाद में मिल जाती है।
कुछ मुख्य गेहूं उत्पादक राज्य जैसे कि उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरियाणा इत्यादि के किसानों से आप संपर्क कर सकते हैं।
इस सामान को या तो आप सीधे किराना स्टोर पर बेच सकते हैं या फिर बड़े इवेंट ऑर्गेनाइज करने वाले किसी व्यक्ति से संपर्क कर सकते हैं, वे लोग शादी जैसे बड़े समारोह में आपके यहां से सामान खरीदेंगे, उसके लिए आपको उनको कुछ छूट देनी होगी।
आप एक डीलर के तौर पर अलग-अलग क्षेत्र के व्यापारियों को चुन सकते हैं, उसके लिए आपको कुछ बातों का ध्यान रखना होगा जैसे कि:-
- उस व्यापारी की दुकान पर आने वाले ग्राहकों की संख्या कितनी है और उस व्यापारी का अन्य दूसरे डीलरों के साथ कैसा संपर्क है, संपर्क से तात्पर्य है कि उन्हें वह टाइम पर पेमेंट करता है या नहीं।
- इसके अलावा उस व्यापारी का सामाजिक व्यवहार, बोलने की क्षमता ऐसी चीजें भी थोड़ा बहुत मायने रखती है, क्योंकि जितनी अच्छी बात करने की क्षमता होगी उतने ही अच्छे तरीके से वह आपके सामान को अधिक से अधिक लोगों तक बेच पाएगा।
इस प्रकार हमने जाना कि आप इन चीजों का ध्यान रखकर अपना होलसेल मार्केट शुरू कर सकते हैं, आइए अब हम जानते हैं इस व्यवसाय में आपको होने वाली कुल लागत के बारे में:-
लागत :-
इसके लिए भी दोनों मॉडल में अलग-अलग निवेश की आवश्यकता होती है।
यदि हम बात करें अनाज के क्षेत्र में तो, आप को किसानों से खरीद कर उसे अपने डीलर तक पहुंचाने के लिए ट्रांसपोर्टेशन की सुविधा, गोडाउन की सुविधा, व्हीकल की सुविधा, इंफ्रास्ट्रक्चर इत्यादि चीजों को ध्यान में रखते हुए लगभग तीन से छह लाख रुपये तक के निवेश की आवश्यकता होती है।
यदि हम बात करें यदि एफएमसीजी प्रोडक्ट की डीलरशिप लेने के लिए तो आपको बड़ी डिस्ट्रीब्यूटर कंपनी के पास कुछ सिक्योरिटी डिपॉजिट करवाना होता है जो कि लगभग एक लाख से दो लाख रुपये के बीच में होता है।
कई बड़ी कंपनियां इससे भी अधिक सिक्योरिटी डिपॉजिट लेती है, इसके अलावा कई बड़ी कंपनियों का एक रूल होता है कि आपको अपने क्षेत्र में डीलरशिप लेने के लिए अपने पास लगभग 10 से 15 दिन तक बिकने वाले सामान का स्टॉक रखना होता है, इसके लिए आपको उस कम्पनी को स्टॉक अमाउंट देना होता है जितन ज्यादा स्टॉक आप लेते हैं, उतने ही अधिक आपको पैसा चुकाना होता है।
इसके अलावा ट्रांसपोर्ट करने के लिए बेहतर इंफ्रास्ट्रक्चर और व्हीकल तथा स्टाफ एवम कई दूसरी चीजों की आवश्यकता होती है, इन सभी को मिलाकर लगभग सात से दस लाख रुपये में एफएमसीजी प्रोडक्ट का होलसेल किराना व्यवसाय शुरू कर सकते हैं।
यदि आप एक ही स्थान पर दोनों तरह के प्रोडक्ट का व्यापार शुरू करना चाहते हैं तो, आपको लगभग पन्द्रह से बीस लाख रुपये तक निवेश की आवश्यकता होगी। इस व्यवसाय को शुरू करने के लिए आप को निवेश के अलावा दुकान या फिर अपने गोदाम की आवश्यकता होगी, साथ ही सरकार के साथ जीएसटी पोर्टल पर रजिस्टर करवा कर अपना जीएसटी नंबर लेना होगा। इसके लिए आपको अपनी दुकान को एक फर्म या फिर कंपनी के तौर पर रजिस्ट्रेशन करवाना होगा, इसके लिए सामान्य लाइसेंस की प्रक्रिया होती है, जो कि आपको भविष्य में होने वाले कानूनी दांवपेच से बचाएगी।
इसके अलावा आपकी दुकान की आवश्यकता के अनुसार आपको स्टाफ की आवश्यकता होगी, आसानी से 2 या 3 लोगों की सहायता से आप अपनी दुकान का सारा सामान मैनेज कर पाएंगे।
आइए अब हम जानते हैं इस व्यवसाय में होने वाले मुनाफे के बारे में :-
मुनाफा :-
मुख्यतया आप का मुनाफा निर्भर करता है आपके पास आने वाले ग्राहकों की संख्या पर।
इसके लिए आपको ध्यान रखना होगा कि आप का दुकान या गोदाम ऐसे स्थान पर हो, जहां पर अधिक से अधिक किराना स्टोर के मालिक पहुंच सके और उन्हें वहां तक पहुंचने के लिए अच्छी परिवहन की सुविधा भी उपलब्ध हो।
साधारणतया देखा जाए तो इसमें प्रॉफिट मार्जिन लगभग 10% से लेकर 25% तक होता है, एफएमसीजी प्रोडक्ट में मार्जिन लगभग 5 से 10% के बीच होता है, जबकि अनाज वाले प्रोडक्ट में मार्जिन लगभग 10 से 20% के बीच में होता है, यदि आप दोनों तरह के होलसेल स्टोर को शुरू करना चाहते हैं तो, आप 20 से 30% के बीच में अपना मार्जिन बचा सकते हैं।
इसके लिए आप को ध्यान में रखना होगा कि आप किसी बड़ी और पुरानी कंपनी से जुड़ेंगे तो आपको कम मार्जिन प्राप्त होगा, जबकि नई कंपनी से जुड़ने पर वह अपनी मार्केटिंग को ध्यान में रखते हुए आपको अधिक मार्जिन देगी क्योंकि शुरुआत में उन्हें भी इस मार्केट में अपना पैर जमाना होता है।
इस प्रकार आप एक किराना होलसेल मार्केट के व्यापारी बनकर आसानी से लोगों तक नए और जरूरतमंद सामानों को पहुंचाने के साथ-साथ मुनाफा भी कमा सकते हैं।
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FAQs - सामान्यतः पूछे जाने वाले सवाल
प्रश्न. क्या इस व्यवसाय में अभी भी मुनाफा कमाया जा सकता है ?
उत्तर. जी हां ! हालांकि वर्तमान में यह बहुत ही अधिक कंपटीशन वाला व्यवसाय हो चुका है, परंतु फिर भी नई कंपनियां आने के साथ-साथ उनको अधिक डीलर की आवश्यकता होगी।
आप भी इसी स्टार्टअप के नए दौर का फायदा उठाकर इस व्यवसाय में सफल हो सकते हैं
प्रश्न. क्या हम पांच लाख रुपए तक के निवेश में इसकी शुरुआत कर सकते हैं ?
उत्तर. देखा जाए तो एफएमसीजी प्रोडक्ट वाले होलसेल व्यवसाय को शुरू करने के लिए आपको दस लाख रुपये तक निवेश की आवश्यकता होगी, लेकिन अनाज वाले होलसेल व्यवसाय को शुरू कर आप आसानी से पांच लाख रुपये तक के निवेश में अपना व्यापार जमा सकते हैं।
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